🚀 इस हफ्ते भारतीय स्टार्टअप्स ने जुटाए $112 मिलियन फंडिंग, 70% की जोरदार बढ़त 📈

भारतीय स्टार्टअप्स

भारतीय स्टार्टअप्स ईकोसिस्टम में इस हफ्ते जबरदस्त हलचल देखने को मिली। कुल 22 भारतीय स्टार्टअप्स ने लगभग $112.35 मिलियन (करीब ₹936 करोड़) की फंडिंग जुटाई, जिसमें 6 ग्रोथ-स्टेज और 12 अर्ली-स्टेज डील्स शामिल रहीं। वहीं, 6 स्टार्टअप्स ने अपनी फंडिंग डिटेल्स सार्वजनिक नहीं कीं।

📊 पिछले हफ्ते के मुकाबले (जब $62.67 मिलियन जुटाए गए थे) इस बार 70% की बढ़त दर्ज हुई है।


🍔 भारतीय स्टार्टअप्स ग्रोथ-स्टेज डील्स का हाल

इस हफ्ते ग्रोथ और लेट-स्टेज स्टार्टअप्स ने लगभग $85 मिलियन जुटाए। प्रमुख डील्स में शामिल हैं:

  • Rebel Foods (फूडटेक यूनिकॉर्न) ने Qatar Investment Authority से $25 मिलियन जुटाए।
  • Uniqus Consultech (एंटरप्राइज टेक स्टार्टअप) ने Series C राउंड में $20 मिलियन फंडिंग पाई, जिसका नेतृत्व Nexus Venture Partners ने किया।
  • Vayudh (ड्रोन टेक कंपनी) ने Series A में $10 मिलियन का निवेश हासिल किया।
  • Bankbazaar, Farmart (एग्रीटेक स्टार्टअप) और Fabric (Intellicar) ने भी इस हफ्ते फंडिंग जुटाई।

🌱 अर्ली-स्टेज डील्स की चमक

अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स ने इस हफ्ते मिलकर $27.41 मिलियन जुटाए। कुछ प्रमुख डील्स:

  • Emversity (स्किल-ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म) ने $5 मिलियन के राउंड से लीड किया।
  • SaveIN (हेल्थकेयर फिनटेक स्टार्टअप),
  • Bachatt (सेविंग्स ऐप),
  • GreenGrahi (एग्री-बायोटेक स्टार्टअप),
  • Phab (D2C स्नैक ब्रांड),
  • ऑनलाइन वीजा अप्लिकेशन के लिए एक ट्रैवलटेक स्टार्टअप ने भी फंडिंग जुटाई।

इसके अलावा, DevAssure, Tummoc, Catalogus और KiranaPro जैसे स्टार्टअप्स ने भी फंडिंग प्राप्त की, लेकिन इन्होंने राशि का खुलासा नहीं किया।


📍 शहर और सेक्टर के हिसाब से डील्स

शहर के अनुसार:

  • Delhi-NCR सबसे आगे रहा, जहां 9 डील्स हुईं।
  • इसके बाद Bengaluru, Mumbai और Chennai का नंबर रहा।

सेक्टर के हिसाब से:

  • Fintech स्टार्टअप्स ने टॉप किया, 4 डील्स के साथ।
  • Travel Tech और Foodtech ने क्रमशः 3 और 2 डील्स हासिल कीं।
  • Agritech, E-commerce, AI, Deeptech, Drone tech आदि ने भी निवेश पाया।

🛠️ सीरीज वाइज डील्स

  • Seed Funding ने सबसे ज्यादा, यानी 9 डील्स में लीड किया।
  • इसके बाद Series A, Pre-Seed, और Series C डील्स रही।

📈 वीकली फंडिंग ट्रेंड

साप्ताहिक तुलना में इस हफ्ते स्टार्टअप फंडिंग $62.67 मिलियन से बढ़कर $112.35 मिलियन हो गई — यानी करीब 70% की बढ़त

पिछले 8 हफ्तों में औसत वीकली फंडिंग लगभग $232.47 मिलियन रही, जिसमें औसतन 25 डील्स दर्ज की गईं।


👨‍💼 प्रमुख हायरिंग्स और डिपार्चर्स

इस हफ्ते कुछ बड़े प्रमोशंस और बदलाव देखने को मिले:

  • Mamaearth पैरेंट कंपनी ने Karan Bajwa और Avinash Dhagat को CXO रोल्स में प्रमोट किया।
  • Accel ने Pratik Agarwal और Rachit Parekh को Partner बनाया।
  • Pine Labs ने Amrish Rau को MD और चेयरमैन बनाया।
  • Ideaspring ने Kailashnath को Partner नियुक्त किया।

डिपार्चर्स:

  • Sandip Basu (Group CFO, VerSe) ने स्वास्थ्य कारणों से पद छोड़ा।
  • Nitin Agarwal (CEO, Globalbees) ने निजी कारणों से इस्तीफा दिया।

🔥 मर्जर और अधिग्रहण

  • Ampivo AI ने Commerce Forever Solutions में 51% हिस्सेदारी खरीदी।
  • Cars24 ने प्रमुख ऑटोमोटिव कम्युनिटी प्लेटफॉर्म Team-BHP का अधिग्रहण किया।
  • ClearDekho (आईवियर ब्रांड) को Jaipuria Group ने खरीदा।

💔 छंटनी

  • Cars24 ने लागत में कटौती के तहत 200+ कर्मचारियों को (प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी डिवीजनों से) निकाल दिया।

💰 फंड लॉन्च

  • A91 Partners ने अपना तीसरा फंड $665 मिलियन में बंद किया।
  • Blue Ocean Games (Krafton समर्थित) ने $30 मिलियन का फंड लॉन्च किया।
  • Trident Growth Partners ने अपने पहले फंड के लिए ₹1,000 करोड़ जुटाए।

🚀 नए लॉन्च और पार्टनरशिप्स

  • Jason Kothari (Former Housing.com CEO) ने नया स्टार्टअप Mythik लॉन्च किया।
  • Candere के फाउंडर ने Lucira (लैब-ग्रोन डायमंड ज्वेलरी ब्रांड) शुरू किया।
  • Akums ने Tamil Nadu Agricultural University के साथ फार्मा इनोवेशन के लिए करार किया।
  • The Circle FC ने Start-in UP के साथ साझेदारी की।
  • NSDC ने Rapido के साथ मिलकर गिग इकोनॉमी स्किलिंग प्रोग्राम लॉन्च किया।
  • MobiKwik ने Poonawalla Fincorp के साथ मिलकर इंस्टेंट पर्सनल लोन सेवा शुरू की।

📋 संभावित डील्स

  • Krutrim (Bhavish Aggarwal) $300 मिलियन फंडिंग के लिए बातचीत कर रहा है।
  • Captain Fresh कर्ज जुटाने की तैयारी में है।
  • ELIVAAS ₹100 करोड़ फंडिंग राउंड में बातचीत कर रहा है।
  • Pagarbook कैशफ्लो पॉजिटिव हुआ है।

📊 इस हफ्ते के वित्तीय नतीजे

  • XpressBees ने FY24 में EBITDA पॉजिटिव प्रदर्शन किया।
  • Zupee ने FY24 में ₹146 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया।
  • Boult Audio की FY24 रेवेन्यू ₹700 करोड़ से ऊपर पहुंची, 40% की बढ़त के साथ।

🔥 न्यूज़ फ्लैश

  • ED ने FIITJEE से जुड़े 8 ठिकानों पर रेड डाली।
  • Ather Energy ने IPO के लिए RHP फाइल किया (₹2,626 करोड़ का फ्रेश इश्यू)।
  • Flipkart को सिंगापुर से भारत में डोमिसाइल शिफ्ट करने की मंजूरी मिली।
  • Zetwerk अगले 12-24 महीनों में IPO लाने की योजना में है।
  • MobiKwik ने अपनी NBFC सब्सिडियरी बनाई।

📢 निष्कर्ष

इस हफ्ते भारतीय स्टार्टअप फंडिंग ने जबरदस्त 70% ग्रोथ दिखाई। IPOs, M&As, और नए फंड लॉन्च के साथ ईकोसिस्टम में तेज हलचल जारी है। Ather Energy का IPO, Flipkart का भारत लौटना और Cars24 जैसी कंपनियों की स्ट्रैटजिक चालें आने वाले समय के लिए बाजार को और रोमांचक बना रही हैं।

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Read more :🚗 Cars24 ने की 200-250 कर्मचारियों की छंटनी,

🚗 Cars24 ने की 200-250 कर्मचारियों की छंटनी,

Cars24

भारत की जानी-मानी प्री-ओन्ड व्हीकल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Cars24 ने हाल ही में 200-250 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। यह कदम कंपनी द्वारा लागत में कटौती (Cost-Cutting) की एक रणनीति के तहत उठाया गया है। इस घटनाक्रम की जानकारी से जुड़े तीन सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।

“Cars24 ने इस महीने अपने प्रोडक्ट और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट्स से लगभग 250 कर्मचारियों को निकाला है,” एक सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर बताया।


🏁Cars24 छंटनी का समय और उद्योग पर असर

यह छंटनी ऐसे समय में हुई है जब Cars24 का एक प्रमुख प्रतिद्वंदी, Spinny, ने हाल ही में $131 मिलियन की नई फंडिंग हासिल की है। Spinny को यह निवेश Accel के Leadership Fund से मिला है, जो ग्लोबली चुनिंदा पोर्टफोलियो में गहरी हिस्सेदारी बनाने पर फोकस करता है।

इसके मुकाबले, Cars24 ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में कोई नया बाहरी फंडिंग राउंड नहीं उठाया है।


📋 प्रभावित कर्मचारियों को स्टैंडर्ड सेवरेंस पैकेज

सूत्रों के अनुसार, SoftBank समर्थित Cars24 ने छंटनी किए गए कर्मचारियों को स्टैंडर्ड सेवरेंस पैकेज दिया है, ताकि वे आसानी से ट्रांजिशन कर सकें।

कंपनी ने विभिन्न सर्विसेज के जरिये बाजार में अपनी पहचान बनाई है, जिनमें शामिल हैं:

  • प्री-ओन्ड कार्स की खरीद-बिक्री
  • फाइनेंसिंग और इंश्योरेंस सेवाएं
  • ड्राइवर-ऑन-डिमांड
  • फास्टैग और चालान प्रबंधन
  • गाड़ियों की स्क्रैपिंग सेवा

🗣️ CEO विक्रम चोपड़ा का बयान

Cars24 के को-फाउंडर और सीईओ विक्रम चोपड़ा ने Entrackr को दिए एक बयान में कहा:

“यह एक कठिन निर्णय था। पिछले कुछ हफ्तों में हमें विभिन्न फंक्शनों में लगभग 200 कर्मचारियों से विदाई लेनी पड़ी। हम उनके योगदान के लिए आभारी हैं। यह छंटनी प्रदर्शन से नहीं, बल्कि संरचना और गलत दांव से जुड़ी थी। हमने सीखा है कि स्पीड के बिना स्पष्टता महंगी साबित होती है। भविष्य में हम निवेश और टीम बिल्डिंग में अधिक रणनीतिक और सोच-समझकर कदम उठाएंगे।”


💸 फंडिंग और वैल्यूएशन की कहानी

हालांकि Cars24 ने हाल के वर्षों में कोई नई फंडिंग नहीं जुटाई है, लेकिन दिसंबर 2021 में कंपनी ने $450 मिलियन (लगभग ₹3,400 करोड़) की बड़ी फंडिंग हासिल की थी। इस फंडिंग में शामिल थे:

  • SoftBank
  • Tencent
  • DST Global
  • Falcon Edge’s Alpha Wave

इस फंडिंग के बाद Cars24 का वैल्यूएशन $3.3 बिलियन पर पहुंच गया था।

TheKredible के अनुसार:

  • DST Global के पास Cars24 में सबसे बड़ी बाहरी हिस्सेदारी है
  • इसके बाद KCK Limited, Peak XV, Alpha Wave और Tencent जैसे बड़े निवेशकों का नाम आता है

📈 बिजनेस परफॉर्मेंस: रेवेन्यू बढ़ा लेकिन घाटा भी

वित्त वर्ष 2024 (FY24) में Cars24 ने:

  • रेवेन्यू में 25% सालाना वृद्धि दर्ज की
  • FY23 में ₹5,530 करोड़ के मुकाबले FY24 में रेवेन्यू ₹6,917 करोड़ तक पहुंचा

लेकिन इसके बावजूद:

  • कंपनी को ₹498 करोड़ का नेट लॉस हुआ
  • एडजस्टेड EBITDA लॉस ₹318 करोड़ रहा

यह आंकड़े दिखाते हैं कि भले ही राजस्व बढ़ रहा हो, लेकिन लाभप्रदता हासिल करना अभी भी चुनौती बना हुआ है।


🛠️ क्यों हुई छंटनी?

छंटनी के पीछे मुख्य कारण:

  • गलत प्रोजेक्ट अनुमान: कुछ प्रोजेक्ट्स और भूमिकाओं को समय से पहले जोड़ा गया था
  • स्पीड के साथ क्लैरिटी की कमी: तेजी से बढ़ने के चक्कर में रणनीतिक स्पष्टता नहीं रही
  • लागत पर नियंत्रण: घाटा कम करने और वित्तीय अनुशासन बनाए रखने की जरूरत

🛣️ आगे की राह

Cars24 अब अपनी रणनीति को फिर से परिभाषित करने पर काम कर रही है:

  • सुनियोजित निवेश
  • टीम का रणनीतिक पुनर्गठन
  • मार्जिन बढ़ाने पर फोकस
  • प्रॉफिटेबल ग्रोथ की दिशा में ठोस कदम

भविष्य में कंपनी को अपनी मौजूदा सर्विसेज को और मजबूत करने और घाटे को नियंत्रित करने पर ध्यान देना होगा, ताकि वह बढ़ती प्रतिस्पर्धा में खुद को टिकाऊ बना सके।


🧠 निष्कर्ष: चुनौतीपूर्ण दौर में Cars24 की अग्निपरीक्षा

Cars24 इस समय गंभीर पुनर्गठन (Major Restructuring) के दौर से गुजर रही है। बढ़ते घाटे और प्रतिस्पर्धा के बीच कंपनी को:

  • अपने बिजनेस मॉडल को और फाइन-ट्यून करना पड़ेगा
  • निवेशकों और ग्राहकों दोनों का भरोसा मजबूत बनाए रखना होगा
  • लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए रणनीतिक निर्णय लेने होंगे

अगर Cars24 इन चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार कर लेती है, तो वह भारतीय सेकेंड-हैंड कार मार्केट में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रख सकती है।


📢 आपके क्या विचार हैं Cars24 की इस छंटनी पर? नीचे कमेंट में बताएं और ऐसे ही बिजनेस अपडेट्स के लिए जुड़े रहें FundingRaised.in के साथ! 🚀

Read more :🏡ELIVAAS $10-12 मिलियन फंडिंग राउंड की तैयारी में,

🏡ELIVAAS $10-12 मिलियन फंडिंग राउंड की तैयारी में,

ELIVAAS

भारतीय लग्ज़री वेकेशन होम रेंटल प्लेटफॉर्म ELIVAAS एक और बड़ी फंडिंग डील की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, स्टार्टअप $10-12 मिलियन (₹83-100 करोड़) जुटाने की बातचीत अंतिम चरण में है। इस डील के साथ ELIVAAS की वैल्यूएशन ₹500 करोड़ के करीब हो सकती है।

यह नया निवेश राउंड सिर्फ 6 महीने बाद आ रहा है, जब कंपनी ने $5 मिलियन की सीरीज़ A फंडिंग जुटाई थी।


🚀 तेजी से बढ़ती डिमांड और रेवेन्यू ग्रोथ बनी वजह

सूत्रों का कहना है कि यह फंडिंग बातचीत कंपनी की हालिया तेज़ राजस्व वृद्धि (Revenue Growth) को देखते हुए हो रही है। ELIVAAS ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और रेवेन्यू और ग्रॉस बुकिंग वैल्यू में तीन गुना ग्रोथ दर्ज की है।

“ELIVAAS मौजूदा और नए निवेशकों के साथ बातचीत के अंतिम चरण में है, और एक नया इन्वेस्टर इस राउंड को लीड कर सकता है,” एक सूत्र ने बताया।

बातचीत अभी पूरी तरह से फाइनल नहीं हुई है, इसलिए डील की शर्तों में अंतिम समय पर बदलाव संभव है।


👥 किसने शुरू किया ELIVAAS?

ELIVAAS की शुरुआत 2023 में दो संस्थापकों – ऋत्विक खरे और करन मिगलानी – ने मिलकर की थी। कंपनी का लक्ष्य भारत में लग्ज़री और प्रीमियम वेकेशन स्टे को आसान और सहज बनाना है।

ELIVAAS की पेशकश:

  • लग्ज़री विला और प्रीमियम अपार्टमेंट्स किराए पर
  • लोकेशन: गोवा, कसोल, शिमला, उदयपुर, नैनीताल, ऋषिकेश जैसे प्रमुख वेकेशन डेस्टिनेशन
  • टारगेट यूज़र्स: हाई-एंड ट्रैवलर्स, परिवार, कपल्स और ग्रुप वेकेशन प्लानर्स

💰 अब तक कितनी हुई फंडिंग?

ELIVAAS ने अब तक $7.5 मिलियन (₹62 करोड़ से अधिक) की फंडिंग जुटाई है:

  1. सीरीज़ A फंडिंग ($5 मिलियन) – 3one4 Capital द्वारा लीड की गई, जिसमें Peak XV भी शामिल रहा
  2. सीड राउंड ($2.5 मिलियन) – Peak XV’s Surge ने लीड किया
  3. एंजेल निवेशकों में शामिल हैं:
    • Kunal Shah (CRED)
    • Mohit Gupta (Zomato)
    • Amit Lakhotia (Park+)
    • Naveen Kukreja (Paisabazaar)

📊 कंपनी के फाइनेंशियल नंबर क्या कहते हैं?

हालांकि FY25 के आधिकारिक आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं, लेकिन TheKredible के अनुसार ELIVAAS ने FY24 में:

  • रेवेन्यू: ₹7 करोड़
  • नेट लॉस: ₹10.4 करोड़

स्टार्टअप के घाटे का कारण संभवतः इसके मार्केट एक्सपैंशन, मार्केटिंग खर्च और हाई-क्वालिटी प्रॉपर्टी में निवेश है।


🧭 आगे की योजना: क्या है ELIVAAS का फंडिंग यूज़?

नई फंडिंग का इस्तेमाल कंपनी अपने ऑपरेशन्स एक्सपैंड करने, नए शहरों में विला ऐड करने और तकनीकी अपग्रेडेशन के लिए करेगी।

  • कंपनी अपने AI-बेस्ड बुकिंग इंजन को और स्मार्ट बनाना चाहती है
  • कस्टमर एक्सपीरियंस को पर्सनलाइज़ करने पर भी जोर दिया जाएगा
  • संभावित इंटरनेशनल डेस्टिनेशन्स को भी एक्सप्लोर किया जा सकता है

🇮🇳 भारत में लग्ज़री ट्रैवल का बढ़ता मार्केट

पिछले कुछ वर्षों में भारत में वेकेशन होम्स और लग्ज़री ट्रैवल सेगमेंट में जबरदस्त बूम देखा गया है। खासकर पोस्ट-कोविड दौर में लोग:

  • होटल्स की जगह प्राइवेट विला और हॉलिडे होम्स को तरजीह दे रहे हैं
  • वर्केशन (Work + Vacation) कल्चर ने डिमांड को और बढ़ाया है
  • हायर इनकम ग्रुप्स और मिलेनियल्स के बीच प्रीमियम ट्रैवल तेज़ी से पॉपुलर हो रहा है

ELIVAAS इसी उभरते हुए ट्रेंड का हिस्सा बनकर आगे बढ़ रहा है।


🧳 ELIVAAS बनाम अन्य प्लेयर्स

जहां एक ओर Airbnb, Vista Rooms और SaffronStays जैसे ब्रांड पहले से मौजूद हैं, वहीं ELIVAAS लक्ज़री + टेक इंटीग्रेशन की रणनीति के साथ एक अलग पहचान बना रहा है।

  • AI प्लानिंग
  • Curated स्टे एक्सपीरियंस
  • डिजिटल बुकिंग फ्लो
  • होस्ट और ट्रैवलर दोनों के लिए आसान इंटरफेस

ये सभी फीचर्स ELIVAAS को एक “Tech-enabled Luxury Stay Platform” की कैटेगरी में लाते हैं।


📌 निष्कर्ष: क्या ELIVAAS अगला बड़ा वेकेशन ब्रांड बनेगा?

ELIVAAS ने बहुत कम समय में:

✅ मार्केट में अच्छी पकड़ बनाई
✅ एंजेल और वीसी इन्वेस्टर्स का भरोसा जीता
✅ हाई-एंड यूज़र्स को टारगेट करते हुए ब्रांड वैल्यू बनाई

अब $10-12 मिलियन की नई फंडिंग से कंपनी को और स्केल अप करने का मौका मिलेगा। अगर यह डील फाइनल होती है, तो ELIVAAS आने वाले समय में भारतीय लग्ज़री ट्रैवल मार्केट में एक लीडिंग नाम बन सकता है।


📲 क्या आप भी ELIVAAS जैसे वेकेशन होम्स को पसंद करते हैं? इस खबर पर अपनी राय नीचे कमेंट में बताएं! और ऐसे ही स्टार्टअप अपडेट्स के लिए जुड़ें रहें FundingRaised.in के साथ! 🚀

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💰 Peak XV Partners जुटा रहा है $1.4 बिलियन का नया फंड,

Peak XV

Peak XV Partners (पहले Sequoia Capital India & SEA के नाम से जानी जाने वाली वेंचर कैपिटल फर्म) एक बार फिर से भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में बड़ा निवेश करने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फर्म $1.2–$1.4 बिलियन (₹10,000 करोड़ से अधिक) का नया फंड जुटा रही है, जो ब्रांड रीब्रांडिंग के बाद भारत में इसका पहला फंडरेज़ होगा।

इस फंड के जरिए Peak XV भारत और साउथईस्ट एशिया के अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स में निवेश करेगी। यह जानकारी सबसे पहले The Economic Times ने दी है।


🔁 2023 में हुआ था बड़ा बदलाव: Sequoia से Peak XV की नई पहचान

2023 में Sequoia Capital ने अपने ग्लोबल ऑपरेशन्स को तीन स्वतंत्र इकाइयों में बांट दिया था – अमेरिका और यूरोप, चीन, और भारत व साउथईस्ट एशिया।

इसके बाद भारत और साउथईस्ट एशिया की टीम ने खुद को Peak XV Partners के रूप में रीब्रांड किया। अब यह फर्म स्वतंत्र रूप से काम कर रही है और यह नया फंड इसी नई पहचान के तहत पहला बड़ा फंडरेज़ है।


💰 पिछला रिकॉर्ड: 2022 में आया था $2.85 बिलियन का फंड

Peak XV ने 2022 में $2.85 बिलियन का ग्रोथ और वेंचर फंड लॉन्च किया था, जिसमें से $2 बिलियन सिर्फ भारत के लिए निर्धारित था। लेकिन 2024 में इस फंड का आकार 16% घटा दिया गया, क्योंकि उस समय भारतीय पब्लिक मार्केट की वैल्यूएशन बहुत हाई मानी जा रही थी।


📈 IPO की तैयारी में Peak XV की कंपनियाँ

Peak XV के पोर्टफोलियो में शामिल कई कंपनियाँ IPO की कतार में हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • Meesho
  • Zetwerk
  • Groww
  • Pine Labs

इसके पहले भी कई Peak XV-समर्थित कंपनियाँ पब्लिक हो चुकी हैं, जैसे:

  • Zomato
  • Mamaearth
  • Awfis
  • Go Digit Insurance
  • Ixigo
  • Blackbuck
  • MobiKwik

इन IPOs ने फर्म को ना सिर्फ अच्छा रिटर्न दिया, बल्कि फर्म के ब्रांड को भारतीय बाजार में और मजबूत किया।


📊 रीब्रांडिंग के बाद नई इनवेस्टमेंट्स

Peak XV ने रीब्रांडिंग के बाद भी कई स्टार्टअप्स में निवेश जारी रखा है। हाल ही में जिन स्टार्टअप्स को इस फर्म से फंडिंग मिली, उनमें शामिल हैं:

  • Scapia
  • RapidCanvas
  • Sarvagram
  • Atlys
  • Neo
  • Mokobara
  • Sarvam AI

इनमें से कई कंपनियाँ AI, फिनटेक और कंज़्यूमर ब्रांड्स से जुड़ी हैं — जो भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के सबसे हाई-ग्रोथ सेक्टर माने जाते हैं।


🌐 भारत और साउथईस्ट एशिया में फिर से VC एक्टिव

2025 की शुरुआत से ही भारत और साउथईस्ट एशिया में वेंचर कैपिटल फर्म्स दोबारा एक्टिव हो गई हैं। भले ही Q1 2025 में कुल स्टार्टअप फंडिंग स्थिर रही हो, लेकिन फंडरेज़िंग में कोई कमी नहीं आई है।

  • A91 Partners ने अपने तीसरे फंड को $665 मिलियन पर क्लोज किया
  • Accel ने $650 मिलियन का आठवां फंड अनाउंस किया
  • Bessemer Venture Partners ने $350 मिलियन का अर्ली-स्टेज फंड क्लोज किया
  • Fireside Ventures अपने चौथे फंड के लिए $230 मिलियन जुटाने की तैयारी में है

इससे स्पष्ट है कि अर्ली-स्टेज इन्वेस्टमेंट में अब एक नई लहर देखने को मिल रही है।


💡 क्यों खास है यह फंड?

Peak XV का नया फंड इसलिए भी खास है क्योंकि:

  • यह रीब्रांडिंग के बाद पहला फंड है
  • यह संकेत देता है कि फर्म अब भारत और SEA में लंबी अवधि की रणनीति के साथ लौट रही है
  • यह फंड अर्ली-स्टेज स्टार्टअप्स को टार्गेट करेगा — यानि नए इनोवेटर्स को बड़ी राहत

🔍 Peak XV की रणनीति क्या कहती है?

हालांकि Peak XV ने इस खबर पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह फंड:

  • Consumer Tech
  • AI और SaaS
  • Fintech
  • Healthcare जैसे सेक्टरों में निवेश कर सकता है।

इससे न केवल इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्टार्टअप्स को जल्द ग्रोथ और स्केल करने का मौका भी मिलेगा।


📌 निष्कर्ष: भारतीय स्टार्टअप्स के लिए सुनहरा अवसर

Peak XV का यह नया फंड न सिर्फ भारतीय स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग का बड़ा जरिया बनेगा, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि भारत आज भी ग्लोबल वेंचर कैपिटल लैंडस्केप में एक हॉट डेस्टिनेशन बना हुआ है।

जिन उद्यमियों के पास शानदार आइडिया हैं, यह फंड उनके सपनों को हकीकत में बदलने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।


🧠 क्या आप भी एक अर्ली-स्टेज स्टार्टअप चला रहे हैं? यह फंड आपके लिए हो सकता है गेम-चेंजर!
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Read more :🎮 Blue Ocean Games ने लॉन्च किया $30 मिलियन का फंड,

🎮 Blue Ocean Games ने लॉन्च किया $30 मिलियन का फंड,

Blue Ocean Games

दक्षिण कोरियाई गेमिंग दिग्गज Krafton Inc. द्वारा समर्थित Blue Ocean Games ने इंडी गेम डेवलपर्स के लिए $30 मिलियन (लगभग ₹250 करोड़) का एक नया फंड लॉन्च किया है। इस फंड का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर उभरते हुए गेम डेवलपर्स, खासकर भारत के टैलेंट को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना है।


🌍 क्या है Blue Ocean Games का नया फंड?

Blue Ocean Games एक वेंचर फंड है जिसकी स्थापना Damian Lee ने की है, जो पहले Krafton में हेड ऑफ इन्वेस्टमेंट्स रह चुके हैं। इस नए फंड के तहत Blue Ocean Games अगले तीन वर्षों में 100 डेवलपर्स को सपोर्ट करेगा।

इसका मुख्य फोकस उन इंडी गेम डेवलपर्स पर रहेगा जो अपने क्रिएटिव आइडियाज़ के साथ गेमिंग इंडस्ट्री में नई दिशा लाना चाहते हैं, लेकिन प्रारंभिक स्तर पर वित्तीय सहायता की कमी के कारण आगे नहीं बढ़ पाते।


💡 “SAIL” मॉडल क्या है?

Blue Ocean Games ने डेवलपर्स को सपोर्ट करने के लिए एक कस्टम इन्वेस्टमेंट मॉडल पेश किया है जिसे Structured Agreement for Indie Launch (SAIL) नाम दिया गया है।

इस मॉडल की मुख्य बातें:

  • कांसेप्ट स्टेज पर फंडिंग – डेवलपर्स को शुरुआती स्टेज पर, जब गेम का प्लेयबल बिल्ड भी तैयार नहीं होता, तभी फंडिंग प्रदान की जाएगी।
  • $100,000 तक की फंडिंग व्यक्तिगत डेवलपर्स के लिए उपलब्ध होगी।
  • $300,000 तक की फंडिंग टीमों को दी जा सकती है, जो दो साल की अवधि में जारी होगी।
  • डेवलपर्स अपनी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) पर पूर्ण स्वामित्व बनाए रखेंगे।
  • हाइब्रिड इक्विटी और रेवेन्यू-शेयरिंग मॉडल के ज़रिए निवेशकों और डेवलपर्स दोनों के हितों को संतुलित किया जाएगा।

इस मॉडल का लक्ष्य डेवलपर्स को रचनात्मक नियंत्रण देना है ताकि वे अपनी सोच के मुताबिक गेम बना सकें और साथ ही निवेशकों को भी रिटर्न मिल सके।


🇮🇳 भारत पर विशेष फोकस क्यों?

Krafton India के CEO Sean Hyunil Sohn ने बताया:

“भारत रचनात्मकता और तकनीकी कौशल का पावरहाउस है, लेकिन कई बेहतरीन आइडियाज शुरुआती समर्थन के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाते। Blue Ocean Games एक ऐसा फॉरवर्ड-थिंकिंग इन्वेस्टमेंट मॉडल लेकर आया है जो इंडी डेवलपर्स को शुरुआती चरण में ही महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।”

भारत में गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है, लेकिन शुरुआती दौर के कई डेवलपर्स को संसाधनों की कमी के चलते अपने प्रोजेक्ट्स बंद करने पड़ते हैं। इस फंड के ज़रिए Blue Ocean Games भारतीय गेमिंग टैलेंट को वैश्विक मंच तक पहुंचाने की दिशा में काम करेगा।


👥 डेवलपर्स को क्या सुविधाएं मिलेंगी?

फंडिंग के साथ-साथ Blue Ocean Games डेवलपर्स को कई प्रैक्टिकल सपोर्ट सर्विसेज भी प्रदान करेगा, जैसे:

  • कंपनी रजिस्ट्रेशन (Incorporation Assistance)
  • बुककीपिंग और अकाउंटिंग सपोर्ट
  • इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से मेंटरशिप
  • कोहोर्ट-आधारित प्रोग्राम ताकि डेवलपर्स एक कम्युनिटी के रूप में सीख सकें और एक-दूसरे के साथ अनुभव साझा कर सकें

इससे नए डेवलपर्स को न केवल वित्तीय बल्कि प्रोफेशनल मार्गदर्शन भी मिलेगा, जो गेम डेवलपमेंट के हर पहलू को मजबूत बनाएगा।


📈 शुरुआती डेवलपर्स से लेकर अनुभवी टीमों तक सपोर्ट

फिलहाल यह फंड सोलो डेवलपर्स और छोटी, पहली बार काम करने वाली टीमों के लिए अनुकूलित किया गया है। हालांकि, Blue Ocean Games भविष्य में बड़े और अधिक अनुभवी डेवलपर्स को सपोर्ट करने के लिए अलग फंड्स लॉन्च करने की योजना भी बना रहा है।

इसका उद्देश्य इंडस्ट्री के हर स्तर पर इनोवेशन को बढ़ावा देना और नए टैलेंट को स्थायित्व के साथ आगे बढ़ने का मौका देना है।


🎮 गेमिंग इंडस्ट्री के लिए क्या मायने रखता है यह कदम?

गेमिंग इंडस्ट्री में लगातार बदलाव और प्रतिस्पर्धा के बीच नए डेवलपर्स के लिए जगह बनाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। शुरुआती निवेश और मार्गदर्शन की कमी के चलते कई प्रतिभाशाली डेवलपर्स अपने क्रिएटिव आइडियाज़ को वास्तविकता में नहीं बदल पाते।

Blue Ocean Games का यह फंड:

  • नए डेवलपर्स को आर्थिक स्वतंत्रता देगा।
  • शुरुआती चरण में मिलने वाला मार्गदर्शन डेवलपर्स के प्रोडक्ट डेवलपमेंट को मजबूत करेगा।
  • भारतीय गेम डेवलपर्स को ग्लोबल लेवल पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर देगा।
  • गेमिंग इकोसिस्टम में इनोवेशन को बढ़ावा देगा।

🔮 भविष्य की संभावनाएं

गेमिंग इंडस्ट्री में AI, VR/AR और क्लाउड-आधारित गेमिंग जैसे सेगमेंट तेजी से उभर रहे हैं। ऐसे में Blue Ocean Games जैसे प्लेटफॉर्म्स का इंडी डेवलपर्स को समर्थन देना भारतीय गेमिंग उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।

यह न केवल नए विचारों को पंख देगा, बल्कि भारत को वैश्विक गेमिंग हब के रूप में उभारने में भी मदद करेगा।


📢 निष्कर्ष

Blue Ocean Games का यह $30 मिलियन फंड भारतीय और वैश्विक गेम डेवलपर्स के लिए एक बड़ी उम्मीद लेकर आया है। इससे नए डेवलपर्स को वित्तीय सहायता, मेंटरशिप और अपना खुद का गेमिंग ब्रांड बनाने का अवसर मिलेगा।

अब देखना दिलचस्प होगा कि इस फंडिंग से कौन-कौन से नए और अनोखे गेम्स मार्केट में आते हैं, जो दुनिया भर के गेमर्स को लुभा पाएंगे।


क्या आप भी गेम डेवलपमेंट में रुचि रखते हैं? या कोई आइडिया है जिसे आप साकार करना चाहते हैं? यह मौका हो सकता है आपके सपनों को उड़ान देने का! 🎮✨

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🐟 Captain Fresh को मिला ₹30 करोड़ का डेट फंडिंग

Captain Fresh

B2B सीफ़ूड मार्केटप्लेस Captain Fresh ने अपने आगामी IPO से पहले Trifecta Ventures से ₹30 करोड़ की डेट फंडिंग हासिल की है। यह फंडिंग कंपनी के विकास और विस्तार योजनाओं को गति देगी, खासकर तब जब वह अपने प्री-IPO राउंड के अंतिम चरण में है।

कंपनी ने 3,000 Series B5 गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर्स (NCDs) जारी करने का निर्णय लिया है, जिसे Trifecta Ventures Debt Fund खरीदेगा। यह जानकारी कंपनी द्वारा रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) में दाखिल किए गए दस्तावेज़ों से सामने आई है।


🌐 Captain Fresh क्या करता है?

Captain Fresh एक आधुनिक फार्म-टू-रिटेल प्लेटफॉर्म है, जो मुख्य रूप से फिश, सीफ़ूड और शिप (भेड़) जैसे एनिमल प्रोटीन के क्षेत्र में काम करता है। कंपनी सीधे किसानों और एजेंट्स से प्रोडक्ट्स खरीदती है और इन्हें B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस), B2R (बिजनेस-टू-रिटेल) और B2B2C (बिजनेस-टू-बिजनेस-टू-कस्टमर) मॉडल के ज़रिए वितरित करती है।

इसका लक्ष्य पारंपरिक सप्लाई चेन को डिजिटलीकृत करना और ताजे प्रोटीन स्रोतों को तेज़ी से अंतिम उपभोक्ताओं तक पहुंचाना है।


💰 फाइनेंस में ग्रोथ और घाटे में कमी

Captain Fresh ने FY24 में ₹1,395 करोड़ का सकल राजस्व (GMV) दर्ज किया, जो पिछले साल FY23 के ₹817 करोड़ की तुलना में 71% की वृद्धि दर्शाता है। यह कंपनी के तेजी से बढ़ते मार्केट कैप्चर और ऑपरेशनल क्षमता का संकेत है।

हालांकि कंपनी अभी भी घाटे में है, लेकिन FY24 में इसका नेट लॉस ₹229 करोड़ रहा, जो कि FY23 की तुलना में 22% कम है। यह दर्शाता है कि कंपनी लागत नियंत्रण और लाभप्रदता की दिशा में प्रगति कर रही है।


🏦 Trifecta Ventures से डेट फंडिंग क्यों?

Trifecta Ventures एक प्रमुख वेंचर डेट फर्म है जो स्टार्टअप्स को इक्विटी डायल्यूशन के बिना पूंजी प्रदान करती है। Captain Fresh के लिए यह डेट फंडिंग इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि:

  • यह प्री-IPO तैयारी के लिए वित्तीय स्थिरता प्रदान करता है।
  • कंपनी को अपने संचालन का विस्तार करने, तकनीक में निवेश करने और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत करने में मदद करेगा।
  • डेट फंडिंग से कंपनी की वैल्यूएशन पर कोई असर नहीं होता, जो IPO से पहले एक रणनीतिक कदम है।

💹 IPO की तैयारी जोरों पर: ₹2,900-3,300 करोड़ का लक्ष्य

Captain Fresh इस साल के अंत तक IPO फाइल करने की योजना बना रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने Axis Capital और Bank of America (BofA) को अपने IPO के लिए लीड बैंकर नियुक्त किया है।

प्रस्तावित IPO का आकार $350–400 मिलियन (₹2,900–3,300 करोड़) के बीच होने की उम्मीद है। यह भारत के सीफ़ूड और प्रोटीन वितरण सेगमेंट में पहला बड़ा सार्वजनिक निर्गम हो सकता है, जो निवेशकों के लिए भी एक नया अवसर है।


🧠 रणनीति: टेक्नोलॉजी + एग्रीगेशन + रिटेल

Captain Fresh की सफलता की चाबी उसकी टेक-ड्रिवन एप्रोच में छिपी है। कंपनी सप्लाई चेन को स्मार्ट डेटा, ट्रैकिंग, और गुणवत्ता नियंत्रण के साथ जोड़कर एक सस्टेनेबल B2B मॉडल चला रही है।

इसके साथ-साथ, कंपनी अपने नेटवर्क को रिटेल और होलसेल तक फैला रही है, जिससे उसे विविध ग्राहक आधार से डील करने और रेवेन्यू चैनल्स को डायवर्सिफाई करने में मदद मिलती है।


🧾 फंडिंग हिस्ट्री: लगातार निवेशकों की रुचि

Captain Fresh पहले भी कई निवेशकों से फंडिंग जुटा चुका है। कुछ प्रमुख राउंड्स:

  • 2022 में Series C राउंड में $50 मिलियन (Sequoia Capital India, Accel, Tiger Global सहित निवेशकों से)
  • 2023 में Series D राउंड में $20 मिलियन की पूंजी जुटाई गई थी।

अब तक Captain Fresh ने लगभग $100 मिलियन से अधिक की इक्विटी फंडिंग जुटाई है और अब डेट फंडिंग के ज़रिए पूंजीगत ज़रूरतों को पूरा कर रहा है।


🔍 निष्कर्ष: IPO से पहले Captain Fresh की मज़बूत तैयारी

Captain Fresh की ओर से ₹30 करोड़ की ताज़ा डेट फंडिंग यह दर्शाती है कि कंपनी IPO से पहले वित्तीय रूप से मज़बूत और स्ट्रक्चरली तैयार होना चाहती है।

इसका मजबूत GMV ग्रोथ, घाटे में कमी और तकनीक-आधारित बिजनेस मॉडल इसे एक मजबूत दावेदार बनाते हैं आने वाले IPO बाजार में।

अब सबकी नजर इस बात पर होगी कि कंपनी अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) कब दाखिल करती है और निवेशक इसके प्रस्ताव को किस रूप में अपनाते हैं।

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👥 Mamaearth की पैरेंट कंपनी Honasa Consumer में टॉप लेवल बदलाव

Mamaearth

Mamaearth ब्रांड की पैरेंट कंपनी Honasa Consumer Limited ने अपने दो सीनियर एग्जीक्यूटिव्स को टॉप लीडरशिप पोजिशन पर प्रमोट किया है। ये बदलाव 24 अप्रैल से प्रभावी होंगे।

जहां Karan Bajwa को कंपनी का Chief Human Resources Officer (CHRO) नियुक्त किया गया है, वहीं Avinash Dhagat को Chief Supply Chain Officer (CSCO) की जिम्मेदारी दी गई है।

इस प्रमोशन के साथ ही Bajwa और Dhagat अब कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट पर्सनल की लिस्ट में शामिल हो गए हैं।


📌 Mamaearth कौन हैं Karan Bajwa और Avinash Dhagat?

🤝 Karan Bajwa: HR का नेतृत्व संभालेंगे

Karan Bajwa ने अप्रैल 2021 में Honasa Consumer में Senior Vice President – HR के तौर पर जॉइन किया था। Bajwa को Airtel और Reckitt जैसी जानी-मानी कंपनियों में कार्य करने का लंबा अनुभव है। उनके लीडरशिप स्किल्स और रणनीतिक दृष्टिकोण को देखते हुए अब उन्हें कंपनी के मानव संसाधन विभाग का नेतृत्व सौंपा गया है।

🚚 Avinash Dhagat: सप्लाई चेन के नए चीफ

Avinash Dhagat भी अप्रैल 2021 से Honasa का हिस्सा हैं। इससे पहले वह L’Oréal, Supermax, और Ashok Leyland जैसी कंपनियों में अहम पदों पर काम कर चुके हैं। सप्लाई चेन मैनेजमेंट में उनका गहन अनुभव अब Mamaearth को लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला में और अधिक मजबूत बनाएगा।


🔄 CMO पद से अनूजा मिश्रा का इस्तीफा, CEO ने संभाली अतिरिक्त जिम्मेदारी

इन प्रमोशन्स की घोषणा ऐसे समय में आई है जब Honasa Consumer की CMO (Chief Marketing Officer) Anuja Mishra ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया है। कंपनी द्वारा इस महीने की शुरुआत में फाइल किए गए एक सर्कुलर के मुताबिक, Varun Alagh, जो कि कंपनी के CEO और Whole-Time Director हैं, अस्थायी रूप से CMO की जिम्मेदारी भी संभालेंगे।

यह बदलाव दिखाता है कि कंपनी अंदरूनी तौर पर लीडरशिप टीम को सुदृढ़ करने पर ध्यान दे रही है ताकि आने वाले समय में ब्रांड को और मजबूती मिल सके।


💹 वित्तीय प्रदर्शन: Q3 FY25 में ₹26 करोड़ का मुनाफा

Honasa Consumer ने FY25 की तीसरी तिमाही (Q3) में मुनाफे में वापसी की है। कंपनी ने इस तिमाही में ₹26 करोड़ का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया है।

इसके अलावा, कंपनी की रेवेन्यू में 5.9% की साल-दर-साल वृद्धि हुई है। Q3 FY24 में जहां कंपनी की आमदनी ₹488 करोड़ थी, वहीं Q3 FY25 में यह बढ़कर ₹517 करोड़ तक पहुंच गई है।

इस मुनाफे से यह संकेत मिलता है कि Mamaearth अपने ब्रांड वैल्यू और ग्राहकों की पसंद के चलते धीरे-धीरे स्थिरता की ओर बढ़ रही है।


📈 शेयर बाजार में प्रदर्शन और मार्केट कैपिटलाइजेशन

23 अप्रैल, दोपहर 1:30 बजे तक, Honasa Consumer का शेयर ₹238 पर ट्रेड कर रहा था। कंपनी की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹7,758 करोड़ तक पहुंच गई है, जो लगभग $900 मिलियन के बराबर है।

यह प्रदर्शन निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है और यह भी बताता है कि ब्रांड में दीर्घकालिक वृद्धि की संभावना बनी हुई है।


🧴 Honasa का ब्रांड पोर्टफोलियो और भविष्य की रणनीति

Honasa Consumer सिर्फ Mamaearth तक सीमित नहीं है। इसके पोर्टफोलियो में The Derma Co., Aqualogica, BBlunt, Ayuga, और Dr. Sheth’s जैसे ब्रांड्स भी शामिल हैं। कंपनी अब स्किनकेयर, हेयरकेयर और न्यूट्रिशन जैसे सेगमेंट्स में भी विस्तार कर रही है।

इन प्रमोशन्स के साथ, कंपनी का फोकस आंतरिक टीम को सशक्त करने और ग्रोथ रणनीति को नई दिशा देने पर है।


📢 निष्कर्ष: अनुभव और नेतृत्व का मेल, Honasa की ग्रोथ में दिखेगा असर

Karan Bajwa और Avinash Dhagat जैसे अनुभवी प्रोफेशनल्स की टॉप लीडरशिप में पदोन्नति यह दर्शाता है कि Honasa Consumer अपने लीडरशिप स्ट्रक्चर को भविष्य के लिए तैयार कर रही है।

साथ ही CMO के इस्तीफे के बाद CEO का अस्थायी रूप से पद संभालना यह दिखाता है कि कंपनी तेजी से निर्णय लेने और स्थायित्व बनाए रखने में यकीन रखती है।

आने वाले महीनों में निवेशकों और इंडस्ट्री की नजर इस बात पर रहेगी कि यह नई लीडरशिप कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस, ब्रांड एक्सपेंशन और यूज़र ट्रस्ट में कैसे योगदान देती है।

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⚡ IPO की रफ्तार पर Ather Energy 28 अप्रैल से खुलेगा सब्सक्रिप्शन,

Ather Energy

भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता कंपनी Ather Energy ने अपने इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की तारीखों की घोषणा कर दी है। यह IPO 28 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक खुला रहेगा। यह सार्वजनिक पेशकश ना केवल निवेशकों और प्रमोटरों के लिए बल्कि कंपनी के कर्मचारियों के ESOP होल्डिंग्स के लिए भी लाभदायक साबित हो सकती है।


💼 Ather Energy कुल इश्यू साइज ₹2,980.7 करोड़, जिसमें शामिल है नया इश्यू और OFS

Ather Energy का यह प्रस्तावित IPO कुल मिलाकर ₹2,980.7 करोड़ का है। इसमें:

  • ₹2,626 करोड़ का नया इश्यू (Fresh Issue) और
  • ₹354.76 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है।

OFS के तहत निवेशकों और प्रमोटरों द्वारा हिस्सेदारी बेची जाएगी, जबकि नए इश्यू से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी की ग्रोथ, विस्तार और रिसर्च गतिविधियों में किया जाएगा।


📊 ESOP धारकों को भी मिलेगा मौका, लेकिन थोड़ा इंतज़ार ज़रूरी

Ather के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के अनुसार, कंपनी के पास वर्तमान में 1.62 करोड़ ESOPs का पूल है। यदि IPO का प्राइस बैंड का ऊपरी स्तर ₹321 माना जाए, तो इन ESOPs की कुल वैल्यू लगभग ₹530 करोड़ (लगभग $62 मिलियन) बनती है।

हालांकि, कंपनी के कर्मचारियों को अपनी होल्डिंग्स को बेचने के लिए कुछ महीनों से लेकर एक साल तक इंतज़ार करना पड़ सकता है, क्योंकि ESOPs पर कुछ शर्तें और लॉक-इन पीरियड लागू होते हैं।

गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2025 की शुरुआत से लेकर RHP फाइलिंग तक, Ather ने लगभग 46 लाख नए ESOPs जारी किए हैं।


📈 शेयरों की कीमत ₹304-₹321 प्रति शेयर, न्यूनतम निवेश ₹13,984

Ather Energy के IPO के लिए कंपनी ने प्राइस बैंड ₹304 से ₹321 प्रति शेयर निर्धारित किया है। निवेशक कम-से-कम एक लॉट में 46 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिससे न्यूनतम निवेश राशि ₹13,984 बनती है।

यह बुक-बिल्ट इश्यू है, जिसमें:

  • 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए,
  • 15% नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए और
  • 10% रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है।

🤑 Tiger Global और Caladium Investment करेंगे OFS में हिस्सा

OFS के हिस्से में प्रमुख निवेशक Tiger Global और Caladium Investment अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे।

  • Tiger Global अपने 4,00,000 इक्विटी शेयर बेचेगा, जिन्हें उसने ₹38.58 प्रति शेयर की औसत कीमत पर खरीदा था। इस बिक्री से उसे 8.3 गुना रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
  • वहीं, Caladium Investment को लगभग 57% का रिटर्न मिलने की संभावना है।

📉 FY25 की शुरुआत में घाटा, लेकिन रेवेन्यू में ग्रोथ बरकरार

Ather Energy की वित्तीय स्थिति भी इस IPO के केंद्र में है। कंपनी ने FY25 के पहले 9 महीनों में:

  • 1,08,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जिससे
  • ₹1,578.9 करोड़ का राजस्व हासिल हुआ।

हालांकि, इसी अवधि में कंपनी को ₹579.6 करोड़ का घाटा भी हुआ।

वहीं, पूरे FY24 (मार्च 2024 तक) में कंपनी ने:

  • ₹1,753 करोड़ का रेवेन्यू कमाया और
  • ₹1,062 करोड़ का नेट लॉस रिपोर्ट किया।

यह आंकड़े बताते हैं कि Ather अभी भी प्रॉफिटेबिलिटी की ओर बढ़ रही है, लेकिन उसके सेल्स वॉल्यूम और बाजार हिस्सेदारी में निरंतर वृद्धि देखने को मिल रही है।


🔍 कौन हैं Ather के प्रमुख निवेशक?

Ather Energy में कई प्रमुख निवेशकों की भागीदारी है:

  • Hero MotoCorp – 38.19%
  • Caladium Investment (GIC) – 15.43%
  • National Investment and Infrastructure Fund (NIIF) – 14.22%
  • Tiger Global – 6.56%
  • संस्थापक Tarun Mehta और Swapnil Jain – प्रत्येक के पास 6.81% हिस्सेदारी

इस सूची से साफ है कि Ather को निवेशकों का भरपूर समर्थन प्राप्त है, जो इसके दीर्घकालिक ग्रोथ में भरोसा जताते हैं।


📌 निष्कर्ष: Ather का IPO—निवेशकों, कर्मचारियों और मार्केट के लिए बड़ा मौका

Ather Energy का IPO न केवल निवेशकों को अच्छा रिटर्न देने का वादा करता है, बल्कि कंपनी के कर्मचारियों के लिए भी यह एक वेल्थ क्रिएशन का अवसर है। ESOP धारकों के लिए यह लिस्टिंग आगे चलकर वित्तीय स्वतंत्रता की ओर बड़ा कदम हो सकता है।

हालांकि कंपनी अभी घाटे में है, लेकिन इसके सेगमेंट लीडरशिप, टेक्नोलॉजी इनोवेशन और मजबूत ब्रांड वैल्यू** को देखते हुए यह IPO बाजार में काफी दिलचस्पी पैदा कर रहा है।

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🚚 XpressBees ने FY24 में EBITDA किया पॉजिटिव,

XpressBees

भारत की प्रमुख ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन कंपनी Xpressbees ने वित्त वर्ष 2023–24 (FY24) में धीमी लेकिन स्थिर प्रगति दर्ज की है। जहां कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ दो अंकों तक सीमित रही, वहीं खास बात यह रही कि इस दौरान कंपनी EBITDA पॉजिटिव हो गई — जो किसी भी लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।


💸 Xpressbees कमाई में 12% की बढ़त

Xpressbees का ऑपरेटिंग रेवेन्यू FY23 में ₹2,531 करोड़ था, जो बढ़कर FY24 में ₹2,831 करोड़ तक पहुंच गया। यानी कंपनी ने 12% की सालाना बढ़त दर्ज की।

हालांकि यह ग्रोथ तेज़ नहीं थी, लेकिन भारत के चुनौतीपूर्ण लॉजिस्टिक्स माहौल और बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए इसे एक स्थिर और स्वस्थ ग्रोथ माना जा रहा है।


🏪 कंपनी की सेवाएं: B2B से लेकर वेयरहाउसिंग तक

XpressBees ई-कॉमर्स कंपनियों को कई प्रकार की लॉजिस्टिक्स सेवाएं देती है, जिनमें शामिल हैं:

  • 🚚 B2B और B2C एक्सप्रेस डिलीवरी सर्विस
  • 🌐 क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स
  • 🏬 वेयरहाउसिंग और स्टोरेज समाधान

इसके प्रमुख ग्राहकों में Snapdeal, Myntra, Meesho, Netmeds, BigBasket और कई अन्य ई-कॉमर्स कंपनियां शामिल हैं।


📦 वेयरहाउसिंग से हुआ ज़बरदस्त उछाल

XpressBees की आय का सबसे बड़ा हिस्सा लॉजिस्टिक्स सेवाओं से आता है, जो कि FY24 की कुल आय का 97% रहा।

लेकिन खास बात यह रही कि कंपनी के छोटे लेकिन उभरते वेयरहाउसिंग बिजनेस में ज़बरदस्त ग्रोथ देखी गई:

  • FY23 में: ₹0.77 करोड़
  • FY24 में: ₹48 करोड़
    👉 यानी 60 गुना की बढ़त!

यह दर्शाता है कि कंपनी अब सिर्फ कूरियर तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि नॉन-कूरियर बिजनेस जैसे वेयरहाउसिंग और सपोर्ट सेवाओं की तरफ भी गंभीरता से ध्यान दे रही है।


💼 सपोर्ट सर्विस और अन्य आमदनी

वेयरहाउसिंग के अलावा कंपनी ने सपोर्ट सर्विसेस से ₹31 करोड़ की आय की, जो कि एक साल पहले की तुलना में उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है।

साथ ही, XpressBees ने ₹109 करोड़ की अतिरिक्त आय नॉन-ऑपरेटिंग स्रोतों से भी अर्जित की — जिससे कंपनी की कुल इनकम बढ़कर ₹2,940 करोड़ तक पहुंच गई।


📉 खर्चे भी बढ़े, लेकिन नियंत्रण में

ग्रोथ के साथ कंपनी के खर्चों में भी इजाफा हुआ, लेकिन इन्हें अपेक्षाकृत नियंत्रित तरीके से मैनेज किया गया:

खर्च का प्रकारFY24 में खर्च
🚚 कूरियर चार्जेस₹1,816 करोड़ (12% वृद्धि)
🚛 लाइनहॉल चार्जेस₹494 करोड़ (6% वृद्धि)
👨‍💼 एम्प्लॉयी बेनिफिट्स₹355 करोड़ (10% वृद्धि)
🏚️ डिप्रिसिएशन₹159 करोड़ (49% वृद्धि)
🔧 अन्य ऑपरेशनल खर्च₹319 करोड़

कुल मिलाकर, कूरियर चार्जेस XpressBees का सबसे बड़ा खर्च बना रहा। डिप्रिसिएशन खर्चों में तेज़ उछाल से पता चलता है कि कंपनी ने इंफ्रास्ट्रक्चर और एसेट्स में निवेश बढ़ाया है।


📈 EBITDA पॉजिटिव: मुनाफे की ओर बढ़ता कदम

सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि कंपनी ने इस वित्तीय वर्ष में EBITDA पॉजिटिव हासिल कर लिया — यानी कंपनी के संचालन से जुड़े मुनाफे में सकारात्मक बदलाव आया है।

यह एक मजबूत संकेत है कि XpressBees अपने व्यवसाय मॉडल को स्थिरता की ओर ले जा रही है, और निकट भविष्य में नेट प्रॉफिटेबिलिटी की ओर भी बढ़ सकती है।


🔍 रणनीतिक झुकाव: नॉन-कूरियर सेगमेंट पर फोकस

XpressBees के FY24 प्रदर्शन से साफ़ झलकता है कि कंपनी अब केवल पारंपरिक डिलीवरी मॉडल पर निर्भर नहीं रहना चाहती। वेयरहाउसिंग और सपोर्ट सेवाओं में तेजी से बढ़ोतरी इस बात की पुष्टि करती है।

यह रणनीति आने वाले वर्षों में कंपनी को डायवर्सिफिकेशन और स्टेबल रेवेन्यू के रास्ते पर ले जा सकती है।


📌 निष्कर्ष: धीमी पर स्थिर प्रगति

XpressBees ने FY24 में भले ही हाई ग्रोथ नहीं दिखाई, लेकिन इसके बिजनेस मॉडल की परिपक्वता, खर्चों का प्रबंधन और नॉन-कूरियर बिजनेस की ओर बढ़ता फोकस इसे लॉन्ग टर्म में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।

कंपनी की EBITDA पॉजिटिव स्थिति और रणनीतिक दिशा बताती है कि XpressBees अब केवल एक “ई-कॉमर्स डिलीवरी फर्म” नहीं, बल्कि एक सम्पूर्ण लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन सॉल्यूशन प्रोवाइडर बनने की राह पर है।

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⚡Ather Energy का IPO आया मैदान में ₹2980 करोड़ की पेशकश,

Ather Energy

भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट लगातार रफ्तार पकड़ रहा है और अब इस रेस में अग्रणी कंपनी Ather Energy ने एक नया मोड़ ले लिया है। कंपनी अपना Initial Public Offering (IPO) लॉन्च करने जा रही है, जो निवेशकों के बीच बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है।

Ather Energy ने अपने IPO के लिए ₹304 से ₹321 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। यह इश्यू 28 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक निवेश के लिए खुला रहेगा।


📦 Ather इश्यू डिटेल्स: क्या है खास?

Red Herring Prospectus (RHP) के अनुसार, Ather Energy का कुल इश्यू साइज ₹2,980.7 करोड़ का है, जिसमें दो हिस्से शामिल हैं:

  • 👉 Fresh Issue: ₹2,626 करोड़
  • 👉 Offer for Sale (OFS): ₹354.76 करोड़

इस इश्यू का उद्देश्य कंपनी के ग्रोथ प्लान्स को फंड करना और कुछ निवेशकों को आंशिक रूप से एग्ज़िट देना है।


🧮 कितने शेयर? कितनी लागत?

IPO में निवेश करने के लिए निवेशकों को कम से कम 1 लॉट के लिए अप्लाई करना होगा, जिसमें 46 शेयर होंगे। इसका मतलब है कि न्यूनतम निवेश राशि ₹13,984 होगी।

इस इश्यू को बुक-बिल्डिंग प्रोसेस के तहत लाया जा रहा है, जिसमें:

  • 🏦 75% हिस्सा QIBs (Qualified Institutional Buyers) के लिए आरक्षित है।
  • 💼 15% NIIs (Non-Institutional Investors) के लिए रखा गया है।
  • 🛒 10% रिटेल निवेशकों के लिए खुला रहेगा।

🐯 बड़े निवेशकों की कमाई की तैयारी

इस IPO के ज़रिए कई बड़े निवेशक अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचने जा रहे हैं:

🔹 Tiger Global:

  • बेच रहा है: 4,00,000 शेयर
  • खरीदे थे: ₹38.58 प्रति शेयर की दर से
  • संभावित रिटर्न: 8.3 गुना यानी 730%+

🔹 Caladium Investment:

  • संभावित रिटर्न: 57%

🔹 NIIF (National Investment and Infrastructure Fund II):

  • संभावित रिटर्न: 74%

इससे यह साफ़ होता है कि Ather Energy में पहले निवेश करने वाले निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल रहा है।


📊 शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर: कौन है सबसे बड़ा खिलाड़ी?

RHP के मुताबिक, Ather Energy में Hero MotoCorp सबसे बड़ा शेयरधारक है, जिसकी हिस्सेदारी 38.19% है। अन्य प्रमुख शेयरधारक इस प्रकार हैं:

निवेशकहिस्सेदारी (%)
Hero MotoCorp38.19%
Caladium Investment (GIC)15.43%
NIIF14.22%
Tiger Global6.56%
Tarun Mehta (Co-founder)6.81%
Swapnil Jain (Co-founder)6.81%

इससे कंपनी की मजबूती और उसके पीछे की ताकतवर निवेशक प्रोफाइल का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।


🏷️ वैल्यूएशन और ग्रोथ

Startup विश्लेषक Entrackr के अनुसार, Ather Energy ने अपने IPO में $1.44 बिलियन (लगभग ₹12,000 करोड़) की वैल्यू पर खुद को आंका है।

यह वैल्यूएशन भारत के EV स्पेस में Ather की स्थिति को मजबूत और भरोसेमंद साबित करती है। कंपनी की ब्रांड इमेज, टेक्नोलॉजी में लीडरशिप और सरकार की इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लेकर सकारात्मक नीतियाँ इसके फेवर में जाती हैं।


📈 फाइनेंशियल परफॉर्मेंस: क्या कहती हैं रिपोर्ट्स?

Ather Energy का वित्तीय प्रदर्शन निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत देता है। FY25 की पहली नौ महीनों में (अप्रैल–दिसंबर 2024) कंपनी ने:

  • 🚲 कुल बिक्री: 1,08,000 व्हीकल्स
  • 💰 राजस्व: ₹1,578.9 करोड़
  • 📉 घाटा: ₹579.6 करोड़

वहीं पूरे वित्त वर्ष 2023–24 के लिए:

  • 💵 कुल रेवेन्यू: ₹1,753 करोड़
  • ❌ कुल घाटा: ₹1,062 करोड़

इससे यह स्पष्ट है कि कंपनी राजस्व के मोर्चे पर तेज़ी से बढ़ रही है, लेकिन अभी भी घाटे से जूझ रही है। हालांकि, यह EV इंडस्ट्री के लिए शुरुआती दौर की सामान्य स्थिति है।


🔍 क्यों निवेश करें Ather Energy में?

Ather Energy के IPO में निवेश के कई कारण हो सकते हैं:

  1. 🔋 तेज़ी से बढ़ता EV मार्केट – भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
  2. 🔧 तकनीकी नवाचार में अग्रणी – Ather के प्रोडक्ट्स जैसे Ather 450X ने बाजार में अच्छी पहचान बनाई है।
  3. 🤝 मजबूत निवेशक आधार – Hero MotoCorp जैसे ब्रांड की हिस्सेदारी इसकी मजबूती को दर्शाती है।
  4. 📈 राजस्व में ग्रोथ – लगातार बढ़ती बिक्री और रेवेन्यू ग्राफ इसे निवेश के लिए आकर्षक बनाता है।
  5. 🇮🇳 सरकार का EV को समर्थन – FAME II जैसी सरकारी योजनाएं Ather जैसी कंपनियों को फायदा पहुंचा रही हैं।

📅 महत्वपूर्ण तिथियां

विवरणजानकारी
📆 IPO ओपन28 अप्रैल 2025
⏳ IPO क्लोज30 अप्रैल 2025
💵 प्राइस बैंड₹304 – ₹321 प्रति शेयर
📦 लॉट साइज46 शेयर
💰 मिनिमम निवेश₹13,984

📝 निष्कर्ष: क्या है अंतिम राय?

Ather Energy का IPO उन निवेशकों के लिए एक दिलचस्प मौका है, जो भारत के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी फ्यूचर पर भरोसा रखते हैं।

हालांकि कंपनी घाटे में है, लेकिन इसका मजबूत ब्रांड, टेक्नोलॉजिकल लीडरशिप, और EV सेगमेंट में बढ़ती पकड़ इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है।

अगर आप लंबी अवधि का नजरिया रखते हैं और भारत के ग्रीन मोबिलिटी मिशन में भागीदार बनना चाहते हैं, तो Ather Energy का IPO आपके पोर्टफोलियो में ऊर्जा भर सकता है।

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