💍Giva ने ₹450 करोड़ जुटाए Series C राउंड में,

Giva

भारतीय ज्वेलरी बाजार में तेज़ी से उभरता हुआ ओम्निचैनल ब्रांड Giva अब नए फंडिंग के साथ अपने विस्तार को नई ऊंचाई देने जा रहा है। बेंगलुरु स्थित इस स्टार्टअप ने ₹450 करोड़ ($53 मिलियन) की Series C फंडिंग जुटाई है। इस राउंड का नेतृत्व Creaegis ने किया, जिसमें Premji Invest, Epiq Capital, और Edelweiss Discovery Fund जैसे बड़े निवेशकों की भागीदारी रही।


📊 फंडिंग का पूरा विवरण

Giva के बोर्ड ने हाल ही में एक प्रस्ताव पारित किया, जिसके तहत कंपनी ने 1,73,430 Series C CCPS (Compulsorily Convertible Preference Shares) जारी करने की मंजूरी दी। प्रत्येक शेयर की कीमत ₹25,947 रखी गई है।

निवेश का वितरण इस प्रकार है:

  • 💼 Creaegis (CIF II Scheme): ₹235 करोड़ ($27.6 मिलियन)
  • 💼 Premji Invest: ₹125 करोड़ ($14.7 मिलियन)
  • 💼 Epiq Capital: ₹45 करोड़
  • 💼 Edelweiss Discovery Fund: ₹35 करोड़
  • 💼 Usha Dalmia Trust: ₹10 करोड़

इसके अतिरिक्त, Alteria Capital से कंपनी ने ₹30 करोड़ का डेट फंडिंग भी प्राप्त किया है।


🎯 कहां होगा इन पैसों का उपयोग?

फाइलिंग के अनुसार, यह पूंजी कंपनी के ऑपरेशनल खर्चों, जैसे कि भर्ती, मार्केटिंग, सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों और विस्तार योजनाओं में इस्तेमाल की जाएगी।

साथ ही, giva ने अपने ESOP (Employee Stock Option Pool) को भी 15,853 नए इक्विटी शेयरों के साथ ₹41 करोड़ मूल्य तक बढ़ाया है। इससे कुल ESOP पूल का मूल्य अब ₹203 करोड़ (लगभग $24 मिलियन) हो गया है।


💰 अब Giva की वैल्यू कितनी हो गई?

Entrackr के अनुमान के अनुसार, इस फंडिंग के बाद Giva की वैल्यूएशन ₹3,950 करोड़ ($465 मिलियन) तक पहुंच गई है। यह पिछली फंडिंग के समय की ₹1,975 करोड़ वैल्यू से दोगुनी वृद्धि को दर्शाता है।


🛍️ Giva का अब तक का सफर

Giva की शुरुआत साल 2019 में एक अफॉर्डेबल ज्वेलरी ब्रांड के रूप में हुई थी। लेकिन समय के साथ इसने अपना दायरा बढ़ाते हुए गोल्ड ज्वेलरी और लैब-ग्रो डायमंड्स में भी कदम रखे।

कंपनी के फाउंडर ईशेंद्र अग्रवाल (Ishendra Agarwal) के नेतृत्व में Giva अब देशभर में करीब 150 फिजिकल स्टोर्स चला रही है और वेबसाइट व मोबाइल ऐप के माध्यम से ओम्निचैनल मॉडल पर काम कर रही है। कंपनी अब फ्रैंचाइज़ी आधारित विस्तार रणनीति को अपनाकर छोटे शहरों तक पहुंच बना रही है।


📈 फाइनेंशियल रिपोर्ट कार्ड: FY24

Giva का वित्तीय प्रदर्शन वर्ष 2023–24 (FY24) में इस प्रकार रहा:

  • 💵 ऑपरेटिंग रेवेन्यू: ₹274 करोड़ (FY23 में ₹165 करोड़ से 66% अधिक)
  • 🔻 घाटा: ₹59 करोड़ (FY23 की तुलना में 30% अधिक)

हालांकि घाटा बढ़ा है, लेकिन रेवेन्यू में आई तेज़ी इस बात का संकेत है कि कंपनी की ग्रोथ ट्रैक पर है और इसका बाजार में पकड़ मजबूत हो रही है।


👥 Giva के प्रमुख शेयरधारक

फंडिंग से पहले Giva में हिस्सेदारी का वितरण इस प्रकार था:

  • 👤 ईशेंद्र अग्रवाल (संस्थापक): 25.10%
  • 💼 Premji Invest: 17.13%
  • 💼 India Quotient: 13.38%
  • 💼 A91 Partners: 9.58%

नई फंडिंग और ESOP विस्तार के बाद इन शेयरहोल्डिंग्स में कुछ बदलाव होने की संभावना है।


⚔️ प्रतियोगिता और बाजार स्थिति

Giva का मुकाबला भारत के कई प्रमुख ज्वेलरी ब्रांड्स से है, जिनमें शामिल हैं:

  • Bluestone: जो पहले ही ₹1,000 करोड़ की IPO प्रक्रिया में है
  • CaratLane: Titan का अधिग्रहित ऑनलाइन ब्रांड
  • Melorra: फंडेड ऑनलाइन ज्वेलरी स्टार्टअप
  • इसके अलावा, कई पारंपरिक पारिवारिक ब्रांड्स और हाइब्रिड ओम्निचैनल प्लेयर्स

Giva ने अपनी आकर्षक डिज़ाइनों, किफायती कीमतों और ऑनलाइन-ऑफलाइन उपस्थिति के दम पर एक खास जगह बनाई है।


📦 आगे की रणनीति क्या है?

Giva अब फंडिंग का इस्तेमाल कर:

  • ✅ नई भर्तियाँ करने
  • ✅ ब्रांड मार्केटिंग को तेज़ करने
  • ✅ Tier-2 और Tier-3 शहरों में स्टोर खोलने
  • ✅ और अपने गोल्ड एवं डायमंड कलेक्शन का विस्तार करने की योजना पर काम कर रही है।

🔚 निष्कर्ष

Giva का यह नया फंडिंग राउंड न केवल कंपनी के विकास को रफ्तार देगा, बल्कि भारतीय ज्वेलरी उद्योग में इसके प्रतिस्पर्धियों को भी नई रणनीति पर सोचने को मजबूर करेगा।

एक ऐसे समय में जब भारतीय उपभोक्ता ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से शॉपिंग कर रहे हैं, Giva का ओम्निचैनल मॉडल, बढ़ती ब्रांड वैल्यू, और तेज़ी से बढ़ती वैल्यूएशन इसे बाजार में एक मजबूत दावेदार बनाते हैं।

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✍️ लेखक: FundingRaised हिंदी टीम

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