स्पेस टेक स्टार्टअप GalaxEye को $10 मिलियन की फंडिंग मिली

GalaxEye

स्पेस टेक्नोलॉजी में तेजी से उभर रहे स्टार्टअप GalaxEye ने हाल ही में अपने सीरीज A फंडिंग राउंड में $10 मिलियन जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व MountTech Growth Fund ने किया है, जिसमें Mela Ventures, Speciale Invest, ideaForge, Rainmatter, Navam Capital, Faad Capital और Anicut Capital जैसे प्रमुख निवेशकों ने भी भाग लिया है। इस फंडिंग से GalaxEye को अपनी स्पेस टेक्नोलॉजी को और अधिक उन्नत बनाने और अपनी सेवाओं का विस्तार करने में सहायता मिलेगी।

GalaxEye: डेटा प्रिसिजन में विशेषज्ञ

GalaxEye की स्थापना 2020 में सैयाश सिंह, देनिल चावड़ा, किशन ठक्कर, प्रणीत मेहता और रक्षित भट्ट ने की थी। कंपनी का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष और एरियल प्लेटफॉर्म से सटीक डेटा उपलब्ध कराना है। GalaxEye अपने मल्टी-सेंसर पेलोड तकनीक के लिए प्रसिद्ध है, जो Optical MSI (मल्टीस्पेक्ट्रल इमेजिंग) और SAR (सिंथेटिक अपर्चर रडार) सेंसर को मिलाकर बेहतर डेटा प्रोसेसिंग में सहायता करता है। यह अत्याधुनिक तकनीक डिफेंस, सर्विलांस, एग्रीकल्चर, इंश्योरेंस और एक्वाकल्चर जैसे क्षेत्रों में काफी उपयोगी साबित हो रही है।

कंपनी का दावा है कि उन्होंने भारत का पहला UAV SAR सिस्टम विकसित किया है, जो विशेष रूप से डिफेंस मार्केट के लिए डिजाइन किया गया है। इस UAV SAR पेलोड के साथ GalaxEye ने 300 से अधिक सफल उड़ानों को पूरा किया है, जिससे इसकी तकनीकी क्षमता और सटीकता का प्रमाण मिलता है।

फंड का उपयोग और भविष्य की योजनाएँ

GalaxEye इस फंड का उपयोग अपने मल्टी-सेंसर पेलोड टेक्नोलॉजी को और अधिक उन्नत बनाने, अंतरिक्ष आधारित डेटा प्रोसेसिंग में सुधार करने और अंतरिक्ष में निगरानी की नई क्षमताओं को विकसित करने के लिए करेगा। इसके अलावा, कंपनी ने इस तकनीक को और अधिक सटीक बनाने और व्यावसायिक उपयोग के लिए पूरी तरह से तैयार करने की योजना बनाई है।

कंपनी का फोकस अंतरिक्ष आधारित डेटा सेवाओं को अधिक उपयोगी और सुलभ बनाना है। GalaxEye की यह तकनीक भारत के रक्षा और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नई संभावनाएँ खोल सकती है, जहाँ सटीकता और तेज डेटा प्रोसेसिंग की आवश्यकता होती है।

भारतीय स्पेस सेक्टर में सरकार का समर्थन

हाल ही में, केंद्र सरकार ने भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के समर्थन के लिए 1,000 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड को मंजूरी दी है। इस फंड का उद्देश्य स्पेस टेक्नोलॉजी में नवाचार को बढ़ावा देना और करीब 40 स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। भारत में तेजी से बढ़ते अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में यह फंडिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

सरकार द्वारा प्रदान किए गए इस फंड के माध्यम से GalaxEye जैसे स्टार्टअप्स को और अधिक नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। इससे भारतीय स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवाचार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, साथ ही भारत की तकनीकी क्षमता को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी।

GalaxEye का प्रभाव: डिफेंस और कृषि क्षेत्रों में नए अवसर

GalaxEye की तकनीक भारतीय रक्षा और कृषि क्षेत्रों में नए अवसरों को जन्म दे रही है। डिफेंस के लिए उपलब्ध SAR तकनीक भारत की सीमाओं पर निगरानी को और अधिक प्रभावी बना सकती है। वहीं, कृषि क्षेत्र में भी इसका उपयोग कर किसान अपने फसलों की स्थिति का सटीक अनुमान लगा सकते हैं, जिससे उनकी पैदावार और उत्पादन में सुधार हो सकेगा।

इसके अलावा, बीमा क्षेत्र में GalaxEye का डेटा विश्लेषण किसानों को उनकी फसल बीमा के लिए सटीक डेटा प्रदान करने में सहायक हो सकता है। एक्वाकल्चर और अन्य उद्योगों के लिए भी यह तकनीक संभावनाओं को बढ़ावा देती है, जिससे डेटा सटीकता और फैसले लेने में सरलता आती है।

अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर कदम

GalaxEye जैसे स्टार्टअप्स का उभार भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। GalaxEye का मिशन न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सटीक डेटा उपलब्ध कराना है। कंपनी के संस्थापक और टीम का मानना है कि उनकी तकनीक भारत को एक डेटा-ड्रिवन समाज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जहाँ हर क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाला डेटा आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।

GalaxEye के सह-संस्थापक सैयाश सिंह का कहना है, “हमारा लक्ष्य अंतरिक्ष डेटा तकनीक में भारत को अग्रणी बनाना है। इस फंडिंग के माध्यम से हम अपनी तकनीकी क्षमताओं को और अधिक उन्नत बनाएंगे और अंतरिक्ष डेटा सेवाओं में नयी ऊँचाईयों को प्राप्त करेंगे।”

वैश्विक स्पेस डेटा बाजार में भारत की बढ़ती हिस्सेदारी

ग्लोबल स्पेस डेटा मार्केट में भारत की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। मौजूदा रिपोर्टों के अनुसार, इस बाजार का कुल मूल्य $50 बिलियन है, और GalaxEye जैसे भारतीय स्टार्टअप्स इस बाजार में अपनी जगह बना रहे हैं। भारतीय स्पेस टेक स्टार्टअप्स का यह उभार दर्शाता है कि देश तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और नवाचार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

निष्कर्ष

GalaxEye का यह फंडिंग राउंड और उनके द्वारा विकसित की जा रही तकनीक भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देगी। यह कदम न केवल GalaxEye के विकास में सहायक होगा, बल्कि भारत को अंतरिक्ष डेटा प्रोसेसिंग में एक नई दिशा प्रदान करेगा। भारत में अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी की मांग और नए अवसरों के चलते यह फंडिंग और तकनीकी विस्तार भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हो सकती है।

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