फूडटेक कंपनी Zomato को एक और बड़ा झटका लगा है। कंपनी की ग्लोबल हेड ऑफ फाइनेंस और Hyperpure की CFO हेमल जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा 2024 के अंतिम तिमाही में Zomato के लिए दूसरी प्रमुख प्रस्थान की घटना है।
31 जनवरी 2025 को होगा आखिरी कार्यदिवस
Zomato ने सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में घोषणा की कि हेमल जैन कंपनी छोड़कर नई संभावनाओं की तलाश करेंगी। उनकी अंतिम कार्यदिवस की तारीख 31 जनवरी, 2025 तय की गई है।
Hemal Jain ने Zomato में छह से अधिक सालों तक महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उनकी देखरेख में कंपनी का वित्तीय संचालन और रणनीतिक कार्य सुचारु रूप से आगे बढ़े।
Zomato में Hemal Jain की भूमिका
हेमल जैन का Zomato में सफर काफी प्रभावशाली रहा। उनकी LinkedIn प्रोफाइल के अनुसार:
- Zomato और Blinkit के कारोबार में उन्होंने बिजनेस फाइनेंस, FP&A (फाइनेंशियल प्लानिंग एंड एनालिसिस),
सेंट्रल प्रोक्योरमेंट और फाइनेंस ऑपरेशंस का नेतृत्व किया। - कंपनी के वित्तीय रणनीतियों को मजबूत बनाने और परिचालन को दक्ष बनाने में उनका योगदान रहा है।
- Hyperpure, जो Zomato की B2B सप्लाई चेन पहल है, उसमें CFO के रूप में उन्होंने महत्वपूर्ण फैसले लिए।
हेमल की लीडरशिप में Zomato ने अपने बिजनेस मॉडल और वित्तीय योजनाओं को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
Zomato पर हालिया वित्तीय दबाव
हेमल जैन का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब Zomato को कई वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
- GST विभाग का नोटिस:
हाल ही में Zomato को 803 करोड़ रुपये (लगभग $100 मिलियन) की GST मांग का नोटिस मिला है।- यह नोटिस कंपनी के वित्तीय दबाव को और बढ़ा सकता है।
- यह मामला Zomato के लिए एक प्रमुख वित्तीय संकट के रूप में देखा जा रहा है।
- प्रमुख अधिकारियों का प्रस्थान:
हेमल जैन से पहले Zomato को वर्ष के अंत में एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी के इस्तीफे का सामना करना पड़ा।- इन घटनाओं से कंपनी की नेतृत्व टीम पर असर पड़ सकता है।
हेमल जैन के इस्तीफे के संभावित कारण
हालांकि Zomato या हेमल जैन की ओर से इस्तीफे के सटीक कारणों का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन कुछ संभावित कारकों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता:
- वित्तीय दबाव और चुनौतियां:
Zomato को हाल के महीनों में वित्तीय मांगों और बाजार दबाव का सामना करना पड़ा है। GST विभाग का नोटिस एक बड़ा कारण हो सकता है। - नई संभावनाओं की तलाश:
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया है कि हेमल नई भूमिकाओं और अवसरों की तलाश में हैं। यह संभावना है कि उन्हें कहीं बेहतर नेतृत्व की भूमिका का ऑफर मिला हो। - अंदरूनी चुनौतियां:
कंपनी के भीतर रणनीतिक बदलाव और बढ़ते दबाव भी किसी उच्च अधिकारी के प्रस्थान का कारण हो सकते हैं।
Zomato का भविष्य और वित्तीय चुनौतियां
Zomato भारतीय फूडटेक स्पेस में एक अग्रणी कंपनी है। हालांकि, हाल के महीनों में कंपनी कई वित्तीय और नियामकीय चुनौतियों से जूझ रही है:
- B2B बिजनेस Hyperpure:
Zomato का Hyperpure व्यवसाय तेजी से बढ़ा है। यह प्लेटफॉर्म रेस्टोरेंट्स और होटल्स को ताजे उत्पाद और सामग्री की आपूर्ति करता है।- CFO के इस्तीफे के बाद Hyperpure की आर्थिक प्रगति पर असर पड़ सकता है।
- टेक्नोलॉजी और फाइनेंस:
Zomato के विकास की मुख्य धुरी इसकी तकनीकी दक्षता और मजबूत वित्तीय योजनाएं हैं। हेमल जैन जैसे अनुभवी लीडर के जाने से कंपनी को नई रणनीति अपनानी होगी। - प्रतिस्पर्धा:
Zomato को Swiggy, Amazon Food और अन्य स्थानीय फूड डिलीवरी सर्विसेज से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना है।
हेमल जैन की उपलब्धियां
हेमल जैन के कार्यकाल में Zomato ने:
- वित्तीय योजनाओं को बेहतर किया।
- Hyperpure के व्यवसाय को विस्तार दिया।
- Blinkit जैसे नए वर्टिकल्स को मजबूत किया।
उनकी लीडरशिप में Zomato ने वित्तीय दबावों के बावजूद सस्टेनेबल ग्रोथ दर्ज की।
Zomato के लिए अगला कदम
Zomato को अब अपने वित्तीय नेतृत्व में एक अनुभवी व्यक्ति की नियुक्ति करनी होगी, जो वर्तमान चुनौतियों का समाधान कर सके।
- GST नोटिस का समाधान:
कंपनी को नियामकीय दबावों का हल निकालना होगा। - Hyperpure और Blinkit का विस्तार:
Zomato के लिए B2B और क्विक कॉमर्स सेगमेंट में नए अवसर खोजने की जरूरत है। - लीडरशिप टीम का पुनर्गठन:
कंपनी को अपने लीडरशिप गैप को जल्द से जल्द भरना होगा।
निष्कर्ष
हेमल जैन का इस्तीफा Zomato के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। उनकी विदाई के बाद कंपनी के सामने वित्तीय स्थिरता बनाए रखने और विकास योजनाओं को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने की चुनौती होगी।
Zomato के लिए यह समय नई रणनीतियों और नेतृत्व टीम को मजबूत करने का है। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि Zomato कैसे अपनी चुनौतियों का सामना करता है और बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखता है।
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