भारत के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर में एक और बड़ी फंडिंग डील दर्ज हुई है। बेंगलुरु आधारित EV OEM कंपनी 3ev Industries ने अपनी Series A फंडिंग राउंड में ₹120 करोड़ जुटाए, जिसमें सबसे बड़ा निवेश Mahanagar Gas Limited (MGL) से आया। यह निवेश EV इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण संकेत है कि भविष्य की शहरी मोबिलिटी अब और तेज़ी से इलेक्ट्रिक होने वाली है।
💰 Series A राउंड में कौन-कौन निवेशक शामिल रहे?
इस राउंड में प्रमुख निवेश इस प्रकार रहे:
- Mahanagar Gas Limited (MGL) — ₹96 करोड़
- Thackersey Group — ₹10.46 करोड़
- Equentis Angel Fund — ₹8.15 करोड़
- HNIs, UHNIs और फैमिली ऑफिसेज़ का सम्मिलित निवेश — ₹4.82 करोड़
कंपनी इससे पहले भी करीब $2 मिलियन की सीड फंडिंग जुटा चुकी है।
नए निवेश के साथ अब 3ev Industries अपनी ग्रोथ प्लानिंग को अगले स्तर पर ले जाने की तैयारी में है।
🏭 फंडिंग कहां इस्तेमाल होगी? 3ev Industries का बड़ा प्लान
कंपनी ने बताया कि जुटाई गई पूंजी का उपयोग इन प्रमुख क्षेत्रों में किया जाएगा:
🔌 1. मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने में
3ev अपने EV मॉडल्स की प्रोडक्शन क्षमता को कई गुना बढ़ाना चाहती है ताकि बढ़ती बाजार मांग को पूरा किया जा सके।
🛠️ 2. नए “3C डिवीजन” की लॉन्चिंग
3C का मतलब है —
- Charging
- Care
- Conversions
यानी, EV चार्जिंग, सर्विसिंग और कन्वर्ज़न को एक एकीकृत प्लेटफॉर्म में लाया जाएगा।
🔋 3. बैटरी टेक्नोलॉजी और रिसर्च
- रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम
- एडवांस्ड EV मटीरियल
- सोलर-सक्षम कोल्ड-चेन EV टेक्नोलॉजी
इन सभी क्षेत्रों में रिसर्च को तेज़ करने पर ध्यान दिया जाएगा।
🌐 4. सप्लाई चेन इंटीग्रेशन को मजबूत करना
कंपनी EV कंपोनेंट्स की सप्लाई चेन को सस्टेनेबल और किफायती बनाने की दिशा में निवेश करेगी।
⚙️ कंपनी क्या करती है? जानिए 3ev का बिजनेस मॉडल
2019 में Peter Hartmut और CG Krishna Bhupathi द्वारा स्थापित, 3ev Industries भारत के लिए किफायती और स्केलेबल EV सॉल्यूशंस विकसित कर रही है, खासकर:
- लास्ट-माइल डिलीवरी
- अर्बन ट्रांसपोर्ट
- कस्टमाइज़्ड कॉमर्शियल EVs
कंपनी की सबसे बड़ी ताकत है इसका Battery-as-a-Service (BaaS) प्लेटफॉर्म—
जहां ग्राहक बैटरी खरीदने के बजाय सब्सक्रिप्शन मॉडल पर बैटरी उपयोग कर सकते हैं और लागत काफी कम हो जाती है।
इसके साथ 3ev मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंसिंग और आफ्टर-मार्केट सर्विसिंग, तीनों को एक ही जगह उपलब्ध कराता है।
📈 EV मार्केट का बूम: कंपनी के लिए बड़ा अवसर
एक मार्केट रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार:
- भारत का अर्बन मोबिलिटी मार्केट 19.5% CAGR से बढ़ रहा है
- 2035 तक $18.7 बिलियन का आकार छू सकता है
- थ्री-व्हीलर EV सेल्स में 60% से अधिक EV पैठ संभावित है
यह भविष्य 3ev जैसी कंपनियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
📊 3ev की ग्रोथ: क्या कहती हैं बिक्री और रेवेन्यू की संख्याएँ?
कंपनी ने FY24–FY25 के बीच मजबूत प्रगति दिखाई:
- FY24 में वाहन बिक्री: 438 यूनिट्स
- FY25 में अनुमानित बिक्री: 834 यूनिट्स (लगभग दोगुनी)
- FY24 राजस्व: ₹17.8 करोड़
- FY25 अनुमानित राजस्व: ₹54.7 करोड़
- FY26 का लक्ष्य: ₹65 करोड़ + सकारात्मक EBITDA
इस तेज़ ग्रोथ से पता चलता है कि कंपनी ने प्रोडक्ट क्वालिटी और मार्केट फिट दोनों जगह मजबूत पकड़ बनाई है।
🗣️ कंपनी का बयान: “यह हमारे लिए गेम-चेंजर मोमेंट है”
3ev Industries के MD Peter Voelkner ने कहा:
“यह निवेश FY25 में हमारी यात्रा का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ। इससे हमने अपनी बिल्ड क्वालिटी, आफ्टर-मार्केट क्षमताओं और फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस को और मजबूत किया है। हमारा मिशन भारत की लास्ट-माइल मोबिलिटी को सस्टेनेबल EV सॉल्यूशंस से बदलना है।”
🔮 आगे की राह: क्या 3ev EV इंडस्ट्री का बड़ा खिलाड़ी बनेगा?
EV इंडस्ट्री में कॉम्पिटिशन बढ़ रहा है, लेकिन 3ev की रणनीति कई कारणों से मजबूत दिखती है:
⭐ लास्ट-माइल मोबिलिटी में हाई डिमांड
⭐ BaaS मॉडल की बड़ी स्वीकार्यता
⭐ कस्टमाइज़्ड EV डिज़ाइंस
⭐ तकनीकी रिसर्च पर बड़ा फोकस
⭐ MGL जैसे बड़े रणनीतिक निवेशकों की बैकिंग
अगर कंपनी इसी ग्रोथ को बरकरार रखती है, तो अगले 2–3 साल में यह भारत के प्रमुख EV OEMs की सूची में शामिल हो सकती है।
🏁 निष्कर्ष
₹120 करोड़ की Series A फंडिंग के साथ 3ev Industries ने EV सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। चाहे मैन्युफैक्चरिंग विस्तार हो, 3C डिवीजन की लॉन्चिंग हो या बैटरी तकनीक में अनुसंधान — हर दिशा में कंपनी आक्रामक और रणनीतिक तरीके से आगे बढ़ रही है।
भारतीय EV मार्केट में बढ़ती मांग को देखते हुए, 3ev का यह कदम न सिर्फ कंपनी बल्कि पूरे EV इकोसिस्टम के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
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