भारत की प्रमुख होम सर्विस मार्केटप्लेस Urban Company ने सोमवार को SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के पास अपना Draft Red Herring Prospectus (DRHP) फाइल कर दिया है। इस बहुप्रतीक्षित IPO के साथ ही कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तीन तिमाहियों (अप्रैल–दिसंबर 2024) के अपने वित्तीय आंकड़े भी सार्वजनिक किए हैं, जो निवेशकों के लिए कई संकेत छोड़ते हैं।
📈 राजस्व में 40% से ज़्यादा की ग्रोथ
Urban Company ने FY25 की पहली 9 महीनों में ₹846 करोड़ की ऑपरेशनल इनकम दर्ज की, जो FY24 की समान अवधि में ₹601 करोड़ थी। यानी कंपनी ने 40% से अधिक की सालाना वृद्धि दर्ज की है।
इसके अलावा, कंपनी ने ₹84.2 करोड़ की अन्य आय (मुख्य रूप से ज़ीरो-कूपन बॉन्ड और फिक्स्ड डिपॉज़िट से ब्याज) भी अर्जित की, जिससे कुल मिलाकर FY25 की पहली तीन तिमाहियों में कंपनी की कुल आय ₹930 करोड़ तक पहुंच गई।
🧴 सेवाओं और प्रोडक्ट्स से कमाई का ब्रेकअप
Urban Company की कमाई दो मुख्य हिस्सों से आती है:
🔧 सेवाएं (75% हिस्सा)
- स्पा और सैलून ट्रीटमेंट
- एसी रिपेयर और इलेक्ट्रिकल वर्क
- पेंटिंग और वॉल पैनल इंस्टॉलेशन
- पेस्ट कंट्रोल और अन्य घरेलू सेवाएं
इन सेवाओं से FY25 की पहली 9 महीनों में कंपनी को ₹639 करोड़ की कमाई हुई, जो पिछले साल की तुलना में 31% की वृद्धि है।
🛍️ प्रोडक्ट बिक्री (25% हिस्सा)
- सैलून उपयोग के लिए व्हाइट-लेबल प्रोडक्ट्स
- लॉक, पैनल, और RO सिस्टम जैसे घरेलू सामान
इस श्रेणी से कंपनी ने ₹207 करोड़ की कमाई की। खास बात यह रही कि RO सिस्टम जैसी वस्तुओं की बिक्री FY24 के ₹10.8 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹75.8 करोड़ हो गई, यानी 7 गुना ग्रोथ!
🌍 इंटरनेशनल बिज़नेस से ₹116 करोड़ की कमाई
Urban Company की सेवाएं सिर्फ भारत तक सीमित नहीं हैं। FY25 की पहली 3 तिमाहियों में कंपनी ने ₹116.4 करोड़ की कमाई इंटरनेशनल बाजारों से भी की, जिससे यह साफ है कि कंपनी का ग्लोबल फुटप्रिंट भी मजबूत हो रहा है।
💰 खर्चों का लेखा-जोखा
कंपनी के खर्चों में भी कुछ प्रमुख बिंदु रहे:
- कर्मचारी वेतन और लाभ: ₹258 करोड़ (कुल खर्च का 28.5%)
- विज्ञापन और प्रमोशन: ₹160 करोड़
- प्रोक्योरमेंट कॉस्ट (सामान की खरीद): ₹148 करोड़
इसके अलावा, कंपनी ने प्रोफेशनल इंसेंटिव, आउटसोर्सिंग, लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग, लीगल फीस और अन्य खर्चों में भी निवेश किया, जिससे कुल खर्च FY24 की 9M अवधि के ₹733 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹903 करोड़ हो गया — यानी 23.2% की वृद्धि।
💹 मुनाफे में शानदार वापसी!
जहां पिछले साल इसी अवधि में Urban Company को ₹57.7 करोड़ का घाटा हुआ था, वहीं FY25 की पहली तीन तिमाहियों में कंपनी ने ₹27.1 करोड़ का प्री-टैक्स मुनाफा दर्ज किया है। यह कंपनी की बेहतर लागत नियंत्रण रणनीति और मजबूत राजस्व वृद्धि का नतीजा है।
अन्य वित्तीय संकेतक:
- EBITDA मार्जिन: 6.78%
- ROCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड): 1.84%
- यूनिट इकोनॉमिक्स: हर ₹1 की ऑपरेशनल इनकम के लिए खर्च ₹1.07
💼 IPO से ₹1,900 करोड़ जुटाने की योजना
Urban Company की योजना है कि वह ₹1,900 करोड़ के IPO के ज़रिए पूंजी जुटाएगी:
- ₹429 करोड़ का फ्रेश इश्यू
- ₹1,471 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS)
इस OFS में Accel, VY Capital, Prosus, Bessemer, और Elevation Capital जैसे निवेशक अपनी आंशिक हिस्सेदारी बेचेंगे।
Tiger Global समर्थित इस कंपनी ने अभी अपना प्राइस बैंड घोषित नहीं किया है, लेकिन इसके आस-पास बाजार में उत्सुकता चरम पर है।
🏦 बैलेंस शीट: मज़बूत स्थिति में कंपनी
दिसंबर 2024 तक, Urban Company के पास ₹1,514 करोड़ के करंट एसेट्स थे, जिसमें से ₹591 करोड़ नकद और बैंक बैलेंस के रूप में मौजूद हैं। यानी कंपनी के पास कैश फ्लो मजबूत है और यह आगे के निवेश और विस्तार के लिए पूरी तरह तैयार है।
🔍 निष्कर्ष: Urban Company IPO क्यों महत्वपूर्ण है?
Urban Company का IPO भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक और मील का पत्थर साबित हो सकता है। एक ऐसी कंपनी जो घाटे से मुनाफे में लौटी है, इंटरनेशनल मार्केट में ग्रोथ कर रही है और यूनिट इकोनॉमिक्स पर नियंत्रण रख रही है — वह निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर बन सकती है।
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