🎓 Eruditus ने जुटाए $150 मिलियन: ग्लोबल ग्रोथ और प्रॉफिटेबिलिटी की ओर बड़ा कदम

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भारत की प्रमुख Edtech कंपनी Eruditus ने एक बड़े refinancing डील के ज़रिए $150 मिलियन (लगभग ₹1,250 करोड़) जुटाए हैं। इस डील का नेतृत्व Mars Growth Capital ने किया है, जो कि Liquidity और जापान के सबसे बड़े बैंक MUFG Bank का संयुक्त उद्यम है।

कंपनी की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ के मुताबिक, इस राउंड में $130 मिलियन की शुरुआती फंडिंग मिली है, साथ ही $20 मिलियन के scale-up विकल्प को भी शामिल किया गया है। इसमें से Mars Growth Capital $100 मिलियन देगा, जबकि बाकी $50 मिलियन HSBC से आएंगे।


🌍 ग्लोबल स्तर पर शिक्षा का विस्तार

Eruditus दुनिया की 80 से अधिक टॉप-टियर यूनिवर्सिटीज़ के साथ पार्टनरशिप करती है। इसमें MIT, Harvard, Wharton, INSEAD और University of Cambridge जैसे संस्थान शामिल हैं। कंपनी अब तक 700 से ज्यादा प्रोफेशनल लर्निंग प्रोग्राम्स पेश कर चुकी है, जिनसे 80+ देशों में 10 लाख से अधिक लर्नर्स लाभान्वित हुए हैं।


🗣️ संस्थापकों का बयान

Ashwin Damera, CEO और को-फाउंडर (Emeritus और Eruditus) ने कहा:

“यह refinancing हमारे लंबे समय के growth strategy को मज़बूती देता है और हमें financial flexibility प्रदान करता है। इससे हम अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में अपनी profitable expansion को तेज़ी से आगे बढ़ा सकेंगे। हम MARS और Liquidity को सिर्फ capital providers नहीं, बल्कि लंबे समय के strategic partners मानते हैं।”


💡 पिछली फंडिंग और यूनिकॉर्न सफर

Eruditus ने अक्टूबर 2024 में Series F राउंड में $150 मिलियन जुटाए थे, जिसका नेतृत्व TPG’s The Rise Fund ने किया था।
इससे पहले अगस्त 2021 में $650 मिलियन की equity funding जुटाकर Eruditus ने प्रतिष्ठित unicorn club में एंट्री ली थी।


📊 वित्तीय प्रदर्शन (FY24)

  • Revenue (Operating Scale): ₹3,733 करोड़ (12% की वृद्धि)
  • Adjusted EBITDA Losses: 83.45% घटकर ₹69 करोड़ ($8.3 मिलियन)
  • FY25 रिपोर्ट: अभी दाखिल होना बाकी है

इससे साफ है कि कंपनी तेज़ी से growth trajectory पर है और घाटे को काफ़ी हद तक नियंत्रित कर चुकी है।


📉 Edtech सेक्टर की मौजूदा स्थिति

दिलचस्प बात यह है कि Eruditus की यह बड़ी डील उस समय आई है जब edtech सेक्टर में निवेश लगभग सूख चुका है

  • 2025 में अब तक: 22 डील्स के ज़रिए सिर्फ $118 मिलियन जुटाए गए हैं।
  • अगस्त 2025: अब तक कोई डील क्लोज़ नहीं हुई।
  • PhysicsWallah (PW): हाल के वर्षों में सबसे बड़ी फंडिंग, $210 मिलियन जुटाए। साथ ही, कंपनी को SEBI से ₹3,820 करोड़ के IPO की मंज़ूरी भी मिल गई है।

🚀 Eruditus की आगे की रणनीति

इस refinancing के बाद Eruditus का फोकस होगा:

  1. ग्लोबल यूनिवर्सिटी पार्टनरशिप्स का विस्तार
  2. नए प्रोफेशनल प्रोग्राम्स लॉन्च करना
  3. ऑपरेशनल स्केल को और बढ़ाना
  4. प्रॉफिटेबिलिटी की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाना

📌 निष्कर्ष

Edtech सेक्टर भले ही कठिन दौर से गुज़र रहा हो, लेकिन Eruditus जैसी कंपनियां निवेशकों का भरोसा बनाए हुए हैं
$150 मिलियन की नई फंडिंग न सिर्फ़ कंपनी के ग्लोबल विस्तार को मज़बूती देगी बल्कि भारतीय edtech सेक्टर के लिए भी उम्मीद की किरण साबित हो सकती है।

👉 आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि Eruditus इस पूंजी का इस्तेमाल कर ग्लोबल एजुकेशन मार्केट में अपनी पकड़ और कैसे मज़बूत करता है।

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Eruditus : एडटेक यूनिकॉर्न ने $150 मिलियन की सीरीज F फंडिंग जुटाई

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एडटेक यूनिकॉर्न एरुडिटस ने हाल ही में $150 मिलियन की सीरीज F फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व टीपीजी के ग्लोबल इम्पैक्ट इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म, The Rise Fund, ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशक जैसे सॉफ्टबैंक विजन फंड 2, लीड्स इल्यूमिनेट, एक्सेल, CPP इन्वेस्टमेंट्स, और चान ज़करबर्ग इनिशिएटिव ने भी भाग लिया। यह मुम्बई स्थित कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण फंडिंग राउंड है, जिसने तीन साल के अंतराल के बाद इक्विटी फंडिंग जुटाई है।

कंपनी का परिचय और उद्देश्य

Eruditus एक अग्रणी एडटेक कंपनी है, जो दुनिया भर के 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी में शॉर्ट कोर्स, डिग्री प्रोग्राम और प्रोफेशनल सर्टिफिकेट्स प्रदान करती है। कंपनी का उद्देश्य उच्च शिक्षा को अधिक सुलभ और प्रासंगिक बनाना है, ताकि छात्र और पेशेवर आधुनिक दुनिया की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल और ज्ञान प्राप्त कर सकें। Eruditus अब तक 1 मिलियन से अधिक व्यक्तियों को 80 से अधिक देशों में शिक्षित कर चुका है और इसका संचालन अमेरिका, यूरोप, और एशिया जैसे प्रमुख बाजारों में है।

संस्थापकों का योगदान

एरुडिटस की स्थापना अश्विन डमेरा ने की थी, जो वर्तमान में कंपनी का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में, कंपनी ने वैश्विक स्तर पर अपना विस्तार किया और एडटेक उद्योग में एक अग्रणी स्थान प्राप्त किया। अश्विन डमेरा और उनकी टीम ने एडटेक प्लेटफॉर्म को एक वैश्विक मंच पर विकसित करने के लिए कई रणनीतिक साझेदारियां की हैं।

फंडिंग का उद्देश्य

कंपनी इस नई फंडिंग का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक में निवेश करने, छात्रों के अनुभव को और बेहतर बनाने, और सरकारी और एंटरप्राइज सेवाओं को बढ़ाने के लिए करेगी। इसके अलावा, कंपनी भारत और एशिया पैसिफिक (APAC) क्षेत्रों में अपने निवेश को मजबूत करने की भी योजना बना रही है। एरुडिटस ने यह भी कहा कि वे भविष्य में अधिग्रहण और निवेश की ओर ध्यान देंगे, जो कंपनी की शीर्ष पंक्ति में वृद्धि और रणनीतिक बाजारों में विस्तार के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।

वित्तीय स्थिति

कंपनी ने अपने हाल के वित्तीय आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए हैं, लेकिन FY23 में एरुडिटस का राजस्व 70.39% बढ़कर Rs 3,343 करोड़ हो गया है। वहीं, कंपनी ने अपने घाटे में भी 66.1% की कमी की है, जो Rs 1,049 करोड़ रहा, जबकि FY22 में यह घाटा Rs 3,094 करोड़ था। इन आंकड़ों से यह साफ है कि कंपनी ने वित्तीय रूप से सुधार किया है और घाटे को नियंत्रित किया है, जिससे उसकी विकास यात्रा में मजबूती आई है।

विस्तार और अधिग्रहण की योजना

एरुडिटस का भविष्य का दृष्टिकोण कंपनी के वैश्विक विस्तार और अधिग्रहण के जरिए रणनीतिक बाजारों में वृद्धि पर केंद्रित है। कंपनी ने पहले भी अधिग्रहण और निवेश के माध्यम से अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है, और आगे भी इसी दिशा में बढ़ने की योजना बना रही है। यह फंडिंग राउंड कंपनी को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगा, जिससे वह नए बाजारों में प्रवेश कर सके और अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंच सके।

वैश्विक उपस्थिति

एरुडिटस का मुख्यालय मुंबई में है, लेकिन यह दुनिया भर में फैला हुआ है। इसके कार्यालय न्यूयॉर्क, लंदन, सिंगापुर, शंघाई, पेलो ऑल्टो, और दुबई जैसे महत्वपूर्ण शहरों में हैं। कंपनी के पास वर्तमान में 1,750 से अधिक कर्मचारी हैं, जो वैश्विक स्तर पर काम कर रहे हैं। इस वैश्विक उपस्थिति ने कंपनी को दुनिया भर के छात्रों और विश्वविद्यालयों से जुड़ने में मदद की है।

सीखने का अनुभव और प्रोग्राम

एरुडिटस ने छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा देने के लिए 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी की है। इन विश्वविद्यालयों में हार्वर्ड, एमआईटी, कोलंबिया और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स जैसी प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं। यह विविध पाठ्यक्रमों और प्रमाणपत्रों के माध्यम से छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए तैयार करता है, जिससे उन्हें अपनी प्रोफेशनल और व्यक्तिगत क्षमताओं को बढ़ाने का मौका मिलता है।

निष्कर्ष

एरुडिटस ने अपनी नवीनतम फंडिंग के साथ वैश्विक एडटेक बाजार में एक मजबूत स्थिति प्राप्त की है। अश्विन डमेरा के नेतृत्व में, कंपनी ने अपनी सेवाओं को लगातार उन्नत किया है और छात्रों को बेहतर अनुभव प्रदान किया है। नए निवेश से एरुडिटस के पास और अधिक विस्तार के अवसर हैं, जो उसे वैश्विक एडटेक उद्योग में एक अग्रणी खिलाड़ी बनाए रखने में मदद करेंगे।

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