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Aye Finance

Capital G द्वारा समर्थित माइक्रोलेंडिंग प्लेटफॉर्म Aye (पहले AYEFin) ने सोमवार को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया।


AYEFin 1,450 करोड़ रुपये का IPO लॉन्च

AYEFin ने अपनी IPO योजना के तहत कुल 1,450 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसमें:

  • 885 करोड़ रुपये (लगभग 105 मिलियन डॉलर) का फ्रेश इक्विटी इश्यू शामिल है।
  • 565 करोड़ रुपये (लगभग 67 मिलियन डॉलर) का ऑफर फॉर सेल (OFS) प्रस्तावित है।

फ्रेश इश्यू से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल कंपनी के विकास, विस्तार और पूंजीगत आवश्यकताओं को पूरा करने में किया जाएगा।


ऑफर फॉर सेल (OFS) में प्रमुख निवेशकों का हिस्सा

Aye Finance के OFS में कई प्रमुख निवेशक हिस्सा लेंगे:

  1. LGT Capital:
    • यह फर्म 150 करोड़ रुपये के शेयर बेचने की योजना बना रही है।
  2. Capital G:
    • Capital G 136.8 करोड़ रुपये के शेयर का डिवेस्टमेंट करेगा।
  3. A91 Fund और Alpha Wave:
    • दोनों निवेशक 100-100 करोड़ रुपये के शेयर सेकंडरी सेल के जरिए ऑफलोड करेंगे।
  4. MAJ Invest और Jetley परिवार:
    • Harleen Kaur Jetley और Vikram Jetley के साथ मिलकर MAJ Invest 78 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे।

Elevation Capital की गैर-मौजूदगी

गौर करने वाली बात यह है कि Aye Finance के सबसे बड़े शेयरधारक Elevation Capital ने इस OFS में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है। इससे यह साफ होता है कि Elevation Capital अभी भी कंपनी के भविष्य पर भरोसा रखता है।


शेयर लिस्टिंग और प्रबंधन

Aye Finance के IPO के तहत जारी होने वाले इक्विटी शेयर:

  • BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर सूचीबद्ध होंगे।
  • इस IPO के लीड मैनेजर के तौर पर Axis Capital, IIFL Capital, JM Financial और Nuvama Wealth Management काम कर रहे हैं।

Aye Finance की पृष्ठभूमि

Aye Finance, जो अब Aye के नाम से जानी जाती है, एक प्रमुख माइक्रोलेंडिंग प्लेटफॉर्म है। कंपनी ने छोटे और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को वित्तीय सेवाएं प्रदान करके उन्हें मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उद्देश्य:

  • छोटे व्यवसायों को व्यवसायिक ऋण प्रदान करना।
  • भारत के असंगठित क्षेत्र के कारोबारियों तक पहुंच बनाना।
  • MSME सेक्टर में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना।

Aye Finance ने पूरे भारत में अपने नेटवर्क का विस्तार किया है और कई छोटे उद्यमियों को उनकी वित्तीय जरूरतें पूरी करने में मदद की है।


IPO का महत्व

Aye Finance का IPO भारतीय फिनटेक इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल कंपनी के विस्तार में मदद करेगा, बल्कि माइक्रोलेंडिंग सेक्टर के लिए एक सकारात्मक संकेत भी देगा।

विश्लेषकों का मानना है:

  1. नए निवेशकों को आकर्षित करना:
    • IPO के जरिए कंपनी को वैश्विक और घरेलू निवेशकों का समर्थन मिलेगा।
  2. MSME सेक्टर की मजबूती:
    • माइक्रोलेंडिंग के जरिए छोटे और मध्यम व्यवसायों की वित्तीय स्थिति बेहतर होगी।
  3. कंपनी का विस्तार:
    • IPO से प्राप्त पूंजी का इस्तेमाल कंपनी अपने परिचालन को नए क्षेत्रों तक फैलाने में करेगी।

भारतीय माइक्रोलेंडिंग बाजार में संभावनाएं

भारत का माइक्रोलेंडिंग बाजार तेजी से विकसित हो रहा है। इस क्षेत्र में डिजिटल लेंडिंग और फिनटेक कंपनियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है।

  • 2024 तक, भारत का MSME सेक्टर 6 करोड़ से अधिक उद्यमों के साथ GDP में 30% का योगदान दे रहा है।
  • माइक्रोलेंडिंग कंपनियों के लिए यह एक विशाल अवसर है।

Aye Finance जैसी कंपनियां इस अवसर का लाभ उठाते हुए MSMEs की पूंजीगत जरूरतों को पूरा कर सकती हैं।


आगे की राह

Aye Finance का IPO इस बात का संकेत है कि भारतीय फिनटेक और माइक्रोलेंडिंग कंपनियों में निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।

Aye Finance की योजनाएं:

  1. भौगोलिक विस्तार:
    • कंपनी छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों तक अपनी पहुंच बढ़ाने का लक्ष्य रखती है।
  2. डिजिटल लेंडिंग पर जोर:
    • टेक्नोलॉजी के माध्यम से ऋण प्रक्रिया को सरल और तेज बनाना।
  3. MSME सेक्टर के विकास में योगदान:
    • छोटे उद्यमियों की वित्तीय जरूरतें पूरी कर, उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाना।

निष्कर्ष

Aye Finance का IPO भारतीय फिनटेक उद्योग के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। Capital G और अन्य निवेशकों का इसमें भाग लेना कंपनी की वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर विश्वास को दर्शाता है।

SEBI के पास IPO फाइलिंग के बाद, आने वाले महीनों में निवेशकों की प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें होंगी। Aye Finance का लक्ष्य न केवल पूंजी जुटाना है, बल्कि भारत के छोटे व्यवसायों को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाना है।

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