📢 परिचय:
कन्वर्सेशनल AI प्लेटफॉर्म Gupshup ने अपने ताज़ा फंडिंग राउंड में $60 मिलियन (लगभग ₹500 करोड़) से अधिक की राशि इक्विटी और डेब्ट के रूप में जुटाई है। यह निवेश प्रमुख निवेशकों Globespan Capital Partners और EvolutionX Debt Capital द्वारा किया गया है।
यह फंडिंग Gupshup के लिए बीते चार वर्षों में पहला बड़ा निवेश है और यह ऐसे समय पर आया है जब कंपनी 18-24 महीनों में IPO (Initial Public Offering) लाने की योजना बना रही है। कंपनी इसके साथ ही अपने मुख्यालय को अमेरिका से भारत स्थानांतरित करने की संभावनाएं भी तलाश रही है।
🚀 फंडिंग से मिलेगा विस्तार को बल
Gupshup इस निवेश का उपयोग निम्नलिखित कार्यों के लिए करेगा:
- अपने AI एजेंट्स को बेहतर बनाने और स्केल करने के लिए
- भारत, मिडल ईस्ट, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका जैसे तेज़ी से बढ़ते बाजारों में उपस्थिति मज़बूत करने के लिए
- अपने गो-टू-मार्केट रणनीति को तेज़ी से लागू करने के लिए
🤖 Gupshup क्या करता है?
Gupshup एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो कंपनियों को बातचीत आधारित मार्केटिंग, सेल्स और कस्टमर सपोर्ट देने में सक्षम बनाता है। इसके AI-पावर्ड टूल्स ब्रांड्स को ग्राहकों के साथ पर्सनलाइज्ड तरीके से जुड़ने में मदद करते हैं — वो भी मैसेजिंग ऐप्स और वॉइस इंटरफेस के ज़रिए।
प्रमुख फीचर्स:
- AI Agents
- Campaign Manager
- Click-to-Chat Ads
- AI CoPilot
- Agent Assist
कंपनी के अनुसार, Gupshup हर साल 120 अरब से ज़्यादा मैसेज 130 देशों में 50,000 से अधिक क्लाइंट्स के लिए भेजता है।
🦄 यूनिकॉर्न बनने से IPO तक का सफर
Gupshup अप्रैल 2021 में तब यूनिकॉर्न बना जब उसे Tiger Global से $100 मिलियन का निवेश मिला। उसी साल कंपनी ने कुल $240 मिलियन जुटाए और इसके बाद Knowlarity, Active.Ai और Onedirect जैसी कंपनियों का अधिग्रहण भी किया।
हालाँकि, 2024 में कंपनी को अपने संचालन को सरल बनाने के लिए 300 कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी। यह निर्णय तेज़ विकास के बाद लाभ कमाने की दिशा में उठाया गया कदम बताया गया।
📊 कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
Gupshup ने FY23 (2022-23) में:
- ₹1,619 करोड़ का राजस्व अर्जित किया
- ₹49 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया
हालांकि FY24 और FY25 के आंकड़े सार्वजनिक नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि FY24 में कंपनी ने करीब $300 मिलियन (₹2,500 करोड़) की कमाई की है।
🏆 प्रतिस्पर्धा और बाजार स्थिति
Gupshup भारत में Freshworks का Freshchat, WATI और Zoho SalesIQ जैसे खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा करता है। हालांकि, इसके पास AI एजेंट्स और मैसेजिंग आधारित समाधान के क्षेत्र में मजबूत पकड़ है, जिससे यह Conversational AI और CPaaS क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ी बन गया है।
📈 भविष्य की योजना और रणनीति
Gupshup के पास अब नई फंडिंग के जरिए:
- तकनीकी नवाचार को और तेज़ करने का अवसर है
- नए बाज़ारों में गहराई से प्रवेश करने की क्षमता है
- और सबसे अहम, IPO के लिए तैयार होने का रास्ता भी साफ हो गया है
कंपनी के संभावित IPO से भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक नई उम्मीद और विश्वास का संचार होगा, खासतौर पर AI और क्लाउड कम्युनिकेशन से जुड़े क्षेत्रों में।
📝 निष्कर्ष:
Gupshup की यह ताज़ा फंडिंग भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक और सकारात्मक संकेत है कि घरेलू कंपनियां अब वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हैं। AI, डिजिटल कम्युनिकेशन और इंटरफेस डिजाइन में Gupshup का सफर, आने वाले IPO के साथ एक नया मोड़ ले सकता है — जो भारतीय टेक इंडस्ट्री को और मजबूती देगा।
📌 “बातचीत अब सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं रही, यह अब एक कारोबार बन चुकी है — Gupshup इसका जीता-जागता उदाहरण है।”
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