B2B सीफ़ूड मार्केटप्लेस Captain Fresh ने अपने आगामी IPO से पहले Trifecta Ventures से ₹30 करोड़ की डेट फंडिंग हासिल की है। यह फंडिंग कंपनी के विकास और विस्तार योजनाओं को गति देगी, खासकर तब जब वह अपने प्री-IPO राउंड के अंतिम चरण में है।
कंपनी ने 3,000 Series B5 गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर्स (NCDs) जारी करने का निर्णय लिया है, जिसे Trifecta Ventures Debt Fund खरीदेगा। यह जानकारी कंपनी द्वारा रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) में दाखिल किए गए दस्तावेज़ों से सामने आई है।
🌐 Captain Fresh क्या करता है?
Captain Fresh एक आधुनिक फार्म-टू-रिटेल प्लेटफॉर्म है, जो मुख्य रूप से फिश, सीफ़ूड और शिप (भेड़) जैसे एनिमल प्रोटीन के क्षेत्र में काम करता है। कंपनी सीधे किसानों और एजेंट्स से प्रोडक्ट्स खरीदती है और इन्हें B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस), B2R (बिजनेस-टू-रिटेल) और B2B2C (बिजनेस-टू-बिजनेस-टू-कस्टमर) मॉडल के ज़रिए वितरित करती है।
इसका लक्ष्य पारंपरिक सप्लाई चेन को डिजिटलीकृत करना और ताजे प्रोटीन स्रोतों को तेज़ी से अंतिम उपभोक्ताओं तक पहुंचाना है।
💰 फाइनेंस में ग्रोथ और घाटे में कमी
Captain Fresh ने FY24 में ₹1,395 करोड़ का सकल राजस्व (GMV) दर्ज किया, जो पिछले साल FY23 के ₹817 करोड़ की तुलना में 71% की वृद्धि दर्शाता है। यह कंपनी के तेजी से बढ़ते मार्केट कैप्चर और ऑपरेशनल क्षमता का संकेत है।
हालांकि कंपनी अभी भी घाटे में है, लेकिन FY24 में इसका नेट लॉस ₹229 करोड़ रहा, जो कि FY23 की तुलना में 22% कम है। यह दर्शाता है कि कंपनी लागत नियंत्रण और लाभप्रदता की दिशा में प्रगति कर रही है।
🏦 Trifecta Ventures से डेट फंडिंग क्यों?
Trifecta Ventures एक प्रमुख वेंचर डेट फर्म है जो स्टार्टअप्स को इक्विटी डायल्यूशन के बिना पूंजी प्रदान करती है। Captain Fresh के लिए यह डेट फंडिंग इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- यह प्री-IPO तैयारी के लिए वित्तीय स्थिरता प्रदान करता है।
- कंपनी को अपने संचालन का विस्तार करने, तकनीक में निवेश करने और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत करने में मदद करेगा।
- डेट फंडिंग से कंपनी की वैल्यूएशन पर कोई असर नहीं होता, जो IPO से पहले एक रणनीतिक कदम है।
💹 IPO की तैयारी जोरों पर: ₹2,900-3,300 करोड़ का लक्ष्य
Captain Fresh इस साल के अंत तक IPO फाइल करने की योजना बना रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने Axis Capital और Bank of America (BofA) को अपने IPO के लिए लीड बैंकर नियुक्त किया है।
प्रस्तावित IPO का आकार $350–400 मिलियन (₹2,900–3,300 करोड़) के बीच होने की उम्मीद है। यह भारत के सीफ़ूड और प्रोटीन वितरण सेगमेंट में पहला बड़ा सार्वजनिक निर्गम हो सकता है, जो निवेशकों के लिए भी एक नया अवसर है।
🧠 रणनीति: टेक्नोलॉजी + एग्रीगेशन + रिटेल
Captain Fresh की सफलता की चाबी उसकी टेक-ड्रिवन एप्रोच में छिपी है। कंपनी सप्लाई चेन को स्मार्ट डेटा, ट्रैकिंग, और गुणवत्ता नियंत्रण के साथ जोड़कर एक सस्टेनेबल B2B मॉडल चला रही है।
इसके साथ-साथ, कंपनी अपने नेटवर्क को रिटेल और होलसेल तक फैला रही है, जिससे उसे विविध ग्राहक आधार से डील करने और रेवेन्यू चैनल्स को डायवर्सिफाई करने में मदद मिलती है।
🧾 फंडिंग हिस्ट्री: लगातार निवेशकों की रुचि
Captain Fresh पहले भी कई निवेशकों से फंडिंग जुटा चुका है। कुछ प्रमुख राउंड्स:
- 2022 में Series C राउंड में $50 मिलियन (Sequoia Capital India, Accel, Tiger Global सहित निवेशकों से)
- 2023 में Series D राउंड में $20 मिलियन की पूंजी जुटाई गई थी।
अब तक Captain Fresh ने लगभग $100 मिलियन से अधिक की इक्विटी फंडिंग जुटाई है और अब डेट फंडिंग के ज़रिए पूंजीगत ज़रूरतों को पूरा कर रहा है।
🔍 निष्कर्ष: IPO से पहले Captain Fresh की मज़बूत तैयारी
Captain Fresh की ओर से ₹30 करोड़ की ताज़ा डेट फंडिंग यह दर्शाती है कि कंपनी IPO से पहले वित्तीय रूप से मज़बूत और स्ट्रक्चरली तैयार होना चाहती है।
इसका मजबूत GMV ग्रोथ, घाटे में कमी और तकनीक-आधारित बिजनेस मॉडल इसे एक मजबूत दावेदार बनाते हैं आने वाले IPO बाजार में।
अब सबकी नजर इस बात पर होगी कि कंपनी अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) कब दाखिल करती है और निवेशक इसके प्रस्ताव को किस रूप में अपनाते हैं।
Read more :👥 Mamaearth की पैरेंट कंपनी Honasa Consumer में टॉप लेवल बदलाव