🚀 Infra.Market का IPO: ₹5,000 करोड़ की तैयारी, SEBI को DRHP फाइल किया

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भारत के बिल्डिंग मटेरियल्स unicorn Infra.Market ने SEBI के पास confidential Draft Red Herring Prospectus (DRHP) फाइल किया है। इसका उद्देश्य है ₹5,000 करोड़ जुटाना और अपना पहला IPO लॉन्च करना। 💰📈

सूत्रों के अनुसार, यह इश्यू लगभग बराबर हिस्सों में fresh equity shares और existing investors के offer-for-sale (OFS) के जरिए होगा। यानी निवेशकों को मौका मिलेगा और पुराने निवेशक भी अपने हिस्से की बिक्री कर सकेंगे। 🎯

🏢 Bengaluru की कंपनी का स्मार्ट कदम

Infra.Market ने SEBI के confidential filing mechanism का फायदा उठाया है, जिसे पिछले साल लॉन्च किया गया था। इसका मतलब है कि कंपनी अपनी financial और strategic details तब तक गुप्त रख सकती है, जब तक IPO listing के करीब न पहुँच जाए। 🔒✨

इस कदम से कंपनी अपने IPO की तैयारी को शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से कर सकती है, बिना बाजार में अफवाहें फैलाए।

💸 हाल ही में जुटाई बड़ी रकम

Infra.Market ने हाल ही में Series G round में $83 मिलियन जुटाए, जिसका नेतृत्व Silverline Homes ने किया। इसमें Tiger Global, Accel, Nexus Ventures, NK Squared, और Evolvence India ने भी हिस्सा लिया।
इसके अलावा, जून में कंपनी ने Mars Growth Capital से $150 मिलियन का debt funding भी हासिल किया। 💵

Entrackr ने Infra.Market से और जानकारी के लिए संपर्क किया है, लेकिन कंपनी ने अभी तक विस्तार से विवरण साझा नहीं किया।

📊 वित्तीय प्रदर्शन

Infra.Market ने FY24 में ₹14,530 करोड़ की revenue दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 23% बढ़ोतरी है। 💥
Profit भी 2.4X बढ़कर ₹378 करोड़ हो गया। FY25 के आंकड़े अभी सार्वजनिक नहीं हुए हैं।

कंपनी एक प्रमुख प्रतिस्पर्धी बाजार में काम कर रही है, जहां OfBusiness, Zetwerk, और Moglix जैसी कंपनियां मौजूद हैं।

  • OfBusiness FY24: ₹19,296 करोड़
  • Zetwerk FY24: ₹14,436 करोड़
  • Moglix FY24: ₹4,964 करोड़ 🏗️📦

🔐 SEBI के confidential route का फायदा

Infra.Market ने confidential filing का रास्ता अपनाकर अपने IPO को strategic और secure बनाया। इस route का उपयोग करने वाली अन्य कंपनियों में शामिल हैं:
PhonePe, Meesho, Shadowfax, PhysicsWallah, Groww, Shiprocket, boAt, Aequs

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि कंपनी market को जल्दी details नहीं दिखाती, जिससे competition और investor expectations बेहतर तरीके से manage होती हैं। 🛡️

🌟 Infra.Market का भविष्य

Infra.Market भारतीय construction और building materials के डिजिटल मार्केटप्लेस को बदलने की दिशा में काम कर रही है। कंपनी अपने platform के जरिए builders, contractors, और suppliers को सीधे जोड़ती है।

  • समय की बचत ⏱️
  • लागत में कमी 💵
  • आसान supply chain management 🚚

IPO से जुटाई जाने वाली ₹5,000 करोड़ की राशि का इस्तेमाल कंपनी growth, product development, और मार्केट expansion में करेगी। साथ ही, existing investors को OFS के जरिए exit का अवसर मिलेगा।

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह IPO B2B construction-tech सेक्टर में एक बड़ा turning point साबित हो सकता है। 📈🚀

🏁 निष्कर्ष

Infra.Market का confidential DRHP फाइल करना और ₹5,000 करोड़ के IPO की योजना बनाना, कंपनी के ambitious growth plans और market leadership की दिशा में एक मजबूत कदम है।

  • Revenue growth: 23% बढ़ी
  • Profit: 2.4X बढ़ा
  • Competitors: OfBusiness, Zetwerk, Moglix
  • Strategic IPO planning: Confidential filing

Bengaluru बेस्ड यह unicorn अब भारत के IPO market में flagship listing बनने की राह पर है। इस IPO से न सिर्फ Infra.Market की brand value बढ़ेगी, बल्कि B2B construction-tech सेक्टर में निवेशकों की रुचि भी बढ़ेगी। 🌟💼

Infra.Market का यह IPO startup ecosystem में strategy और growth का बेहतरीन उदाहरण है, और investors इसे बड़े उत्साह के साथ देख रहे हैं।

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Infra.Market की रफ़्तार में जबरदस्त बढ़ोतरी, FY24 में ₹14,500 करोड़ का राजस्व पार

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मुम्बई स्थित कंस्ट्रक्शन मटेरियल सप्लाई स्टार्टअप Infra.Market ने पिछले कुछ वित्तीय वर्षों में तेज़ी से वृद्धि की है, और FY24 में भी यह रफ्तार बरकरार रही। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024 में 23% की बढ़ोतरी के साथ ₹14,500 करोड़ का राजस्व पार किया, और इसके साथ ही इसका प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) भी 2.4 गुना बढ़कर ₹378 करोड़ हो गया।

FY24 में Infra.Market का राजस्व और लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि

Infra.Market के प्रेस रिलीज़ के अनुसार, कंपनी का संयुक्त सकल राजस्व (Consolidated Gross Revenue) FY23 के ₹11,847 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹14,530 करोड़ हो गया। इस वृद्धि का मुख्य कारण कंस्ट्रक्शन मटेरियल कैटेगरी में बढ़ी हुई मांग और विस्तारित मार्केट प्रेजेंस है।

कंपनी का कहना है कि यह राजस्व निर्माण सामग्री, इन्फ्रास्ट्रक्चर गुड्स और तकनीकी उपकरणों की बिक्री से आता है। हालांकि, प्रेस रिलीज़ में राजस्व और खर्चों का विस्तृत विवरण साझा नहीं किया गया है।

प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) और EBITDA मार्जिन में सुधार

Infra.Market ने FY24 में ₹378 करोड़ का PAT दर्ज किया, जो कि FY23 में ₹155 करोड़ था, यानी यह 2.4 गुना वृद्धि दर्शाता है। PAT मार्जिन भी इसी दौरान बढ़कर 2.6% हो गया, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष FY23 में यह 1.3% था।

कंपनी का EBITDA मार्जिन भी बढ़कर 7.5% हो गया, जो FY23 में 6.6% था। यह संकेत देता है कि कंपनी के ऑपरेशनल कार्यों में सुधार और लागत में कटौती के चलते लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

नई इन्वेस्टमेंट और प्राइवेट लेबल प्रोडक्ट्स का लॉन्च

Infra.Market ने FY24 के दौरान अपनी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए बड़े निवेश किए। कंपनी ने कंक्रीट, दीवार समाधान (वॉलिंग सॉल्यूशंस), पेंट, इलेक्ट्रिकल्स, लकड़ी और टाइल्स जैसे प्राइवेट लेबल प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि कंपनी केवल पारंपरिक निर्माण सामग्री पर ही नहीं, बल्कि नए उत्पादों और सेगमेंट्स में भी विस्तार कर रही है।

रिटेल और कंज्यूमर सेगमेंट में भी पकड़ मज़बूत

Infra.Market ने अपने B2B सेगमेंट के अलावा रिटेल और कंज्यूमर सेगमेंट में भी अपनी पकड़ बढ़ाई है। कंपनी का मानना है कि इन नए सेगमेंट्स से उसे अपने राजस्व में और अधिक वृद्धि करने का मौका मिलेगा। यह विस्तार न केवल कंपनी के बिजनेस मॉडल को विविध बनाता है बल्कि इसे एक व्यापक कंज्यूमर बेस तक पहुँचाने में भी मदद करता है।

Infra.Market का कारोबार और भारतीय निर्माण क्षेत्र पर प्रभाव

Infra.Market ने भारतीय कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। कंस्ट्रक्शन मटेरियल और इन्फ्रास्ट्रक्चर गुड्स के साथ-साथ टेक्निकल इक्विपमेंट्स में भी कंपनी की सशक्त उपस्थिति है। कंपनी का यह मॉडल न केवल भारतीय निर्माण क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है, बल्कि इसे और सशक्त बना रहा है।

उपभोक्ताओं के लिए एक व्यापक समाधान

Infra.Market का दृष्टिकोण उन उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान करना है, जो निर्माण सामग्री की आसान उपलब्धता चाहते हैं। कंपनी की वेबसाइट और एप्लिकेशन के माध्यम से उपभोक्ता विभिन्न प्रकार के कंस्ट्रक्शन मटेरियल, इन्फ्रास्ट्रक्चर गुड्स, और टेक्निकल इक्विपमेंट्स आसानी से ऑर्डर कर सकते हैं।

यह प्लेटफॉर्म एक ऐसा विकल्प प्रदान करता है जो पारंपरिक सप्लाई चैन के मुकाबले तेज़, भरोसेमंद और किफायती है। इसने छोटे और बड़े बिल्डर्स को समय और लागत में कमी लाने का एक सशक्त साधन दिया है, जिससे उनके प्रोजेक्ट्स में भी कुशलता बढ़ी है।

भविष्य की योजनाएँ और मार्केट में पकड़ मज़बूत करने के प्रयास

Infra.Market की योजना है कि आने वाले वित्तीय वर्षों में अपनी सेवाओं और उत्पादों का विस्तार और भी तेज़ी से करे। प्राइवेट लेबल उत्पादों और रिटेल सेगमेंट में अपनी पकड़ को और अधिक सशक्त बनाना कंपनी की प्राथमिकता में शामिल है।

कंपनी के सीईओ और संस्थापक का मानना है कि भविष्य में यह नए मार्केट सेगमेंट्स में और अधिक विस्तार करेगी, जिससे भारतीय कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री को आधुनिक और सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।

निष्कर्ष

Infra.Market की FY24 की सफलता इसके मजबूत बिजनेस मॉडल और रणनीतिक विस्तार का नतीजा है। कंपनी ने न केवल राजस्व और लाभ में वृद्धि दर्ज की है, बल्कि अपने ग्राहकों को एक संपूर्ण और विस्तृत समाधान प्रदान करने में भी सफलता पाई है। नई इन्वेस्टमेंट और प्राइवेट लेबल प्रोडक्ट्स के लॉन्च के जरिए Infra.Market अपने मार्केट शेयर को और बढ़ाने की योजना बना रही है।

Infra.Market का यह कदम भारतीय निर्माण उद्योग को नए मुकाम पर ले जा सकता है, जहाँ कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े व्यवसायों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएँ आसानी से मिल सकेंगी।

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