Paytm की सहायक कंपनी First Games Technology Private Limited को GST खुफिया निदेशालय (DGGI), दिल्ली से ₹5,712 करोड़ का शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस जनवरी 2018 से मार्च 2023 की अवधि के लिए जारी हुआ है और इसमें ब्याज और जुर्माने की राशि भी शामिल है।
यह जानकारी Paytm ने खुद राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को दी गई एक आधिकारिक फाइलिंग में साझा की है।
📌 किस मुद्दे पर मिला है नोटिस?
यह नोटिस ऑनलाइन गेमिंग उद्योग में चल रही जीएसटी विवाद से जुड़ा हुआ है, जो पिछले 18 महीनों से बहस का विषय बना हुआ है।
मुख्य विवाद यह है कि क्या GST केवल प्लेटफॉर्म फीस (रेवेन्यू) पर लगनी चाहिए या पूरे एंट्री अमाउंट (जैसे टोटल एंट्री फीस/बेटिंग अमाउंट) पर।
- सरकार और DGGI का दावा है कि ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST लागू होती है, और वह भी टोटल एंट्री अमाउंट पर।
- जबकि कंपनियों का मानना है कि GST सिर्फ उनके द्वारा कमाई गई प्लेटफॉर्म फीस (जैसे कमीशन या सर्विस चार्ज) पर ही लगाई जानी चाहिए, और वह दर भी 18% होनी चाहिए।
🧾 First Games की प्रतिक्रिया: अदालत का दरवाज़ा खटखटाएगी कंपनी
Paytm ने अपनी फाइलिंग में बताया है कि:
- First Games इस शो-कॉज नोटिस (SCN) को चुनौती देने के लिए एक रिट याचिका दायर करेगी।
- कंपनी इस बात का विरोध करेगी कि GST विभाग ने जो नया 28% टैक्स रेट लागू किया है (जो कि 1 अक्टूबर 2023 से प्रभावी हुआ है), उसे पिछली तारीखों पर लागू नहीं किया जा सकता।
इस याचिका में कंपनी “इंटरिम राहत” (अस्थायी संरक्षण) भी मांगेगी, जैसा कि कई अन्य गेमिंग कंपनियों को हाल ही में दिया गया है।
📉 क्या Paytm की कमाई पर पड़ेगा असर?
Paytm ने साफ किया है कि:
- इस नोटिस से उसके मुख्य ऑपरेशंस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि First Games में उसका निवेश पहले ही शून्य (nil) हो चुका है।
- यानी, Paytm के मार्च 2024 के समेकित वित्तीय विवरणों में First Games की वैल्यू पहले से ही “nil” थी।
यह बयान Paytm ने निवेशकों की चिंता को शांत करने के लिए जारी किया है, क्योंकि इतने बड़े GST नोटिस से कंपनी की छवि पर असर पड़ सकता है।
🕵️♀️ यह कोई पहला नोटिस नहीं है
गौरतलब है कि पिछले महीने भी Paytm को प्रवर्तन निदेशालय (ED) से एक शो-कॉज नोटिस मिला था।
यह नोटिस Little Internet Pvt Ltd (LIPL) और NearBuy India Pvt Ltd (NIPL) से जुड़े कुछ कथित मामलों को लेकर जारी हुआ था।
यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हो रहा है जब Paytm जल्द ही वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4 FY25) के नतीजे पेश करने वाला है।
📊 तीसरी तिमाही में कैसा रहा Paytm का प्रदर्शन?
Paytm ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) में:
- ₹1,828 करोड़ का ऑपरेशनल रेवेन्यू दर्ज किया।
- लेकिन इस अवधि में कंपनी को ₹208 करोड़ का घाटा भी उठाना पड़ा।
यह लगातार दूसरी तिमाही थी जब कंपनी घाटे में रही, जो कि निवेशकों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।
🎮 गेमिंग उद्योग पर GST का साया
ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर में GST को लेकर असमंजस लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार ने अक्टूबर 2023 में एक बड़ा बदलाव करते हुए:
- सभी गेमिंग, कैसीनो और बेटिंग गतिविधियों पर 28% GST लागू कर दिया।
- इस दर को टोटल पैसे की एंट्री पर लगाया जा रहा है, जिससे कई स्टार्टअप और कंपनियों को हजारों करोड़ रुपये की टैक्स देनदारी झेलनी पड़ रही है।
इससे पहले Dream11, Gameskraft, और कई अन्य कंपनियों को भी भारी GST नोटिस मिल चुके हैं।
Supreme Court और High Courts में कई याचिकाएं पहले से ही लंबित हैं, जिनमें कंपनियां यह कह रही हैं कि GST केवल उनके असली रेवेन्यू (प्लेटफॉर्म फीस) पर लागू होना चाहिए, पूरे एंट्री अमाउंट पर नहीं।
🧩 क्या हो सकता है अगला कदम?
First Games की ओर से रिट याचिका दायर करने के बाद, यह मामला अदालत में जाएगा।
अगर अदालत कंपनी को अंतरिम राहत देती है, तो फिलहाल टैक्स की वसूली टल सकती है।
लेकिन अगर अदालत ने GST विभाग के पक्ष में फैसला दिया, तो न सिर्फ First Games, बल्कि पूरे गेमिंग सेक्टर को भारी टैक्स चुकाना पड़ सकता है — वो भी पिछली तारीखों से।
📌 निष्कर्ष
Paytm की सहायक कंपनी को ₹5,712 करोड़ का यह नोटिस न केवल खुद कंपनी के लिए, बल्कि पूरे ऑनलाइन गेमिंग उद्योग के लिए एक चेतावनी जैसा है।
जब देश में गेमिंग इंडस्ट्री तेज़ी से बढ़ रही है और करोड़ों की पूंजी इसमें निवेश की जा रही है, ऐसे में GST की यह नीति निवेशकों और कंपनियों दोनों के लिए असमंजस पैदा कर रही है।
अब देखना यह है कि अदालत इस पर क्या रुख अपनाती है — क्या कंपनियों को राहत मिलेगी या उन्हें भारी टैक्स चुकाना पड़ेगा?
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