🇮🇳 CoinDCX में लीडरशिप बदलाव

CoinDCX

भारत की अग्रणी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज CoinDCX ने अपनी टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट रणनीति को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से दो महत्वपूर्ण नियुक्तियाँ की हैं। कंपनी ने अमोल वांजारी को हेड ऑफ इंजीनियरिंग और संगीथ एलोशियस को हेड ऑफ प्रोडक्ट नियुक्त किया है।

इन नई नियुक्तियों के ज़रिए CoinDCX अगले छह महीनों में अधिक से अधिक भारतीय निवेशकों को प्लेटफॉर्म पर जोड़ने की योजना बना रही है। इसके साथ ही कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या में भी 15% की वृद्धि करने की योजना बना रही है।


👨‍💻 अमोल वांजारी: तकनीकी बुनियाद को मजबूत करने की जिम्मेदारी

CoinDCX के नए हेड ऑफ इंजीनियरिंग अमोल वांजारी अमेजन, अक्को और बिज़ोंगो जैसी दिग्गज कंपनियों में 20 वर्षों से अधिक का इंजीनियरिंग अनुभव लेकर आए हैं। उन्होंने Amazon Pay में भुगतान प्रणालियों और AI आधारित टूल्स पर कार्य किया है, साथ ही डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम, प्लेटफॉर्म डेवलपमेंट, और इंफ्रास्ट्रक्चर डिलीवरी जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल की है।

“मेरा फोकस CoinDCX की तकनीकी नींव को और मजबूत करने और प्लेटफॉर्म को सभी प्रकार के निवेशकों के लिए और अधिक सीमलेस, विश्वसनीय और यूजर-फ्रेंडली बनाने पर होगा,”
— अमोल वांजारी, हेड ऑफ इंजीनियरिंग, CoinDCX

उन्होंने आगे कहा कि कंपनी के पास 200 से अधिक इंजीनियरिंग पेशेवरों की एक मजबूत टीम है, जिससे CoinDCX बड़े पैमाने पर इनोवेशन करने के लिए तैयार है।


📱 संगीथ एलोशियस: यूजर एक्सपीरियंस और प्रोडक्ट डेवेलपमेंट को नई दिशा

CoinDCX में हेड ऑफ प्रोडक्ट की जिम्मेदारी संभाल रहे संगीथ एलोशियस इससे पहले Flipkart में सीनियर डायरेक्टर और हेड ऑफ प्रोडक्ट्स के रूप में काम कर चुके हैं। उनके पास 18 वर्षों का प्रोडक्ट मैनेजमेंट अनुभव है और वे उपभोक्ता अनुभव, मूल्य निर्धारण, लॉयल्टी प्रोग्राम और सप्लाई चेन डेवेलपमेंट जैसे क्षेत्रों में कार्य कर चुके हैं।

Indian School of Business (ISB) के पूर्व छात्र संगीथ एलोशियस अब CoinDCX में प्रोडक्ट रणनीति, नवाचार और उपयोगकर्ता-केंद्रित अनुभव पर ध्यान केंद्रित करेंगे।


📈 CoinDCX की भविष्य की योजना: भारत के लिए क्रिप्टो को और सरल बनाना

CoinDCX का लक्ष्य है कि वह भारत में क्रिप्टो निवेश को आसान, सुरक्षित और तकनीकी रूप से सक्षम बनाए। वर्तमान में कंपनी के पास 1.9 करोड़ से अधिक यूजर्स का विशाल आधार है और वह लगातार अपना प्लेटफॉर्म विस्तार कर रही है।

कंपनी अपनी आगामी रणनीति के तहत:

  • नए प्रोडक्ट्स और फीचर्स लाने,
  • यूजर इंटरफेस को और आसान बनाने,
  • ट्रेडिंग एक्सपीरियंस को अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाने,
  • और भारत के नए-नए इलाकों में यूजर्स तक पहुंचने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

👥 हायरिंग और टीम विस्तार भी है प्राथमिकता

CoinDCX ने यह भी घोषणा की है कि वह अपनी वर्कफोर्स में 15% की वृद्धि करने जा रही है। इसका उद्देश्य है नए तकनीकी और उत्पाद नवाचारों को बेहतर ढंग से कार्यान्वित करना।

इस हायरिंग के तहत कंपनी को:

  • डेटा एनालिटिक्स,
  • साइबर सुरक्षा,
  • क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर,
  • और यूजर एक्सपीरियंस डिजाइन जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञों की तलाश है।

🔐 निवेशकों के लिए सुरक्षित और प्रभावशाली प्लेटफॉर्म

CoinDCX अपनी तकनीकी क्षमताओं के ज़रिए निवेशकों को एक ऐसा प्लेटफॉर्म देना चाहता है जहां वे भरोसेमंद तरीके से क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग और निवेश कर सकें।

अमोल वांजारी और संगीथ एलोशियस जैसे अनुभवी लीडर्स की नियुक्ति इस दिशा में एक बड़ा कदम है।


📊 भारतीय क्रिप्टो मार्केट में CoinDCX की स्थिति

भारत में CoinDCX एक अग्रणी क्रिप्टो प्लेटफॉर्म बन चुका है। Binance, WazirX, CoinSwitch जैसे प्रतियोगियों के बीच CoinDCX का फोकस यूजर-केंद्रित इनोवेशन और पारदर्शिता पर है।

पिछले कुछ वर्षों में, क्रिप्टो मार्केट को लेकर भले ही नियामक स्पष्टता की कमी रही हो, लेकिन CoinDCX ने लगातार SEBI और RBI के साथ संवाद बनाए रखा है, ताकि भविष्य में नियामकीय ढांचे के भीतर संचालन किया जा सके।


🧠 निष्कर्ष

CoinDCX की ये नई नियुक्तियाँ एक स्पष्ट संकेत हैं कि कंपनी आने वाले वर्षों में भारत को क्रिप्टो निवेश का हब बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

तकनीकी सुदृढ़ता, उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार, और पारदर्शी संचालन के ज़रिए CoinDCX भारतीय युवाओं, निवेशकों और व्यापारियों के लिए क्रिप्टो को एक आसान और सुरक्षित विकल्प बनाना चाहता है।

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🚨 CoinDCX में सीनियर लेवल पर भारी उथल-पुथल,

CoinDCX

भारत की अग्रणी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज CoinDCX इस समय एक और बड़ी आंतरिक चुनौती का सामना कर रही है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी के कई शीर्ष अधिकारी – जैसे कि चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO), हेड ऑफ फाइनेंस और हेड ऑफ लीगल – जल्द ही कंपनी से विदा लेने जा रहे हैं।

इससे पहले भी कंपनी ने लागत घटाने और संचालन को बेहतर करने के उद्देश्य से कई ढांचागत बदलाव किए थे, लेकिन अब यह टॉप-लेवल एग्जिट्स एक नए मोड़ की ओर इशारा कर रहे हैं।


🏢 CoinDCX में कौन-कौन छोड़ रहा है पद?

सूत्रों के अनुसार, CoinDCX के निम्न वरिष्ठ अधिकारी कंपनी छोड़ रहे हैं:

  • CTO (चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर)
  • हेड ऑफ फाइनेंस (वित्त प्रमुख)
  • हेड ऑफ लीगल (कानूनी प्रमुख)

इन पदों से हटना कंपनी के आंतरिक पुनर्गठन का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य संचालन को सरल बनाना और लागत में कटौती करना है।


🔁 फिर से छंटनी की शुरुआत

CoinDCX ने एक बार फिर लेऑफ (छंटनी) की प्रक्रिया शुरू कर दी है, हालांकि प्रभावित कर्मचारियों की संख्या स्पष्ट नहीं है।

📌 पिछली छंटनी – अगस्त 2023 में CoinDCX ने लगभग 12% कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था, जो कि करीब 70 लोगों पर असर डालने वाला निर्णय था।


📉 कारोबार में गिरावट और नियमों की परेशानी

सूत्रों का कहना है कि यह बदलाव कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण समय में हो रहे हैं क्योंकि CoinDCX को ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट और बढ़ते नियामकीय दबाव (compliance headache) का सामना करना पड़ रहा है।

भारत में क्रिप्टो सेक्टर अभी भी स्पष्ट रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के इंतजार में है, और इससे जुड़े स्टार्टअप्स को लगातार वित्तीय और कानूनी जांच का सामना करना पड़ रहा है।


📣 CoinDCX ने दी प्रतिक्रिया

कंपनी के प्रवक्ता ने इन टॉप-लेवल एग्जिट्स की पुष्टि करते हुए कहा:

“हम अपनी टीमों को मजबूत बना रहे हैं और लीडरशिप बेंच को नए टैलेंट्स के साथ सशक्त कर रहे हैं। हमारे पास इस समय 100 से अधिक ओपन पोजीशन्स हैं, जिनमें CFO और जनरल काउंसल जैसी सीनियर भूमिकाएं शामिल हैं।”

उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय विस्तार से कारोबार में तेज़ी से ग्रोथ देखी है और यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा।


🌍 MENA क्षेत्र में CoinDCX का विस्तार

CoinDCX ने हाल ही में बहरीन में अपनी सहायक कंपनी BitOasis के ज़रिए अपना परिचालन शुरू किया है। यह कदम MENA (Middle East & North Africa) क्षेत्र में कंपनी के विस्तार की रणनीति का हिस्सा है।

CEO सुमित गुप्ता के नेतृत्व में CoinDCX का लक्ष्य है कि भविष्य में कुल राजस्व का 30% इसी अंतरराष्ट्रीय बाजार से आए।


🦄 एक यूनिकॉर्न की कहानी

CoinDCX की यात्रा 2018 में शुरू हुई थी और अगस्त 2021 में यह कंपनी यूनिकॉर्न बनी, जब इसे $90 मिलियन की सीरीज़ C फंडिंग मिली थी।

इसके बाद अप्रैल 2022 में कंपनी ने $135 मिलियन जुटाए और इसका वैल्यूएशन $2 बिलियन से ऊपर पहुंच गया।

📉 हालांकि, पिछले तीन वर्षों में कंपनी ने कोई भी नई बाहरी फंडिंग नहीं जुटाई है, जो इंडस्ट्री की अनिश्चितता को दर्शाता है।


🔍 भारत में क्रिप्टो सेक्टर की चुनौतियां

भारत में क्रिप्टो कंपनियां एक लंबे समय से वित्तीय निगरानी एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने CoinDCX सहित कई कंपनियों को FEMA (Foreign Exchange Management Act) के संभावित उल्लंघनों की जांच के लिए समन भेजा है।

📄 रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार जून 2025 में एक डिस्कशन पेपर जारी करने की योजना बना रही है, जिसमें क्रिप्टो एसेट्स को लेकर संभावित नीतियों पर चर्चा होगी।

यह पेपर IMF (International Monetary Fund) और FSB (Financial Stability Board) की संयुक्त रिपोर्ट पर आधारित होगा।


🧠 CoinDCX के लिए आगे का रास्ता

CoinDCX के सामने इस समय कई मोर्चों पर चुनौतियां हैं:

  • बिज़नेस वॉल्यूम में गिरावट
  • रेगुलेटरी अनिश्चितता
  • अंदरूनी टीम में बड़े बदलाव

लेकिन कंपनी के प्रवक्ता और CEO का कहना है कि:

“हम लगातार अपने बिज़नेस मॉडल को मजबूत कर रहे हैं और इंटरनेशनल मार्केट्स में हमारी मौजूदगी तेज़ी से बढ़ रही है।”


✍️ निष्कर्ष

भारत में क्रिप्टो सेक्टर का भविष्य अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन CoinDCX जैसी कंपनियों का विकास और चुनौतियों से निपटने की रणनीति इस पूरे क्षेत्र के लिए एक टेस्ट केस की तरह है।

जहां एक ओर टॉप लेवल एग्जिट्स और छंटनी से कंपनी को आंतरिक रूप से झटका लगा है, वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल विस्तार और नेतृत्व पुनर्गठन से नई उम्मीदें भी जगी हैं।

📢 भारत में क्रिप्टो रेगुलेशन और स्टार्टअप दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए पढ़ते रहिए FundingRaised.in

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