Hatsun Agro Product Limited ने Milk Mantra का acquire, ₹233 करोड़ में 100% हिस्सेदारी खरीदी

Milk Mantra

भारत की अग्रणी डेयरी उत्पाद निर्माता कंपनी Hatsun Agro Product Limited (HAP) ने ओडिशा स्थित डेयरी ब्रांड Milk Mantra की पूरी 100% हिस्सेदारी ₹233 करोड़ (लगभग $27.5 मिलियन) में खरीदने की घोषणा की है।

इस अधिग्रहण का उद्देश्य पूर्वी भारत, विशेष रूप से ओडिशा के डेयरी बाजार में HAP की स्थिति को और मजबूत करना है। मिल्क मंत्रा का प्रमुख ब्रांड, ‘मिल्की मू’, क्षेत्र में पहले से ही एक मजबूत पहचान बना चुका है। कंपनी ने यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी।


Milk Mantra अधिग्रहण प्रक्रिया और योजना

  • यह अधिग्रहण शेयर परचेज एग्रीमेंट्स (SPAs) और अन्य ट्रांजेक्शन डॉक्युमेंट्स के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
  • Milk Mantra के मौजूदा प्रमोटर्स और शेयरधारकों के साथ समझौतों के बाद, मिल्क मंत्रा पूरी तरह से HAP की सहायक कंपनी बन जाएगी।

मिल्क मंत्रा: परिचय और प्रगति

2009 में स्थापित, मिल्क मंत्रा ओडिशा में एक प्रमुख डेयरी ब्रांड है। कंपनी कई प्रकार के डेयरी उत्पाद प्रदान करती है, जिनमें शामिल हैं:

  1. दूध
  2. दही
  3. पनीर
  4. मट्ठा
  5. कैटल फीड

मिल्क मंत्रा ने अब तक $35 मिलियन (लगभग ₹290 करोड़) का फंड जुटाया है। इसके प्रमुख निवेशकों में शामिल हैं:

  • आविष्कार वेंचर कैपिटल
  • फिडेलिटी ग्रोथ पार्टनर्स
  • नीव फंड
  • एट रोड्स वेंचर्स
  • यूएस-आधारित डीएफसी

मिल्क मंत्रा की वित्तीय स्थिति

  • FY24 में कंपनी ने ₹276.42 करोड़ का ऑपरेटिंग रेवेन्यू दर्ज किया।
  • कंपनी ने ₹9.78 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया।
  • हालांकि, मिल्क मंत्रा का राजस्व पिछले तीन वित्तीय वर्षों में लगभग स्थिर रहा है।

यह अधिग्रहण एक स्लंप सेल प्रतीत होता है, क्योंकि अधिग्रहण की लागत ₹233 करोड़ है, जो इसके वार्षिक राजस्व के लगभग बराबर है।


HAP का अधिग्रहण का उद्देश्य

हैटसन एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड, जो अपने डेयरी ब्रांड्स जैसे अरुण आइसक्रीम, आईडू मिल्क, और हैटसन दही के लिए प्रसिद्ध है, ने मिल्क मंत्रा को अधिग्रहण करने के पीछे कई रणनीतिक कारण बताए हैं:

  1. पूर्वी भारत में विस्तार
    • मिल्क मंत्रा के माध्यम से HAP ओडिशा और पूर्वी भारत में अपनी पकड़ मजबूत करेगा।
  2. स्थानीय ब्रांड की लोकप्रियता का लाभ उठाना
    • ‘मिल्की मू’ ब्रांड की बाजार में पहले से ही एक मजबूत पहचान है।
  3. उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार
    • मिल्क मंत्रा के उत्पाद HAP के पोर्टफोलियो को और विविध बनाएंगे।
  4. सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार
    • मिल्क मंत्रा के मौजूदा नेटवर्क का उपयोग करके HAP अपनी वितरण क्षमता बढ़ा सकता है।

भारतीय डेयरी उद्योग में विकास की संभावना

  • भारत दुनिया का सबसे बड़ा डेयरी उत्पादक देश है।
  • मार्केट रिसर्च के अनुसार, भारतीय डेयरी उद्योग का मूल्यांकन 2021 में ₹11.35 लाख करोड़ था, जो 2027 तक ₹21.97 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।
  • HAP जैसे अग्रणी ब्रांड इस बढ़ते बाजार का लाभ उठाने और अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए अधिग्रहण कर रहे हैं।

निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों की राय

उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि यह अधिग्रहण HAP के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

  • एक निवेशक ने कहा:”मिल्क मंत्रा की मजबूत क्षेत्रीय उपस्थिति और HAP की राष्ट्रीय विशेषज्ञता का संयोजन, कंपनी को इस प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में और आगे बढ़ाएगा।”

भविष्य की योजनाएं

अधिग्रहण के बाद HAP की प्राथमिकताएं होंगी:

  1. मिल्क मंत्रा के परिचालन में सुधार
    • प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल को अधिक कुशल बनाना।
  2. ग्राहकों तक बेहतर पहुंच
    • मिल्क मंत्रा के उत्पादों को HAP के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से पूरे भारत में उपलब्ध कराना।
  3. नए उत्पाद लॉन्च करना
    • ग्राहकों की बदलती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नए डेयरी उत्पाद विकसित करना।

निष्कर्ष

हैटसन एग्रो प्रोडक्ट लिमिटेड का मिल्क मंत्रा का अधिग्रहण न केवल HAP के विस्तार के लिए एक रणनीतिक कदम है, बल्कि यह भारतीय डेयरी बाजार में भी एक बड़ा बदलाव ला सकता है। ₹233 करोड़ की यह डील HAP को पूर्वी भारत में अपनी स्थिति मजबूत करने और ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पाद प्रदान करने में सक्षम बनाएगी।

यह अधिग्रहण डेयरी उद्योग के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे क्षेत्रीय और राष्ट्रीय ब्रांड मिलकर एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

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Chelvies Coffee

स्पेशलिटी कॉफी और डाइनिंग अनुभव प्रदान करने वाले ब्रांड Chelvies Coffee ने अपने प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में $1 मिलियन (लगभग ₹8.2 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग का नेतृत्व Endurance Capital ने किया है। साथ ही, कंपनी ने अतिरिक्त $500,000 (₹4.1 करोड़) का डेब्ट फाइनेंसिंग जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

कंपनी ने कहा कि यह फंडिंग 2026 तक भारत के प्रमुख महानगरों में 30 हाई-स्ट्रीट लोकेशन स्थापित करने, मौजूदा सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने, प्रोप्राइटरी फूड प्रोडक्शन सिस्टम विकसित करने और संचालन टीमों को मजबूत करने के लिए उपयोग की जाएगी।


Chelvies Coffee का परिचय

Chelvies Coffee की स्थापना 2023 में ध्रुव सिंह द्वारा की गई थी। यह ब्रांड स्पेशलिटी कॉफी और फ्रेश एवं हाई-क्वालिटी डाइनिंग विकल्पों का अनूठा संयोजन प्रदान करता है।

  • वर्तमान में कंपनी के दिल्ली-एनसीआर और अहमदाबाद में छह लोकेशन हैं।
  • Chelvies का लक्ष्य भारतीय कॉफी शॉप अनुभव को नया आयाम देना है, जो गुणवत्ता, नवाचार और बेहतरीन ग्राहक सेवा पर आधारित है।

मेनू और सुविधाएं

Chelvies Coffee का मेनू विशेष रूप से डिजाइन किया गया है, जिसमें शामिल हैं:

  1. 70 से अधिक स्पेशलिटी कॉफी ब्रू
    • हर कॉफी प्रेमी के लिए एक खास विकल्प।
  2. कस्टमाइज्ड डाइनिंग विकल्प
    • बर्गर, आर्टिसनल सैंडविच, पास्ता जैसे व्यंजन, जो इन-हाउस फैसिलिटी में तैयार किए जाते हैं।

कंपनी की प्रोप्राइटरी सप्लाई चेन सिस्टम और सेंट्रलाइज्ड डिस्पैच यूनिट्स इसे बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाली सेवा देने में सक्षम बनाते हैं।


भविष्य की योजनाएं

Chelvies Coffee ने 2026 तक भारत के प्रमुख महानगरों में 30 नई हाई-स्ट्रीट लोकेशन स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।

  • यह विस्तार कंपनी के सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करेगा।
  • कंपनी की योजना है कि हर लोकेशन पर ग्राहकों को न केवल स्वादिष्ट कॉफी मिले, बल्कि एक प्रीमियम डाइनिंग अनुभव भी प्रदान किया जाए।

भारतीय कैफे उद्योग का विकास

मार्केट रिसर्च के अनुसार:

  • भारत का कैफे उद्योग 15-20% की CAGR से बढ़ रहा है।
  • 2028 तक यह उद्योग $2.6-3.2 बिलियन (₹21,000-₹26,000 करोड़) तक पहुंचने की उम्मीद है।
  • बढ़ती मिलेनियल और जेन Z आबादी, शहरीकरण, और बदलते लाइफस्टाइल इस वृद्धि के प्रमुख कारण हैं।

Chelvies Coffee इस बढ़ते बाजार का लाभ उठाने और इसे नए मानकों पर ले जाने के लिए तैयार है।


ग्राहकों के लिए विशेष अनुभव

Chelvies का ध्यान केवल उत्पादों पर ही नहीं, बल्कि एक संपूर्ण अनुभव प्रदान करने पर है:

  1. प्रीमियम इंटरियर्स
    • हर लोकेशन को ऐसे डिजाइन किया गया है, जो ग्राहकों को एक आरामदायक और स्टाइलिश माहौल प्रदान करे।
  2. इनोवेटिव सर्विस मॉडल
    • तकनीक और ग्राहक सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया।
  3. पारदर्शिता और गुणवत्ता
    • हर कप कॉफी और हर डिश में ताजगी और उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है।

फंडिंग पर निवेशकों की राय

Endurance Capital ने Chelvies Coffee की दृष्टि और रणनीति की सराहना की है।

  • एक निवेशक ने कहा:”Chelvies Coffee भारतीय कैफे उद्योग में एक नया अध्याय लिखने की क्षमता रखता है। इसका ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और उच्च गुणवत्ता पर ध्यान इसे प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाता है।”

प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त

Chelvies Coffee को अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाता है:

  1. विस्तृत मेनू और गुणवत्ता
    • स्पेशलिटी कॉफी के साथ कस्टमाइज्ड डाइनिंग विकल्प।
  2. प्रीमियम लोकेशन
    • हाई-स्ट्रीट स्थानों पर स्टाइलिश कैफे।
  3. प्रोप्राइटरी सप्लाई चेन
    • कुशलता और लागत-कटौती सुनिश्चित करने के लिए उन्नत प्रणाली।
  4. ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण
    • हर पहलू में ग्राहक अनुभव को प्राथमिकता।

भविष्य की संभावनाएं

Chelvies Coffee ने फंडिंग के साथ खुद को एक मजबूत ब्रांड पोजीशनिंग में रखा है।

  • राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजना।
  • ई-कॉमर्स और डिलीवरी चैनल पर ध्यान।
  • नई तकनीकों और स्थिरता-केंद्रित दृष्टिकोण को अपनाना।

निष्कर्ष

Chelvies Coffee भारतीय कॉफी शॉप अनुभव को पुनर्परिभाषित करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। $1 मिलियन की फंडिंग और विस्तार योजनाओं के साथ, कंपनी का लक्ष्य है कि वह भारतीय ग्राहकों को न केवल प्रीमियम कॉफी और भोजन प्रदान करे, बल्कि एक ऐसा अनुभव दे जो अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरे।

Chelvies Coffee का सफर इस बात का उदाहरण है कि कैसे गुणवत्ता, नवाचार, और ग्राहक अनुभव पर ध्यान केंद्रित करके कोई ब्रांड एक मजबूत पहचान बना सकता है।

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Postudio

क्लाउड-बेस्ड पोस्ट-प्रोडक्शन सॉफ्टवेयर कंपनी Postudio ने अपने प्री-सीड फंडिंग राउंड में $1 मिलियन (लगभग ₹8.2 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Audacity Venture Capital ने किया।

कंपनी ने कहा कि इस फंड का उपयोग भारतीय एंटरप्राइज बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने, AI-आधारित उत्पाद सुविधाओं को विकसित करने, टीम के विस्तार, और 2025 के दूसरे भाग में अमेरिकी बाजार में लॉन्च के लिए किया जाएगा।


Postudio की स्थापना और उत्पाद

Postudio की स्थापना मीडिया उद्योग के दिग्गज धवल गुसैन और हरीश प्रभु ने की थी। यह कंपनी एक वेब-बेस्ड प्लेटफॉर्म प्रदान करती है, जो पोस्ट-प्रोडक्शन कार्यप्रणाली को बेहतर बनाती है।

  • इसके प्रमुख फीचर्स में शामिल हैं:
    • वर्चुअल एडिटिंग
    • रीयल-टाइम कोलैबोरेशन
    • AI-ड्रिवन कंटेंट लोकलाइजेशन

Postudio का उद्देश्य पोस्ट-प्रोडक्शन प्रक्रिया को अधिक प्रभावी, लागत-किफायती, और सुरक्षित बनाना है।


Postudio की अब तक की उपलब्धियां

  • कंपनी ने दो साल से भी कम समय में $1 मिलियन का एनुअल रिकरिंग रेवेन्यू (ARR) हासिल कर लिया है।
  • 2025 में कंपनी का लक्ष्य अपनी आय को दोगुना करने का है।
  • भारत में इसकी तकनीक को मीडिया एंटरप्राइजेज और स्वतंत्र प्रोडक्शन हाउसेस ने तेजी से अपनाया है।

ग्लोबल विस्तार की योजना

Postudio अब भारतीय बाजार से आगे बढ़कर वैश्विक स्तर पर विस्तार की योजना बना रहा है।

  1. अमेरिकी बाजार में प्रवेश:
    • 2025 की दूसरी छमाही में अमेरिकी बाजार में लॉन्च की योजना है।
  2. क्लाउड-आधारित समाधानों की पेशकश:
    • कंपनी ऐसे स्केलेबल और सुरक्षित समाधानों के साथ पोस्ट-प्रोडक्शन उद्योग को पुनर्परिभाषित करने की तैयारी कर रही है।
  3. कॉस्ट सेविंग और डेटा सुरक्षा पर फोकस:
    • क्लाउड-आधारित तकनीक से उत्पादन लागत को कम करने और डेटा सुरक्षा को बेहतर बनाने का वादा।

AI-आधारित उत्पाद विकास

Postudio अपने प्लेटफॉर्म में AI-आधारित नई सुविधाओं को जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है।

  • कंटेंट लोकलाइजेशन:
    • AI तकनीक का उपयोग करके विभिन्न भाषाओं और क्षेत्रों के लिए कंटेंट को अनुकूलित करना।
  • रीयल-टाइम एडिटिंग:
    • टीम के सदस्यों को एक साथ लाइव संपादन की सुविधा।
  • उत्पादन दक्षता में वृद्धि:
    • AI का उपयोग करके कार्यप्रवाह को स्वचालित और तेज़ बनाना।

बाजार की संभावना

पोस्ट-प्रोडक्शन उद्योग में क्लाउड-आधारित तकनीक की मांग तेजी से बढ़ रही है।

  • रिमोट कोलैबोरेशन की बढ़ती आवश्यकता ने ऐसे सॉफ़्टवेयर की मांग को और बढ़ावा दिया है।
  • डेटा सुरक्षा और किफायती समाधानों की प्राथमिकता के कारण कंपनियां इस दिशा में निवेश कर रही हैं।

Postudio का दृष्टिकोण

Postudio का लक्ष्य है:

  1. पोस्ट-प्रोडक्शन को अधिक समावेशी और कुशल बनाना।
  2. छोटे और बड़े प्रोडक्शन हाउसेस दोनों के लिए किफायती समाधान प्रदान करना।
  3. भारत और अन्य देशों में मीडिया उद्योग के लिए ट्रांसफॉर्मेशनल टूल्स विकसित करना।

फंडिंग पर निवेशकों की राय

Audacity Venture Capital ने Postudio के दृष्टिकोण और इसके तकनीकी नवाचारों की सराहना की।

  • निवेशकों का मानना है कि Postudio का मॉडल न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
  • एक निवेशक ने कहा:“Postudio ने न केवल एक उत्पाद विकसित किया है, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जो उद्योग के भविष्य को नई दिशा देगा।”

प्रतिस्पर्धात्मक लाभ

Postudio को प्रतियोगियों से अलग बनाता है:

  1. ऑल-इन-वन प्लेटफॉर्म:
    • वर्चुअल एडिटिंग से लेकर रीयल-टाइम कोलैबोरेशन तक, एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी सुविधाएं।
  2. डेटा सुरक्षा:
    • क्लाउड-आधारित तकनीक के माध्यम से उच्च स्तर की सुरक्षा।
  3. किफायती विकल्प:
    • छोटे और मध्यम स्तर के प्रोडक्शन हाउसेस के लिए सुलभ समाधान।

भविष्य की योजनाएं

Postudio आने वाले वर्षों में:

  1. अधिक क्षेत्रों में विस्तार करेगा।
  2. नई AI-आधारित उत्पाद श्रृंखला लॉन्च करेगा।
  3. ग्लोबल मीडिया कंपनियों के साथ साझेदारी करेगा।

निष्कर्ष

Postudio ने अपने क्लाउड-बेस्ड प्लेटफॉर्म और AI-आधारित नवाचारों से पोस्ट-प्रोडक्शन उद्योग में एक नई क्रांति की शुरुआत की है। $1 मिलियन की ताजा फंडिंग और 2025 में अमेरिकी बाजार में प्रवेश की योजना के साथ, कंपनी खुद को एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है।

Postudio का दृष्टिकोण न केवल उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का है, बल्कि इसे अधिक समावेशी और कुशल बनाने का भी है।

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Joyspoon

Joyspoon, एक इनोवेटिव माउथ फ्रेशनर ब्रांड, ने अपनी चल रही सीड फंडिंग राउंड में ₹56 लाख जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व दिशित नाथवाणी ने किया, जिसमें प्रतीक तोषनीवाल, अभिनव जैन, और अंकित जैन जैसे प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया। ये निवेशक CoinDCX, PharmEasy और अन्य शीर्ष कंपनियों के CFO हैं।


Joyspoon फंडिंग का उपयोग और कंपनी की योजनाएं

Joyspoon ने अपने बयान में कहा कि नई फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. उत्पादन क्षमता का विस्तार: अहमदाबाद में अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को अपग्रेड किया जाएगा।
  2. क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर विस्तार: ब्रांड की उपस्थिति Zepto, Swiggy Instamart, और BigBasket जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ाई जाएगी।
  3. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर मजबूती: Amazon और Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ब्रांड की पहुंच को और सशक्त किया जाएगा।

जॉयस्पून: एक आधुनिक ब्रांड की कहानी

2023 में वैशाली और यश मेहता द्वारा स्थापित, जॉयस्पून एक ऐसा ब्रांड है जो पारंपरिक भारतीय माउथ फ्रेशनर्स, या मुखवास, को आधुनिक रूप देता है।

  • ब्रांड लो-शुगर, सुपारी-फ्री, और ऑल-नेचुरल माउथ फ्रेशनर्स पेश करता है।
  • इसकी पैकेजिंग खासतौर पर गिफ्टिंग हैम्पर्स, शादी के फेवर्स और कॉर्पोरेट गिफ्टिंग के लिए डिज़ाइन की गई है।
  • जॉयस्पून का असॉर्टेड बॉक्स मात्र ₹145 से शुरू होता है।

स्वास्थ्य और स्वाद का संगम

जॉयस्पून का लक्ष्य पारंपरिक मुखवास को स्वास्थ्य और स्वाद के लिहाज से नई परिभाषा देना है।

  1. सुगंधित और स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद:
    • जॉयस्पून के माउथ फ्रेशनर्स कृत्रिम रंगों और फ्लेवर्स से मुक्त हैं।
    • ये उत्पाद पाचन और एसिडिटी जैसी चिंताओं को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।
  2. इनोवेशन का उदाहरण:
    • कंपनी ने भारत का पहला फंक्शनैलिटी-बेस्ड मुखवास लॉन्च किया है।
    • यह पारंपरिक मुखवास का एक आधुनिक और स्वास्थ्यप्रद विकल्प प्रस्तुत करता है।

भारतीय माउथ फ्रेशनर बाजार में उभरती संभावनाएं

मार्केट रिसर्च के अनुसार, भारतीय माउथ फ्रेशनर मार्केट:

  • 2021 में ₹10,000 करोड़ का था।
  • 2028 तक यह ₹27,491 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
  • यह उद्योग 16% CAGR की दर से बढ़ रहा है।

जॉयस्पून की रणनीति और भविष्य की योजनाएं

  1. ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण:
    • ब्रांड का उद्देश्य स्वास्थ्य-सचेत उपभोक्ताओं को बेहतर विकल्प प्रदान करना है।
    • जॉयस्पून का हर उत्पाद स्वाद और गुणवत्ता पर जोर देता है।
  2. स्मार्ट पैकेजिंग:
    • आकर्षक और प्रीमियम पैकेजिंग इसे गिफ्टिंग के लिए उपयुक्त बनाती है।
    • यह ब्रांड को प्रतियोगियों से अलग बनाता है।
  3. डिजिटल उपस्थिति का विस्तार:
    • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाना।

निवेशकों का दृष्टिकोण

निवेशकों ने जॉयस्पून की इनोवेशन क्षमता और मार्केट ट्रेंड्स को समझने की प्रशंसा की।

  • दिशित नाथवाणी ने कहा,“जॉयस्पून स्वास्थ्य और स्वाद के बीच सही संतुलन बनाकर एक नए युग का माउथ फ्रेशनर ब्रांड बना रहा है। इसका बिजनेस मॉडल भविष्य के लिए बेहद आशाजनक है।”

जॉयस्पून का मार्केट में प्रभाव

जॉयस्पून ने अपनी गुणवत्ता और उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण से बाजार में प्रभाव डाला है।

  • स्वस्थ विकल्प:
    • पारंपरिक माउथ फ्रेशनर्स के मुकाबले जॉयस्पून स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है।
  • ग्राहकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया:
    • जॉयस्पून ने अपने लॉन्च के बाद से ही ग्राहकों का विश्वास जीता है।

भविष्य की संभावनाएं

जॉयस्पून आने वाले वर्षों में:

  1. अधिक शहरों में विस्तार करेगा।
  2. नई उत्पाद श्रृंखला लॉन्च करेगा।
  3. वैश्विक बाजार में प्रवेश की संभावनाएं तलाशेगा।

निष्कर्ष

जॉयस्पून ने पारंपरिक मुखवास को आधुनिक दृष्टिकोण और स्वास्थ्य-केंद्रित दृष्टि से नया रूप दिया है। ₹1.81 करोड़ की कुल फंडिंग के साथ, ब्रांड अपने विस्तार और विकास के लिए तैयार है।

स्वास्थ्य और स्वाद का यह संगम न केवल भारतीय उपभोक्ताओं को आकर्षित करेगा, बल्कि जॉयस्पून को एक ग्लोबल ब्रांड बनने की ओर भी अग्रसर करेगा।

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Snabbit

Snabbit, एक ऑन-डिमांड होम सर्विस ऐप, ने सीरीज ए फंडिंग राउंड में $5.5 मिलियन (लगभग ₹45 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग का नेतृत्व Elevation Capital ने किया, जिसमें Nexus Venture Partners और अन्य प्रमुख एंजल निवेशकों ने भाग लिया।

इस दौर में शामिल एंजल निवेशकों में विदित आत्रेय और संजय बर्नवाल (Meesho), गौरव मुंजाल (Unacademy), और नीरज सिंह (Spinny) जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। इससे पहले, 2024 की शुरुआत में Nexus Venture Partners ने स्नैबिट में $1 मिलियन का शुरुआती बीज निवेश किया था।


Snabbit: घर के कामों के लिए ऑन-डिमांड सॉल्यूशन

Snabbit एक ऐसा ऐप है जो घरों को प्रशिक्षित पेशेवरों के साथ जोड़ता है।

  • उपयोगकर्ता घंटों के हिसाब से इन पेशेवरों को बुक कर सकते हैं।
  • पेशेवर 15 मिनट के भीतर आपके स्थान पर पहुंचकर घर की सफाई, बर्तन धोने और कपड़े धोने जैसे काम करते हैं।

संस्थापक और शुरुआत

स्नैबिट की स्थापना 2024 में आयुष अग्रवाल ने की थी, जो इससे पहले Zepto में चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं।

  • आयुष ने अपने अनुभव और उपभोक्ता दर्द बिंदुओं की गहरी समझ का उपयोग करके स्नैबिट की नींव रखी।
  • यह स्टार्टअप फिलहाल मुंबई के चुनिंदा इलाकों में सक्रिय है।

फंडिंग का उद्देश्य

स्नैबिट इस नई फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करेगा:

  1. भौगोलिक विस्तार: कंपनी अधिक स्थानों पर अपनी सेवाएं उपलब्ध कराएगी।
  2. मजबूत टीम निर्माण: पेशेवर और स्केलेबल मॉडल विकसित करने के लिए एक सक्षम टीम तैयार करेगी।
  3. ग्राहक अनुभव में सुधार: तकनीकी अपग्रेड और कस्टमर सपोर्ट को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।

ग्राहकों की प्रतिक्रिया

संस्थापक आयुष अग्रवाल के अनुसार:

“पिछले कुछ महीनों में हमने ग्राहकों की जरूरतों को समझने और एक स्केलेबल व गेम-चेंजिंग मॉडल बनाने पर जोर दिया है। अब तक का रिस्पॉन्स शानदार रहा है—हमने केवल कुछ किलोमीटर के सर्विसेबल रेडियस में हजारों ग्राहक जोड़े हैं, जो मुख्य रूप से वर्ड-ऑफ-माउथ से प्रेरित हैं।”


घरेलू सेवा बाजार में स्नैबिट की भूमिका

भारत में घरेलू सेवाओं के बाजार की मांग तेजी से बढ़ रही है।

  • इस क्षेत्र में बड़े शहरों में विशेष रूप से सिंगल पेशेवरों और व्यस्त परिवारों के बीच सेवाओं की मांग बढ़ी है।
  • स्नैबिट अपनी तेज और विश्वसनीय सेवाओं के कारण इस सेगमेंट में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

भारत का ऑन-डिमांड सर्विस मार्केट

भारत में ऑन-डिमांड घरेलू सेवाओं का बाजार तेजी से बढ़ रहा है।

  • 2022 में, यह बाजार लगभग ₹30,000 करोड़ का था और 2025 तक इसके ₹50,000 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
  • मुंबई जैसे शहरों में व्यस्त जीवनशैली और समय की कमी ने ऐसे ऐप्स की आवश्यकता को और बढ़ावा दिया है।

स्नैबिट के प्रतिस्पर्धात्मक लाभ

  1. फास्ट सर्विस डिलीवरी: केवल 15 मिनट में पेशेवरों की उपलब्धता।
  2. किफायती सेवाएं: स्नैबिट अपने ग्राहकों को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर सेवाएं प्रदान करता है।
  3. वर्ड-ऑफ-माउथ मार्केटिंग: गुणवत्ता सेवाओं के चलते स्नैबिट ने ग्राहकों के बीच अपनी पहचान बनाई है।
  4. तकनीकी दृष्टिकोण: स्नैबिट ऐप ग्राहकों और पेशेवरों के बीच एक सहज इंटरफेस प्रदान करता है।

निवेशकों का दृष्टिकोण

Elevation Capital और Nexus Venture Partners ने स्नैबिट में अपने निवेश को एक उभरते बाजार में संभावित वृद्धि का समर्थन बताया है।

  • Elevation Capital के अनुसार, “स्नैबिट का बिजनेस मॉडल, तेजी से बढ़ती मांग को पूरा करने की क्षमता और फाउंडर की दूरदर्शिता इसे एक बेहतरीन निवेश बनाती है।”
  • Nexus Venture Partners ने कहा कि स्नैबिट का ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण इसे अन्य खिलाड़ियों से अलग करता है।

आने वाले समय की योजना

स्नैबिट अगले 12-18 महीनों में:

  1. अपनी सेवाओं को दिल्ली, बेंगलुरु, और हैदराबाद जैसे अन्य महानगरों तक विस्तारित करने की योजना बना रहा है।
  2. नए फीचर्स और सेवाओं को शामिल करके अपने ऐप को और अधिक आकर्षक बनाएगा।
  3. ग्राहक संतुष्टि और रेटेंशन में सुधार के लिए नियमित सर्वेक्षण और इनोवेशन पर ध्यान देगा।

निष्कर्ष

स्नैबिट ने घरेलू सेवाओं के क्षेत्र में एक मजबूत आधार स्थापित किया है।

  • $5.5 मिलियन की यह नई फंडिंग न केवल इसे नए बाजारों में विस्तार करने में मदद करेगी, बल्कि इसे भारत के तेजी से बढ़ते ऑन-डिमांड सर्विस उद्योग में अग्रणी स्थान हासिल करने का अवसर भी प्रदान करेगी।
  • आयुष अग्रवाल और उनकी टीम का ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और नवाचार स्नैबिट को एक सफल स्टार्टअप में बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

स्नैबिट की सफलता इस बात का प्रमाण है कि सही दृष्टिकोण और फंडिंग के साथ, स्टार्टअप्स घरेलू और वैश्विक बाजारों में अपनी पहचान बना सकते हैं।

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Nazara Technologies

भारत की अग्रणी गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया कंपनी Nazara Technologies लिमिटेड ने ₹495 करोड़ (लगभग $60 मिलियन) की फंडिंग जुटाई है। इस निवेश का नेतृत्व अक्साना एस्टेट्स एलएलपी ने किया, जिसमें प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट एलएलपी के संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर अर्पित खंडेलवाल और कैरेटलेन के संस्थापक मिथुन सचेटी डिज़ाइनटेड पार्टनर्स के रूप में शामिल हैं।

Nazara Technologies वैश्विक गेमिंग नेतृत्व की ओर कदम

यह रणनीतिक साझेदारी Nazara Technologies को वैश्विक गेमिंग बाजार में एक अग्रणी स्थिति दिलाने का उद्देश्य रखती है। कंपनी इस निवेश का उपयोग अपने मौजूदा प्रमोटर्स विकाश और नितीश मिट्टेरसैन के साथ नए निवेशकों के सामूहिक अनुभव और संसाधनों का लाभ उठाने के लिए करेगी।

निवेश के बाद, अक्साना एस्टेट्स एलएलपी नाज़ारा में लगभग 5.40% हिस्सेदारी प्राप्त करेगी। यह अधिग्रहण शेयरधारकों और नियामकीय मंजूरी के अधीन है।

26% अतिरिक्त हिस्सेदारी अधिग्रहण का प्रस्ताव

प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट एलएलपी और अक्साना एस्टेट्स एलएलपी ने अपने पर्सन्स एक्टिंग इन कॉन्सर्ट (PACs) के साथ मिलकर नाज़ारा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड में 26% अतिरिक्त हिस्सेदारी अधिग्रहण के लिए सार्वजनिक ऑफर लॉन्च करने की योजना की घोषणा की है।

रणनीतिक अधिग्रहण और विस्तार में निवेश

इस नए निवेश का मुख्य उद्देश्य नाज़ारा की वृद्धि को तेज करना और इसके बाजार विस्तार को बढ़ावा देना है। कंपनी इस राशि का उपयोग रणनीतिक अधिग्रहण और मोबाइल गेमिंग पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए करेगी।

मोबाइल गेमिंग पोर्टफोलियो में बड़ा कदम

नाज़ारा टेक्नोलॉजीज ने $7.7 मिलियन (₹67 करोड़) में ZeptoLab से दो लोकप्रिय मोबाइल गेम IPs, ‘CATS: Crash Arena’ और ‘King of Thieves’ का अधिग्रहण किया है।

  • ये गेम्स अब “Nazara Publishing” के बैनर तले प्रकाशित किए जाएंगे।
  • यह कदम नाज़ारा की वैश्विक मोबाइल गेमिंग बाजार में स्थिति को मजबूत करेगा और इसे एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा।

पिछले फंडरेज़ का संदर्भ

यह विकास उस समय आया है जब नाज़ारा ने कुछ महीने पहले ही ₹855 करोड़ (लगभग $100 मिलियन) की राशि एक प्रिफरेंशियल इश्यू के माध्यम से जुटाई थी। इस दौर में मिथुन सचेटी ने ₹75 करोड़ का निवेश किया था।

नाज़ारा की मौजूदा स्थिति और विकास योजना

नाज़ारा टेक्नोलॉजीज भारत में गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया के क्षेत्र में एक अग्रणी नाम है।

  • कंपनी ई-स्पोर्ट्स, फ्री-टू-प्ले मोबाइल गेम्स, और लर्निंग ऐप्स जैसे क्षेत्रों में सक्रिय है।
  • यह नई फंडिंग न केवल कंपनी को वैश्विक विस्तार करने में मदद करेगी, बल्कि इसे नए गेम्स और टेक्नोलॉजी को अपनाने में भी सक्षम बनाएगी।

निवेशकों के दृष्टिकोण

अक्साना एस्टेट्स और प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट ने नाज़ारा में अपने निवेश को भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री के विकास में एक बड़ा कदम बताया है।

  • अर्पित खंडेलवाल के अनुसार, “नाज़ारा की इनोवेटिव अप्रोच और गेमिंग मार्केट में गहरी समझ इसे इस क्षेत्र में एक अद्वितीय स्थिति प्रदान करती है।”
  • मिथुन सचेटी ने भी नाज़ारा के दीर्घकालिक विकास और इसके वैश्विक विस्तार की संभावना पर भरोसा जताया।

गेमिंग इंडस्ट्री का बढ़ता प्रभाव

भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री लगातार बढ़ रही है।

  • 2022 में भारत का गेमिंग बाजार $2.6 बिलियन का था और 2025 तक इसके $8.6 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है।
  • वैश्विक स्तर पर, मोबाइल गेमिंग इंडस्ट्री 2023 में $92.2 बिलियन के मूल्य पर थी और यह 2030 तक $160.1 बिलियन तक पहुंच सकती है।

नाज़ारा का भविष्य

नाज़ारा टेक्नोलॉजीज ने अपने मोबाइल गेमिंग पोर्टफोलियो को मजबूत करने और वैश्विक स्तर पर विस्तार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

  • रणनीतिक अधिग्रहण और नए निवेश से कंपनी को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
  • नाज़ारा का ध्यान इनोवेशन, कंटेंट क्रिएशन, और ग्राहक अनुभव को बढ़ाने पर है।

निष्कर्ष

नाज़ारा टेक्नोलॉजीज का ₹495 करोड़ का यह नया निवेश कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति और वैश्विक विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है।

  • अक्साना एस्टेट्स और प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों की भागीदारी से नाज़ारा को और अधिक मजबूती मिलेगी।
  • मोबाइल गेमिंग पोर्टफोलियो के विस्तार और नए अधिग्रहण से नाज़ारा की वैश्विक पहचान और मजबूत होगी।

इस फंडिंग के साथ, नाज़ारा टेक्नोलॉजीज भारतीय और वैश्विक गेमिंग बाजार में अपने आप को एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है।

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Zomato ने Q3 FY25 राजस्व में 64.4% की वृद्धि, लाभ में 57% की गिरावट

Zomato

फूडटेक और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Zomato ने चालू वित्तीय वर्ष (FY25) की तीसरी तिमाही (Q3) के वित्तीय नतीजे सोमवार को जारी किए। इस अवधि में कंपनी ने राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की, हालांकि साल-दर-साल (YoY) लाभ में 57% की गिरावट आई।

Zomato राजस्व में जोरदार वृद्धि

Zomato का संचालन से राजस्व Q3 FY25 में ₹5,405 करोड़ तक पहुंच गया, जो Q3 FY24 के ₹3,288 करोड़ की तुलना में 64.4% अधिक है।

  • पिछली तिमाही (Q2 FY25) की तुलना में भी कंपनी का राजस्व 12.6% बढ़कर ₹4,799 करोड़ हो गया।

जोमैटो की सेवाएं और राजस्व का वितरण

जोमैटो की सेवाओं का विस्तार कई वर्टिकल्स में है, जो इसके संचालन को व्यापक बनाते हैं।

  1. फूड मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म:
    • जोमैटो का मुख्य व्यवसाय उपयोगकर्ताओं, रेस्तरां, और डिलीवरी कर्मियों को जोड़ने वाला फूड ऑर्डरिंग प्लेटफॉर्म है।
    • इस वर्टिकल ने Q3 FY25 में ₹2,072 करोड़ (38.3%) का योगदान दिया।
  2. हाइपरप्योर (B2B बिजनेस):
    • यह रेस्तरां और व्यवसायों को फार्म-टू-फोर्क आपूर्ति प्रदान करता है।
    • इस वर्टिकल ने ₹1,671 करोड़ का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले साल की तुलना में 13.4% अधिक है।
  3. ब्लिंकिट (क्विक कॉमर्स):
    • ब्लिंकिट के माध्यम से किराना, एफएमसीजी, और अन्य आवश्यक वस्तुएं 10 मिनट के भीतर डिलीवर की जाती हैं।
    • इस तिमाही में ब्लिंकिट ने ₹1,399 करोड़ का राजस्व अर्जित किया।
  4. गोइंग-आउट और अन्य सेवाएं:
    • डाइनिंग आउट और जोमैटो लाइव जैसी सेवाएं उपयोगकर्ताओं को रेस्तरां खोजने, टेबल बुक करने, और मनोरंजन इवेंट्स के टिकट बुक करने की सुविधा देती हैं।
    • शेष राजस्व इस सेगमेंट और अन्य परिचालन गतिविधियों से आया।

मुख्य वित्तीय संकेतक

  1. लाभ में गिरावट:
    • कंपनी के लाभ में साल-दर-साल 57% की गिरावट आई है।
    • बढ़ती लागत और अन्य परिचालन चुनौतियों ने लाभप्रदता को प्रभावित किया।
  2. तिमाही दर तिमाही सुधार:
    • पिछले क्वार्टर की तुलना में, Q3 FY25 में संचालन से राजस्व में सुधार ने कंपनी की स्थिरता को दिखाया।
  3. व्यापार खंडों का योगदान:
    • फूड डिलीवरी व्यवसाय का सबसे बड़ा योगदान रहा, लेकिन हाइपरप्योर और ब्लिंकिट जैसी नई सेवाओं ने भी महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की।

जोमैटो की विकास रणनीतियां

जोमैटो ने अपने संचालन को मजबूत करने और राजस्व बढ़ाने के लिए कई रणनीतियों को अपनाया है:

  1. सेवा विस्तार:
    • ब्लिंकिट और हाइपरप्योर जैसे नए वर्टिकल्स ने जोमैटो की ग्राहक आधार को व्यापक बनाया है।
    • जोमैटो लाइव और डाइनिंग आउट जैसी सेवाएं ग्राहकों को अनोखे अनुभव प्रदान कर रही हैं।
  2. डिजिटल इनोवेशन:
    • जोमैटो ने अपनी डिजिटल क्षमताओं को उन्नत कर फास्ट और इफेक्टिव डिलीवरी सुनिश्चित की है।
  3. क्विक कॉमर्स में फोकस:
    • ब्लिंकिट के माध्यम से जोमैटो ने क्विक डिलीवरी मार्केट में मजबूत पकड़ बनाई है।
  4. ग्लोबल और लोकल विस्तार:
    • कंपनी ने अपने व्यवसाय को अधिक क्षेत्रों में विस्तारित करने का लक्ष्य रखा है, जिससे बाजार में उसकी पकड़ मजबूत हो सके।

चुनौतियां और अवसर

चुनौतियां:

  • बढ़ती प्रतिस्पर्धा और परिचालन लागत।
  • लाभप्रदता बनाए रखने में कठिनाई।

अवसर:

  • फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स जैसे वर्टिकल्स में बढ़ती मांग।
  • नए बाजारों और सेवाओं के विस्तार से राजस्व में वृद्धि की संभावना।

भविष्य की संभावनाएं

जोमैटो ने तिमाही दर तिमाही राजस्व में सुधार दिखाया है, जो इसके दीर्घकालिक विकास की ओर सकारात्मक संकेत है।

  • कंपनी के क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी सेगमेंट में निवेश उसके व्यवसाय को स्थिरता प्रदान कर सकता है।
  • जोमैटो की नई सेवाएं जैसे हाइपरप्योर और जोमैटो लाइव, ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने में सहायक साबित हो सकती हैं।

निष्कर्ष

जोमैटो ने Q3 FY25 में राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है, लेकिन लाभ में गिरावट कंपनी के लिए एक चुनौती बनी हुई है।

  • कंपनी का ध्यान नए वर्टिकल्स के विस्तार और ग्राहक अनुभव सुधारने पर है।
  • जोमैटो की रणनीति और डिजिटल इनोवेशन इसे भारतीय फूडटेक और कॉमर्स सेक्टर में आगे बढ़ने के लिए सक्षम बनाते हैं।

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Paytm ने Q3 FY25 राजस्व ₹1,828 करोड़, घाटा ₹208 करोड़

Paytm

फिनटेक कंपनी Paytm ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) के वित्तीय नतीजे सोमवार को जारी किए। नोएडा स्थित इस कंपनी ने ₹1,828 करोड़ का राजस्व और ₹208 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है।

Paytm राजस्व में गिरावट, तिमाही दर तिमाही सुधार

Paytm द्वारा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में दायर अ-ऑडिटेड कंसोलिडेटेड रिपोर्ट के अनुसार:

  • कंपनी का संचालन से राजस्व साल-दर-साल 35.9% घटकर ₹2,850 करोड़ (Q3 FY24) से ₹1,828 करोड़ (Q3 FY25) हो गया।
  • हालांकि, पिछली तिमाही (Q2 FY25) की तुलना में राजस्व में 10% की वृद्धि दर्ज की गई।

राजस्व स्रोत

पेटीएम का कुल संचालन राजस्व मुख्य रूप से तीन प्रमुख खंडों से आया:

  1. भुगतान सेवा राजस्व:
    • कुल राजस्व का 55%, यानी ₹1,003 करोड़।
  2. वित्तीय और मार्केटिंग सेवाएं:
    • वित्तीय सेवाओं से ₹502 करोड़ और मार्केटिंग सेवाओं से ₹267 करोड़ का योगदान।
  3. गैर-परिचालन आय:
    • अन्य गैर-परिचालन स्रोतों से ₹189 करोड़ का इजाफा, जिससे कुल राजस्व ₹2,016.5 करोड़ तक पहुंचा।

कंपनी के खर्चों में गिरावट

पेटीएम ने अपने खर्चों में उल्लेखनीय कमी की, जो कि कंपनी के घाटे को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।

  1. कर्मचारी लाभ:
    • कुल खर्च का 34% हिस्सा, ₹756 करोड़।
    • इसमें ₹182 करोड़ ESOP (इक्विटी शेयर आधारित भुगतान) का गैर-नकद खर्च शामिल है।
    • FY24 की तुलना में कर्मचारी लागत में 36% की कमी।
  2. भुगतान प्रसंस्करण शुल्क और मार्केटिंग लागत:
    • भुगतान प्रसंस्करण शुल्क ₹982 करोड़ से घटकर ₹570 करोड़ हो गया (42% की कमी)।
    • मार्केटिंग लागत ₹275 करोड़ से घटकर ₹141 करोड़ हो गई (48.7% की कमी)।
  3. अन्य खर्च:
    • सॉफ्टवेयर, संचार, कानूनी, कैशबैक और अन्य ओवरहेड खर्च Q3 FY24 में ₹3,216 करोड़ से घटकर Q3 FY25 में ₹2,220 करोड़ हो गए।

आर्थिक प्रदर्शन का अवलोकन

  • कंपनी का घाटा ₹208 करोड़ रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही की तुलना में कम है।
  • तिमाही दर तिमाही प्रदर्शन में सुधार ने कंपनी की संचालन क्षमता में सुधार को दर्शाया।

प्रमुख संकेतक और रणनीतिक दिशा

पेटीएम के नतीजे उसके बढ़ते ऑपरेशनल एफिशिएंसी और खर्च नियंत्रण के प्रयासों को दर्शाते हैं। कंपनी ने अपने भुगतान प्रोसेसिंग शुल्क और मार्केटिंग लागत में कटौती की है, जिससे उसके घाटे में कमी आई है।

  1. भुगतान सेवाओं में स्थिरता:
    • पेटीएम का प्रमुख राजस्व स्रोत भुगतान सेवा बना हुआ है, जो उसकी मजबूत बाजार उपस्थिति को दर्शाता है।
  2. वित्तीय सेवाओं का बढ़ता योगदान:
    • वित्तीय और मार्केटिंग सेवाओं ने कुल राजस्व में 42% से अधिक का योगदान दिया।
  3. गैर-परिचालन आय:
    • गैर-परिचालन आय से कंपनी को ₹189 करोड़ का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ।

चुनौतियाँ और अवसर

  1. चुनौतियाँ:
    • राजस्व में साल-दर-साल गिरावट कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है।
    • बढ़ते प्रतिस्पर्धात्मक माहौल और बाजार स्थितियों ने राजस्व पर असर डाला।
  2. अवसर:
    • पेटीएम अपनी वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में अधिक विस्तार कर सकता है।
    • खर्च नियंत्रण की मौजूदा रणनीति कंपनी को लाभप्रदता की ओर ले जा सकती है।

पेटीएम का भविष्य

कंपनी ने तिमाही दर तिमाही प्रदर्शन में सुधार दिखाया है, जो इसके दीर्घकालिक विकास और लाभप्रदता की संभावना को दर्शाता है।

  • प्रबंधन का ध्यान: खर्चों को नियंत्रित करने और उच्च राजस्व वृद्धि वाले क्षेत्रों में निवेश पर है।
  • डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं का विस्तार: पेटीएम को इस क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का मौका मिल सकता है।

निष्कर्ष

पेटीएम के Q3 FY25 के नतीजे इसके खर्च प्रबंधन और ऑपरेशनल सुधार को दर्शाते हैं।

  • जबकि साल-दर-साल राजस्व में गिरावट एक चिंता का विषय है, तिमाही दर तिमाही सुधार कंपनी की रिकवरी रणनीति की सफलता को इंगित करता है।
  • पेटीएम का फोकस लाभप्रदता और बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने पर है, जिससे यह भारतीय फिनटेक उद्योग में अपनी पहचान बनाए रखने में सफल हो सकता है।

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Prantae

भुवनेश्वर स्थित डीप-टेक कंपनी prantae सॉल्यूशन्स (prantae Solutions) ने अपने सीड फंडिंग राउंड में ₹5 करोड़ की धनराशि जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व आईएएन ग्रुप (IAN Group) ने किया, जिसमें IAN अल्फा फंड, समीर कालिया, दीपंक कुमार, और नितिन ज़मरे जैसे निवेशकों ने भाग लिया।

prantae फंडिंग का उपयोग

prantae सॉल्यूशन्स ने प्रेस रिलीज़ में कहा कि यह धनराशि निम्नलिखित उद्देश्यों में इस्तेमाल की जाएगी:

  1. किडनी स्वास्थ्य और डायबिटीज़ केयर के लिए नए डायग्नोस्टिक सॉल्यूशन्स लॉन्च करना।
  2. उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करना।
  3. अनुसंधान और विकास (R&D) में निवेश।

कंपनी का परिचय

2015 में सुमोना कर्जे मिश्रा और असीम मिश्रा द्वारा स्थापित प्रांते सॉल्यूशन्स एक डीप-टेक फोकस्ड कंपनी है। कंपनी मजबूत बौद्धिक संपदा (Intellectual Property) और विशिष्ट उत्पादों पर जोर देती है। इसका उद्देश्य हेल्थकेयर को समावेशी और सशक्त बनाने के लिए अगली पीढ़ी के डायग्नोस्टिक इनोवेशन का उपयोग करना है।

कंपनी की विशेषताएँ और योगदान

  1. पॉइंट-ऑफ-केयर (POC) डायग्नोस्टिक्स:
    • प्रांते सॉल्यूशन्स ऐसे अत्याधुनिक समाधान विकसित करता है जो तुरंत और सटीक जानकारी प्रदान करते हैं।
    • इन समाधानों के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल में तेजी और प्रभावशीलता लाई जा सकती है।
  2. चिकित्सा सुलभता में सुधार:
    • कंपनी चिकित्सा सेवाओं को अधिक पहुंच योग्य बनाने का प्रयास करती है।
    • यह विशेष रूप से क्रॉनिक कंडीशन्स के शुरुआती पहचान और प्रबंधन के लिए पहचानी जाती है।
  3. डीप-टेक और इनोवेशन पर जोर:
    • प्रांते सॉल्यूशन्स ने हेल्थकेयर को नवाचार और तकनीकी समाधानों के माध्यम से सशक्त बनाया है।
    • यह कंपनी हेल्थकेयर में उच्च-गुणवत्ता और वैकल्पिक समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

डायग्नोस्टिक्स मार्केट की स्थिति

  1. भारत में पॉइंट-ऑफ-केयर (POC) डायग्नोस्टिक्स का बाजार:
    • FY2024 में भारतीय बाजार का मूल्यांकन $1.41 बिलियन (लगभग ₹11,600 करोड़) है।
    • यह बाजार 8.47% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर FY2032 तक $2.71 बिलियन (लगभग ₹22,300 करोड़) तक पहुँचने की उम्मीद है।
  2. वैश्विक बाजार परिदृश्य:
    • वैश्विक POC डायग्नोस्टिक्स बाजार 2023 में $30.87 बिलियन था।
    • 2032 तक यह बाजार $51.19 बिलियन तक पहुँचने की उम्मीद है, जो हेल्थकेयर इनोवेशन में बढ़ती रुचि को दर्शाता है।

प्रांते सॉल्यूशन्स की रणनीति और दृष्टिकोण

  1. समावेशिता और सशक्तिकरण:
    • कंपनी का लक्ष्य हेल्थकेयर को एक ऐसा क्षेत्र बनाना है, जहाँ हर किसी को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएँ सुलभ हों।
  2. जल्दी पहचान और प्रबंधन:
    • कंपनी की तकनीक क्रॉनिक बीमारियों की जल्दी पहचान और प्रबंधन के लिए डिज़ाइन की गई है।
    • इसके समाधान डॉक्टरों और मरीजों दोनों को सटीक और तुरंत उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं।
  3. नए समाधान लाना:
    • कंपनी किडनी और डायबिटीज़ केयर के लिए नए समाधान विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
    • इस क्षेत्र में इनोवेशन का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना और मरीजों की ज़रूरतों को पूरा करना है।

फाउंडर्स का विज़न

प्रांते सॉल्यूशन्स की सह-संस्थापक सुमोना कर्जे मिश्रा और असीम मिश्रा का कहना है कि उनका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को न केवल सुलभ बल्कि प्रभावी बनाना है।

  • सुमोना कर्जे मिश्रा ने कहा, “हमारा ध्यान तकनीकी समाधानों को ऐसे उत्पादों में बदलने पर है जो स्वास्थ्य सेवाओं को नए आयाम पर ले जाए।”
  • कंपनी की प्राथमिकता है कि उनके उत्पाद क्रॉनिक बीमारियों के प्रभावी समाधान प्रदान करें।

निवेशकों का भरोसा

आईएएन ग्रुप और अन्य निवेशकों का समर्थन प्रांते सॉल्यूशन्स की तकनीकी विशेषज्ञता और उनके बिजनेस मॉडल में विश्वास को दर्शाता है।

  • निवेशकों का मानना है कि प्रांते सॉल्यूशन्स के समाधान भारत और वैश्विक बाजार में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
  • स्वास्थ्य देखभाल में तकनीकी समाधान लाने वाली इस कंपनी ने कई निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है।

भविष्य की योजनाएँ

  1. उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार:
    • कंपनी स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में और अधिक नवाचार करना चाहती है।
  2. अनुसंधान और विकास में निवेश:
    • नए समाधानों के लिए तकनीकी अनुसंधान को प्राथमिकता दी जा रही है।
  3. भारतीय और वैश्विक बाजार में उपस्थिति:
    • प्रांते सॉल्यूशन्स भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सेवाओं को विस्तारित करने की योजना बना रहा है।

निष्कर्ष

प्रांते सॉल्यूशन्स ने हेल्थकेयर इनोवेशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।

  • इस फंडिंग के माध्यम से कंपनी क्रॉनिक बीमारियों की पहचान और प्रबंधन को आसान बनाने के लिए नए उत्पाद विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
  • उनकी तकनीक और दृष्टिकोण भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांति ला सकते हैं।
  • कंपनी का लक्ष्य न केवल रोगियों बल्कि हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स को भी सशक्त बनाना है।

प्रांते सॉल्यूशन्स की यात्रा उन सभी के लिए प्रेरणा है जो तकनीक और नवाचार के माध्यम से समाज में बदलाव लाने का सपना देखते हैं।

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KisanKonnect ने $4.5 मिलियन सीरीज ए फंडिंग जुटाई

KisanKonnect

डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) ब्रांड KisanKonnect (KisanKonnect) ने $4.5 मिलियन (लगभग ₹37 करोड़) की सीरीज ए फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व मिस्त्री वेंचर्स (Mistry Ventures) ने किया, जबकि टाइम्स ग्रुप के ब्रांड कैपिटल, बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी, वीसी-ग्रिड (VC-Grid), विश्वांग देसाई, और प्रमुख फैमिली ऑफिसेज ने भी इसमें भाग लिया।

इससे पहले, अहमदनगर स्थित कंपनी ने प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में $3.7 मिलियन (लगभग ₹30 करोड़) जुटाए थे। इस राउंड का नेतृत्व ग्रीन फ्रंटियर कैपिटल ने किया था।

KisanKonnect फंडिंग का उद्देश्य

KisanKonnect ने इस फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में करने की योजना बनाई है:

  1. टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना।
  2. ऑपरेशंस को स्केल करना।
  3. प्रमुख शहरी बाजारों में उपस्थिति का विस्तार करना।
  4. एआई (AI) का उपयोग:
    • फॉर्म सोर्सिंग में।
    • आपूर्ति श्रृंखला को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए।

कंपनी ने कहा कि यह फंडिंग उन्हें कृषि क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगी।

किसानकनेक्ट का परिचय

किसानकनेक्ट की स्थापना 2020 में विवेक निर्मल और निधि निर्मल ने की थी। यह एक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी (FPC) है, जो एकीकृत खेती प्रणाली (Integrated Farming System) के माध्यम से ताजे और स्वच्छ फलों व सब्जियों को ग्राहकों तक सीधे पहुँचाती है।

कंपनी की मुख्य विशेषताएँ:

  • 500 से अधिक स्थानीय फार्म:
    • स्वच्छ और ताजे उत्पादों की आपूर्ति।
    • ग्राहकों को उचित दामों पर फलों और सब्जियों की डिलीवरी।
  • स्थायी खेती को बढ़ावा:
    • पारंपरिक कृषि व्यापार को तकनीक-सक्षम सप्लाई चेन के माध्यम से सशक्त करना।
    • पुनर्योजी कृषि (Regenerative Agriculture) को अपनाना।

तकनीक-सक्षम व्यापार मॉडल

किसानकनेक्ट ने कृषि व्यापार को नई दिशा देने के लिए एक मजबूत तकनीकी आपूर्ति श्रृंखला तैयार की है।

  1. मोबाइल ऐप:
    • ग्राहक ऐप के माध्यम से ताजे फल, सब्जियाँ, और डेयरी उत्पाद ऑर्डर कर सकते हैं।
  2. किसानकनेक्ट फार्म स्टोर्स:
    • मुंबई और पुणे में फार्म स्टोर्स का नेटवर्क।
  3. कृषकों का सशक्तिकरण:
    • 5,000 से अधिक किसानों का नेटवर्क।
    • खेती में स्थायित्व और बेहतर आय के लिए तकनीकी समर्थन।

स्थायी खेती और पुनर्योजी कृषि का समर्थन

किसानकनेक्ट न केवल ग्राहकों तक स्वच्छ और ताजे उत्पाद पहुँचाने पर ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि यह किसानों को स्थायी खेती और पुनर्योजी कृषि अपनाने में भी सहायता करता है।

  • किसानों को उन्नत तकनीक और संसाधन प्रदान करना।
  • पर्यावरण के अनुकूल खेती को बढ़ावा देना।

मार्केट विस्तार और भविष्य की योजनाएँ

किसानकनेक्ट ने अपनी उपस्थिति मुंबई और पुणे जैसे शहरी क्षेत्रों में मजबूत की है और अब अन्य प्रमुख शहरी बाजारों में विस्तार की योजना बना रहा है।

  1. टेक्नोलॉजी का विस्तार:
    • एआई के उपयोग को बढ़ावा देना।
    • सप्लाई चेन में ऑटोमेशन और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग।
  2. ग्राहक अनुभव:
    • डिजिटल अनुभव को और बेहतर बनाना।
    • ग्राहकों के लिए उत्पादों की उपलब्धता और गुणवत्ता में सुधार।
  3. स्थानीय किसानों से सीधा जुड़ाव:
    • अधिक किसानों को अपने नेटवर्क से जोड़ना।
    • उनकी उपज के लिए उचित दाम सुनिश्चित करना।

निवेशकों का भरोसा

मिस्त्री वेंचर्स, टाइम्स ग्रुप, और शिल्पा शेट्टी जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन किसानकनेक्ट की क्षमता और उनके व्यापार मॉडल में विश्वास को दर्शाता है।

  • कंपनी की तकनीक-सक्षम दृष्टिकोण और स्थायी खेती के प्रति प्रतिबद्धता ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है।

कंपनी की उपलब्धियाँ

  • 2020 में स्थापना के बाद से किसानकनेक्ट ने उल्लेखनीय प्रगति की है।
  • 5,000 से अधिक किसानों का मजबूत नेटवर्क।
  • मुंबई और पुणे में फार्म स्टोर्स का विस्तार।
  • पारंपरिक कृषि व्यापार को नई तकनीक के साथ सशक्त करना।

ग्राहकों के लिए लाभ

किसानकनेक्ट अपने ग्राहकों को निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:

  • ताजे और स्वच्छ उत्पादों की गारंटी।
  • डोरस्टेप डिलीवरी।
  • उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद।

निष्कर्ष

किसानकनेक्ट का यह फंडिंग राउंड उनकी विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण चरण है।

  • एआई-सक्षम तकनीक, स्थायी खेती, और किसानों के सशक्तिकरण के साथ, किसानकनेक्ट भारतीय कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने के लिए तैयार है।
  • कंपनी का लक्ष्य न केवल ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करना है, बल्कि किसानों को अधिक लाभकारी और स्थायी समाधानों से जोड़ना भी है।

किसानकनेक्ट का दृष्टिकोण कृषि और तकनीक के बीच संतुलन बनाकर एक समृद्ध और टिकाऊ भविष्य की ओर बढ़ने का है।

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