गांवों की परंपरा और सेहत को जोड़ने वाला D2C फूड ब्रांड “Anveshan“ एक बार फिर निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। कंपनी ने अपने Series A फंडिंग राउंड में ₹29.86 करोड़ (लगभग $3.5 मिलियन) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Wipro Enterprises ने किया है, वहीं मौजूदा निवेशकों DSG Consumer Partners, Titan Capital, boAt के को-फाउंडर्स Aman Gupta और Sameer Mehta, और AngelList ने भी भागीदारी निभाई।
💰 फंडिंग डिटेल्स: कीमत, शेयर और वैल्यूएशन
Registrar of Companies (RoC) के साथ दर्ज किए गए दस्तावेज़ों के अनुसार:
- Anveshan के बोर्ड ने एक विशेष प्रस्ताव पास किया है जिसके तहत कंपनी 1,178 Series A CCPS और 10 इक्विटी शेयर ₹2,51,367 प्रति शेयर के मूल्य पर जारी करेगी।
- इस फंडिंग से कंपनी कुल ₹29.86 करोड़ जुटाएगी।
📈 2.7X बढ़ी कंपनी की वैल्यूएशन
Entrackr की रिपोर्ट के मुताबिक, इस राउंड के बाद Anveshan की वैल्यूएशन ₹430 करोड़ (लगभग $51 मिलियन) हो गई है, जो पिछली फंडिंग वैल्यूएशन $19 मिलियन की तुलना में लगभग 2.7 गुना ज्यादा है।
🧑🌾 गाँवों से ग्लोबल प्लेट तक: Anveshan की कहानी
Anveshan की शुरुआत 2020 में तीन युवाओं — आयुषी खंडेलवाल, अखिल कंसल और कुलदीप पारेवा ने की थी। इस ब्रांड का उद्देश्य था:
- कम से कम प्रोसेस किए गए खाद्य उत्पाद बनाना,
- ग्रामीण भारत में माइक्रो-उद्यमियों को बढ़ावा देना,
- और भारतीय पारंपरिक विधियों से बना शुद्ध खाना ग्राहकों तक पहुंचाना।
Anveshan देशभर के गांवों में किसानों और छोटे निर्माताओं के साथ मिलकर:
- A2 गाय का घी
- लकड़ी से निकाले गए तेल (Wood-Pressed Oils)
- कच्चा शहद (Raw Honey)
- हेल्दी मिठाइयाँ
- बेवरीज मिक्सेस
- और अन्य नैचुरल खाद्य उत्पाद बनाता है।
इन उत्पादों की खास बात है कि ये रसायन मुक्त, पारंपरिक तरीके से बनाए गए होते हैं, जो न केवल सेहत के लिए अच्छे हैं, बल्कि ग्रामीण भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाते हैं।
📊 कंपनी की परफॉर्मेंस और रेवेन्यू ग्रोथ
Anveshan ने वित्त वर्ष 2023-24 में शानदार प्रदर्शन किया:
- कंपनी की ऑपरेशनल रेवेन्यू 85% की वार्षिक वृद्धि के साथ ₹58 करोड़ तक पहुंची, जो पिछले वर्ष ₹31.3 करोड़ थी।
- वहीं, कंपनी ने 24% तक घाटा कम करके ₹5.7 करोड़ तक सीमित कर दिया।
यह संकेत देता है कि ब्रांड सिर्फ ग्रोथ ही नहीं कर रहा, बल्कि सस्टेनेबिलिटी की दिशा में भी मजबूत कदम उठा रहा है।
🧾 अब तक का निवेश और हिस्सेदारी का ब्योरा
Anveshan अब तक कुल मिलाकर लगभग $4.5 मिलियन (₹37 करोड़) का निवेश जुटा चुका है। इसमें सितंबर 2022 में मिला $2 मिलियन का प्री-सीरीज़ A निवेश भी शामिल है, जिसका नेतृत्व DSG Consumer Partners ने किया था।
TheKredible की रिपोर्ट के अनुसार:
- DSG Consumer Partners के पास अब कंपनी की 16.59% हिस्सेदारी है,
- जबकि Wipro Enterprises को इस नए राउंड में 3.49% हिस्सेदारी मिली है।
यह साफ दिखाता है कि निवेशक इस ब्रांड को एक दीर्घकालिक खिलाड़ी मानते हैं, खासकर नेचुरल, ऑर्गेनिक और ग्रामीण भारत से जुड़ी आपूर्ति श्रृंखला को देखते हुए।
🛒 प्रतिस्पर्धा का मैदान
Anveshan का मुकाबला भारत के नए दौर के हेल्दी फूड ब्रांड्स से है, जैसे:
- Vedic
- Auric
- Kapiva
- Two Brothers Organic Farms
- Rosier Foods और अन्य
इन सभी ब्रांड्स की फोकस सेहतमंद, केमिकल-फ्री, और पारंपरिक भारतीय खाद्य उत्पादों पर है। मगर Anveshan की खासियत यह है कि वह गांवों में माइक्रो-उद्यमियों को जोड़कर उत्पाद बनाता है, जिससे उसे सामाजिक प्रभाव (social impact) और प्रामाणिकता (authenticity) दोनों में बढ़त मिलती है।
🚀 फंड का इस्तेमाल कहां होगा?
कंपनी के RoC फाइलिंग के अनुसार, इस फंड का उपयोग दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता को मजबूत करने के लिए किया जाएगा। इसमें शामिल हो सकते हैं:
- नई तकनीक और मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों में निवेश
- सप्लाई चेन को मजबूत करना
- मार्केटिंग और ब्रांडिंग
- और नई भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार
🔚 निष्कर्ष
Anveshan न केवल एक हेल्दी फूड ब्रांड है, बल्कि यह एक सामाजिक मिशन भी है। जहां एक ओर यह उपभोक्ताओं को शुद्ध, देसी और सेहतमंद खाना देता है, वहीं दूसरी ओर यह गांवों में रोजगार, महिला सशक्तिकरण और किसान उन्नति को बढ़ावा देता है।
Wipro जैसे कॉर्पोरेट इन्वेस्टर का इसमें विश्वास जताना, इस बात का संकेत है कि सस्टेनेबल और देसी समाधान अब मेनस्ट्रीम का हिस्सा बन रहे हैं।
Anveshan की यह फंडिंग और ग्रोथ कहानी निश्चित रूप से भारतीय D2C और हेल्थ फूड स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए प्रेरणादायक है।
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