🚨 ShareChat को झटका चीफ बिज़नेस ऑफिसर गौरव जैन ने दिया इस्तीफा

ShareChat

भारत के प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ShareChat को एक बड़ा झटका लगा है। कंपनी के Chief Business Officer (CBO) गौरव जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस बात की जानकारी खुद संस्थापक और CEO अंकुश सचदेवा ने कंपनी के Slack चैनल पर एक आंतरिक घोषणा के माध्यम से दी।

यह इस्तीफा ऐसे समय पर आया है जब कंपनी चुनौतियों से जूझ रही है और अपने राजस्व मॉडल को स्थिर करने की दिशा में काम कर रही है। गौरव जैन का जाना ShareChat के बिज़नेस संचालन में एक अहम बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।


🧑‍💼 CEO अंकुश सचदेवा का बयान

अंकुश सचदेवा ने अपनी पोस्ट में कहा:

“गौरव ने हमारी एड सेल्स और B2B मार्केटिंग टीम को आकार देने में अहम भूमिका निभाई है। उनकी स्थिर नेतृत्व क्षमता और विचारशील दृष्टिकोण ने हमें कई मुश्किल समयों से बाहर निकलने में मदद की है।”

Entrackr ने इस आंतरिक संदेश को रिव्यू किया है और इसकी पुष्टि की है।


🕒 जुलाई तक कंपनी के साथ रहेंगे गौरव

आंतरिक घोषणा के अनुसार, गौरव जैन जुलाई 2025 तक कंपनी के साथ जुड़े रहेंगे ताकि सभी कार्यों का सुचारू रूप से हस्तांतरण (handover) किया जा सके। उन्होंने ShareChat को अक्टूबर 2022 में जॉइन किया था और तब से कंपनी के बिज़नेस डिवीजन में कई महत्वपूर्ण बदलावों की अगुवाई की।


📉 चुनौतीपूर्ण समय में नेतृत्व

गौरव जैन ने ShareChat में अपने कार्यकाल के दौरान एड सेल्स और B2B मार्केटिंग जैसे अहम विभागों को फिर से खड़ा किया। ऐसे समय में जब सोशल मीडिया कंपनियां लगातार राजस्व, यूजर इंगेजमेंट और कंटेंट मॉडरेशन की चुनौतियों से जूझ रही हैं, गौरव ने ShareChat को स्थिर बनाए रखा।


👔 गौरव जैन का प्रोफेशनल बैकग्राउंड

ShareChat से पहले गौरव का करियर भी काफी शानदार रहा है। आइए डालते हैं एक नज़र उनके पिछली भूमिकाओं पर:

  • Snap Inc. में APAC बिज़नेस एक्सपैंशन हेड के तौर पर कार्य किया
  • Meta (Facebook India) में Mid-Market Business Head रहे तीन वर्षों से अधिक समय तक
  • डिजिटल मार्केटिंग और विज्ञापन बिक्री में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव

उनकी पृष्ठभूमि यह दर्शाती है कि उन्होंने हमेशा तेज़ी से बढ़ती टेक कंपनियों में नेतृत्व की भूमिका निभाई है।


🔁 अंतरिम नेतृत्व: मनोहर चरण

ShareChat ने इस ट्रांज़िशन पीरियड में Chief Financial Officer (CFO) मनोहर चरण को अंतरिम रूप से बिज़नेस हेड के रूप में नियुक्त किया है। मनोहर चरण को हाल ही में कंपनी ने Co-founder का दर्जा भी दिया है, जिससे उनका कद और ज़िम्मेदारी दोनों बढ़ गई हैं।

अब वह कंपनी के वित्तीय मामलों के साथ-साथ बिज़नेस ऑपरेशंस का भी नेतृत्व करेंगे।


📲 ShareChat का सफर: चुनौतियाँ और संभावनाएँ

ShareChat, जो कि एक बेंगलुरु-आधारित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, ने भारतीय भाषाओं में कंटेंट शेयरिंग को नया आयाम दिया है। कंपनी के पास Moj (शॉर्ट वीडियो ऐप) भी है जो TikTok के बैन के बाद काफी पॉपुलर हुआ था।

हालांकि, बीते कुछ वर्षों में कंपनी को कई बड़े फैसलों और छंटनियों से गुजरना पड़ा है:

  • 2023 में सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी
  • विज्ञापन रेवेन्यू में गिरावट
  • Reels/Shorts के दबाव में Moj की ग्रोथ में बाधा

ऐसे माहौल में गौरव जैन जैसे अनुभवी लीडर का जाना कंपनी के लिए एक संवेदनशील मोड़ है।


🧠 FundingRaised.in की राय

गौरव जैन का इस्तीफा ऐसे समय पर हुआ है जब ShareChat को अपने मार्केटिंग और रेवन्यू मॉडल को और मज़बूत करने की आवश्यकता है। हालांकि, मनोहर चरण जैसे वित्तीय विशेषज्ञ का अंतरिम नेतृत्व कंपनी को स्थिर बनाए रख सकता है।

ShareChat को अब ऐसे लीडरशिप की ज़रूरत है जो डिजिटल विज्ञापन, कंटेंट मोनेटाइजेशन और यूज़र ग्रोथ जैसे पहलुओं पर फोकस रख सके।


🔍 निष्कर्ष

गौरव जैन का ShareChat से जाना कंपनी के नेतृत्व में एक बड़ा बदलाव है। उनके द्वारा स्थापित की गई टीमों और रणनीतियों की जगह लेना आसान नहीं होगा, लेकिन ShareChat को अब अपने अगले फेज की योजना बनानी होगी — जहाँ टेक्नोलॉजी, कंटेंट और राजस्व, तीनों को बैलेंस करते हुए आगे बढ़ना है।

यह एक विकसित होती कहानी है और आने वाले दिनों में कंपनी द्वारा की जाने वाली नई नियुक्तियाँ और रणनीतियाँ बहुत कुछ तय करेंगी।


📌 ऐसे और अपडेट्स के लिए जुड़े रहें FundingRaised.in के साथ।

Read more :🚗 Spinny ने जुटाए ₹261 करोड़,

ShareChat और Moj की पैरेंट कंपनी Mohalla Tech ने अपने ESOP पूल को किया विस्तार

ShareChat

भारत की प्रमुख वर्नाक्युलर सोशल मीडिया कंपनी ShareChat और शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म Moj की मूल कंपनी Mohalla Tech ने अपने कर्मचारियों के लिए नए कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन (ESOPs) जोड़े हैं। यह विस्तार कंपनी की मौजूदा ESOP योजना का हिस्सा है और इसका उद्देश्य कर्मचारियों की भागीदारी को बढ़ावा देना और टैलेंट को आकर्षित व बनाए रखना है।

ShareChat कंपनी ने 5.83 लाख नए ESOPs जोड़े

Mohalla Tech के बोर्ड ने 5,83,800 नए ESOPs जारी करने की मंजूरी दी है, जिससे कंपनी के कुल ESOP पूल का आकार बढ़कर 14,30,100 स्टॉक ऑप्शन हो गया है।

📌 महत्वपूर्ण बात:

  • प्रत्येक 100 स्टॉक ऑप्शंस को बाद में एक (1) इक्विटी शेयर में बदला जाएगा
  • कंपनी का उद्देश्य अपने कर्मचारियों को अधिक स्वामित्व और प्रेरणा देना है।
  • नए ESOPs के जुड़ने से कर्मचारियों को कंपनी के प्रदर्शन में प्रत्यक्ष हिस्सेदारी मिलेगी।

📊 Fintrackr के अनुसार:
➡️ नए जोड़े गए ESOPs का कुल मूल्य ₹2,283 करोड़ ($271 मिलियन) है।
➡️ ESOP पूल का कुल मूल्य ₹5,592 करोड़ ($665 मिलियन) तक पहुंच गया है।
➡️ यह वैल्यूएशन कंपनी के $2 बिलियन की नवीनतम वैल्यूएशन पर आधारित है।


ShareChat की अब तक की फंडिंग और वैल्यूएशन में गिरावट

ShareChat ने अब तक $1.2 बिलियन (₹9,960 करोड़) से अधिक की फंडिंग जुटाई है। इसके प्रमुख निवेशकों में शामिल हैं:
Twitter (अब X)
Alkeon Capital
Moore Strategic Ventures
Tencent

💡 हालांकि, इतना अधिक निवेश प्राप्त करने के बावजूद, कंपनी अब तक मजबूत राजस्व नहीं दिखा पाई है।

वैल्यूएशन में गिरावट

  • 2022: कंपनी की वैल्यूएशन $5 बिलियन (₹41,500 करोड़) थी।
  • 2024: हाल ही में $2 बिलियन (₹16,600 करोड़) तक गिर गई है।
  • मुख्य कारण: मॉनिटाइज़ेशन में कठिनाइयाँ और प्रॉफिटेबिलिटी न दिखा पाना।

➡️ इस गिरावट के बावजूद, कंपनी ने ESOP पूल बढ़ाकर अपने कर्मचारियों को कंपनी के भविष्य से जोड़ने की पहल की है।


कर्मचारियों के लिए ESOP का क्या मतलब है?

किसी भी स्टार्टअप के लिए ESOP (Employee Stock Option Plan) एक महत्वपूर्ण लाभ होता है, जिससे कर्मचारियों को कंपनी की इक्विटी में हिस्सेदारी मिलती है।

📌 ESOP का मुख्य उद्देश्य:
✅ कर्मचारियों को लंबे समय तक कंपनी से जोड़े रखना
प्रतिभाशाली कर्मचारियों को आकर्षित करना और उनकी निष्ठा बनाए रखना
✅ कंपनी के प्रदर्शन के साथ कर्मचारियों को वित्तीय लाभ देना।

ShareChat और Moj में ESOP का फायदा किन्हें मिलेगा?
➡️ मौजूदा कर्मचारियों को, विशेष रूप से सीनियर मैनेजमेंट और महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत लोगों को।
➡️ नई प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए भी कंपनी इस योजना का उपयोग करेगी।


ShareChat और Moj के लिए आगे की रणनीति

हालांकि ShareChat और Moj ने भारत में शॉर्ट वीडियो और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में अच्छी पकड़ बनाई है, लेकिन उन्हें अब मॉनिटाइज़ेशन की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

💡 संभावित कदम:
1️⃣ एडवर्टाइज़मेंट और ब्रांड पार्टनरशिप बढ़ाना – अधिक विज्ञापनदाताओं को जोड़कर रेवेन्यू बढ़ाना।
2️⃣ पेड कंटेंट और सब्सक्रिप्शन मॉडल – कंटेंट क्रिएटर्स को जोड़कर सब्सक्रिप्शन आधारित सेवाएं लाना।
3️⃣ इंटरनेशनल मार्केट में विस्तार – भारत के बाहर नए उपयोगकर्ताओं को जोड़ने की रणनीति।
4️⃣ AI और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग – यूजर एंगेजमेंट बढ़ाने के लिए।

➡️ अगर कंपनी इन रणनीतियों पर सही तरीके से अमल करती है, तो आने वाले वर्षों में इसकी वैल्यूएशन फिर से बढ़ सकती है।


निष्कर्ष: क्या ShareChat और Moj फिर से ग्रोथ की राह पर लौट सकते हैं?

ESOP विस्तार दिखाता है कि कंपनी अपने कर्मचारियों में निवेश कर रही है।
हालांकि, राजस्व में गिरावट और वैल्यूएशन में कमी कंपनी के लिए चिंता का विषय है।
अगर ShareChat और Moj अपनी मॉनिटाइज़ेशन रणनीति को सफलतापूर्वक लागू करते हैं, तो वे आने वाले वर्षों में एक मजबूत स्थिति बना सकते हैं।

📢 क्या ShareChat भारत का अगला यूनिकॉर्न बन सकता है, या इसे और संघर्ष करना पड़ेगा? 🚀

Read more :Waterfield Advisors से ₹123 करोड़ की फंडिंग, वैल्यूएशन ₹723 करोड़ के पार

ShareChat ने FY24 में दर्ज की 33% की वृद्धि,

ShareChat

वर्नाक्युलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ShareChat और शॉर्ट वीडियो ऐप Moj की पेरेंट कंपनी Mohalla Tech ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में शानदार प्रदर्शन किया है।

  • कंपनी ने 33% की सालाना वृद्धि दर्ज की।
  • इसके साथ ही, एडजस्टेड EBITDA घाटा में भी 67% की कमी आई।

ShareChat आमदनी के प्रमुख स्रोत और प्रदर्शन

लाइव स्ट्रीमिंग का बड़ा योगदान

FY24 में लाइव स्ट्रीमिंग से हुई आय Mohalla Tech की कुल परिचालन आय का 56% रही।

  • लाइव स्ट्रीमिंग से आय में 41.4% की वृद्धि दर्ज की गई और यह बढ़कर ₹403 करोड़ हो गई।

विज्ञापन से आय

  • Mohalla Tech की आय का शेष हिस्सा विज्ञापन से आया।
  • FY24 में विज्ञापन आय में 23.5% की वृद्धि हुई और यह ₹315 करोड़ रही।

गैर-परिचालन आय

  • कंपनी ने ₹29 करोड़ की गैर-परिचालन आय भी दर्ज की।
  • यह आय मुख्य रूप से ब्याज और वित्तीय संपत्तियों पर लाभ से प्राप्त हुई।
  • कुल मिलाकर, FY24 में Mohalla Tech की कुल आय ₹747 करोड़ रही।

EBITDA घाटे में बड़ी कमी

क्या है EBITDA घाटा?

  • EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization) कंपनी के संचालन की दक्षता को मापता है।
  • FY24 में Mohalla Tech का एडजस्टेड EBITDA घाटा 67% तक कम हुआ
  • यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने खर्चों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया और परिचालन दक्षता में सुधार किया।

ShareChat और Moj की भूमिका

ShareChat का प्रदर्शन

  • ShareChat भारत में वर्नाक्युलर (स्थानीय भाषा) सोशल मीडिया का बड़ा प्लेटफॉर्म है।
  • यह यूजर्स को 15 से अधिक भाषाओं में सामग्री प्रदान करता है।
  • FY24 में, ShareChat ने लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन के जरिए अपनी आय बढ़ाई।

Moj की बढ़ती लोकप्रियता

  • Moj, शॉर्ट वीडियो ऐप, ने भारतीय बाजार में तेजी से अपनी जगह बनाई।
  • TikTok के बंद होने के बाद Moj ने बड़ा उपयोगकर्ता आधार प्राप्त किया।
  • इसकी सामग्री मुख्य रूप से क्षेत्रीय भाषाओं में है, जिससे यह अधिक यूजर्स को आकर्षित करता है।

व्यय और लागत प्रबंधन

खर्चों में कटौती

  • Mohalla Tech ने FY24 में अपने खर्चों को नियंत्रित करने पर ध्यान दिया।
  • कंपनी ने संचालन लागत में कटौती की और मार्केटिंग व अन्य खर्चों का कुशल प्रबंधन किया।

उपयोगकर्ता-अधिग्रहण लागत

  • FY24 में, कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को जोड़ने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग किया।
  • हालांकि, उपयोगकर्ता-अधिग्रहण लागत में स्थिरता बनाए रखी गई।

लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन का महत्व

लाइव स्ट्रीमिंग की ताकत

  • लाइव स्ट्रीमिंग से Mohalla Tech को सबसे अधिक आय प्राप्त हुई।
  • यह फीचर यूजर्स को रियल-टाइम इंटरैक्शन का मौका देता है।
  • FY24 में, लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए ₹403 करोड़ की आय हुई।

विज्ञापन आय में वृद्धि

  • FY24 में विज्ञापन आय ₹315 करोड़ रही, जो 23.5% अधिक थी।
  • ब्रांड्स ने ShareChat और Moj जैसे प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके बड़े पैमाने पर अपने उत्पादों को प्रमोट किया।

गैर-परिचालन आय और इसके प्रभाव

ब्याज और वित्तीय संपत्तियों का लाभ

  • Mohalla Tech ने ₹29 करोड़ की गैर-परिचालन आय दर्ज की।
  • यह कंपनी के कुल राजस्व को बढ़ाने में सहायक रहा।

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

  • गैर-परिचालन आय ने Mohalla Tech को अपने घाटे को कम करने में मदद की।
  • इससे कंपनी को FY25 में और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।

Mohalla Tech की रणनीति और भविष्य की योजना

स्थानीय भाषा पर फोकस

  • ShareChat और Moj, दोनों प्लेटफॉर्म्स ने स्थानीय भाषाओं में सामग्री प्रदान करके बड़े उपयोगकर्ता आधार को आकर्षित किया है।
  • यह रणनीति कंपनी को प्रतिस्पर्धी बाजार में अलग पहचान देती है।

वैश्विक विस्तार की योजना

  • Mohalla Tech भारतीय बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी विस्तार करने की योजना बना रही है।
  • FY25 में, कंपनी अपने प्रोडक्ट्स और सेवाओं को और बेहतर बनाने पर काम करेगी।

तकनीकी सुधार

  • कंपनी ने FY24 में अपने प्लेटफॉर्म्स को तकनीकी रूप से बेहतर बनाया।
  • उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए AI और मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग किया गया।

भारतीय सोशल मीडिया बाजार में Mohalla Tech की स्थिति

बाजार में हिस्सेदारी

  • ShareChat और Moj ने FY24 में भारतीय सोशल मीडिया बाजार में मजबूत पकड़ बनाई।
  • TikTok के प्रतिस्थापन के रूप में Moj ने बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता जोड़े।

प्रतिस्पर्धा से आगे

  • Mohalla Tech ने Josh, Roposo, और MX TakaTak जैसे प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया है।
  • यह इसकी प्रभावी रणनीति और बाजार में गहरी समझ का नतीजा है।

निष्कर्ष

Mohalla Tech ने FY24 में मजबूत प्रदर्शन के साथ अपनी स्थिति को और सुदृढ़ किया है।

  • लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन जैसे आय स्रोतों ने कंपनी की वृद्धि में अहम भूमिका निभाई।
  • 67% घाटे में कमी और 33% राजस्व वृद्धि कंपनी की कुशल संचालन रणनीति को दर्शाते हैं।

FY25 में Mohalla Tech के पास और भी बड़ी संभावनाएं हैं। ShareChat और Moj जैसे प्लेटफॉर्म्स भारतीय और वैश्विक बाजारों में अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए तैयार हैं।

Read more : Beardo ने FY24 में 62.4% की सालाना वृद्धि के साथ मुनाफा कमाया

Mohalla Tech Expands Debt Round to $65M with EDBI Infusion

Mohalla Tech, parent of ShareChat and Moj, expanded its debt round to $65 million with an additional $16 million from Singapore-based EDBI. Earlier, it raised $49 million from existing investors. The funds will enhance their tech stack and consumer transactions. ShareChat laid off 5% of its workforce recently and faced a significant valuation drop to under $2 billion. The company spent Rs 4,000 crore to earn Rs 533 crore in FY23, recording a Rs 3,241 crore loss.