Kalaari Capital की वेंचर पार्टनर और Good Glamm Group की को-फाउंडर की नई पहल
सीरियल एंटरप्रेन्योर Priyanka Gill (Priyanka Gill) ने अपने नए स्टार्टअप COLUXE की घोषणा की है, जो एक लैब-ग्रोउन डायमंड (LGD) ब्रांड है। यह ब्रांड प्रीमियम क्वालिटी की डायमंड ज्वेलरी पर फोकस करेगा और भारत के तेजी से बढ़ते $50 बिलियन के फाइन ज्वेलरी मार्केट में अपनी जगह बनाने की योजना बना रहा है।
Priyanka Gill एंजेल फंडिंग में जुटाई गई राशि
COLUXE ने अपने एंजेल फंडिंग राउंड में एक अज्ञात राशि जुटाई है। हालांकि, निवेशकों के नाम और जुटाई गई राशि का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन यह साफ है कि ब्रांड अपने डिजिटल लॉन्च और रिटेल विस्तार की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
COLUXE की डायमंड ज्वेलरी कलेक्शन और अनोखी पेशकश
COLUXE को खासतौर पर कस्टमाइजेशन और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन डिजाइन के लिए जाना जाएगा। कंपनी के मुताबिक, इसका ध्यान क्लासिक और मॉडर्न दोनों तरह के ज्वेलरी डिजाइन पर रहेगा, जिसमें शामिल होंगे:
- सोलिटेयर रिंग्स
- पेंडेंट्स
- इयररिंग्स
- टेनिस ब्रेसलेट्स और नेकलेस
- राशि रत्न (Zodiac) और गिफ्टिंग कलेक्शन
- पर्सनलाइज्ड ज्वेलरी और मल्टी-यूज़ सेटिंग्स
कंपनी के अनुसार, AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से ग्राहकों को पर्सनलाइजेशन और मल्टी-यूज़ ज्वेलरी डिजाइन जैसी सुविधाएं मिलेंगी। ग्राहक अपनी पसंद की ज्वेलरी को टेक्नोलॉजी की मदद से डिजाइन कर सकेंगे और इसे अपने अंदाज में कस्टमाइज़ कर पाएंगे।
COLUXE की लॉन्चिंग और विस्तार की योजना
COLUXE की योजना 2025 के मध्य में डिजिटल लॉन्च करने की है। उसके बाद कंपनी अपने फ्लैगशिप रिटेल स्टोर्स खोलने पर ध्यान देगी, ताकि ग्राहकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खरीदारी का अनुभव मिल सके।
COLUXE का लक्ष्य भारत के फाइन ज्वेलरी मार्केट में एक नया ट्रेंड सेट करना है और लैब-ग्रोउन डायमंड्स को प्रीमियम कैटेगरी में स्थान दिलाना है।
COLUXE के सामने बाजार की प्रतिस्पर्धा
भारत में लैब-ग्रोउन डायमंड ज्वेलरी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, और इसमें पहले से ही कई कंपनियां अपनी जगह बना चुकी हैं। COLUXE को Fiona Diamonds, Limelight Lab Grown Diamonds, और Jewelbox जैसी कंपनियों से मुकाबला करना होगा।
इसके अलावा, आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla)-समर्थित GIVA भी लैब-ग्रोउन डायमंड ज्वेलरी सेगमेंट में सक्रिय है और इसकी मजबूत पकड़ बनी हुई है।
COLUXE क्यों खास है?
COLUXE की खासियत सिर्फ उसकी ज्वेलरी नहीं होगी, बल्कि टेक्नोलॉजी और पर्सनलाइजेशन भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कुछ मुख्य विशेषताएं:
- AI-बेस्ड कस्टमाइजेशन – ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार ज्वेलरी को डिज़ाइन कर सकेंगे।
- मल्टी-यूज़ सेटिंग्स – एक ही ज्वेलरी को कई तरीकों से पहना जा सकेगा।
- डिजिटल-फ्रेंडली इंटरफेस – आसान ऑनलाइन ऑर्डरिंग और वर्चुअल ट्राय-ऑन।
- प्रीमियम लैब-ग्रोउन डायमंड्स – नैचुरल डायमंड्स की तुलना में अधिक किफायती और पर्यावरण के अनुकूल।
- फ्लैगशिप स्टोर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म – दोनों माध्यमों से बिक्री का अनुभव मिलेगा।
भारत में लैब-ग्रोउन डायमंड मार्केट का भविष्य
भारत में लैब-ग्रोउन डायमंड्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। ये डायमंड्स न केवल पर्यावरण-अनुकूल (eco-friendly) होते हैं, बल्कि पारंपरिक नैचुरल डायमंड्स की तुलना में 40-50% तक सस्ते भी होते हैं।
सरकार भी लैब-ग्रोउन डायमंड इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है। 2023 के बजट में, भारत सरकार ने लैब-ग्रोउन डायमंड्स के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाओं की घोषणा की थी।
प्रियंका गिल की अब तक की जर्नी
प्रियंका गिल पहले से ही Good Glamm Group की को-फाउंडर हैं, जिसने ब्यूटी और पर्सनल केयर सेगमेंट में कई ब्रांड्स को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।
इसके अलावा, वह Kalaari Capital की वेंचर पार्टनर भी हैं, जहां वह स्टार्टअप्स और नए इनोवेशन को सपोर्ट करती हैं।
COLUXE उनके लिए एक नई कैटेगरी में एंट्री करने का अवसर है, और उनके पिछले अनुभव को देखते हुए, यह ब्रांड भी जल्दी ही एक मजबूत उपस्थिति बना सकता है।
निष्कर्ष
COLUXE का लॉन्च भारतीय फाइन ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। कंपनी AI-बेस्ड पर्सनलाइजेशन, टेक्नोलॉजी-ड्रिवन डिजाइन और लैब-ग्रोउन डायमंड्स की प्रीमियम क्वालिटी पर ध्यान देकर खुद को प्रतिस्पर्धा में अलग करने की कोशिश कर रही है।
भारत में फाइन ज्वेलरी मार्केट के तेजी से विस्तार और उपभोक्ताओं की बदलती पसंद को देखते हुए, COLUXE की टेक-इनेबल्ड रणनीति इसे बाजार में एक मजबूत ब्रांड बनाने में मदद कर सकती है।
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