🚗 Garaaz ने जुटाए ₹4.55 करोड़,

Garaaz

जयपुर आधारित ऑटोमोटिव स्पेयर पार्ट्स एग्रीगेटर Garaaz ने अपने सीड फंडिंग राउंड में ₹4.55 करोड़ (लगभग $5.3 लाख) जुटाए हैं। यह निवेश भारत की प्रतिष्ठित वेंचर कैपिटल फर्म GVFL ने किया है। यह फंडिंग ऐसे समय आई है जब भारत का ऑटो आफ्टरमार्केट सेक्टर तेजी से डिजिटल हो रहा है और छोटे-बड़े वर्कशॉप्स को टेक्नोलॉजी के ज़रिए सपोर्ट की आवश्यकता है।


🛠️ क्या है Garaaz?

2019 में शलीन अग्रवाल द्वारा स्थापित, Garaaz एक SaaS-इनेबल्ड प्लेटफॉर्म है जो वर्कशॉप्स और स्पेयर पार्ट्स सप्लायर्स को जोड़ता है। यह प्लेटफॉर्म अब तक 25 से अधिक कार ब्रांड्स के 80 लाख से ज्यादा पार्ट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करता है।

इसकी सबसे बड़ी ताकत है इसका टेक-फोकस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, जो इन्वेंटरी लुकअप, ऑर्डर मैनेजमेंट, वर्कशॉप ट्रैकिंग और एनालिटिक्स जैसे टूल्स प्रदान करता है। इससे गैराज और मैकेनिक को सामान की उपलब्धता, कीमतों की पारदर्शिता और समय पर डिलीवरी से जुड़ी समस्याओं का समाधान मिलता है।


💰 कैसे कमाता है Garaaz?

Garaaz का रेवेन्यू मॉडल बहुआयामी है। इसमें शामिल हैं:

  • SaaS सब्सक्रिप्शन फीस
  • ट्रांजैक्शन पर मार्जिन
  • लॉजिस्टिक्स और डेटा-आधारित वैल्यू एडेड सर्विसेज

इससे कंपनी को लगातार कैश फ्लो मिलता है और वह छोटे और बड़े दोनों वर्कशॉप्स को अपने नेटवर्क में जोड़ पा रही है।


📈 दो वर्षों में 3X ग्रोथ, FY24-25 में बिक्री हुई दोगुनी

Garaaz ने दावा किया है कि उसने पिछले दो वर्षों में 3 गुना ग्रोथ दर्ज की है। खास बात यह है कि वित्तीय वर्ष FY24-25 में कंपनी की बिक्री पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गई है। यह दर्शाता है कि बाजार में उनकी टेक्नोलॉजी और सर्विस को कितनी तेजी से अपनाया जा रहा है।


🧪 नए निवेश का उपयोग कहां होगा?

Garaaz इस नई पूंजी का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में करने जा रहा है:

  • नई राज्यों में विस्तार
  • R&D (अनुसंधान और विकास) पर ज़ोर
  • टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना
  • लॉजिस्टिक्स और कस्टमर सपोर्ट नेटवर्क का स्केलेबल निर्माण

कंपनी का मकसद है देश के हर कोने में मौजूद वर्कशॉप्स तक पहुंचना और उन्हें डिजिटल समाधान के ज़रिए सशक्त बनाना।


🧩 भारतीय बाजार की जरूरत को समझता है Garaaz

भारत में हजारों छोटे और मझोले ऑटो वर्कशॉप्स हैं, जिनकी सबसे बड़ी समस्या होती है:

  • ओरिजिनल स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता
  • विश्वसनीय डिलीवरी
  • उचित और पारदर्शी कीमतें

Garaaz का टेक-समर्थित प्लेटफॉर्म इन सभी समस्याओं का समाधान एक ही जगह पर करता है। इससे न सिर्फ वर्कशॉप का एक्सपीरियंस बेहतर होता है, बल्कि ग्राहकों की संतुष्टि और वाहन रिपेयर क्वालिटी भी बेहतर होती है।


🧑‍🔧 कंपटीशन में भी Garaaz की अपनी अलग पहचान

भारत में ऑटो आफ्टरमार्केट और B2B स्पेयर पार्ट्स सेक्टर में कई स्टार्टअप्स सक्रिय हैं जैसे:

  • boodmo
  • SpareIt
  • Koovers
  • Automovill

लेकिन Garaaz की USP है उसका SaaS-आधारित स्केलेबल प्लेटफॉर्म जो वर्कशॉप ट्रैकिंग से लेकर एनालिटिक्स तक का फुल-सुइट सॉल्यूशन देता है। इसके चलते यह तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रहा है।


🚛 लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी की मजबूती

Garaaz ने अपनी लॉजिस्टिक्स चेन को इस तरह डिज़ाइन किया है कि ग्राहक को हर ऑर्डर टाइमबाउंड डिलीवरी के साथ मिलता है। इसके साथ ही कंपनी वर्कशॉप्स की इनवेंटरी जरूरतों का डेटा भी ट्रैक करती है, जिससे समय पर पार्ट्स का स्टॉक सुनिश्चित किया जा सके।


📊 ऑटो आफ्टरमार्केट में अवसरों की भरमार

भारत का ऑटो आफ्टरमार्केट सेक्टर सालाना ₹75,000 करोड़ से ज्यादा का है और इसमें तेज़ी से ग्रोथ हो रही है। EVs (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) और नए ब्रांड्स के आने से इस सेक्टर में स्पेयर पार्ट्स की मांग और बढ़ रही है। ऐसे में एक संगठित, तकनीक-आधारित प्लेटफॉर्म की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है, और Garaaz इस मौके को पूरी तरह भुना रहा है।


🎯 भविष्य की रणनीति

Garaaz का लक्ष्य है कि अगले 2 वर्षों में वह भारत के 50 से अधिक शहरों और राज्यों में अपना नेटवर्क फैला सके। साथ ही वह अपनी तकनीक में AI और मशीन लर्निंग को भी शामिल करने की योजना बना रहा है, जिससे पार्ट्स की डिमांड और स्टॉक को प्रेडिक्ट किया जा सके।


📝 निष्कर्ष

Garaaz सिर्फ एक ऑटो पार्ट्स स्टार्टअप नहीं है, बल्कि यह भारत के लाखों वर्कशॉप्स के लिए एक भरोसेमंद तकनीकी साथी बनता जा रहा है। ₹4.55 करोड़ की फंडिंग के साथ कंपनी अब और भी तेज़ी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रही है – भारत का सबसे बड़ा और सबसे भरोसेमंद ऑटो स्पेयर पार्ट्स एग्रीगेटर बनने की दिशा में।

Garaaz ने यह साबित कर दिया है कि जब समस्या की सही पहचान और तकनीकी समाधान साथ मिलते हैं, तो भारत का सबसे पारंपरिक सेक्टर भी आधुनिकता की राह पर चल सकता है।

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