📉 Vyapar की FY25 रिपोर्ट Revenue बढ़ा लेकिन घाटा अब भी गहरा

Vyapar

भारत के छोटे और मझोले व्यवसायों (SMEs) को डिजिटल अकाउंटिंग समाधान देने वाली SaaS कंपनी Vyapar ने FY25 के अपने वित्तीय नतीजे जारी किए हैं। कंपनी ने जहां साल-दर-साल अच्छे राजस्व विस्तार (YoY Growth) दिखाए, वहीं घाटे में कमी के बावजूद इसकी वित्तीय सेहत कई मोर्चों पर दबाव में दिखाई दी। खास तौर पर, कंपनी का cash buffer 93% तक घट जाना एक बड़ी चिंता बनकर उभरा है।


💰 📈 Revenue में 53% की जबरदस्त बढ़त

Vyapar का ऑपरेटिंग रेवेन्यू FY24 के ₹45 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹69 करोड़ हो गया — यानी लगभग 53% की वृद्धि

यह वृद्धि कंपनी के बढ़ते SME ग्राहक आधार और उसके अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर की मांग को दर्शाती है।

🧾 मुख्य रेवेन्यू स्रोत

  • 90% आय सॉफ्टवेयर लाइसेंस (One-time license sales) से
  • बाकी आय — सब्सक्रिप्शन सेवाओं से

Vyapar छोटे व्यापारियों को डिजिटल रूप से लेनदेन, बिलिंग, GST इनवॉइसिंग, स्टॉक मैनेजमेंट और पेमेंट ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं देता है।


👥 Employees पर भारी खर्च — कुल खर्च का 72%

FY25 में Vyapar का सबसे बड़ा खर्च कर्मचारी-लागत (Employee Benefits) रहा।

  • FY24 में कर्मचारी खर्च: ₹92 करोड़
  • FY25 में बढ़कर: ₹102 करोड़
  • कुल खर्च में योगदान: 72%

कंपनी ने अपने टेक, कस्टमर सपोर्ट और ऑपरेशनल टीमों को बढ़ाने पर जोर दिया, जिससे खर्च भी बढ़ा।


🧾 अन्य Operating Overheads भी बढ़े

कंपनी के अन्य खर्चों — जैसे

  • Customer Support
  • Rent
  • Marketing
  • Cloud Infrastructure

इन सभी ने FY25 में कंपनी के कुल ₹141 करोड़ ऑपरेटिंग खर्च में योगदान दिया। FY24 की तुलना में कुल खर्च लगभग 11% बढ़ा।


📉 Net Loss कम हुआ, पर अभी भी भारी

Vyapar को FY25 में ₹63 करोड़ का नेट लॉस हुआ।
FY24 में यह घाटा ₹72.6 करोड़ था।

यानी घाटे में 13% की कमी, जो एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन कंपनी अब भी गहरे नुकसान में है।

📊 Profitability Metrics

  • ROCE: -62.61%
  • EBITDA Margin: -102.9%

ये आंकड़े दिखाते हैं कि कंपनी का बिजनेस मॉडल अभी भी स्केल तो कर रहा है, लेकिन प्रोफिट फिटनेस तक पहुंचने में समय लगेगा।


💸 Unit Economics: ₹1 कमाने के लिए ₹2.04 खर्च

FY25 में Vyapar ने हर ₹1 रेवेन्यू के लिए ₹2.04 खर्च किए।

यह यूनिट इकॉनॉमिक्स SaaS इंडस्ट्री में अभी भी अस्थिर मानी जाती है और लागत अनुकूलन पर जोर देने की जरूरत को दर्शाती है।


🚨 सबसे बड़ी चिंता: Cash & Bank Balance 93% कम

यह रिपोर्ट का सबसे चौंकाने वाला और महत्वपूर्ण हिस्सा है।

  • FY24 में Cash & Bank Balance: ₹91 करोड़
  • FY25 में घटकर सिर्फ: ₹6 करोड़

यानी कंपनी ने FY25 में 93% कैश बफर खो दिया

यह संकेत देता है कि कंपनी ने Growth और Operations पर भारी खर्च किया है, जो भविष्य में फंडिंग पर निर्भरता बढ़ा सकता है।


🏢 Assets में गिरावट

कंपनी के current assets FY24 के ₹141 करोड़ से घटकर FY25 में ₹89 करोड़ रह गए।

यह भी कंपनी की liquidity को कमजोर करता है।


🚀 Vyapar की अब तक की Funding Journey

TheKredible के अनुसार, Vyapar ने अब तक कुल $36 मिलियन जुटाए हैं। इसके प्रमुख निवेशक हैं:

  • IndiaMART – 25.5% हिस्सेदारी
  • WestBridge Capital – 16% हिस्सेदारी

दोनों निवेशक लंबे समय से कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं और SME-tech सेक्टर में Vyapar की संभावनाओं पर भरोसा जताते रहे हैं।


🧠 Vyapar क्यों महत्वपूर्ण है?

भारत में 6 करोड़ से अधिक SMEs हैं, जिनमें से अधिकांश अभी भी कागज़-कलम आधारित बहीखाता प्रणाली का उपयोग करते हैं। Vyapar जैसे डिजिटल अकाउंटिंग टूल्स:

  • GST बिलिंग आसान बनाते हैं
  • स्टॉक और इन्वेंटरी ट्रैकिंग सरल करते हैं
  • डिजिटल भुगतान और रिमाइंडर फीचर देते हैं
  • बहुभाषीय इंटरफ़ेस से गांव-कस्बों में भी उपयोगी होते हैं

इसी वजह से कंपनी तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है — पर साथ ही भारी ऑपरेशनल खर्च इसे घाटे में भी धकेल रहा है।


🔍 आगे की राह: क्या FY26 में होगा Turnaround?

कंपनी ग्रोथ मोड में है और स्थिरता तक पहुंचने में समय लगेगा।
मुख्य चुनौतियां:

  • Cash Flow मजबूत करना
  • Employee-related खर्च नियंत्रित करना
  • यूनिट इकॉनॉमिक्स सुधारना

अगर Vyapar अपने खर्चों को ऑप्टिमाइज़ करता है और अधिक recurring subscription revenue पर ध्यान देता है, तो आने वाले वर्षों में वित्तीय स्थिति सुधर सकती है।


📝 निष्कर्ष

Vyapar ने FY25 में तेज़ राजस्व वृद्धि दिखाई है, लेकिन

  • बढ़ते खर्च
  • भारी घाटा
  • और कैश रिज़र्व में तीव्र गिरावट

कंपनी के ऑपरेशनल मॉडल पर गंभीर सवाल उठाते हैं।

फिर भी, SME सेक्टर में इसकी प्रासंगिकता और बाजार में इसकी मजबूत पकड़ कंपनी के भविष्य को संभावनाओं से भरा बनाती है।

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