🏦🚀 Slice Small Finance Bank ने पहली बार कमाया मुनाफ़ा

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Slice और North East Small Finance Bank (NESFB) के मर्जर के बाद बने Slice Small Finance Bank (SSFB) ने आखिरकार अपने वित्तीय प्रदर्शन में जबरदस्त टर्नअराउंड दिखाया है। बैंक ने FY26 की पहली छमाही (अप्रैल–सितंबर 2025) में ₹7 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज कर लिया है — जो FY25 के ₹217 करोड़ के भारी घाटे और FY24 के ₹153 करोड़ के नुकसान के मुकाबले एक बड़ा सुधार है।

यह जानकारी CRISIL की नवीनतम रेटिंग रिपोर्ट में सामने आई है।


💹📈 मुनाफ़े की वापसी: Pre-ESOP प्रॉफिट हुआ ₹43 करोड़

CRISIL के अनुसार:

Pre-ESOP Profit (H1 FY26): ₹43 करोड़

जिसमें से ₹36.5 करोड़ ESOP रिज़र्व में ट्रांसफर किए गए।

बैंक का लाभांकन उम्मीद से बेहतर रहा, जिसकी बड़ी वजह थीं:

  • Net Interest Margin (NIM): 11.1% (annualised)
  • Credit Cost: सिर्फ 2.4%

हालाँकि NESFB से मिली legacy high-cost borrowings की वजह से cost of funds थोड़ा बढ़ा, लेकिन मजबूत NIM ने बैंक को लाभ में लौटने में मदद की।


📊🚀 AUM में तेज़ उछाल — 6 महीने में 27% वृद्धि

Slice SFB की Assets Under Management (AUM) में मर्जर के बाद जबरदस्त तेजी देखने को मिली है।

✅ AUM (March 2025): ₹2,954 करोड़

✅ AUM (September 2025): ₹3,759 करोड़

यानी सिर्फ 6 महीनों में लगभग 27% की वृद्धि

🔍 Portfolio Mix:

  • 76% – Digital unsecured personal loans
  • 14% – MSME loans
  • 10% – अन्य रिटेल और उधार श्रेणियां

बैंक का DNA अभी भी digital-first है, जिसमें personal credit प्रमुख भूमिका निभा रहा है।


🏧📊 Deposits में भी तगड़ी ग्रोथ — CASA ratio में सुधार

H1 FY26 में SSFB ने deposits mobilisation में भी उल्लेखनीय उछाल दिखाया।

✅ Deposits (FY25 End): ₹2,418 करोड़

✅ Deposits (Sept 2025): ₹3,896 करोड़

➡️ 61% की जबरदस्त वृद्धि

✅ CASA Ratio: 27.5%

यह आकड़ा small finance banks के लिए काफ़ी मजबूत माना जाता है।

Deposits में वृद्धि से बैंक की liquidity profile और funding stability में बड़ा सुधार हुआ है।


🏦📈 CRISIL का रुख ‘Positive’: Rating को मिला अपग्रेड संकेत

बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए CRISIL ने:

✅ LT-II Bonds Outlook: ‘Stable’ से ‘Positive’

✅ Rating: BBB- (Reaffirmed)

CRISIL ने कहा:

“Outlook revision reflects SSFB की improving market position, better profitability, और adequate capitalisation.”

✅ Capital Adequacy Ratio (September 2025): 18.1%

FY25 के मुकाबले बैंक की पूंजी स्थिति और मजबूत हुई।

✅ Net Worth:

  • March 2025: ₹849 करोड़
  • September 2025: ₹891 करोड़

📉📊 Asset Quality में सुधार, पर चुनौतियाँ बरकरार

SSFB की asset quality अभी भी मध्यम स्तर पर है, लेकिन इसमें सुधार दिख रहा है।

✅ Gross NPA (FY25): 6.3% → (H1 FY26): 5.8%

✅ Net NPA (FY25): 4.7% → (H1 FY26): 4.2%

CRISIL ने चेतावनी दी है कि:

बैंक की scalability के साथ asset quality और profitability को बनाए रखना इसकी भविष्य की rating outlook पर असर डालेगा।


🔄🧩 मर्जर के बाद बैंक का प्रदर्शन कैसा रहा?

अक्टूबर 2024 में Slice और NESFB के मर्जर के बाद SSFB ने:

  • टेक-ड्रिवन lending मॉडल अपनाया
  • cost rationalisation किया
  • higher-margin digital loans पर फोकस बढ़ाया
  • deposits mobilisation बढ़ाकर लागत कम की

इन रणनीतियों ने FY26 की पहली छमाही में बैंक के turnaround का रास्ता खोला।


📌🔍 विश्लेषण: SSFB के लिए आगे का रोडमैप

Slice SFB की स्थिति अब कई मोर्चों पर मजबूत दिख रही है:

✅ मजबूत NIM

✅ deposits में तेज़ वृद्धि

✅ profit में वापसी

✅ asset quality में सुधार

✅ CASA बेस बढ़ता हुआ

लेकिन चुनौतियाँ भी हैं:

  • unsecured loans का उच्च हिस्सा
  • scaling phase में credit cost बढ़ने का जोखिम
  • legacy borrowings का cost pressure

अगर बैंक asset quality स्थिर रखते हुए AUM और deposits को इसी रफ्तार से बढ़ाता है, तो आने वाले 3–4 तिमाहियों में इसकी profitability और मजबूत हो सकती है।


निष्कर्ष

Slice Small Finance Bank के लिए FY26 की पहली छमाही एक निर्णायक पल साबित हुई है।
₹7 करोड़ का मुनाफ़ा, तेज़ी से बढ़ता AUM, मजबूत CASA, और CRISIL का Positive outlook — यह सब संकेत देते हैं कि SSFB भारतीय small finance banking space में एक नए डिजिटल-फर्स्ट दावेदार के रूप में उभर रहा है।

बैंक का आगे का सफर अब इस बात पर निर्भर करेगा कि वह:

  • digital unsecured loan book को कितना सुरक्षित रख पाता है
  • deposits को कितनी गति से बढ़ा पाता है
  • और profitability को sustainability में बदल पाता है

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फिनटेक यूनिकॉर्न Slice और NESFB का merger पूरा,नॉर्थ ईस्ट में बैंकिंग सेवाओं का होगा विस्तार

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फिनटेक यूनिकॉर्न slice ने Welcome to North East Small Finance Bank के साथ अपने विलय को 27 अक्टूबर 2024 से प्रभावी कर दिया है। यह अहम उपलब्धि दो महीने बाद हासिल हुई, जब नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने इस विलय को मंजूरी दी थी, जिसे पहली बार अक्टूबर 2023 में घोषित किया गया था।

NESFB में Slice का निवेश और विलय का उद्देश्य

मार्च 2023 में, Slice ने NESFB में लगभग $3.42 मिलियन की लागत से 5% हिस्सेदारी खरीदी थी। अब इस विलय के साथ, दोनों कंपनियों के ऑपरेशन्स, एसेट्स और ब्रांड्स को मिलाकर एक तकनीक-आधारित बैंकिंग संस्था का निर्माण किया गया है। Slice की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, इस नए बैंक का उद्देश्य ग्राहकों को अधिक आधुनिक और सरल बैंकिंग अनुभव प्रदान करना है।

ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाएं: बचत खाते, फिक्स्ड डिपॉजिट और क्रेडिट सेवाएं

विलय के बाद बने इस नए बैंक में ग्राहकों को बचत खाते, फिक्स्ड डिपॉजिट और क्रेडिट सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला मिलेगी। इसके अलावा, Slice का कहना है कि ग्राहकों की सेवाएं निर्बाध रहेंगी और सभी खाताधारकों के लिए सेवाओं का एक सहज एकीकरण किया जाएगा।

नॉर्थ ईस्ट में Slice का विस्तार, वित्तीय समावेशन पर रहेगा विशेष ध्यान

इस विलय से NESFB की नॉर्थ ईस्ट में स्थापित उपस्थिति को और मजबूत किया जाएगा, क्योंकि नई इकाई का लक्ष्य इस क्षेत्र में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना और आर्थिक विकास को गति देना है। नॉर्थ ईस्ट भारत का एक विशेष क्षेत्र है जहां अभी भी बैंकिंग सेवाओं की अधिक आवश्यकता है, और इस कदम से उन इलाकों में बैंकिंग पहुँच को विस्तार देने का प्रयास किया जाएगा।

विलय को लेकर NESFB के एमडी और सीईओ की प्रतिक्रिया

NESFB के प्रबंध निदेशक और सीईओ सतीश कुमार कालरा ने इसे बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह विलय न केवल नॉर्थ ईस्ट में बल्कि पूरे भारत में बैंकिंग का चेहरा बदल सकता है। उनके अनुसार, इस विलय से नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच और सुविधा में जबरदस्त सुधार होगा।

फंड जुटाने में Slice का योगदान

विलय से पहले, Slice ने सितंबर में 300 करोड़ रुपये (लगभग $35 मिलियन) की राशि जुटाई थी। इस फंडिंग का नेतृत्व टनेजा फैमिली ट्रस्ट, अंजू फैमिली पर्सनल ट्रस्ट, UK2 फैमिली ट्रस्ट, और MN फैमिली ट्रस्ट ने किया था। इसके अलावा, इस महीने Slice के संस्थापक रंजन बजाज ने भी व्यक्तिगत रूप से $8.6 मिलियन का निवेश किया, जिससे कंपनी की पूंजी में और मजबूती आई है।

नॉर्थ ईस्ट के लिए एक नई शुरुआत

Slice और NESFB के इस विलय से नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं का एक नया अध्याय शुरू होगा। इसके जरिए स्थानीय व्यवसायों को सशक्त बनाया जा सकेगा, और लोगों के लिए वित्तीय सुविधाओं को अधिक सुगम और सुलभ बनाया जाएगा।

विलय के संभावित लाभ और भविष्य की योजनाएं

Slice के लिए यह विलय न केवल उसके तकनीकी समाधान और सेवाओं को मजबूत बनाने में सहायक होगा, बल्कि यह उसे एक विस्तृत ग्राहक आधार और वित्तीय क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने का मौका देगा। नॉर्थ ईस्ट में NESFB की पहुँच के साथ मिलकर Slice अपनी सेवाओं को और अधिक व्यापक बना सकेगा, और नए ग्राहकों तक पहुंच पाएगा।

निष्कर्ष

Slice और NESFB का यह विलय भारतीय फिनटेक और बैंकिंग उद्योग में एक क्रांतिकारी कदम है, जो न केवल कंपनियों के व्यापार को बढ़ाएगा, बल्कि नॉर्थ ईस्ट जैसे अंडरसर्व्ड क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करेगा। इस साझेदारी से उम्मीद की जा रही है कि यह स्थानीय ग्राहकों और व्यवसायों को लाभान्वित करेगी और समग्र वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करेगी।

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Slice को संस्थापक राजन बजाज से मिला $8.6 मिलियन का निवेश

Slice Founder

Slice, एक कंज़्यूमर लेंडिंग और पेमेंट्स स्टार्टअप है, जिसने हाल ही में अपने संस्थापक और CEO, राजन बजाज से ₹71.7 करोड़ (लगभग $8.6 मिलियन) का निवेश प्राप्त किया है। यह निवेश आंशिक रूप से भुगतान किए गए शेयरों के रूप में हुआ है। इससे पहले कंपनी ने ₹300 करोड़ का डेब्ट फंडिंग राउंड भी पूरा किया था, जो Taneja Family Trust, Anju Family Personal Trust, UK2 Family Trust, और MN Family Trust के द्वारा किया गया था।

कंपनी के बोर्ड द्वारा पारित एक विशेष प्रस्ताव के अनुसार, 22,000 इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जिनकी कीमत ₹32,606 प्रति शेयर रखी गई है। यह निवेश एक या अधिक चरणों में किया जाएगा और इसका उपयोग सामान्य व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।

Slice मुख्य रूप से मिलेनियल्स (युवा पीढ़ी) के लिए एक वर्चुअल और फिजिकल कार्ड सेवा प्रदान करता है, जिससे छात्रों और वेतनभोगियों को आसान ईएमआई (बिना किसी जमानत के) के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग करने की सुविधा मिलती है। इसके साथ ही, यह यूजर्स को क्रेडिट स्कोर बनाने में भी मदद करता है।

बेंगलुरु आधारित इस कंपनी ने अब तक लगभग $400 मिलियन की फंडिंग जुटाई है। इसमें $220 मिलियन का सीरीज़ बी राउंड शामिल है, जो Tiger Global और Insight Partners द्वारा लीड किया गया था। Tiger Global कंपनी का सबसे बड़ा स्टेकहोल्डर है, और उसके बाद Insight Partners का स्थान आता है।

FY24 के आंकड़े अभी तक सामने नहीं आए हैं, लेकिन Slice ने FY23 में तीन गुना वृद्धि देखी, जहाँ इसका राजस्व ₹847 करोड़ तक पहुँच गया, जो FY22 में ₹283 करोड़ था। हालांकि, इस तेज़ी से बढ़ती विकास के चलते कंपनी के नुकसान भी बढ़े। FY23 में Slice का घाटा 59.8% बढ़कर ₹406 करोड़ हो गया, जबकि FY22 में यह ₹254 करोड़ था।

2024 में कई स्टार्टअप संस्थापक और एग्जीक्यूटिव्स ने अपनी कंपनियों में फिर से निवेश किया है। उदाहरण के लिए, Yubi के संस्थापक और CEO गौरव कुमार ने अपनी कंपनी में $30 मिलियन का निवेश किया, जबकि Oyo के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने अपनी सिंगापुर स्थित कंपनी, Patient Capital, के माध्यम से $100 मिलियन का निवेश किया। EV फर्म Ather Energy के को-फाउंडर्स, तरुण मेहता और स्वप्निल जैन ने भी $10 मिलियन का निवेश अपनी कंपनी में किया। इसी तरह, Giva जैसे ओम्नीचैनल ज्वेलरी स्टार्टअप ने अपनी सीनियर मैनेजमेंट टीम से भी एक अज्ञात राशि जुटाई है।

यह दर्शाता है कि स्टार्टअप्स में संस्थापक और टॉप मैनेजमेंट का खुद निवेश करना अब एक नया चलन बनता जा रहा है, जिससे ये कंपनियां आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त हो रही हैं और उनका फोकस दीर्घकालिक विकास पर है।

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