ऑपरेशनल दक्षता और तीन सेगमेंट्स की मजबूती से कंपनी को मिला जबरदस्त फाइनेंशियल ग्रोथ
📊 तिमाही नतीजों में दमदार प्रदर्शन
ऑटोमोबाइल क्लासिफाइड्स प्लेटफॉर्म CarTrade Tech Ltd ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के लिए अपने अनऑडिटेड वित्तीय परिणाम जारी कर दिए हैं। कंपनी ने इस तिमाही में 22% सालाना वृद्धि के साथ ₹173 करोड़ का ऑपरेशनल रेवेन्यू दर्ज किया है, जो कि Q1 FY25 में ₹142 करोड़ था।
वहीं कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹47 करोड़ रहा है, जो कि पिछले वर्ष की समान तिमाही (Q1 FY25) में ₹23 करोड़ था। यानी मुनाफे में सीधा 2 गुना उछाल देखा गया है।
💼 कुल आय और सेगमेंट वाइज प्रदर्शन
CarTrade की कुल आय (Total Income) Q1 FY26 में बढ़कर ₹199 करोड़ हो गई, जो Q1 FY25 में ₹157 करोड़ थी। कंपनी की कमाई तीन प्रमुख सेगमेंट्स से होती है:
1️⃣ कंज़्यूमर सेगमेंट
- इस सेगमेंट से आय ₹66 करोड़ रही (Q1 FY25 में ₹51 करोड़)
- कुल ऑपरेशनल रेवेन्यू में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी 38% रही
2️⃣ रीमार्केटिंग सेगमेंट
- इस सेगमेंट से कंपनी ने ₹59 करोड़ की आय अर्जित की
3️⃣ क्लासिफाइड सेगमेंट
- इस सेगमेंट से रेवेन्यू ₹48 करोड़ रहा
तीनों सेगमेंट्स ने मिलकर कंपनी को मजबूत राजस्व देने में सहयोग किया है।
💰 खर्च पर नियंत्रण, मुनाफे में जबरदस्त बढ़ोतरी
👥 कर्मचारी खर्च
Q1 FY26 में कंपनी का कुल खर्च ₹142 करोड़ रहा, जिसमें से सबसे बड़ी हिस्सेदारी कर्मचारी लाभ खर्च (Employee Benefits Expense) की रही। यह ₹75 करोड़ रहा, जो कि कुल खर्च का 53% है। यह खर्च पिछले वर्ष की तुलना में केवल 6% की वृद्धि पर रहा, जो अच्छी लागत-प्रबंधन रणनीति को दर्शाता है।
🧾 अन्य खर्च
अन्य परिचालन खर्चों के साथ कंपनी का कुल व्यय Q1 FY25 के ₹131 करोड़ से बढ़कर Q1 FY26 में ₹142 करोड़ हो गया, यानी लगभग 8% की वृद्धि।
💹 मुनाफा दोगुना
खर्चों पर नियंत्रण और रेवेन्यू ग्रोथ की वजह से कंपनी का शुद्ध लाभ ₹47 करोड़ रहा, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना है।
📈 शेयर बाज़ार में प्रदर्शन
CarTrade का शेयर Q1 रिज़ल्ट के दिन ₹1,871 पर ट्रेड कर रहा था (10:56 AM तक)। कंपनी की बाज़ार पूंजी ₹8,886 करोड़ (लगभग $1.03 बिलियन) तक पहुंच गई है, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
🏢 CarTrade किस क्षेत्र में काम करती है?
CarTrade एक प्रमुख ऑनलाइन ऑटोमोबाइल प्लेटफॉर्म है जो नई और पुरानी गाड़ियों की खरीद-बिक्री, रिव्यू, ऑक्शन और फाइनेंसिंग जैसी सेवाएं देती है। इसका संचालन मुख्य रूप से तीन बिज़नेस यूनिट्स में होता है:
- कंज़्यूमर प्लेटफॉर्म: जहां यूज़र्स गाड़ियाँ ब्राउज़ और खरीद सकते हैं
- रीमार्केटिंग प्लेटफॉर्म: जहां डीलर्स और कंपनियां वाहनों की बोली और बिक्री करती हैं
- क्लासिफाइड्स: ऑटो लिस्टिंग, बायर-सेलर कनेक्शन और डिजिटल विज्ञापन
📌 क्यों महत्वपूर्ण हैं ये नतीजे?
CarTrade ने IPO के बाद अपने प्रदर्शन में स्थिरता लाई है और Q1 FY26 के नतीजे दिखाते हैं कि कंपनी ऑपरेशनल रूप से मजबूत, खर्च नियंत्रण में सक्षम और मार्केट में कॉम्पिटिटिव बनी हुई है।
- बढ़ता रेवेन्यू यह दर्शाता है कि उपभोक्ता वर्ग में कंपनी की पकड़ मजबूत हो रही है
- मुनाफे में उछाल से निवेशकों का भरोसा और भी बढ़ेगा
- स्थिर ग्रोथ, मार्केट कैप और कम खर्च इसे भारत के डिजिटल ऑटो क्लासिफाइड सेक्टर का लीडर बना रहे हैं
📅 आगे क्या?
CarTrade की अगली तिमाही पर नज़रें रहेंगी कि क्या यह प्रदर्शन बरकरार रहेगा। बढ़ती प्रतिस्पर्धा और EV सेक्टर की ग्रोथ को देखते हुए कंपनी का डिजिटल इनोवेशन और सेगमेंट डाइवर्सिफिकेशन इसकी सफलता की कुंजी बनेगा।
निष्कर्ष:
CarTrade का Q1 FY26 प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि कंपनी अपने व्यवसाय मॉडल को न सिर्फ स्थिर रखे हुए है, बल्कि निरंतर मुनाफे और ग्रोथ की ओर भी अग्रसर है। आने वाले समय में यह भारत की डिजिटल ऑटोमोबाइल इकोनॉमी में और बड़ी भूमिका निभा सकती है।
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