EaseMyTrip के Q3 FY25 वित्तीय नतीजे: राजस्व और लाभ में गिरावट दर्ज

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भारत की प्रमुख ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर (OTA) कंपनी EaseMyTrip ने शुक्रवार को अपने Q3 FY25 (अक्टूबर-दिसंबर 2024) के वित्तीय नतीजे जारी किए। इन नतीजों में कंपनी के राजस्व और मुनाफे में कमी, जबकि खर्चों में वृद्धि देखने को मिली है।

EaseMyTrip की वित्तीय स्थिति यात्रा और पर्यटन क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और वैश्विक आर्थिक परिवर्तनों के प्रभाव को दर्शाती है। हालांकि, कंपनी ने कुछ रणनीतिक कदम उठाए हैं, जो भविष्य में इसे लाभ की ओर ले जा सकते हैं।

EaseMyTrip के राजस्व में 6.3% की गिरावट

EaseMyTrip की कुल ऑपरेटिंग रेवेन्यू (Revenue from operations) Q3 FY25 में ₹150 करोड़ रही, जो पिछले साल इसी तिमाही (Q3 FY24) में ₹160 करोड़ थी।

  • यह 6.3% की गिरावट दर्शाता है, जो ट्रैवल सेक्टर में मांग की स्थिरता और अन्य कारकों के कारण हो सकता है।
  • EaseMyTrip का मुख्य राजस्व एयर टिकटिंग से आया, जो कुल राजस्व का 65% है।
  • होटल और पैकेज सेवाओं से 22% का योगदान रहा, जो कंपनी के बिजनेस पोर्टफोलियो में विविधता को दर्शाता है।

यात्रा उद्योग में तेज़ प्रतिस्पर्धा और संभावित डिस्काउंटिंग रणनीतियों के चलते कंपनी को अपनी औसत बुकिंग वैल्यू (ABV) और मार्जिन को बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

EaseMyTrip के कुल खर्चों में 2.4% की वृद्धि

EaseMyTrip के कुल खर्च (Total Expenses) Q3 FY25 में ₹107 करोड़ रहे, जो Q3 FY24 के ₹105 करोड़ की तुलना में 2.4% अधिक है।

  • मुख्य खर्चों में शामिल हैं:
    • सेवा लागत (Service cost) – प्लेटफॉर्म संचालन और सर्विस डिलीवरी की लागत।
    • पेमेंट गेटवे शुल्क (Payment Gateway Fees) – डिजिटल ट्रांजेक्शन पर लगने वाला शुल्क।
    • कर्मचारी लाभ (Employee Benefits) – सैलरी, बोनस और अन्य मानव संसाधन लागत।
    • विज्ञापन और मार्केटिंग (Advertisement Cost) – ब्रांड प्रमोशन और नए ग्राहकों को आकर्षित करने की लागत।

EaseMyTrip को अपने ब्रांड की स्थिति बनाए रखने और प्रतिस्पर्धा में आगे रहने के लिए मार्केटिंग पर अधिक खर्च करना पड़ा, जिससे कुल खर्चों में वृद्धि देखी गई।

मुनाफे में 25% की गिरावट, EBITDA पर प्रभाव

कंपनी के मुनाफे में गिरावट का मुख्य कारण कम राजस्व और बढ़ते परिचालन खर्च रहे।

  • EaseMyTrip का शुद्ध लाभ (Net Profit) Q3 FY25 में ₹34 करोड़ रहा, जो Q3 FY24 में ₹45.6 करोड़ था।
  • यह 25% की गिरावट को दर्शाता है।
  • कंपनी को प्रत्येक ₹1 कमाने के लिए अधिक लागत उठानी पड़ी, जिससे मार्जिन पर असर पड़ा।
  • कंपनी के EBITDA (Earnings Before Interest, Tax, Depreciation, and Amortization) मार्जिन भी कम हुआ।

हालांकि EaseMyTrip अभी भी लाभ में है, लेकिन इसके मार्जिन में गिरावट यह दर्शाती है कि कंपनी को अपने लागत ढांचे को और अधिक कुशल बनाने की जरूरत है।

EaseMyTrip के शेयरों में गिरावट, बाज़ार पूंजीकरण में कमी

EaseMyTrip के वित्तीय नतीजों के बाद शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक में गिरावट दर्ज की गई।

  • EaseMyTrip का शेयर शुक्रवार को ₹12 पर बंद हुआ, जो कि 1.96% की गिरावट को दर्शाता है।
  • इस गिरावट के बाद, कंपनी का कुल मार्केट कैप (Market Capitalization) ₹4,252 करोड़ हो गया।

इस गिरावट का मुख्य कारण कंपनी के राजस्व और लाभ में कमी है, जिससे निवेशकों की भावनाएँ प्रभावित हुईं।

EaseMyTrip की भविष्य की रणनीति: सुधार के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?

EaseMyTrip को आने वाले महीनों में अपने मुनाफे और राजस्व में सुधार के लिए कई रणनीतिक कदम उठाने की जरूरत होगी।

नई सेवाओं का विस्तार:
EaseMyTrip को अपनी होटल और पैकेजिंग सेवाओं का विस्तार करना होगा, जिससे केवल एयर टिकटिंग पर निर्भरता कम हो और राजस्व में विविधता लाई जा सके।

मार्केटिंग और ब्रांडिंग रणनीति:
कंपनी को अपनी विज्ञापन लागत को बेहतर तरीके से मैनेज करना होगा, जिससे ब्रांड की पहुँच बढ़े लेकिन लागत सीमित रहे।

तकनीकी उन्नति:
EaseMyTrip को AI और डेटा एनालिटिक्स जैसी नई टेक्नोलॉजी अपनाकर अपने प्लेटफॉर्म को अधिक स्मार्ट और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाना होगा।

साझेदारी और अधिग्रहण:
संभावना है कि EaseMyTrip छोटे ट्रैवल स्टार्टअप्स के अधिग्रहण या नई साझेदारियों पर विचार कर सकती है, जिससे उसकी बाजार पकड़ और मजबूत हो।

लॉन्ग-टर्म निवेश:
EaseMyTrip को सर्विस क्वालिटी सुधारने और बिजनेस को लॉन्ग-टर्म स्थिरता की ओर ले जाने के लिए निवेश बढ़ाना होगा।

EaseMyTrip का भारतीय ट्रैवल बाजार में भविष्य

EaseMyTrip भारत में एक मजबूत ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर (OTA) ब्रांड बना हुआ है और इसकी पहुँच लाखों उपभोक्ताओं तक है।

हालांकि, फिनटेक और ट्रैवल इंडस्ट्री में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण, कंपनी को अपने लाभ मार्जिन और ऑपरेशनल एफिशिएंसी पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

संभावित ट्रेंड्स:

🔹 डिजिटल बुकिंग में वृद्धि: EaseMyTrip को डिजिटल इकोसिस्टम का पूरा फायदा उठाना होगा।
🔹 छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तार: कंपनी को Tier-2 और Tier-3 शहरों पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है।
🔹 इंटरनेशनल मार्केट में विस्तार: EaseMyTrip यदि विदेशों में अपनी सर्विस को बढ़ाता है, तो उसे बड़ा लाभ मिल सकता है।

निष्कर्ष: EaseMyTrip को कैसे सुधार लाना होगा?

EaseMyTrip के लिए Q3 FY25 एक मिश्रित तिमाही रही, जहां उसे राजस्व और लाभ में गिरावट का सामना करना पड़ा।

हालांकि, कंपनी अभी भी लाभदायक बनी हुई है, लेकिन उसे बढ़ती प्रतिस्पर्धा और ऑपरेशनल लागत में हो रही वृद्धि को मैनेज करना होगा।

आने वाले तिमाही में, यह देखना दिलचस्प होगा कि EaseMyTrip कैसे अपने बिजनेस मॉडल को एडजस्ट करता है और क्या रणनीतियाँ अपनाता है, जिससे कंपनी फिर से ग्रोथ पथ पर लौट सके।

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EaseMyTrip के नए CEO बने Rikant Pittie, Nishant Pitti ने दिया इस्तीफा

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EaseMyTrip ने रिकांत पिट्टी को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है। यह निर्णय कंपनी के बोर्ड की बैठक में 1 जनवरी 2025 को लिया गया। रिकांत पिट्टी तत्काल प्रभाव से अपनी नई भूमिका निभाएंगे और प्रमुख प्रबंधकीय कर्मी (Key Managerial Personnel) के रूप में कार्य करेंगे।

रिकांत पिट्टी का अनुभव

रिकांत पिट्टी, जो EaseMyTrip के सह-संस्थापक और मुख्य प्रमोटर हैं, के पास यात्रा, पर्यटन, मानव संसाधन और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में करीब 15 वर्षों का अनुभव है। CEO के रूप में उनकी नियुक्ति से कंपनी को उनकी विशेषज्ञता और दृष्टिकोण का लाभ मिलेगा। इससे पहले, रिकांत कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) और कार्यकारी निदेशक (Executive Director) के रूप में काम कर चुके हैं।

रिकांत पिट्टी की प्राथमिकताएं

CEO के रूप में रिकांत पिट्टी की प्राथमिकताएं कंपनी को तेजी से विस्तार, ग्राहक अनुभव सुधारने, और प्रौद्योगिकी-संचालित समाधान प्रदान करने पर केंद्रित होंगी।

  • अंतरराष्ट्रीय विस्तार: EaseMyTrip ने हाल के वर्षों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कदम रखा है। रिकांत इन बाजारों में कंपनी की उपस्थिति को और मजबूत करेंगे।
  • ग्राहक-केंद्रित रणनीति: फ्लाइट बुकिंग के अलावा, होटल, बस और हॉलिडे पैकेज जैसे अन्य क्षेत्रों में भी ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने पर जोर देंगे।
  • तकनीकी इनोवेशन: कंपनी ने हाल ही में अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म को और सशक्त किया है। रिकांत इसे और प्रभावी बनाने के लिए नए तकनीकी उपायों को अपनाने पर काम करेंगे।

नेतृत्व में बदलाव

यह नेतृत्व परिवर्तन निश्चांत पिट्टी के CEO पद से इस्तीफा देने के बाद हुआ है। निश्चांत ने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। बोर्ड को लिखे अपने पत्र में निश्चांत ने EaseMyTrip में अपनी यात्रा के लिए आभार व्यक्त किया और अपने कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया।

निश्चांत पिट्टी की हिस्सेदारी की संभावित बिक्री

मंगलवार को आई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निश्चांत पिट्टी ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म में अपनी शेष 14.21% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। यह बिक्री ब्लॉक डील के माध्यम से की जाएगी, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 780 करोड़ रुपये है। यह EaseMyTrip के इतिहास में एक महत्वपूर्ण वित्तीय कदम हो सकता है।

EaseMyTrip: एक अग्रणी ट्रैवल प्लेटफॉर्म

EaseMyTrip भारत के प्रमुख ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म में से एक है। यह ग्राहकों को फ्लाइट, होटल, ट्रेन, बस, और हॉलिडे पैकेज जैसे सेवाएं प्रदान करता है। कंपनी की स्थापना 2008 में निश्चांत पिट्टी, रिकांत पिट्टी और प्रतीक पिट्टी ने की थी।

EaseMyTrip अपने कम लागत वाले संचालन मॉडल के लिए जाना जाता है, जिसने इसे ग्राहकों के बीच लोकप्रिय बना दिया। हाल के वर्षों में, कंपनी ने अपनी सेवाओं का विस्तार किया है और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी प्रवेश किया है।

रिकांत पिट्टी की प्राथमिकताएं

CEO के रूप में अपनी नई भूमिका में रिकांत पिट्टी का ध्यान कंपनी के विकास को तेज करने, ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने और अंतरराष्ट्रीय विस्तार पर रहेगा। वह कंपनी को प्रतिस्पर्धात्मक रूप से आगे बढ़ाने के लिए अपनी रणनीतिक दृष्टि और प्रबंधन कौशल का उपयोग करेंगे।

EaseMyTrip में नेतृत्व परिवर्तन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल कंपनी के भविष्य को आकार देगा बल्कि इसे उद्योग में नई ऊंचाइयों तक ले जाने का अवसर भी देगा।

कंपनी के शेयर और वित्तीय स्थिति

EaseMyTrip के शेयर बाजार में एक मजबूत प्रदर्शनकर्ता रहे हैं। निश्चांत पिट्टी की हिस्सेदारी बिक्री से कंपनी और निवेशकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।

EaseMyTrip का यह बदलाव न केवल नेतृत्व स्तर पर महत्वपूर्ण है, बल्कि कंपनी के रणनीतिक दिशा और वित्तीय संरचना पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है। रिकांत पिट्टी का अनुभव और नेतृत्व कंपनी को नई सफलता की ओर ले जाने में सहायक होगा।

निष्कर्ष

EaseMyTrip के नए CEO के रूप में रिकांत पिट्टी की नियुक्ति कंपनी के लिए एक नया अध्याय है। निश्चांत पिट्टी की हिस्सेदारी की बिक्री और रिकांत के अनुभव के साथ, कंपनी आने वाले समय में विकास और प्रतिस्पर्धा के नए आयाम स्थापित कर सकती है।

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