Eruditus : एडटेक यूनिकॉर्न ने $150 मिलियन की सीरीज F फंडिंग जुटाई

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एडटेक यूनिकॉर्न एरुडिटस ने हाल ही में $150 मिलियन की सीरीज F फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व टीपीजी के ग्लोबल इम्पैक्ट इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म, The Rise Fund, ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशक जैसे सॉफ्टबैंक विजन फंड 2, लीड्स इल्यूमिनेट, एक्सेल, CPP इन्वेस्टमेंट्स, और चान ज़करबर्ग इनिशिएटिव ने भी भाग लिया। यह मुम्बई स्थित कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण फंडिंग राउंड है, जिसने तीन साल के अंतराल के बाद इक्विटी फंडिंग जुटाई है।

कंपनी का परिचय और उद्देश्य

Eruditus एक अग्रणी एडटेक कंपनी है, जो दुनिया भर के 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी में शॉर्ट कोर्स, डिग्री प्रोग्राम और प्रोफेशनल सर्टिफिकेट्स प्रदान करती है। कंपनी का उद्देश्य उच्च शिक्षा को अधिक सुलभ और प्रासंगिक बनाना है, ताकि छात्र और पेशेवर आधुनिक दुनिया की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल और ज्ञान प्राप्त कर सकें। Eruditus अब तक 1 मिलियन से अधिक व्यक्तियों को 80 से अधिक देशों में शिक्षित कर चुका है और इसका संचालन अमेरिका, यूरोप, और एशिया जैसे प्रमुख बाजारों में है।

संस्थापकों का योगदान

एरुडिटस की स्थापना अश्विन डमेरा ने की थी, जो वर्तमान में कंपनी का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में, कंपनी ने वैश्विक स्तर पर अपना विस्तार किया और एडटेक उद्योग में एक अग्रणी स्थान प्राप्त किया। अश्विन डमेरा और उनकी टीम ने एडटेक प्लेटफॉर्म को एक वैश्विक मंच पर विकसित करने के लिए कई रणनीतिक साझेदारियां की हैं।

फंडिंग का उद्देश्य

कंपनी इस नई फंडिंग का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक में निवेश करने, छात्रों के अनुभव को और बेहतर बनाने, और सरकारी और एंटरप्राइज सेवाओं को बढ़ाने के लिए करेगी। इसके अलावा, कंपनी भारत और एशिया पैसिफिक (APAC) क्षेत्रों में अपने निवेश को मजबूत करने की भी योजना बना रही है। एरुडिटस ने यह भी कहा कि वे भविष्य में अधिग्रहण और निवेश की ओर ध्यान देंगे, जो कंपनी की शीर्ष पंक्ति में वृद्धि और रणनीतिक बाजारों में विस्तार के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।

वित्तीय स्थिति

कंपनी ने अपने हाल के वित्तीय आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए हैं, लेकिन FY23 में एरुडिटस का राजस्व 70.39% बढ़कर Rs 3,343 करोड़ हो गया है। वहीं, कंपनी ने अपने घाटे में भी 66.1% की कमी की है, जो Rs 1,049 करोड़ रहा, जबकि FY22 में यह घाटा Rs 3,094 करोड़ था। इन आंकड़ों से यह साफ है कि कंपनी ने वित्तीय रूप से सुधार किया है और घाटे को नियंत्रित किया है, जिससे उसकी विकास यात्रा में मजबूती आई है।

विस्तार और अधिग्रहण की योजना

एरुडिटस का भविष्य का दृष्टिकोण कंपनी के वैश्विक विस्तार और अधिग्रहण के जरिए रणनीतिक बाजारों में वृद्धि पर केंद्रित है। कंपनी ने पहले भी अधिग्रहण और निवेश के माध्यम से अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है, और आगे भी इसी दिशा में बढ़ने की योजना बना रही है। यह फंडिंग राउंड कंपनी को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगा, जिससे वह नए बाजारों में प्रवेश कर सके और अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंच सके।

वैश्विक उपस्थिति

एरुडिटस का मुख्यालय मुंबई में है, लेकिन यह दुनिया भर में फैला हुआ है। इसके कार्यालय न्यूयॉर्क, लंदन, सिंगापुर, शंघाई, पेलो ऑल्टो, और दुबई जैसे महत्वपूर्ण शहरों में हैं। कंपनी के पास वर्तमान में 1,750 से अधिक कर्मचारी हैं, जो वैश्विक स्तर पर काम कर रहे हैं। इस वैश्विक उपस्थिति ने कंपनी को दुनिया भर के छात्रों और विश्वविद्यालयों से जुड़ने में मदद की है।

सीखने का अनुभव और प्रोग्राम

एरुडिटस ने छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा देने के लिए 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी की है। इन विश्वविद्यालयों में हार्वर्ड, एमआईटी, कोलंबिया और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स जैसी प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं। यह विविध पाठ्यक्रमों और प्रमाणपत्रों के माध्यम से छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए तैयार करता है, जिससे उन्हें अपनी प्रोफेशनल और व्यक्तिगत क्षमताओं को बढ़ाने का मौका मिलता है।

निष्कर्ष

एरुडिटस ने अपनी नवीनतम फंडिंग के साथ वैश्विक एडटेक बाजार में एक मजबूत स्थिति प्राप्त की है। अश्विन डमेरा के नेतृत्व में, कंपनी ने अपनी सेवाओं को लगातार उन्नत किया है और छात्रों को बेहतर अनुभव प्रदान किया है। नए निवेश से एरुडिटस के पास और अधिक विस्तार के अवसर हैं, जो उसे वैश्विक एडटेक उद्योग में एक अग्रणी खिलाड़ी बनाए रखने में मदद करेंगे।

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