TrueFoundry को Intel Capital के नेतृत्व में $19 मिलियन की Series A फंडिंग मिली

TrueFoundry

नई दिल्ली: AI डिप्लॉयमेंट और स्केलिंग प्लेटफॉर्म TrueFoundry ने Intel Capital के नेतृत्व में $19 मिलियन (लगभग ₹158 करोड़) की Series A फंडिंग जुटाई है। इस निवेश दौर में मौजूदा निवेशक Eniac Ventures और Peak XV’s Surge के अलावा Jump Capital और कई एंजल निवेशकों ने भाग लिया।

फंडिंग में शामिल प्रमुख एंजल निवेशकों में गोकुल राजाराम, मोहित अरोन, सायन बैनिस्टर और फॉर्च्यून 1000 कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इस निवेश के तहत, Intel Capital के इन्वेस्टमेंट डायरेक्टर, अवि भारद्वाज, TrueFoundry के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होंगे।

पहले भी जुटाई थी $2.3 मिलियन की फंडिंग

TrueFoundry, जो बेंगलुरु और सैन फ्रांसिस्को में स्थित है, ने सितंबर 2022 में Peak XV’s Surge के नेतृत्व में $2.3 मिलियन की सीड फंडिंग भी जुटाई थी। नई फंडिंग कंपनी के लिए एक बड़ा बूस्ट मानी जा रही है, जिससे यह AI एप्लिकेशन निर्माण और डिप्लॉयमेंट को और आसान बनाने के अपने मिशन को मजबूत कर सकेगी।

फंडिंग से TrueFoundry को क्या फायदा होगा?

TrueFoundry ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह नया निवेश निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों में मदद करेगा:

📌 AI एप्लिकेशन निर्माण को आसान बनाना: बिना इन्फ्रास्ट्रक्चर चुनौतियों के AI मॉडल्स को डिप्लॉय और स्केल करने का प्लेटफॉर्म विकसित करना।
📌 टीम का विस्तार: अधिक इंजीनियर और रिसर्चर्स को जोड़कर टेक्नोलॉजी को और मजबूत करना।
📌 ग्लोबल मार्केट में विस्तार: अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने और व्यापार को बढ़ाने के लिए गो-टू-मार्केट रणनीति को बेहतर बनाना।

TrueFoundry क्या करता है?

TrueFoundry एक क्लाउड-नेटिव प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जो मशीन लर्निंग (ML) मॉडल्स के प्रशिक्षण और डिप्लॉयमेंट को आसान बनाता है। इस प्लेटफॉर्म की मदद से कंपनियां अपने AI एप्लिकेशन को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकती हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर लागत को कम कर सकती हैं।

TrueFoundry की खासियतें:

ML मॉडल्स को तेजी से डिप्लॉय करने की क्षमता
इन्फ्रास्ट्रक्चर की लागत को कम करने में मदद
क्लाउड-इंटीग्रेशन और मल्टी-क्लाउड सपोर्ट
उद्योग में नवीनतम AI ट्रेंड्स जैसे RAGs (Retrieval-Augmented Generation) और एजेंट्स को सपोर्ट

Games 24×7 और Whatfix जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी

TrueFoundry पहले से ही Games 24×7 और Whatfix जैसी जानी-मानी कंपनियों के साथ काम कर रहा है। इन साझेदारियों के जरिए कंपनी ML स्केलेबिलिटी को बढ़ा रही है और इन्फ्रास्ट्रक्चर एफिशिएंसी को अधिकतम कर रही है।

CEO ने क्या कहा?

TrueFoundry के सीईओ और सह-संस्थापक निकुंज बजाज ने कहा,
“TrueFoundry के प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले एंटरप्राइजेज ने महज दो महीनों में अपने आंतरिक AI प्लेटफॉर्म्स को तैयार किया और चार महीनों के भीतर ROI (रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट) हासिल किया, जबकि उद्योग में औसतन यह प्रक्रिया 14 महीनों में पूरी होती है।”

TrueFoundry बनाम अन्य AI स्टार्टअप्स

कंपनी का नामफोकस एरियाटेक्नोलॉजीकुल फंडिंग
TrueFoundryAI डिप्लॉयमेंट और स्केलिंगML ट्रेनिंग और मल्टी-क्लाउड इंटीग्रेशन$21.3M
Weights & BiasesML ऑप्स और मॉडल ट्रैकिंगऑटोमैटेड ML वर्कफ्लो$200M+
Hugging Faceओपन-सोर्स AI टूल्सNLP मॉडल्स$235M+
Databricksडेटा एनालिटिक्स और AIयूनिफाइड डेटा प्लेटफॉर्म$3.5B+

TrueFoundry ML डिप्लॉयमेंट के सरलीकरण और तेज़ी पर जोर देती है, जिससे यह Databricks और Hugging Face जैसी बड़ी कंपनियों से अलग पहचान बना रही है।

AI इंडस्ट्री के लिए क्या मायने रखता है यह फंडिंग?

AI टेक्नोलॉजी को बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए कंपनियों को फास्ट, स्केलेबल और कम लागत वाले समाधानों की जरूरत होती है। TrueFoundry की यह फंडिंग दिखाती है कि AI ऑपरेशंस को आसान बनाने के लिए निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है।

TrueFoundry का भविष्य और रणनीति

🔹 नए ग्राहकों को जोड़ना – भारत और अमेरिका में और अधिक एंटरप्राइजेज को जोड़ने की योजना।
🔹 AI और ML में R&D – उभरते ट्रेंड्स जैसे RAGs और एजेंट-आधारित AI को सपोर्ट करने के लिए टेक्नोलॉजी में सुधार।
🔹 ग्लोबल मार्केट में विस्तार – खासकर अमेरिका और यूरोप में विस्तार पर फोकस।
🔹 क्लाउड-एग्नॉस्टिक प्लेटफॉर्म – AWS, GCP, Azure जैसी विभिन्न क्लाउड सर्विसेज के साथ कंपैटिबिलिटी बढ़ाना।

निष्कर्ष

👉 TrueFoundry को Intel Capital से $19 मिलियन की फंडिंग मिलने से कंपनी के ग्रोथ को बड़ा बूस्ट मिलेगा।
👉 यह निवेश TrueFoundry को मशीन लर्निंग डिप्लॉयमेंट को और अधिक सुगम और कुशल बनाने में मदद करेगा।
👉 AI इंडस्ट्री में बढ़ते निवेश से संकेत मिलता है कि भविष्य में ML और AI ऑपरेशंस का स्केल तेजी से बढ़ेगा।

TrueFoundry की यह फंडिंग न सिर्फ कंपनी के लिए बल्कि पूरे AI इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। 🚀🤖

Read more :महिला वेलनेस ब्रांड Nua ने जुटाए 35 करोड़ रुपये,

महिला वेलनेस ब्रांड Nua ने जुटाए 35 करोड़ रुपये,

Nua

महिला वेलनेस और हाइजीन ब्रांड Nua ने 35 करोड़ रुपये की प्री-सीरीज़ C फंडिंग जुटाई है। इस निवेश दौर का नेतृत्व Mirabilis Investment Trust ने किया, जिसमें समीर सिंह और शुचि कोठारी सहित अन्य निवेशकों ने भी भाग लिया।

अब तक $21.5 मिलियन की फंडिंग जुटा चुका है Nua

मुंबई स्थित यह कंपनी अब तक कुल $21.5 मिलियन (लगभग 180 करोड़ रुपये) की फंडिंग जुटा चुकी है। इसके मौजूदा निवेशकों में शामिल हैं:

  • Lightbox VC
  • Kae Capital
  • बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण
  • विंडी बांगा

फंडिंग का उपयोग: नए प्रोडक्ट्स और रिटेल विस्तार पर जोर

Nua ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस फंडिंग का उपयोग नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करने और रिटेल विस्तार के लिए किया जाएगा। कंपनी अपने उत्पादों को प्रमुख चैनलों जैसे मार्केटप्लेस, क्विक कॉमर्स और ऑफलाइन रिटेल में विस्तारित करेगी, ताकि अधिक महिलाओं तक पहुंच बनाई जा सके।

Nua: महिलाओं के लिए समग्र और पर्सनलाइज्ड समाधान

2017 में हुई थी शुरुआत

Nua की स्थापना 2017 में अभिषेक रमणाथन और रवि रामचंद्रन ने की थी। यह एक डिजिटल-फर्स्ट महिला वेलनेस कंपनी है, जो महिलाओं की वास्तविक समस्याओं का समग्र और व्यक्तिगत समाधान प्रदान करने पर केंद्रित है।

शुरुआत में कंपनी ने इनोवेटिव और टॉक्सिन-फ्री सैनिटरी पैड्स लॉन्च किए थे, लेकिन अब यह अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को तेजी से बढ़ा रही है।

Nua के प्रमुख प्रोडक्ट्स:

पीरियड पैंटीज़ (Period Panties)
इंटिमेट हाइजीन प्रोडक्ट्स (Intimate Hygiene Products)
क्रैम्प-केयर समाधान (Cramp-Care Solutions)
पोस्टपार्टम केयर प्रोडक्ट्स (Postpartum Care Products)
साइक्लिकल एक्ने केयर (Cyclical Acne Solutions)


महिलाओं के लिए समग्र वेलनेस अनुभव

Nua सिर्फ उत्पाद बेचने तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं को एक बेहतरीन और समग्र अनुभव प्रदान करने के लिए लगातार नए प्रयोग कर रही है।

💡 सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट्स
💡 इंगेजिंग कंटेंट और एजुकेशन
💡 महिला स्वास्थ्य और वेलनेस पर मजबूत समुदाय

कंपनी का मानना है कि इन सभी पहलुओं ने Nua को महिला वेलनेस मार्केट में एक अलग पहचान दिलाने में मदद की है।


अगले 6-8 तिमाहियों में तेज़ी से विस्तार की योजना

Nua अगले 6 से 8 तिमाहियों में नए प्रोडक्ट्स, कंटेंट और उभरते चैनलों में निवेश जारी रखेगी, ताकि अपने विकास को तेज़ किया जा सके।

पिछले 12 महीनों में Nua ने क्या नया किया?

🆕 अतिरिक्त लंबे नाइट पैड्स (Extra-long Night Pads)
🆕 डिस्पोजेबल पीरियड पैंटीज़ (Disposable Period Panties)
🆕 मेंस्ट्रुअल कप्स (Menstrual Cups)
🆕 पोस्टपार्टम केयर उत्पाद (Postpartum Care Products)

Nua के उत्पाद न केवल उनकी वेबसाइट पर बल्कि Zepto, Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर भी उपलब्ध हैं।


महिला वेलनेस मार्केट में बढ़ता कॉम्पिटिशन, Nua कैसे बनाएगी अपनी जगह?

भारत में महिला वेलनेस मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, और इस क्षेत्र में Sirona, Pee Safe और Carmesi जैसी कंपनियां भी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।

लेकिन Nua की कुछ खास विशेषताएं इसे प्रतिस्पर्धा में आगे रखती हैं:

🔹 इनोवेटिव और टॉक्सिन-फ्री प्रोडक्ट्स
🔹 डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) मॉडल
🔹 महिलाओं की हेल्थ और वेलनेस पर फोकस
🔹 मजबूत निवेशकों का समर्थन

प्रतिस्पर्धियों से कैसे अलग है Nua?

फीचरNuaPee SafeSirona
इनोवेटिव उत्पाद
टॉक्सिन-फ्री फॉर्मूला
समग्र महिला वेलनेस फोकस
D2C और ऑफलाइन बिक्री
मजबूत निवेशक सपोर्ट

Nua की खासियत यह है कि यह सिर्फ उत्पाद बेचने पर ही ध्यान नहीं देती, बल्कि महिलाओं को सही हेल्थ एजुकेशन और सपोर्ट भी प्रदान करती है।


भविष्य की संभावनाएं: क्या Nua अगला बड़ा ब्रांड बनेगा?

🚀 रिटेल और मार्केटप्लेस में विस्तार से Nua को और अधिक ग्राहकों तक पहुंचने का मौका मिलेगा।
🚀 महिला हेल्थ और वेलनेस में बढ़ती जागरूकता के कारण यह ब्रांड तेजी से ग्रोथ कर सकता है।
🚀 मजबूत निवेशकों के सहयोग से कंपनी को निरंतर नवाचार और विस्तार में मदद मिलेगी।

Nua की यह नई फंडिंग इसे भारतीय महिला वेलनेस मार्केट में अग्रणी ब्रांड बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है! 💪🌸

Read more :PlaySuper ने $500K की सीड फंडिंग जुटाई,

PlaySuper ने $500K की सीड फंडिंग जुटाई,

PlaySuper

भारत में गेमिंग और ई-कॉमर्स तेजी से विकसित हो रहे हैं। PlaySuper इन दोनों को जोड़ने का प्रयास कर रहा है, जिससे गेमिंग कॉमर्स का एक नया युग शुरू हो सकता है।

PlaySuper गेमिंग कॉमर्स क्यों है भविष्य की जरूरत?

आज के डिजिटल युग में, गेमिंग सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक संपूर्ण इकोसिस्टम बन चुका है। गेमर्स अब सिर्फ गेम नहीं खेलते, वे इन-गेम खरीदारी भी करते हैं। दुनिया भर में गेमिंग इंडस्ट्री का बाजार $200 बिलियन से अधिक हो चुका है, और भारत इस विकास का एक बड़ा हिस्सा बनने की ओर बढ़ रहा है।

🔹 इंटरएक्टिव ई-कॉमर्स का उभरता ट्रेंड
🔹 गेमर्स को सहज और सरल शॉपिंग अनुभव प्रदान करना
🔹 गेमिंग स्टूडियो के लिए नया रेवेन्यू मॉडल बनाना

PlaySuper इस मौके का फायदा उठाकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है, जो गेमिंग और ई-कॉमर्स के बीच की दूरी को खत्म कर देगा।


PlaySuper की रणनीति: SEA और MENA बाजारों में विस्तार

PlaySuper ने न सिर्फ भारतीय बाजार को ध्यान में रखा है, बल्कि इसका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपने पैर जमाना है।

👉 पहला कदम: दक्षिण पूर्व एशिया (SEA) में लॉन्च
👉 दूसरा चरण: MENA (मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका) में विस्तार
👉 तीसरा चरण: LATAM (लैटिन अमेरिका) में अपनी पकड़ मजबूत करना

SEA और MENA बाजार क्यों महत्वपूर्ण हैं?

📌 SEA (Southeast Asia):

  • गेमिंग के लिए तेजी से बढ़ता हुआ बाजार
  • मोबाइल गेमिंग में भारी निवेश
  • ऑनलाइन शॉपिंग और डिजिटल भुगतान का बढ़ता चलन

📌 MENA (Middle East & North Africa):

  • हाई-स्पेंडिंग गेमर्स की संख्या अधिक
  • ईस्पोर्ट्स और गेमिंग कम्युनिटी का बड़ा विस्तार
  • गेमिंग-ईकॉमर्स का बेहतर अवसर

📌 LATAM (Latin America):

  • मोबाइल गेमिंग का सबसे तेजी से बढ़ता बाजार
  • डिजिटल पेमेंट के प्रति उपभोक्ताओं का रुझान
  • गेमिंग स्टूडियो और पब्लिशर्स के लिए बड़ा अवसर

PlaySuper की योजना अगले 6 महीनों में SEA बाजार में प्रवेश करने की है, जिसके बाद यह MENA और LATAM में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा।


PlaySuper कैसे बनाएगा नया गेमिंग बिजनेस मॉडल?

PlaySuper एक हाइपर-पर्सनलाइज्ड इन-गेम स्टोर लॉन्च कर रहा है, जिससे गेमिंग स्टूडियो को बिना किसी अपडेट की जरूरत के सीधे अपने गेम में इस स्टोर को जोड़ने की सुविधा मिलेगी।

कोई मैनुअल अपडेट की जरूरत नहीं होगी
गेमर्स को सीधे इन-गेम शॉपिंग का विकल्प मिलेगा
गेमिंग कंपनियों के लिए अतिरिक्त रेवेन्यू स्ट्रीम तैयार होगी

PlaySuper कैसे बदलेगा भारतीय गेमिंग इकोसिस्टम?

📢 गेमर्स के लिए:

  • शॉपिंग और गेमिंग को एक साथ जोड़ने का अनुभव
  • कोई एक्स्ट्रा ऐप या वेबसाइट खोलने की जरूरत नहीं
  • सीमलेस, सुरक्षित और फास्ट ट्रांजेक्शन

📢 गेमिंग स्टूडियो के लिए:

  • इन-गेम खरीदारी से अतिरिक्त रेवेन्यू मॉडल
  • गेमिंग अनुभव को बेहतर बनाने के लिए नई तकनीक का उपयोग
  • डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) बिजनेस मॉडल

📢 ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए:

  • नए टारगेट ऑडियंस तक पहुंचने का अवसर
  • गेमिंग-आधारित विज्ञापन और प्रमोशन के लिए नया प्लेटफॉर्म
  • डायरेक्ट इन-गेम प्रोडक्ट इंटीग्रेशन

PlaySuper के संस्थापक: अनुभवी गेमिंग और एडटेक विशेषज्ञ

PlaySuper के संस्थापक शौरदीप चक्रवर्ती और उपमन्यु पहले भी सफल स्टार्टअप्स का हिस्सा रह चुके हैं।

📌 LectureNotes (2022 में $2.5 मिलियन फंडिंग जुटाई)
📌 गेमिंग, वेब3 और एडटेक में गहरा अनुभव
📌 नवाचार और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन दृष्टिकोण

टीम विस्तार की योजना

PlaySuper जल्द ही अपनी कोर टीम में प्रोडक्ट हेड और B2B पार्टनरशिप टीम को शामिल करने जा रहा है, ताकि अधिक गेमिंग स्टूडियो इस प्लेटफॉर्म से जुड़ सकें।


भारत में गेमिंग और ई-कॉमर्स का भविष्य: PlaySuper की भूमिका

भारत में गेमिंग और ई-कॉमर्स तेजी से बढ़ रहे हैं। 2025 तक भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री का बाजार $3.9 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है।

👉 गेमिंग इंडस्ट्री में बढ़ता निवेश
👉 गेमर्स की बढ़ती संख्या (45 करोड़ से अधिक)
👉 इन-गेम खरीदारी का बढ़ता ट्रेंड

PlaySuper भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री में एक नई क्रांति लाने की तैयारी में है। यह स्टार्टअप गेमिंग और ई-कॉमर्स को एक साथ लाकर न सिर्फ गेमर्स के लिए बल्कि गेमिंग स्टूडियो और ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए भी बेहतर अवसर प्रदान कर सकता है।


निष्कर्ष: क्या PlaySuper भारत का अगला बड़ा गेमिंग स्टार्टअप बनेगा?

$500K फंडिंग के साथ PlaySuper अपने प्रोडक्ट को नए स्तर पर ले जाने के लिए तैयार है।
इन-गेम शॉपिंग को आसान और इनोवेटिव बनाने की दिशा में बड़ा कदम।
SEA, MENA और LATAM जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी से विस्तार।

PlaySuper भारतीय गेमिंग स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक नया बदलाव ला सकता है। क्या यह अगला बड़ा यूनिकॉर्न बनेगा? यह देखना दिलचस्प होगा! 🚀

Read more : Babynama:digital pediatric care platform ने सीड फंडिंग में जुटाए $700K

Babynama:digital pediatric care platform ने सीड फंडिंग में जुटाए $700K

Babynama

भारत में डिजिटल हेल्थकेयर तेजी से विकसित हो रहा है, और इस क्षेत्र में Babynama एक उभरता हुआ नाम बनकर सामने आया है। हाल ही में, Babynama ने अपनी सीड फंडिंग राउंड में $700,000 (लगभग ₹5.8 करोड़) जुटाए हैं। इस निवेश का नेतृत्व Good Capital ने किया, जबकि अन्य प्रमुख निवेशकों में Amplify और कई एंजल इन्वेस्टर्स शामिल रहे।

इस फंडिंग राउंड में योगदान देने वाले प्रमुख नामों में Fashinza के फाउंडर अभिषेक गुप्ता, Bicycle Health के फाउंडर अंकित गुप्ता, Avanti के फाउंडर अक्षय सक्सेना, BharatPe के पूर्व COO ध्रुव धनराज बहल और IIT बॉम्बे नेटवर्क से जुड़े अन्य एंटरप्रेन्योर शामिल थे।


Babynama फंडिंग का उपयोग कैसे करेगा?

इस फंडिंग से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी निम्नलिखित क्षेत्रों में करेगी:

तकनीकी बुनियादी ढांचे (Technology Infrastructure) को मजबूत करना – डिजिटल प्लेटफॉर्म में नई सुविधाएं जोड़कर इसे और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया जाएगा।

विशेषज्ञ पीडियाट्रिशियन (Expert Pediatricians) और सपोर्ट स्टाफ की टीम का विस्तार – अधिक डॉक्टरों को जोड़कर 24/7 चिकित्सा सहायता को बढ़ाया जाएगा।

मार्केटिंग प्रयासों को मजबूत करना – माता-पिता तक अधिक प्रभावी रूप से पहुंचने के लिए विज्ञापन और प्रचार रणनीतियों को सशक्त किया जाएगा।


Babynama: डिजिटल हेल्थकेयर में एक नई क्रांति

Babynama की शुरुआत जून 2022 में डॉ. सुमित्रा मीना और आशीष मीना द्वारा की गई थी। इस प्लेटफॉर्म का मुख्य उद्देश्य माता-पिता को तेजी से और विश्वसनीय चिकित्सा सहायता प्रदान करना है।

Babynama एक “Chat-First” डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां माता-पिता किसी भी समय विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श कर सकते हैं। अब तक, इस प्लेटफॉर्म ने 15 लाख से अधिक हेल्थ क्वेरीज़ को हल किया है, और इसका औसत प्रतिक्रिया समय 2 मिनट से भी कम है।


Babynama की प्रमुख विशेषताएं

Babynama उन माता-पिता के लिए एक भरोसेमंद हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म है, जो अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता करते हैं। इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

🔹 24/7 पीडियाट्रिक सपोर्ट – दिन-रात कभी भी डॉक्टर से संपर्क करने की सुविधा।
🔹 समर्पित डॉक्टरों की टीम – अनुभवी विशेषज्ञ डॉक्टर, जो विभिन्न बाल रोगों का इलाज कर सकते हैं।
🔹 पैरेंट एजुकेशन और कम्युनिटी एंगेजमेंट – माता-पिता को बेहतर जागरूक बनाने के लिए इंटरैक्टिव सेशंस।
🔹 टेक्नोलॉजी-ड्रिवन केयर – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग कर बच्चों के स्वास्थ्य का विश्लेषण और भविष्यवाणी।


Babynama के अब तक के प्रमुख उपलब्धियां

Babynama लॉन्च के बाद से लगभग 2 लाख माता-पिता को समय पर मेडिकल सहायता उपलब्ध करा चुका है। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म ने 10,000 से अधिक भुगतान करने वाले ग्राहक (Paying Customers) प्राप्त कर लिए हैं।

प्लेटफॉर्म ने शुरुआती अवस्था में महत्वपूर्ण बीमारियों की पहचान में भी मदद की है, जैसे:

➡️ श्वसन संबंधी समस्याएं (Respiratory Distress)
➡️ मिर्गी (Epilepsy)
➡️ ऑटिज़्म (Autism)
➡️ ADHD (Attention Deficit Hyperactivity Disorder)

यह सभी बीमारियां बचपन में जल्दी पहचान ली जाएं, तो इनका इलाज और प्रबंधन अधिक प्रभावी हो सकता है।


डिजिटल हेल्थकेयर का भविष्य और Babynama की भूमिका

भारत में डिजिटल हेल्थकेयर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। नई टेक्नोलॉजी और इंटरनेट की बढ़ती पहुंच के कारण, अब माता-पिता को अपने बच्चों की सेहत के लिए डॉक्टरों के पास जाने की जरूरत नहीं होती, बल्कि वे Babynama जैसे प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।

डिजिटल हेल्थकेयर मार्केट 2025 तक $16 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद
ऑनलाइन डॉक्टर कंसल्टेशन में 3X ग्रोथ दर्ज
टेक-इनेबल्ड हेल्थ सॉल्यूशंस की बढ़ती मांग

Babynama इस ट्रेंड का फायदा उठाते हुए अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म को और अधिक उन्नत बनाने की दिशा में काम कर रहा है।


निष्कर्ष: Babynama की शानदार ग्रोथ स्टोरी

Babynama ने बेहद कम समय में भारत में डिजिटल पीडियाट्रिक केयर का परिदृश्य बदल दिया है।

💡 $700K की फंडिंग जुटाने के बाद, कंपनी अपनी सेवाओं को और अधिक विस्तृत करने की योजना बना रही है।
💡 1.5 मिलियन से अधिक हेल्थ क्वेरीज़ हल करने वाला यह प्लेटफॉर्म, अब नई टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ अपने यूजर बेस को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
💡 महत्वपूर्ण बीमारियों की पहचान और माता-पिता को जागरूक करने के लिए, Babynama डिजिटल हेल्थकेयर स्पेस में बड़ा प्रभाव डाल सकता है।

क्या Babynama भारत में डिजिटल हेल्थकेयर का भविष्य तय करेगा? यह देखना दिलचस्प होगा! 🚀

Read more :Info Edge की मजबूत वित्तीय प्रदर्शन: Q3 FY25 में 15.2% की ग्रोथ,

Info Edge की मजबूत वित्तीय प्रदर्शन: Q3 FY25 में 15.2% की ग्रोथ,

Info Edge

भारत की अग्रणी इंटरनेट कंपनी Info Edge जो Naukri.com, 99acres, Jeevansathi और Shiksha जैसे प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स की मालिक है, ने Q3 FY25 के लिए अपने अनऑडिटेड वित्तीय नतीजे जारी किए हैं।

कंपनी के अनुसार, Q3 FY25 में इसका परिचालन राजस्व (Revenue from Operations) 15.2% बढ़कर ₹722 करोड़ हो गया, जो Q3 FY24 में ₹627 करोड़ था। इसी दौरान, कंपनी ने पहले नौ महीनों में ₹2,100 करोड़ की कमाई दर्ज की और उसका शुद्ध लाभ ₹632 करोड़ तक पहुंच गया।


Info Edge की Q3 FY25 ग्रोथ पर एक नजर

अवधिकुल राजस्व (₹ करोड़)शुद्ध लाभ (₹ करोड़)प्रमुख ग्रोथ ड्राइवर
Q3 FY24627119Naukri.com, 99acres, अन्य आय
Q3 FY25722288Naukri.com, निवेश और ब्याज से आय
वृद्धि15.2%142%नियंत्रित खर्च, बढ़ता प्लेटफॉर्म यूजर बेस

Info Edge का यह शानदार प्रदर्शन इसके मजबूत बिजनेस मॉडल, डिजिटल सेवाओं की बढ़ती मांग और लागत नियंत्रण रणनीति के कारण संभव हुआ।


Naukri.com बना कंपनी का सबसे बड़ा ग्रोथ फैक्टर

Info Edge के कुल राजस्व का 73% हिस्सा Naukri.com से आता है। Q3 FY25 में Naukri.com का रेवेन्यू ₹527 करोड़ तक पहुंच गया, जो Q3 FY24 की तुलना में 12.3% अधिक है।

Naukri.com ग्रोथ के कारण:

🔹 नौकरी बाजार में तेजी: भारत में डिजिटल भर्ती सेवाओं की मांग बढ़ रही है।
🔹 AI-पावर्ड हायरिंग टूल्स: Naukri.com ने नए तकनीकी फीचर्स लॉन्च किए हैं।
🔹 नई कंपनियों की एंट्री: स्टार्टअप्स और MNCs तेजी से भर्ती कर रहे हैं।


अन्य सेगमेंट की परफॉर्मेंस

99acres (रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म) – इस सेगमेंट ने ₹104 करोड़ का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले साल के मुकाबले स्थिर रहा। रियल एस्टेट मार्केट में उतार-चढ़ाव के बावजूद, कंपनी ने डिजिटल एडवरटाइजिंग और लिस्टिंग फीचर्स पर निवेश बढ़ाया।

Jeevansathi & Shiksha (मैट्रिमोनी और एजुकेशन पोर्टल्स) – इन दोनों सेगमेंट्स ने मिलकर ₹91 करोड़ का योगदान दिया। Jeevansathi ने अपने यूजर बेस में सुधार किया है, जबकि Shiksha ने नए कोर्स और करियर गाइडेंस फीचर्स जोड़े हैं।


ब्याज और निवेश से रिकॉर्ड आय – कुल रेवेन्यू ₹9,094 करोड़ पहुंचा

Info Edge ने निवेश और जमा राशि पर ब्याज से ₹187 करोड़ की अतिरिक्त आय अर्जित की

➡️ Q3 FY25 में कंपनी की कुल आय ₹9,094 करोड़ रही, जो Q3 FY24 के ₹660 करोड़ की तुलना में बहुत अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी के निवेश से हुई भारी कमाई के कारण संभव हुई।


नियंत्रित खर्च और लागत प्रबंधन ने मुनाफे को 142% तक बढ़ाया

Info Edge ने अपनी लागत को नियंत्रित रखते हुए Q3 FY25 में 142% की मुनाफे में वृद्धि दर्ज की, जिससे इसका शुद्ध लाभ ₹288 करोड़ तक पहुंच गया।

मुख्य खर्चों का विश्लेषण:

खर्चQ3 FY24 (₹ करोड़)Q3 FY25 (₹ करोड़)वृद्धि (%)
कर्मचारी लाभ खर्च2783059.7%
विज्ञापन और इंटरनेट खर्च8210224.3%
कुल खर्च4554877%

कंपनी का कर्मचारी खर्च कुल लागत का 62.6% रहा, जबकि मार्केटिंग पर किया गया खर्च ₹82 करोड़ और इंटरनेट ऑपरेशंस पर ₹20 करोड़ रहा।


Info Edge की भविष्य की रणनीति

AI और डेटा एनालिटिक्स पर अधिक निवेश – Naukri.com और 99acres में एडवांस AI फीचर्स जोड़े जाएंगे।
नए बिजनेस मॉडल की खोज – Info Edge एडटेक और फिनटेक स्पेस में संभावनाएं तलाश रही है।
मार्केटिंग और डिजिटल प्रमोशन – ब्रांड विजिबिलिटी बढ़ाने पर फोकस रहेगा।


निष्कर्ष

Info Edge ने Q3 FY25 में शानदार 15.2% ग्रोथ दर्ज की और मुनाफे में 142% की बढ़ोतरी हासिल की। Naukri.com अभी भी कंपनी के लिए सबसे बड़ा रेवेन्यू जनरेटर बना हुआ है, जबकि 99acres, Jeevansathi और Shiksha सेगमेंट्स भी धीरे-धीरे ग्रो कर रहे हैं।

📌 निवेश से हुई बड़ी कमाई ने कुल रेवेन्यू को ₹9,094 करोड़ तक पहुंचा दिया।
📌 खर्चों को नियंत्रित रखते हुए कंपनी ने उच्च मुनाफे की रिपोर्ट दी।
📌 भविष्य में कंपनी डिजिटल हायरिंग, रियल एस्टेट टेक और एजुकेशन टेक्नोलॉजी पर अधिक ध्यान देगी।

Info Edge की यह लगातार ग्रोथ इसे भारत की सबसे मजबूत इंटरनेट कंपनियों में से एक बना रही है। 🚀

Read more :Swiggy की जबरदस्त ग्रोथ: Q3 FY25 में 31% की सालाना वृद्धि,

Swiggy की जबरदस्त ग्रोथ: Q3 FY25 में 31% की सालाना वृद्धि,

Swiggy

भारत की अग्रणी फूडटेक और क्विक कॉमर्स कंपनी Swiggy ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) में शानदार 31% सालाना वृद्धि दर्ज की है। Swiggy का ऑपरेशनल रेवेन्यू ₹3,993 करोड़ तक पहुंच गया, जो Q3 FY24 में ₹3,048 करोड़ था।

इस ग्रोथ में सबसे बड़ा योगदान फूड डिलीवरी बिजनेस और Instamart (क्विक ग्रोसरी डिलीवरी) का रहा। खासकर, Swiggy Instamart ने 113% की जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की, जिससे कंपनी का कुल रेवेन्यू तेजी से बढ़ा।


Swiggy की ग्रोथ: आंकड़ों पर एक नजर

तिमाहीकुल ऑपरेटिंग रेवेन्यूफूड डिलीवरी रेवेन्यूक्विक कॉमर्स रेवेन्यू
Q3 FY24₹3,048 करोड़₹1,326 करोड़₹270 करोड़
Q3 FY25₹3,993 करोड़₹1,367 करोड़₹576 करोड़
वृद्धि31%3%113%

Swiggy का फूड डिलीवरी सेगमेंट अभी भी कंपनी के कुल रेवेन्यू का 34.23% योगदान देता है, लेकिन क्विक कॉमर्स (Instamart) सेगमेंट में जबरदस्त 113% ग्रोथ देखी गई।


फूड डिलीवरी बिजनेस में स्थिर वृद्धि

Swiggy का फूड डिलीवरी सेगमेंट Q3 FY25 में ₹1,367 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के ₹1,326 करोड़ से 3% अधिक है।

🔹 Swiggy One में सब्सक्राइबर ग्रोथ
Swiggy One सब्सक्रिप्शन मॉडल के तहत, यूजर्स को फ्री डिलीवरी, एक्सक्लूसिव डील्स और कैशबैक मिलते हैं। Swiggy One में नए सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ी है, जिससे फूड डिलीवरी रेवेन्यू को सपोर्ट मिला है।

🔹 लॉयल कस्टमर बेस और हाई-ऑर्डर वैल्यू
Swiggy के प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर करने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ी है, और औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) भी स्थिर बनी हुई है।


क्विक कॉमर्स (Instamart) सेगमेंट की जबरदस्त ग्रोथ – 113% की बढ़ोतरी!

Swiggy का Instamart (क्विक ग्रोसरी डिलीवरी बिजनेस) कंपनी के लिए बड़ा ग्रोथ ड्राइवर बन रहा है। Q3 FY25 में इस सेगमेंट का रेवेन्यू ₹576 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹270 करोड़ था।

🔹 क्विक डिलीवरी की बढ़ती मांग
शहरी क्षेत्रों में 10-30 मिनट की ग्रोसरी डिलीवरी की बढ़ती डिमांड ने Instamart के ग्रोथ को बढ़ावा दिया है।

🔹 नए ‘डार्क स्टोर्स’ की ओपनिंग
Swiggy ने कई नए डार्क स्टोर्स (स्टोरहाउस) खोले हैं, जिससे डिलीवरी टाइम में सुधार हुआ है और ज्यादा ऑर्डर पूरे किए जा रहे हैं।

🔹 बार-बार ऑर्डर करने वाले ग्राहक बढ़े
Instamart से नियमित रूप से ग्रोसरी ऑर्डर करने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ी है, जिससे Gross Order Value (GOV) ग्रोथ मजबूत हुई है।

Swiggy vs Zomato: कौन आगे?

Swiggy और Zomato के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा जारी है, लेकिन Instamart की ग्रोथ Swiggy को एक अलग पहचान दिला रही है।

कंपनीकुल रेवेन्यू (Q3 FY25)क्विक कॉमर्स रेवेन्यूफूड डिलीवरी रेवेन्यू
Swiggy₹3,993 करोड़₹576 करोड़₹1,367 करोड़
Zomato₹3,288 करोड़₹478 करोड़₹1,512 करोड़

Zomato अभी भी फूड डिलीवरी में आगे है, लेकिन Swiggy Instamart के दम पर बाज़ी मार सकता है।


Swiggy के भविष्य की योजनाएं

Swiggy अपनी ग्रोथ को बनाए रखने के लिए नए इनोवेशन और मार्केट विस्तार पर ध्यान दे रहा है।

📌 Swiggy One का विस्तार: लॉयल्टी प्रोग्राम को और अधिक शहरों में लॉन्च करना।
📌 Instamart की मजबूत पकड़: और अधिक डार्क स्टोर्स खोलकर तेजी से डिलीवरी प्रदान करना।
📌 कस्टमर एक्सपीरियंस में सुधार: AI-आधारित सिफारिशें और परसोनलाइज्ड डील्स देना।
📌 ई-कॉमर्स और नए प्रोडक्ट्स: Swiggy अपने प्लेटफॉर्म पर अन्य ऑन-डिमांड सर्विसेज भी जोड़ सकता है।


निष्कर्ष

Swiggy की Q3 FY25 में 31% ग्रोथ और Instamart की 113% वृद्धि यह दिखाती है कि कंपनी भारतीय फूडटेक और क्विक कॉमर्स स्पेस में तेजी से आगे बढ़ रही है।

फूड डिलीवरी से स्थिर रेवेन्यू
Instamart से रिकॉर्ड ग्रोथ
नई टेक्नोलॉजी और मार्केट विस्तार पर फोकस

Swiggy आने वाले समय में और भी इनोवेटिव सर्विसेज लाकर भारत में ऑनलाइन फूड और ग्रोसरी मार्केट को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है! 🚀

Read more :इवेंट-बेस्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Probo की जबरदस्त ग्रोथ,

इवेंट-बेस्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Probo की जबरदस्त ग्रोथ,

Probo

इवेंट-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Probo ने बीते तीन वित्तीय वर्षों में तेजी से ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी का रेवेन्यू FY22 में 2.6 करोड़ रुपये से बढ़कर FY23 में 86 करोड़ रुपये हुआ, और FY24 में यह 450 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया—जो साल-दर-साल 5.3 गुना वृद्धि को दर्शाता है। खास बात यह है कि Peak XV समर्थित इस कंपनी का शुद्ध लाभ (Net Profit) भी 25 गुना बढ़कर लगभग 100 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।


Probo की शानदार ग्रोथ: आंकड़ों पर एक नजर

वित्तीय वर्षराजस्व (Revenue)शुद्ध लाभ (Net Profit)
FY22₹2.6 करोड़
FY23₹86 करोड़₹3.7 करोड़
FY24₹459 करोड़₹92 करोड़

Probo की ऑपरेशनल इनकम FY24 में 459 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो पिछले वित्तीय वर्ष के 86 करोड़ रुपये की तुलना में 5.3 गुना अधिक है।


Probo क्या करता है?

2019 में सचिन गुप्ता और आशीष गर्ग द्वारा स्थापित, Probo एक इवेंट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर्स अपने विचारों को विभिन्न फ्यूचर इवेंट्स पर ट्रेड कर सकते हैं।

इसमें प्रमुख श्रेणियों में शामिल हैं:

क्रिकेट और फुटबॉल
फाइनेंस और स्टॉक्स
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री
स्टार्टअप्स और बिजनेस

यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर अपने अनुमान के आधार पर ट्रेड करते हैं, जिससे कंपनी के लिए नया रेवेन्यू मॉडल बनता है।


कमाई का मुख्य स्रोत

Probo की आय का मुख्य स्रोत प्लेटफॉर्म फीस है, जो यूजर्स से प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए ली जाती है।

  • FY24 में, प्लेटफॉर्म फीस के जरिए Probo की कमाई 5.4 गुना बढ़कर ₹449 करोड़ तक पहुंच गई।
  • यह कुल आय का 97.8% हिस्सा है।
  • अन्य स्रोतों से 25 करोड़ रुपये की आय हुई, जिसमें मौजूदा निवेशों पर ब्याज और अन्य सेवाएं शामिल थीं।
  • FY24 की कुल आय ₹474 करोड़ रही।

खर्च में भारी इजाफा, लेकिन बैलेंस बना रहा

तेजी से बढ़ते प्लेटफॉर्म के साथ, Probo का कुल खर्च भी FY24 में 3.5 गुना बढ़कर ₹351 करोड़ हो गया।

प्रमुख खर्चों का ब्रेकडाउन:

1️⃣ विज्ञापन और प्रमोशन:

  • Probo की लोकप्रियता में YouTube इन्फ्लुएंसर्स का अहम योगदान रहा है।
  • FY24 में कंपनी ने अपने कुल खर्च का 77% यानी ₹271 करोड़ मार्केटिंग पर खर्च किया।
  • यह FY23 के ₹52 करोड़ के मुकाबले 5.2 गुना ज्यादा है।

2️⃣ कर्मचारियों का वेतन:

  • FY24 में कर्मचारी लाभ पर खर्च 27% बढ़कर ₹28 करोड़ हुआ।

3️⃣ अन्य परिचालन खर्च:

  • इसमें IT इंफ्रास्ट्रक्चर, प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन, लीगल फीस, ट्रैवलिंग और अन्य खर्च शामिल हैं।
  • FY24 में यह खर्च कुल ₹351 करोड़ तक पहुंच गया।

25X शुद्ध लाभ: खर्च कम, मुनाफा ज्यादा!

Probo ने FY24 में 92 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया, जो FY23 में मात्र 3.7 करोड़ रुपये था।

  • 25X की वृद्धि Probo को भारतीय फिनटेक और इवेंट ट्रेडिंग स्पेस में एक सशक्त खिलाड़ी बना रही है।
  • FY24 में कंपनी ने हर ₹1 कमाने के लिए सिर्फ ₹0.76 खर्च किए, जो इसकी मजबूत फाइनेंशियल पोजिशन को दर्शाता है।

भविष्य की योजनाएं

Probo की शानदार ग्रोथ यह संकेत देती है कि आने वाले वर्षों में कंपनी और भी बड़ा विस्तार कर सकती है। संभावित योजनाएं:

📌 AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग: भविष्यवाणी ट्रेडिंग को और बेहतर बनाने के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग।
📌 नई कैटेगरी का विस्तार: क्रिकेट, स्टॉक्स और एंटरटेनमेंट से आगे बढ़कर और अधिक इंडस्ट्रीज में विस्तार।
📌 इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में बड़ा निवेश: सोशल मीडिया और वीडियो कंटेंट के जरिए नए यूजर्स को आकर्षित करना।
📌 नए रेवेन्यू मॉडल: प्लेटफॉर्म फीस के अलावा अन्य सेवाओं को मॉनेटाइज करने के नए तरीके ढूंढना।


निष्कर्ष

Probo ने पिछले तीन सालों में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है और FY24 में 459 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 92 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाकर भारतीय इवेंट-ट्रेडिंग मार्केट में अपनी अलग पहचान बना ली है।

5.3X रेवेन्यू ग्रोथ
25X शुद्ध लाभ में इजाफा
77% खर्च मार्केटिंग पर, जिससे प्लेटफॉर्म की पॉपुलैरिटी बढ़ी

Probo का बिजनेस मॉडल और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस दिखाता है कि यह आने वाले वर्षों में एक बड़ी गेम-चेंजर कंपनी बन सकती है! 🚀

Read more :QuickLend ने 6.75 करोड़ रुपये की प्री-सीड फंडिंग जुटाई,

QuickLend ने 6.75 करोड़ रुपये की प्री-सीड फंडिंग जुटाई,

QuickLend

बेंगलुरु स्थित फिनटेक स्टार्टअप Quicklend ने अपने प्री-सीड फंडिंग राउंड में 6.75 करोड़ रुपये (लगभग $774K) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Inuka Capital, Eximius Ventures, Upsparks Capital, GrowX और कुछ रणनीतिक एंजल निवेशकों ने किया। इस निवेश से कंपनी अपनी टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करेगी और नए इनोवेटिव प्रोडक्ट्स पेश करेगी, जिससे डिजिटल लेंडिंग को और आसान और सुरक्षित बनाया जा सके।


Quicklend क्या करता है?

Quicklend एक सिक्योर्ड डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म है, जो उधारकर्ताओं (borrowers) को तेजी से, पारदर्शी और सरल लोन प्राप्त करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह लेंडर्स को एडवांस पोर्टफोलियो मैनेजमेंट टूल्स उपलब्ध कराता है, जिससे वे अपने निवेश को कुशलता से प्रबंधित कर सकते हैं।

QuickLend की स्थापना अरुणकुमार जाधव, अभिषेक उप्पला और रघुराम त्रिकुटम ने की थी। इन तीनों संस्थापकों का अनुभव फिनटेक और बैंकिंग क्षेत्र में गहरा रहा है, जिससे उन्होंने इस स्टार्टअप को डिजिटल लोन सेगमेंट में मजबूती से स्थापित किया है।


फंडिंग का उपयोग कहां होगा?

QuickLend इस फंडिंग का उपयोग कई प्रमुख क्षेत्रों में करेगा:

  1. ऑपरेशन्स को स्केल करना – कंपनी नए बाजारों में विस्तार करेगी और अपने मौजूदा प्लेटफॉर्म को और अधिक ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराएगी।
  2. टेक्नोलॉजी अपग्रेड – डिजिटल लेंडिंग अनुभव को बेहतर बनाने के लिए QuickLend अपने प्लेटफॉर्म में नए फीचर्स जोड़ेगा।
  3. रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D) – कंपनी उन्नत तकनीकों जैसे AI और मशीन लर्निंग का उपयोग कर लोन अप्रूवल प्रक्रिया को तेज और अधिक कुशल बनाएगी।
  4. नए इनोवेटिव लोन प्रोडक्ट्स – Mutual Funds के खिलाफ लोन (LAMF) जैसे उत्पादों के अलावा, कंपनी भविष्य में और भी फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लॉन्च कर सकती है।

Loan Against Mutual Funds (LAMF) – नया डिजिटल लोन ऑप्शन

QuickLend ने हाल ही में Bajaj और कुछ प्रमुख NBFCs के साथ साझेदारी में Loan Against Mutual Funds (LAMF) प्रोडक्ट लॉन्च किया है।

LAMF क्या है?

LAMF (Loan Against Mutual Funds) एक प्रकार का सिक्योर्ड लोन है, जहां ग्राहक अपने Mutual Fund यूनिट्स को गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। यह प्रोडक्ट उन लोगों के लिए उपयोगी है, जो अपनी Mutual Fund होल्डिंग्स को भुनाए बिना शॉर्ट-टर्म फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं।

LAMF की प्रमुख विशेषताएं:

फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी: निवेश को भुनाने की जरूरत नहीं, फिर भी लोन की सुविधा मिलती है।
तेजी से अप्रूवल: पूरी प्रक्रिया डिजिटल है, जिससे लोन अप्रूवल बहुत ही कम समय में हो जाता है।
कम ब्याज दरें: क्रेडिट कार्ड लोन या पर्सनल लोन की तुलना में ब्याज दरें कम होती हैं।
कोई फिजिकल डॉक्युमेंटेशन नहीं: पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है, जिससे ग्राहकों को बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।


भारतीय फिनटेक स्पेस में QuickLend का प्रभाव

भारत में डिजिटल लेंडिंग सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। RBI की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डिजिटल लोन मार्केट 2025 तक $350 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में, QuickLend जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में इनोवेशन लाकर ग्राहकों के लिए आसान और तेज लोन सॉल्यूशंस प्रदान कर रही हैं।

QuickLend का LAMF प्रोडक्ट भारतीय निवेशकों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है, क्योंकि अब वे अपनी Mutual Fund होल्डिंग्स को लिक्विडेट किए बिना भी फंडिंग प्राप्त कर सकते हैं।


QuickLend के भविष्य की योजनाएं

QuickLend इस फंडिंग के बाद अपनी डिजिटल लेंडिंग सेवाओं को और मजबूत बनाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएगा:

📌 AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग: लोन अप्रूवल और रिस्क असेसमेंट को और अधिक कुशल बनाने के लिए उन्नत टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा।
📌 नई NBFCs और बैंकिंग पार्टनरशिप: QuickLend अपनी NBFCs और बैंकों के साथ साझेदारी को और विस्तृत करेगा, जिससे अधिक ग्राहकों को यह सेवा उपलब्ध हो सके।
📌 अन्य एसेट-बेस्ड लोन प्रोडक्ट्स: कंपनी भविष्य में Gold Loan, Real Estate-Backed Loans, और Digital Collateral Loans जैसे उत्पाद भी लॉन्च कर सकती है।


निष्कर्ष

QuickLend की 6.75 करोड़ रुपये की फंडिंग न केवल कंपनी के लिए बल्कि पूरे डिजिटल लेंडिंग सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। Mutual Funds के खिलाफ लोन (LAMF) जैसी सुविधाएं भारत में निवेशकों के लिए आसान और सुलभ फाइनेंशियल सॉल्यूशंस उपलब्ध करा रही हैं।

🚀 QuickLend डिजिटल लोन मार्केट में नई क्रांति लाने के लिए पूरी तरह तैयार है!

read more :Priyanka Gill ने लॉन्च किया COLUXE,

Priyanka Gill ने लॉन्च किया COLUXE,

Priyanka Gill

Kalaari Capital की वेंचर पार्टनर और Good Glamm Group की को-फाउंडर की नई पहल

सीरियल एंटरप्रेन्योर Priyanka Gill (Priyanka Gill) ने अपने नए स्टार्टअप COLUXE की घोषणा की है, जो एक लैब-ग्रोउन डायमंड (LGD) ब्रांड है। यह ब्रांड प्रीमियम क्वालिटी की डायमंड ज्वेलरी पर फोकस करेगा और भारत के तेजी से बढ़ते $50 बिलियन के फाइन ज्वेलरी मार्केट में अपनी जगह बनाने की योजना बना रहा है।

Priyanka Gill एंजेल फंडिंग में जुटाई गई राशि

COLUXE ने अपने एंजेल फंडिंग राउंड में एक अज्ञात राशि जुटाई है। हालांकि, निवेशकों के नाम और जुटाई गई राशि का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन यह साफ है कि ब्रांड अपने डिजिटल लॉन्च और रिटेल विस्तार की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

COLUXE की डायमंड ज्वेलरी कलेक्शन और अनोखी पेशकश

COLUXE को खासतौर पर कस्टमाइजेशन और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन डिजाइन के लिए जाना जाएगा। कंपनी के मुताबिक, इसका ध्यान क्लासिक और मॉडर्न दोनों तरह के ज्वेलरी डिजाइन पर रहेगा, जिसमें शामिल होंगे:

  • सोलिटेयर रिंग्स
  • पेंडेंट्स
  • इयररिंग्स
  • टेनिस ब्रेसलेट्स और नेकलेस
  • राशि रत्न (Zodiac) और गिफ्टिंग कलेक्शन
  • पर्सनलाइज्ड ज्वेलरी और मल्टी-यूज़ सेटिंग्स

कंपनी के अनुसार, AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से ग्राहकों को पर्सनलाइजेशन और मल्टी-यूज़ ज्वेलरी डिजाइन जैसी सुविधाएं मिलेंगी। ग्राहक अपनी पसंद की ज्वेलरी को टेक्नोलॉजी की मदद से डिजाइन कर सकेंगे और इसे अपने अंदाज में कस्टमाइज़ कर पाएंगे।

COLUXE की लॉन्चिंग और विस्तार की योजना

COLUXE की योजना 2025 के मध्य में डिजिटल लॉन्च करने की है। उसके बाद कंपनी अपने फ्लैगशिप रिटेल स्टोर्स खोलने पर ध्यान देगी, ताकि ग्राहकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खरीदारी का अनुभव मिल सके।

COLUXE का लक्ष्य भारत के फाइन ज्वेलरी मार्केट में एक नया ट्रेंड सेट करना है और लैब-ग्रोउन डायमंड्स को प्रीमियम कैटेगरी में स्थान दिलाना है।

COLUXE के सामने बाजार की प्रतिस्पर्धा

भारत में लैब-ग्रोउन डायमंड ज्वेलरी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, और इसमें पहले से ही कई कंपनियां अपनी जगह बना चुकी हैं। COLUXE को Fiona Diamonds, Limelight Lab Grown Diamonds, और Jewelbox जैसी कंपनियों से मुकाबला करना होगा।

इसके अलावा, आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla)-समर्थित GIVA भी लैब-ग्रोउन डायमंड ज्वेलरी सेगमेंट में सक्रिय है और इसकी मजबूत पकड़ बनी हुई है।

COLUXE क्यों खास है?

COLUXE की खासियत सिर्फ उसकी ज्वेलरी नहीं होगी, बल्कि टेक्नोलॉजी और पर्सनलाइजेशन भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कुछ मुख्य विशेषताएं:

  1. AI-बेस्ड कस्टमाइजेशन – ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार ज्वेलरी को डिज़ाइन कर सकेंगे।
  2. मल्टी-यूज़ सेटिंग्स – एक ही ज्वेलरी को कई तरीकों से पहना जा सकेगा।
  3. डिजिटल-फ्रेंडली इंटरफेस – आसान ऑनलाइन ऑर्डरिंग और वर्चुअल ट्राय-ऑन।
  4. प्रीमियम लैब-ग्रोउन डायमंड्स – नैचुरल डायमंड्स की तुलना में अधिक किफायती और पर्यावरण के अनुकूल।
  5. फ्लैगशिप स्टोर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म – दोनों माध्यमों से बिक्री का अनुभव मिलेगा।

भारत में लैब-ग्रोउन डायमंड मार्केट का भविष्य

भारत में लैब-ग्रोउन डायमंड्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। ये डायमंड्स न केवल पर्यावरण-अनुकूल (eco-friendly) होते हैं, बल्कि पारंपरिक नैचुरल डायमंड्स की तुलना में 40-50% तक सस्ते भी होते हैं।

सरकार भी लैब-ग्रोउन डायमंड इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है। 2023 के बजट में, भारत सरकार ने लैब-ग्रोउन डायमंड्स के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाओं की घोषणा की थी।

प्रियंका गिल की अब तक की जर्नी

प्रियंका गिल पहले से ही Good Glamm Group की को-फाउंडर हैं, जिसने ब्यूटी और पर्सनल केयर सेगमेंट में कई ब्रांड्स को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।

इसके अलावा, वह Kalaari Capital की वेंचर पार्टनर भी हैं, जहां वह स्टार्टअप्स और नए इनोवेशन को सपोर्ट करती हैं।

COLUXE उनके लिए एक नई कैटेगरी में एंट्री करने का अवसर है, और उनके पिछले अनुभव को देखते हुए, यह ब्रांड भी जल्दी ही एक मजबूत उपस्थिति बना सकता है।

निष्कर्ष

COLUXE का लॉन्च भारतीय फाइन ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। कंपनी AI-बेस्ड पर्सनलाइजेशन, टेक्नोलॉजी-ड्रिवन डिजाइन और लैब-ग्रोउन डायमंड्स की प्रीमियम क्वालिटी पर ध्यान देकर खुद को प्रतिस्पर्धा में अलग करने की कोशिश कर रही है।

भारत में फाइन ज्वेलरी मार्केट के तेजी से विस्तार और उपभोक्ताओं की बदलती पसंद को देखते हुए, COLUXE की टेक-इनेबल्ड रणनीति इसे बाजार में एक मजबूत ब्रांड बनाने में मदद कर सकती है।

Read more :BharatPe के CMO पार्थ जोशी ने दिया इस्तीफा,

Solarium Green Energy का SME IPO 6 फरवरी 2025 को लॉन्च होगा,

Solarium

भारत की अग्रणी टर्नकी सोलर सॉल्यूशंस प्रोवाइडर Solarium Green Energy अपनी SME प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) 6 फरवरी 2025 को लॉन्च करने जा रही है। कंपनी इस आईपीओ के जरिए ₹105.04 करोड़ (लगभग $12.5 मिलियन) जुटाने की योजना बना रही है।

कंपनी की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह IPO कुल 55,00,000 इक्विटी शेयरों का होगा, जिनका फेस वैल्यू ₹10 प्रति शेयर होगा। शेयरों की प्राइस रेंज ₹181-191 प्रति शेयर तय की गई है। इस IPO में निवेश करने के लिए 600 इक्विटी शेयरों का लॉट साइज रखा गया है, जिससे खुदरा निवेशकों को कम से कम ₹1,41,600 का निवेश करना होगा।


📌 Solarium IPO का विवरण और शेयर आवंटन

Solarium Green Energy के इस IPO में शेयर आवंटन इस प्रकार होगा:

🔹 कुल शेयर: 55,00,000 इक्विटी शेयर
🔹 शेयर मूल्य सीमा: ₹181-₹191 प्रति शेयर
🔹 लॉट साइज: 600 इक्विटी शेयर
🔹 IPO कुल राशि: ₹105.04 करोड़

📌 शेयर आवंटन श्रेणीवार:
क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): 26,05,000 शेयर (46%)
हाई नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs): 7,82,400 शेयर
मार्केट मेकर्स: 2,86,800 शेयर
रिटेल निवेशक: 33.17% शेयर

📆 IPO ओपनिंग और क्लोजिंग डेट:
📌 IPO खुलने की तारीख: 6 फरवरी 2025
📌 IPO बंद होने की तारीख: 10 फरवरी 2025

कंपनी के अनुसार, IPO से प्राप्त शुद्ध पूंजी का उपयोग कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं और अन्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।


🔹 Solarium Green Energy: कंपनी प्रोफाइल

Solarium Green Energy Limited की स्थापना अंकित गर्ग (Ankit Garg) ने की थी। कंपनी भारत में टर्नकी सोलर सॉल्यूशंस प्रदान करती है। इसका मुख्य फोकस सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट्स की डिजाइनिंग, इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, टेस्टिंग, इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग और संपूर्ण ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस (O&M) सेवाएं प्रदान करना है।

Solarium Green Energy की सेवाएं:

सोलर प्लांट डिजाइन और इंजीनियरिंग
सोलर सिस्टम की खरीद और इंस्टॉलेशन
सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट्स की टेस्टिंग और कमीशनिंग
O&M (ऑपरेशन और मेंटेनेंस) सेवाएं

कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र (Renewable Energy Sector) में सस्टेनेबल और किफायती सोलर सॉल्यूशंस देने के लिए जानी जाती है।


📈 IPO के माध्यम से Solarium Green Energy की विकास योजनाएं

Solarium Green Energy इस IPO से मिलने वाली राशि का उपयोग मुख्य रूप से तीन प्रमुख उद्देश्यों के लिए करेगी:

1️⃣ वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं को पूरा करना:

  • कंपनी का लक्ष्य अपनी कार्यशील पूंजी को मजबूत करना है ताकि वह अधिक सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट्स पर काम कर सके।

2️⃣ कंपनी के विस्तार को बढ़ावा देना:

  • IPO से जुटाई गई पूंजी से कंपनी नई टेक्नोलॉजी और बेहतर संसाधनों में निवेश करेगी।

3️⃣ अन्य कॉर्पोरेट आवश्यकताओं की पूर्ति:

  • कंपनी अपने समग्र संचालन में सुधार और भविष्य की रणनीतिक योजनाओं के लिए इस पूंजी का उपयोग करेगी।

📊 भारतीय सौर ऊर्जा बाजार और Solarium Green Energy की स्थिति

भारत में सौर ऊर्जा (Solar Energy) क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। सरकार नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) को बढ़ावा देने के लिए उज्ज्वला 2.0 योजना, पीएम-कुसुम योजना और विभिन्न सोलर सब्सिडी प्रोग्राम्स को लागू कर रही है।

📌 भारत में सौर ऊर्जा बाजार की संभावनाएं:
2030 तक 500 GW नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य
सौर ऊर्जा की लागत में गिरावट से बढ़ती मांग
कॉरपोरेट्स और इंडस्ट्री में सोलर एनर्जी की स्वीकार्यता बढ़ रही है

Solarium Green Energy इन अवसरों का लाभ उठाकर अपने बिजनेस को बढ़ाने और नई परियोजनाओं में निवेश करने की योजना बना रही है।


💡 Solarium Green Energy IPO में निवेश क्यों करें?

🔹 नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में उभरती कंपनी: भारत में सोलर एनर्जी सेक्टर का भविष्य उज्ज्वल है और Solarium Green Energy इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही है।

🔹 मजबूत बिजनेस मॉडल: कंपनी टर्नकी सोलर सॉल्यूशंस प्रदान करती है, जो इसे अन्य कंपनियों से अलग बनाता है।

🔹 IPO की आकर्षक कीमत: ₹181-191 प्रति शेयर की प्राइस रेंज निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकती है।

🔹 ऊर्जा क्षेत्र में सरकारी समर्थन: भारत सरकार लगातार ग्रीन एनर्जी और सोलर प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा दे रही है।


📅 Solarium Green Energy IPO – महत्वपूर्ण तिथियां

📌 IPO ओपन डेट: 6 फरवरी 2025
📌 IPO क्लोज डेट: 10 फरवरी 2025
📌 एलॉटमेंट डेट: 11-12 फरवरी 2025
📌 लिस्टिंग डेट: 15 फरवरी 2025 (संभावित)


📢 निष्कर्ष

📈 Solarium Green Energy का SME IPO निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो सौर ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं।

💰 ₹181-191 प्रति शेयर की कीमत और ₹105 करोड़ के कुल इश्यू साइज के साथ यह IPO निवेशकों को आकर्षित कर सकता है।

🌱 भारत में ग्रीन एनर्जी सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है, और इस क्षेत्र की कंपनियों में निवेश करने से लॉन्ग टर्म ग्रोथ का लाभ मिल सकता है।

📢 आप Solarium Green Energy के IPO में निवेश करने की योजना बना रहे हैं? अपने विचार हमें कमेंट में बताएं! 🚀

Read more :जनवरी में फंडिंग $1.75 बिलियन के पार,