भारत के Even Healthcare सेक्टर में क्रांति लाने वाली कंपनी इवन हेल्थकेयर ने सीरीज A फंडिंग राउंड में $30 मिलियन (लगभग ₹250 करोड़) की राशि जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Khosla Ventures ने किया, जिसमें Founders Fund, 8VC, और Lachy Groom जैसे बड़े निवेशकों ने भी हिस्सा लिया। इसके साथ ही, इवन हेल्थकेयर की कुल फंडिंग अब $50 मिलियन तक पहुंच गई है।
नई पूंजी का इस्तेमाल और कंपनी का उद्देश्य
Even Healthcare ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस नई पूंजी का उपयोग अस्पतालों के संचालन को शुरू करने और रोगी देखभाल एवं संसाधन प्रक्रियाओं को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। कंपनी का उद्देश्य भारतीय हेल्थकेयर सिस्टम को और अधिक सुलभ और बेहतर बनाना है।
इवन हेल्थकेयर की स्थापना 2020 में मयंक बनर्जी, मतील्दे गिग्लियो और एलेसांद्रो इआलोंगो द्वारा की गई थी। यह कंपनी अपने सदस्यों को मुफ्त परामर्श, डायग्नोस्टिक टेस्ट और कैशलेस अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा प्रदान करती है। कंपनी के अनुसार, इवन केवल उन अस्पतालों के साथ साझेदारी करता है, जो नियमित भुगतान के बदले इसके सदस्यों की अच्छी देखभाल की गारंटी देते हैं।
इवन हेल्थकेयर की सेवाएँ और सदस्यता
इवन हेल्थकेयर ने अपने प्लेटफॉर्म पर पर्सनलाइज्ड केयर प्रोग्राम्स की शुरुआत की है, जिसमें सदस्यों को विशेष देखभाल योजनाएँ मिलती हैं। इसके अलावा, इवन कार्ड भी जारी किए जाते हैं, जिनका उपयोग सदस्य इसके पार्टनर अस्पतालों और लैब्स में बिलों का भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। कंपनी दावा करती है कि इसका प्लेटफॉर्म मेडिकल इंश्योरेंस से बेहतर है, क्योंकि यह असीमित OPD परामर्श और डायग्नोस्टिक्स की सुविधा प्रदान करता है।
तेजी से बढ़ती सदस्यता और राजस्व
वर्तमान में, इवन हेल्थकेयर के 300 कर्मचारियों की एक मजबूत टीम है, जिसने कंपनी के सदस्यता आधार को सैकड़ों हजारों तक बढ़ाया है। कंपनी ने अपने व्यवसायिक लॉन्च के 18 महीने के भीतर ही $28 मिलियन (लगभग ₹230 करोड़) का राजस्व अर्जित किया है। यह इवन हेल्थकेयर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इसके तेजी से बढ़ते हुए व्यवसाय का प्रमाण है।
भविष्य की योजनाएँ
आने वाले समय में, इवन हेल्थकेयर बेंगलुरु में तीन माध्यमिक देखभाल पर केंद्रित अस्पताल खोलने की योजना बना रहा है। इन अस्पतालों का उद्देश्य जोखिम प्रोफाइलिंग और प्रबंधित देखभाल के माध्यम से अस्पताल में भर्ती होने के जोखिमों को कम करना है। इवन का लक्ष्य है कि ये अस्पताल अधिक कुशल और रोगियों के लिए सुरक्षित देखभाल प्रदान कर सकें।
भारतीय हेल्थकेयर मार्केट का परिदृश्य
भारत का हेल्थकेयर बाजार 2022 में $372 बिलियन (लगभग ₹30 लाख करोड़) का था और यह 22% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ रहा है। लेकिन इसके बावजूद, निजी बीमा योजनाओं के तहत केवल बहुत कम आबादी कवर हो पाती है। इस चुनौतीपूर्ण परिदृश्य में, इवन हेल्थकेयर जैसी कंपनियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
निजी बीमा और इवन की भूमिका
हालांकि भारत में प्राइवेट इंश्योरेंस का विस्तार हो रहा है, लेकिन यह अभी भी पूरे देश की अपेक्षाओं को पूरा करने में असमर्थ है। ऐसे में इवन हेल्थकेयर का कैशलेस और फ्री OPD परामर्श जैसे मॉडल भारतीयों के लिए अधिक सुलभ और किफायती हेल्थकेयर समाधान प्रदान कर रहे हैं।
इवन हेल्थकेयर की यह रणनीति न केवल आर्थिक रूप से अधिक सशक्त वर्ग के लिए लाभकारी है, बल्कि उन लोगों के लिए भी जो बीमा योजनाओं की जटिलताओं और प्रीमियम के कारण हेल्थकेयर से दूर रहते हैं। इवन हेल्थकेयर के मॉडल में प्रीमियम भुगतान के बजाय नियमित भुगतान के माध्यम से अस्पतालों से सेवाएं प्राप्त करना संभव होता है, जिससे लोगों का भरोसा और सुविधाएँ दोनों बढ़ती हैं।
निष्कर्ष
इवन हेल्थकेयर का सीरीज A फंडिंग राउंड में $30 मिलियन जुटाना यह दर्शाता है कि भारतीय हेल्थकेयर सेक्टर में अभी भी नवाचार और निवेश के लिए अपार संभावनाएँ हैं। कंपनी की नई पूंजी का इस्तेमाल न केवल अस्पतालों के संचालन में सुधार के लिए होगा, बल्कि रोगियों के देखभाल के स्तर को भी उच्च बनाने में मदद करेगा।
आने वाले समय में, इवन हेल्थकेयर का ध्यान अस्पतालों के नेटवर्क को और विस्तार देने, सदस्यता आधार को बढ़ाने और हेल्थकेयर सेवाओं को बेहतर और अधिक सुलभ बनाने पर होगा।
Read More : Paytm को NPCI से मिली नई UPI यूजर्स जोड़ने की मंजूरी