Otipy ने गुरुग्राम में पेश किए electric carts, ऑफलाइन फ्रूट्स और वेजिटेबल्स

Otipy

फार्म-टू-फोर्क कंपनी Otipy (Otipy) ने गुरुग्राम शहर में इलेक्ट्रिक कार्ट्स का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। यह कदम ग्राहकों तक ताजा फल और सब्जियां पहुंचाने के लिए उठाया गया है। सूत्रों के अनुसार, ओटिपी ने पिछले 5-6 महीनों से लगभग 15 कार्ट्स के साथ इस परियोजना को आजमाया है।

  • शुरुआती प्रतिक्रिया के आधार पर, कंपनी आने वाले महीनों में अधिक कार्ट्स तैनात करने की योजना बना रही है।
  • ओटिपी इन कार्ट्स पर फल और सब्जियों के अलावा दूध और ब्रेड जैसी दैनिक आवश्यकताएं भी जोड़ने का विचार कर रही है।

Otipy कार्ट्स की संचालन योजना

समय और ऑपरेशन

  • ये ऑफलाइन कार्ट्स सुबह 6:30 से 10:00 बजे तक और शाम 6:30 से 10:00 बजे तक संचालित होंगे।
  • कार्ट्स को फ्रेंचाइज़ी मॉडल के माध्यम से संगठित किया जाएगा।
  • वर्तमान में, प्रत्येक कार्ट प्रतिदिन 8,000 से 10,000 रुपये की बिक्री कर रहा है, और इनमें से अधिकांश लाभदायक हैं।

भविष्य की योजना

Otipy ने 2026 तक दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में 5,000 से 7,000 कार्ट्स तैनात करने का लक्ष्य रखा है।

  • फ्रेंचाइज़ी मॉडल के तहत, एक ऑपरेटर प्रति माह 30,000 से 35,000 रुपये तक कमा सकता है।

क्यों खास है ओटिपी का यह मॉडल?

ऑफलाइन सेगमेंट में कदम

ओटिपी का यह कदम उन कंपनियों के लिए खास है जो क्विक कॉमर्स मॉडल को अपना रही हैं।

  • उदाहरण के लिए, बिगबास्केट ने पहले स्लॉट-बेस्ड डिलीवरी का मॉडल अपनाया था, लेकिन अब यह पूरी तरह से 10-15 मिनट डिलीवरी मॉडल में बदल गया है।
  • इसके विपरीत, ओटिपी ऑफलाइन मोड के माध्यम से ग्राहकों के करीब पहुंचने का प्रयास कर रही है।

स्थानीय स्तर पर सशक्तिकरण

  • यह पहल न केवल ग्राहकों को ताजा उत्पाद पहुंचाने में मदद करेगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी।
  • फ्रेंचाइज़ी मॉडल से छोटे उद्यमियों और विक्रेताओं को अपने व्यवसाय को बढ़ाने का मौका मिलेगा।

पर्यावरण के लिए बेहतर समाधान

  • इलेक्ट्रिक कार्ट्स का उपयोग करने से यह पहल पर्यावरण के अनुकूल है, क्योंकि यह प्रदूषण रहित संचालन सुनिश्चित करता है।

ओटिपी का फार्म-टू-फोर्क मॉडल

ताजा और गुणवत्ता उत्पाद

ओटिपी अपने फार्म-टू-फोर्क मॉडल के तहत:

  • सीधे किसानों से ताजा फल और सब्जियां एकत्र करती है।
  • उन्हें न्यूनतम समय में ग्राहकों तक पहुंचाती है।
  • इससे उत्पादों की गुणवत्ता बनी रहती है और ग्राहक अधिक संतुष्ट होते हैं।

डिजिटल और ऑफलाइन का संयोजन

  • पहले ओटिपी अपने ऐप के माध्यम से ताजा उत्पादों की डिलीवरी करती थी।
  • अब यह ऑफलाइन कार्ट्स के जरिए भी ग्राहकों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

कार्ट्स का पायलट प्रोजेक्ट: शुरुआती परिणाम

सकारात्मक प्रतिक्रिया

  • शुरुआती 15 कार्ट्स की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही है।
  • ग्राहकों ने फल और सब्जियों की गुणवत्ता और त्वरित सेवा की सराहना की है।

लाभदायक संचालन

  • अधिकांश कार्ट्स लाभ में चल रहे हैं, जो इस मॉडल की सफलता का संकेत है।
  • फ्रेंचाइज़ी मॉडल इसे और अधिक कुशल और आकर्षक बना सकता है।

भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां

संभावनाएं

  • बड़े स्तर पर विस्तार से ओटिपी अपने उत्पादों की पहुंच बढ़ा सकती है।
  • अधिक फ्रेंचाइज़ी साझेदारों को जोड़कर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
  • यह मॉडल ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

चुनौतियां

  • क्विक कॉमर्स मॉडल के साथ प्रतिस्पर्धा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • बड़े पैमाने पर संचालन के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा और प्रबंधन जरूरी होगा।
  • ताजगी और गुणवत्ता बनाए रखना हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए।

निष्कर्ष

ओटिपी का इलेक्ट्रिक कार्ट्स पायलट प्रोजेक्ट एक सकारात्मक और टिकाऊ पहल है, जो ग्राहकों को ताजा उत्पादों तक पहुंचाने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल भी है।

  • यह मॉडल न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार को बढ़ावा देगा बल्कि ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में भी मदद करेगा।
  • ओटिपी का लक्ष्य 2026 तक 7,000 कार्ट्स तैनात करना है, जो इसे वाणिज्यिक बाजार में एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बना सकता है।

ओटिपी का यह प्रयास क्विक कॉमर्स के बढ़ते दबाव के बीच एक नया और अनूठा विकल्प पेश करता है।

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