भारत में कृषि-तकनीक क्रांति[ [AgriTech Startups]: 23 अग्रणी स्टार्टअप्स जो कृषि परिदृश्य को बदल रहे हैं

India agritech startups

भारत की कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति आ रही है। टेक्नोलॉजी और नवाचार के माध्यम से, अग्रिटेक स्टार्टअप्स देश के कृषि परिदृश्य को बदल रहे हैं। ये कंपनियां किसानों की समस्याओं को हल करने और कृषि को अधिक टिकाऊ और लाभदायक बनाने के लिए अभिनव समाधान प्रदान कर रही हैं। आइए देखें कि ये 23 अग्रणी स्टार्टअप्स कैसे भारतीय कृषि को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।

कृषि उत्पादकता बढ़ाने वाले स्टार्टअप्स

कृषि उत्पादकता बढ़ाना भारत जैसे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जहां बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर है। कई अग्रिटेक स्टार्टअप्स इस दिशा में काम कर रहे हैं और नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके किसानों की मदद कर रहे हैं। ये कंपनियां डेटा विश्लेषण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी तकनीकों का उपयोग करके किसानों को बेहतर निर्णय लेने में मदद कर रही हैं।

क्रॉपइन (CropIn)

क्रॉपइन एक प्रमुख अग्रिटेक स्टार्टअप है जो किसानों को उनकी फसलों की बेहतर निगरानी और प्रबंधन करने में मदद करता है।

यह कंपनी एक क्लाउड-आधारित प्लेटफॉर्म प्रदान करती है जो किसानों को रीयल-टाइम डेटा और अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। इसका SmartFarm ऐप किसानों को फसल की स्थिति, मौसम की जानकारी, और कीट प्रबंधन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देता है।

क्रॉपइन ने 16 मिलियन एकड़ से अधिक कृषि भूमि को डिजिटाइज किया है और 70 लाख से अधिक किसानों की मदद की है। यह कंपनी न केवल भारत में बल्कि 56 से अधिक देशों में काम कर रही है, जो इसके वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है।

डीहाट (DeHaat)

डीहाट एक और महत्वपूर्ण अग्रिटेक स्टार्टअप है जो किसानों को एंड-टू-एंड कृषि सेवाएं प्रदान करता है।

यह कंपनी किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट, कस्टमाइज्ड फार्म सलाह, वित्तीय सेवाओं तक पहुंच, और उनकी उपज बेचने के लिए बाजार लिंकेज प्रदान करती है। डीहाट का मुख्य उद्देश्य छोटे किसानों की आय बढ़ाना और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ना है।

डीहाट ने अब तक 20 लाख से अधिक किसानों की मदद की है और भारत के 11 राज्यों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। कंपनी का नेटवर्क 11,000 से अधिक ‘डीहाट केंद्रों’ के माध्यम से फैला हुआ है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों तक पहुंचने में मदद करता है।

एग्रोस्टार (AgroStar)

एग्रोस्टार किसानों के लिए एक मोबाइल-आधारित प्लेटफॉर्म है जो उन्हें कृषि संबंधी जानकारी और उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करता है।

यह ऐप किसानों को अपनी फसल की समस्याओं के बारे में सवाल पूछने और विशेषज्ञों से सलाह लेने की अनुमति देता है। एग्रोस्टार ने एक बहुभाषी सामग्री-आधारित वाणिज्य मंच बनाया है जहां किसान कृषि विज्ञान सामग्री पढ़ और देख सकते हैं, अपनी फसल की समस्याओं की तस्वीरें पोस्ट करके सलाह ले सकते हैं, और आवाज खोज का उपयोग करके कृषि उत्पादों की खोज कर सकते हैं।

एग्रोस्टार ने गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में 50 लाख से अधिक किसानों की मदद की है। कंपनी का लक्ष्य डिजिटल तकनीक के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाना है।

किसान वित्त और बाजार संपर्क में सुधार करने वाले स्टार्टअप्स

कृषि क्षेत्र में एक बड़ी चुनौती किसानों को वित्तीय सहायता और उनकी उपज के लिए उचित बाजार प्रदान करना है। कई अग्रिटेक स्टार्टअप्स इस समस्या को हल करने के लिए नवीन समाधान पेश कर रहे हैं। ये कंपनियां किसानों को आसान ऋण, बीमा, और उनकी फसलों के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद कर रही हैं।

समृद्धि (Samunnati)

समृद्धि एक अग्रिटेक और कृषि-वित्त कंपनी है जो किसानों और कृषि व्यवसायों को वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है।

यह कंपनी किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) और छोटे किसानों को ऋण प्रदान करती है। समृद्धि का विशेष ध्यान उन किसानों पर है जिन्हें पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली से ऋण प्राप्त करने में कठिनाई होती है।

समृद्धि ने अपने नवीन वित्तपोषण मॉडल के माध्यम से लाखों किसानों की मदद की है। कंपनी न केवल ऋण प्रदान करती है बल्कि किसानों को वित्तीय साक्षरता और बेहतर कृषि प्रथाओं के बारे में भी शिक्षित करती है।

निंजाकार्ट (Ninjacart)

निंजाकार्ट एक अग्रिटेक लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप है जो किसानों को सीधे खुदरा विक्रेताओं और रेस्तरां मालिकों से जोड़ता है।

यह कंपनी बिचौलियों को हटाकर किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाने में मदद करती है। निंजाकार्ट का तकनीक-संचालित प्लेटफॉर्म कृषि आपूर्ति श्रृंखला को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाता है।

निंजाकार्ट ने भारत के कई शहरों में अपनी सेवाएं विस्तारित की हैं और हजारों किसानों और खुदरा विक्रेताओं को जोड़ा है। कंपनी का लक्ष्य कृषि उत्पादों की बर्बादी को कम करना और किसानों की आय बढ़ाना है।

स्टेलेप्स (Stellapps)

स्टेलेप्स एक अग्रिटेक स्टार्टअप है जो डेयरी उद्योग पर केंद्रित है।

यह कंपनी इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके डेयरी आपूर्ति श्रृंखला को डिजिटाइज करती है। स्टेलेप्स का SmartMoo प्लेटफॉर्म दूध उत्पादन, गुणवत्ता, और भुगतान प्रक्रिया की निगरानी करता है।

स्टेलेप्स ने भारत के कई राज्यों में 30 लाख से अधिक किसानों और 50,000 से अधिक दुग्ध संग्रह केंद्रों को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ा है। कंपनी का उद्देश्य डेयरी किसानों की आय बढ़ाना और दूध की गुणवत्ता में सुधार करना है।

कृषि में सस्टेनेबिलिटी और जलवायु-अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने वाले स्टार्टअप्स

जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव के साथ, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल कृषि प्रथाओं की आवश्यकता बढ़ गई है। कई अग्रिटेक स्टार्टअप्स इस चुनौती का सामना करने के लिए नवीन समाधान विकसित कर रहे हैं। ये कंपनियां ऐसी तकनीकें और प्रथाएं पेश कर रही हैं जो पानी और अन्य संसाधनों का कुशल उपयोग करती हैं, जबकि उत्पादकता को भी बढ़ाती हैं।

खेती (Kheyti)

खेती एक सामाजिक उद्यम है जो छोटे किसानों के लिए “ग्रीनहाउस-इन-ए-बॉक्स” समाधान प्रदान करता है।

यह कंपनी एक किफायती और कॉम्पैक्ट ग्रीनहाउस डिजाइन पेश करती है जो किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचाता है और उनकी आय बढ़ाने में मदद करता है। खेती का ग्रीनहाउस पानी का उपयोग 90% तक कम करता है और उपज को 7 गुना तक बढ़ा सकता है।

खेती ने हजारों छोटे किसानों को अपने ग्रीनहाउस समाधान से लाभान्वित किया है। कंपनी का लक्ष्य किसानों को जलवायु-लचीला बनाना और उनकी आजीविका में सुधार करना है।

ईकी फूड्स (Eeki Foods)

ईकी फूड्स एक अग्रिटेक स्टार्टअप है जो वर्टिकल फार्मिंग तकनीक का उपयोग करके शहरी क्षेत्रों में स्थायी खेती को बढ़ावा देता है।

यह कंपनी अपने पेटेंट तकनीक का उपयोग करके नियंत्रित वातावरण में सब्जियां उगाती है। ईकी फूड्स का समाधान पारंपरिक खेती की तुलना में 80% कम पानी का उपयोग करता है और पूरे साल सब्जियां उगाने की अनुमति देता है।

ईकी फूड्स ने कई शहरों में अपने वर्टिकल फार्म स्थापित किए हैं और सबस्तियों में ताजगी की गारंटी देने के लिए अपने उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाते हैं। उनका उद्देश्य न केवल शहरों में खाद्य सुरक्षा बढ़ाना है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल खेती का भी समर्थन करना है।

Conclusion

इस प्रकार, भारतीय अग्रिटेक स्टार्टअप्स अपने अभिनव समाधानों के माध्यम से किसानों की स्थिति सुधारने, वित्तीय सहायता और बाजारों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन कंपनियों के द्वारा किए गए प्रयास कृषि क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगा रहे हैं और किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ सस्टेनेबिलिटी को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। आज, सूचना तकनीक और कृषि प्रथाओं का संयोजन ग्रामीण भारत में एक सकारात्मक सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन में योगदान दे रहा है। इन सभी विकासों से स्पष्ट होता है कि भविष्य में भारतीय कृषि क्षेत्र और मजबूत बनेगा।