केरल स्थित Beyond Snack, जो अपने प्रीमियम केले के चिप्स के लिए जानी जाती है, ने $8.3 मिलियन (लगभग ₹68.8 करोड़) की फंडिंग जुटाई है। यह फंडिंग 12 फ्लैग्स ग्रुप के नेतृत्व में हुई, जो उपभोक्ता व्यवसायों पर केंद्रित एक फंड है और जिसे रेकिट बेंकिज़र के पूर्व सीईओ राकेश कपूर ने स्थापित किया है।
Beyond Snack निवेश में किसने किया योगदान
मौजूदा और नए निवेशक
इस दौर में Beyond Snack के मौजूदा निवेशक नैब वेंचर्स ने भी भाग लिया और कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई। इसके अलावा,
- जापानी वेंचर कैपिटल फर्म एनरिशन इंडिया कैपिटल
- फाड नेटवर्क और अन्य मौजूदा निवेशकों ने भी फंडिंग में योगदान दिया।
पिछले निवेश
जुलाई 2023 में, बियॉन्ड स्नैक ने अपने प्री-सीरीज़ ए राउंड में $3.5 मिलियन जुटाए थे, जो मुख्य रूप से नैबवेंचर्स फंड से प्राप्त हुआ था।
फंड का उपयोग
विस्तार और नवाचार
इस फंडिंग का उपयोग कंपनी के विभिन्न पहलुओं को मजबूत करने में किया जाएगा, जैसे:
- नए बाजारों में विस्तार: बियॉन्ड स्नैक भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने बाजार का दायरा बढ़ाना चाहता है।
- उत्पाद नवाचार: कंपनी ने बताया कि वह अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में नई और अनोखी स्वादों की पेशकश करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
- सप्लाई चेन को मजबूत करना: कंपनी अपनी आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करके ग्राहकों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करना चाहती है।
बियॉन्ड स्नैक के पीछे की कहानी
संस्थापक और शुरुआत
बियॉन्ड स्नैक की स्थापना मनस मधु, ज्योति राजगुरु और गौतम रघुरामन ने की थी।
- यह एक प्लांट-बेस्ड स्नैक्स ब्रांड है, जो बिना किसी कृत्रिम रंगों और फ्लेवर के केले के चिप्स का उत्पादन करता है।
- कंपनी के उत्पाद स्वस्थ, स्वादिष्ट और उच्च गुणवत्ता वाले माने जाते हैं।
उत्पाद की विशेषता
बियॉन्ड स्नैक के केले के चिप्स अपनी पारंपरिक विधि और उच्चतम गुणवत्ता के लिए मशहूर हैं।
- कोई प्रिजर्वेटिव नहीं
- विविध फ्लेवर विकल्प
- सस्टेनेबल और नैचुरल सामग्री का उपयोग
अंतरराष्ट्रीय बाजार में उपस्थिति
12 देशों में ब्रांड की उपस्थिति
बियॉन्ड स्नैक ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी से अपनी पहचान बनाई है।
- वर्तमान में यह 12 देशों में अपने उत्पाद उपलब्ध करा रहा है।
- कंपनी उन नए अंतरराष्ट्रीय बाजारों का पता लगा रही है, जहां उनके उत्पादों की मजबूत मांग है।
ग्लोबल फुटप्रिंट का विस्तार
नए फंडिंग के साथ, बियॉन्ड स्नैक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में और भी आक्रामक तरीके से विस्तार करने की योजना बना रहा है।
भारतीय स्नैक इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा
फिटनेस और स्वास्थ्य पर जोर
आज के समय में उपभोक्ता स्वस्थ और पौष्टिक स्नैक्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
- बियॉन्ड स्नैक इस बदलते रुझान का लाभ उठाने में सफल रहा है।
- इसके केले के चिप्स प्लांट-बेस्ड डाइट के बढ़ते क्रेज को पूरा करते हैं।
अन्य प्रतिस्पर्धी ब्रांड्स
भारत में अन्य ब्रांड भी स्नैक सेगमेंट में सक्रिय हैं, लेकिन बियॉन्ड स्नैक की गुणवत्ता और उत्पाद की विशेषताएं इसे प्रतियोगिता से अलग बनाती हैं।
कंपनी की विकास यात्रा
तेजी से बढ़ता कारोबार
बियॉन्ड स्नैक ने अपने लॉन्च के बाद से ही तेजी से वृद्धि दर्ज की है।
- प्रीमियम स्नैक्स सेगमेंट में कंपनी ने न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी जगह बनाई है।
- इसके उत्पादों की मांग हर महीने लगातार बढ़ रही है।
ग्राहक विश्वास
कंपनी का मानना है कि उनके उत्पादों की गुणवत्ता और स्वाद ने ग्राहकों का विश्वास जीता है।
भविष्य की योजनाएं
नए उत्पाद और फ्लेवर
कंपनी ने घोषणा की है कि वह आने वाले महीनों में नए फ्लेवर और उत्पाद लॉन्च करेगी।
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी
बियॉन्ड स्नैक अधिक देशों में अपने वितरण नेटवर्क को मजबूत करने के लिए नई साझेदारियों पर विचार कर रहा है।
स्वास्थ्य और स्थिरता पर ध्यान
कंपनी का लक्ष्य अपने उत्पादों को और अधिक पर्यावरण के अनुकूल और स्वास्थ्यवर्धक बनाना है।
निष्कर्ष
बियॉन्ड स्नैक ने $8.3 मिलियन की फंडिंग जुटाकर अपने विस्तार और नवाचार की योजनाओं को मजबूती दी है।
- कंपनी की प्लांट-बेस्ड हेल्दी स्नैक्स की पेशकश ने इसे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक भरोसेमंद ब्रांड बना दिया है।
- आने वाले वर्षों में, बियॉन्ड स्नैक का उद्देश्य नए बाजारों में प्रवेश करना और अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को और अधिक विविध बनाना है।
इस फंडिंग के साथ, बियॉन्ड स्नैक की विकास यात्रा को नई गति मिलेगी और यह ब्रांड भारतीय स्नैक इंडस्ट्री में अपनी अग्रणी स्थिति को और भी मजबूत करेगा।