भारत और अमेरिका में काम कर रही मोबाइल रोबोटिक्स कंपनी Peer Robotics ने आधिकारिक रूप से अपने सभी व्यवसायिक संचालन बंद कर दिए हैं। Kalaari Capital जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों से फंडिंग प्राप्त करने और नवाचार की दिशा में मजबूत प्रयासों के बावजूद, यह स्टार्टअप अब संचालन में नहीं है।
🛑 Peer Robotics कंपनी ने क्यों बंद किया संचालन?
Peer Robotics के निदेशक मंडल ने शेयरहोल्डर्स की बैठक में एक विशेष प्रस्ताव पारित किया, जिसके तहत कंपनी के नाम को Registrar of Companies (RoC) के रिकॉर्ड से हटाने की मंजूरी दी गई।
📄 कंपनी के नियामकीय दस्तावेज़ में क्या लिखा था?
“कंपनी पिछले दो वर्षों से कोई भी व्यवसायिक गतिविधि नहीं कर रही है और बोर्ड का मानना है कि भविष्य में संचालन फिर से शुरू करना संभव नहीं है।”
🏭 Peer Robotics क्या करती थी?
Peer Robotics की स्थापना 2019 में Rishabh Agarwal और Tanya Raghuvanshi ने की थी। इसका उद्देश्य था मानव श्रमिकों के साथ सहयोग करके दोहराए जाने वाले कार्यों को ऑटोमेट करना।
इसके प्रमुख उपयोग क्षेत्र:
- मैन्युफैक्चरिंग वर्कफ्लो
- असेंबली लाइन संचालन
- वेयरहाउसिंग प्रक्रियाएं
Peer Robotics के एडाप्टिव रोबोट्स कंपनियों को समय बचाने, उत्पादन कुशलता बढ़ाने और कार्यस्थल पर चोटों को कम करने में मदद करते थे।
💸 कितना फंड जुटाया था Peer Robotics ने?
2022 में Peer Robotics ने $2.3 मिलियन (लगभग ₹19 करोड़) का सीड फंड जुटाया था। यह फंडिंग राउंड Kalaari Capital के नेतृत्व में हुआ था, जिसमें Axilor Ventures, Connecticut Innovations और Innopact VC जैसे अन्य निवेशकों ने भाग लिया था।
🚀 अन्य मान्यताएं:
- Peer Robotics को Stanley + Techstars Accelerator Programme में भी शामिल किया गया था, जो इसे वैश्विक पहचान और नेटवर्क प्रदान करता है।
📉 वित्तीय प्रदर्शन और गिरावट
Peer Robotics के वित्तीय आंकड़े भी उसके बंद होने की पुष्टि करते हैं। FY24 में:
- कंपनी का रेवेन्यू शून्य रहा
- कंपनी ने नाममात्र घाटा दर्ज किया
जबकि:
- FY23 में रेवेन्यू ₹34 लाख था
- FY22 में कंपनी ने ₹1.33 करोड़ का राजस्व अर्जित किया था
यह गिरावट दर्शाती है कि कंपनी का ग्राहक अधिग्रहण और व्यावसायिक विकास रुक गया था।
🧩 क्यों असफल हुई Peer Robotics?
हालांकि स्टार्टअप का विचार अद्भुत और नवाचारपूर्ण था, परंतु यह निम्न चुनौतियों के चलते टिक नहीं पाया:
- कोविड महामारी के बाद मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की धीमी रिकवरी
- बिक्री और विस्तार में निरंतरता की कमी
- सीमित राजस्व और बढ़ते खर्च
- अंतरराष्ट्रीय संचालन का जटिल प्रबंधन
🔚 2025: स्टार्टअप बंद होने का साल?
Peer Robotics अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जिसने 2025 में अपने दरवाज़े बंद किए हों। इस वर्ष कई और हाई-प्रोफाइल स्टार्टअप्स भी असफल रहे, जिनमें शामिल हैं:
🚧 अन्य प्रमुख स्टार्टअप्स जो 2025 में बंद हुए:
- Dunzo – $450 मिलियन की फंडिंग जुटाने के बावजूद संचालन बंद
- Cushion (Fintech) – जनवरी 2025 में परिचालन बंद किया
- Alza (Healthtech) – संचालन बंद
- Level (Edtech) – उपयोगकर्ता प्लेटफॉर्म बंद
- Pandion (Logistics) – सेवाएं पूरी तरह समाप्त
यह एक बार फिर से यह दिखाता है कि फंडिंग के बावजूद, स्थायी बिजनेस मॉडल और ऑपरेशनल स्केलेबिलिटी किसी भी स्टार्टअप की सफलता के लिए आवश्यक हैं।
🗣️ निवेशकों के लिए क्या सबक?
Kalaari Capital जैसे अनुभवी निवेशकों द्वारा समर्थित स्टार्टअप का असफल होना यह दिखाता है कि:
- केवल पूंजी निवेश पर्याप्त नहीं है
- स्टार्टअप्स को मार्केट फिट, राजस्व मॉडल, और सस्टेनेबल ग्रोथ प्लान की ज़रूरत होती है
- तकनीक आधारित स्टार्टअप्स के लिए लंबी अवधि की रणनीति और बाजार के बदलते रुझानों के अनुसार अनुकूलन आवश्यक है
📌 निष्कर्ष
Peer Robotics का बंद होना भारत के उभरते रोबोटिक्स इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा झटका है। यह स्टार्टअप भले ही बंद हो गया हो, लेकिन इसकी तकनीकी विरासत और नवाचार की सोच आने वाले उद्यमियों को प्रेरणा देती रहेगी।
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