✍️ विशेष रिपोर्ट | www.FundingRaised.in
भारत की प्रमुख डिजिटल हेल्थटेक कंपनी Practo ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में पहली बार पूरे वर्ष का ऑपरेटिंग EBITDA प्रॉफिट दर्ज किया है, जो उसके आने वाले IPO से पहले एक मजबूत संकेत माना जा रहा है। कंपनी ने अमेरिका में पायलट लॉन्च कर दिया है, जहां 50 से अधिक ग्राहक पहले ही जुड़ चुके हैं।
📊 घाटे से मुनाफे की ओर Practo की उड़ान
Bengaluru स्थित Practo ने FY25 में ₹15 करोड़ का ऑपरेटिंग प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष FY24 में उसे ₹17 करोड़ का घाटा हुआ था। इसका मतलब है कि Practo ने एक साल के अंदर ही खुद को लाभ की स्थिति में पहुंचा दिया।
- FY25 में कंपनी की ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹234 करोड़ रही।
- कुल GMV (Gross Merchandise Value) ₹3,500 करोड़ पर स्थिर रही।
- कंपनी ने सकारात्मक कैश फ्लो भी दर्शाया — यह संकेत है कि कंपनी अब पूंजी के प्रबंधन में सक्षम हो चुकी है।
🧠 टेक्नोलॉजी-ड्रिवन हेल्थकेयर: AI से स्मार्ट ट्रीटमेंट
Practo की सफलता के पीछे एक बड़ा कारण है उसका टेक्नोलॉजी पर फोकस। कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को इंटीग्रेट किया है जिससे:
- मरीजों को जल्दी और सटीक इलाज तक पहुंच मिले,
- डॉक्टरों को बेहतर डेटा और स्मार्ट वर्कफ्लो उपलब्ध हो।
Practo के अनुसार, कंपनी के पास 4 करोड़ से ज्यादा स्ट्रक्चर्ड डेटा पॉइंट्स हैं जिनके ज़रिए वह AI आधारित हेल्थ इनसाइट्स दे पा रही है।
📈 तीन सालों में 109% सुधार
FY22 में Practo को ₹162 करोड़ का घाटा हुआ था। तीन साल बाद FY25 में उसने ₹15 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया। यानी 109% का सुधार — यह भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक प्रेरणा है।
| वर्ष | EBITDA | राजस्व | GMV | लाभ/घाटा |
|---|---|---|---|---|
| FY22 | — | — | — | ₹162 करोड़ घाटा |
| FY24 | ₹-17 करोड़ | ₹— | ₹— | घाटा |
| FY25 | ₹15 करोड़ मुनाफा | ₹234 करोड़ | ₹3,500 करोड़ | लाभ |
🏥 Care Navigation मॉडल बना सफलता की कुंजी
Practo की कोर स्ट्रैटेजी है ‘Care Navigation’ — इसमें मरीजों को सही डॉक्टर, सही इलाज और सही समय पर कनेक्ट किया जाता है।
- ग्रॉस मार्जिन FY25 में 30% CAGR से बढ़ा।
- Contribution Margin FY24 में 40% से बढ़कर FY25 में 46% हो गया।
📢 Patient Outcome रिपोर्ट: भारत में पहली बार
Practo ने भारत की पहली डिजिटल हेल्थ फर्म बनकर Patient Reported Outcome Metrics (PROMs) जारी किए हैं:
- 78% टेलीमेडिसिन यूज़र ने 3 हफ्ते में रिकवरी की सूचना दी।
- 80% फिजिकल कंसल्टेशन यूज़र ने भी रिकवरी की पुष्टि की।
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि Practo की सेवाएं सिर्फ डिजिटल नहीं, बल्कि प्रभावी और नतीजादायक भी हैं।
🌍 UAE और USA में बढ़ता Practo
मई 2025 में Practo ने अपना कंज़्यूमर प्लेटफॉर्म UAE में लॉन्च किया:
- कुछ ही हफ्तों में 50,000 एक्टिव यूज़र्स जुड़ गए।
- ₹100 करोड़ का GMV रन रेट भी पार कर लिया।
अब Practo ने अमेरिका में पायलट लॉन्च भी कर दिया है। शुरुआती फेज़ में ही 50-60 पेड कस्टमर साइन अप कर चुके हैं। ये आंकड़े कंपनी की ग्लोबल स्ट्रैटेजी की मजबूती को दर्शाते हैं।
🌐 अंतरराष्ट्रीय विस्तार का लक्ष्य
Practo का उद्देश्य है कि:
- अगले कुछ वर्षों में इंटरनेशनल रेवेन्यू को दोगुना किया जाए,
- साथ ही प्रॉफिटेबिलिटी और स्केलेबिलिटी बनाए रखी जाए।
🔚 निष्कर्ष: Practo IPO के लिए तैयार?
Practo का मुनाफा, AI इंटीग्रेशन, मरीजों के सकारात्मक अनुभव और इंटरनेशनल विस्तार ये सभी संकेत देते हैं कि कंपनी अब IPO के लिए पूरी तरह तैयार है। यदि Practo इसी गति से आगे बढ़ता रहा, तो वह भारत की सबसे बड़ी ग्लोबल हेल्थटेक कंपनियों में शुमार हो सकता है।
📌 ऐसी और एक्सक्लूसिव स्टार्टअप कहानियों के लिए पढ़ते रहिए — FundingRaised.in
✍️ रिपोर्ट: FundingRaised Hindi Team | July 2025
Read more : IPO से पहले फाउंडर्स का बड़ा दांव


