🚁 Garuda Aerospace ने जुटाए ₹100 करोड़,

Garuda Aerospace

भारतीय ड्रोन टेक्नोलॉजी क्षेत्र में अग्रणी स्टार्टअप Garuda Aerospace ने अपने Series B फंडिंग राउंड में ₹100 करोड़ ($11.6 मिलियन) जुटाए हैं। यह फंडिंग राउंड Venture Catalysts (VCAT) के नेतृत्व में हुआ, जिससे कंपनी की पोस्ट-मनी वैल्यूएशन $250 मिलियन हो गई है।

यह फंडिंग भारतीय ड्रोन इकोसिस्टम के लिए न केवल एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि इस बात का संकेत भी है कि अब भारत रक्षा, कृषि और इंडस्ट्रियल अनुप्रयोगों में ड्रोन टेक्नोलॉजी को अपनाने में तेजी से आगे बढ़ रहा है।


📈 Garuda Aerospace पिछली फंडिंग और निवेशक

Garuda Aerospace ने फरवरी 2023 में Series A राउंड के तहत $22 मिलियन जुटाए थे। इस राउंड का नेतृत्व SphitiCap ने किया था। उस समय भी कंपनी ने उत्पादन क्षमताओं और रिसर्च एंड डेवलपमेंट को मजबूत करने की योजना बनाई थी।


🧠 फंडिंग का उपयोग कहाँ होगा?

कंपनी के अनुसार, Series B में प्राप्त नई पूंजी का उपयोग निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों में किया जाएगा:

  • ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग को स्केल अप करना
  • प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ाना
  • डिफेंस ड्रोन टेक्नोलॉजी पर केंद्रित R&D और टेस्टिंग सेंटर को पूरा करना
  • नए ग्राहकों के लिए अनुकूल टेक्नोलॉजी डेवलप करना

Garuda अब खुद को सिर्फ एक ड्रोन निर्माता नहीं, बल्कि एक एंड-टू-एंड ड्रोन सॉल्यूशन प्रोवाइडर के रूप में स्थापित करने पर काम कर रहा है।


🏗️ Garuda Aerospace की स्थापना और विस्तार

Garuda Aerospace की स्थापना 2015 में Agnishwar Jayaprakash ने की थी। आज कंपनी के पास:

  • 200+ की टीम
  • 30 प्रकार के ड्रोन मॉडल्स
  • 50 से अधिक ड्रोन सेवाएं (Drone-as-a-Service)
  • 400 से अधिक ड्रोन का फ्लीट
  • 500 प्रशिक्षित पायलट
  • 84 शहरों में सक्रिय संचालन

📑 पेटेंट और इनोवेशन

Garuda के पास 20 से अधिक पेटेंट हैं, जो इसके तकनीकी नवाचार को दर्शाते हैं।


🏢 क्लाइंट पोर्टफोलियो और ग्लोबल साझेदारियाँ

Garuda Aerospace के ग्राहक सिर्फ भारतीय सरकारी एजेंसियां ही नहीं हैं, बल्कि इसमें कई दिग्गज प्राइवेट कंपनियाँ भी शामिल हैं:

  • TATA Group
  • Reliance Industries
  • Adani Group

इसके अलावा, Garuda ने अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों से भी साझेदारी की है, जैसे:

  • Lockheed Martin
  • Elbit Systems

यह साझेदारियाँ कंपनी की ग्लोबल स्केलेबिलिटी और विश्वास को दर्शाती हैं।


💹 वित्तीय प्रदर्शन (FY24)

TheKredible के आंकड़ों के अनुसार:

  • FY24 में Garuda का ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹110 करोड़ रहा, जो FY23 के ₹47 करोड़ से 2.3 गुना वृद्धि है।
  • FY24 में नेट प्रॉफिट ₹16 करोड़ रहा, जो FY23 के ₹6 करोड़ की तुलना में 2.7 गुना अधिक है।

यह प्रदर्शन दर्शाता है कि कंपनी न केवल टेक्नोलॉजी में अग्रणी है, बल्कि वित्तीय रूप से भी स्थिर और लाभदायक होती जा रही है।


🌾 कहां-कहां इस्तेमाल हो रहे Garuda के ड्रोन?

Garuda के ड्रोन का इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है, जिनमें शामिल हैं:

  • रक्षा क्षेत्र (Defence Applications)
  • कृषि (Agri Spraying, Soil Monitoring)
  • इंडस्ट्रियल निरीक्षण (Industrial Inspections)
  • कंस्ट्रक्शन मॉनिटरिंग
  • आपदा प्रबंधन और राहत कार्य (Disaster Relief & Rescue)

कंपनी का Drone-as-a-Service (DaaS) मॉडल ग्राहकों को बिना ड्रोन खरीदे सर्विस लेने की सुविधा देता है, जिससे बाजार और बड़ा हो गया है।


⚔️ प्रतिस्पर्धा और मार्केट पोजिशन

Garuda को भारत में कई अन्य ड्रोन स्टार्टअप्स से प्रतिस्पर्धा मिल रही है, जैसे:

  • ideaForge
  • Aarav Unmanned Systems
  • Throttle Aerospace Systems
  • General Aeronautics
  • Omnipresent Robot Tech

हालांकि, Garuda ने खुद को सर्विस ओरिएंटेड और डिफेंस-केंद्रित उत्पादों के माध्यम से एक मजबूत जगह बना ली है।


🗣️ फाउंडर का विज़न

संस्थापक Agnishwar Jayaprakash ने कहा:

“हमारा उद्देश्य सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में भारत निर्मित ड्रोन की उपस्थिति दर्ज कराना है। इस फंडिंग से हम अपने विज़न को साकार करने के एक कदम और करीब पहुंच गए हैं।”


📌 निष्कर्ष

Garuda Aerospace की यह ताज़ा फंडिंग और तेजी से बढ़ता व्यवसाय यह दर्शाता है कि भारतीय ड्रोन टेक्नोलॉजी सेक्टर वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो रहा है। नवाचार, उत्पाद विविधता और मजबूत साझेदारियों के दम पर Garuda भविष्य में भारत की सबसे बड़ी ड्रोन कंपनी बनने की ओर अग्रसर है।


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