📊 38.2% की सालाना वृद्धि, ₹3,115 करोड़ का लेनदेन मूल्य और ₹28.5 करोड़ का प्री-टैक्स मुनाफा — Urban Company ने वित्त वर्ष 2025 में जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
🧾 कंपनी की सालाना रिपोर्ट से खुलासे
होम सर्विसेज मार्केटप्लेस Urban Company ने FY25 (मार्च 2025 में समाप्त वित्त वर्ष) में शानदार प्रदर्शन करते हुए ₹1,144 करोड़ की परिचालन आय दर्ज की, जो कि FY24 की तुलना में 38.2% अधिक है। इससे भी बड़ी बात यह रही कि कंपनी ने घाटे से उबरते हुए प्री-टैक्स मुनाफा ₹28.5 करोड़ कमाया, जबकि पिछले साल ₹92.7 करोड़ का घाटा था।
🔧 6.8 मिलियन सेवाएं और 17 सुपर कैटेगरी
Urban Company ने 51 शहरों में 6.8 मिलियन ग्राहक लेन-देन पूरे किए, जो कि 17 प्रमुख श्रेणियों में फैले हुए थे। इनमें शामिल हैं:
- स्पा और सैलून सेवाएं
- एसी रिपेयर
- इलेक्ट्रिकल वर्क
- पेंटिंग व दीवार पैनलिंग
- पेस्ट कंट्रोल
- और अन्य घरेलू सेवाएं
कंपनी न केवल सेवाएं देती है, बल्कि अपने ब्रांडेड वॉटर प्यूरिफायर और अन्य उत्पाद भी बेचती है, जिनसे अतिरिक्त आय होती है।
💰 राजस्व का ब्योरा
Platform Services अब भी Urban Company की सबसे बड़ी कमाई का स्रोत है, जिससे कंपनी को ₹742 करोड़ (कुल आय का 64.8%) की आमदनी हुई — यह FY24 की तुलना में 32.5% अधिक है।
कस्टमर मेंबरशिप से आय में हल्की वृद्धि (7.7%) देखी गई, जो ₹98 करोड़ तक पहुंची।
🧪 वॉटर प्यूरिफायर से 300% की छलांग
Urban Company के स्वदेशी वॉटर प्यूरिफायर उत्पाद से 300% की बढ़त हुई। FY24 में ₹29 करोड़ की तुलना में FY25 में यह आय ₹116 करोड़ पहुंच गई। इसके अलावा, सर्विस प्रोफेशनल्स को बेचे गए उत्पादों से ₹188 करोड़ की आय हुई।
🌍 भारत और विदेश — दोनों बाजारों में उपस्थिति
Urban Company भारत के अलावा UAE, सिंगापुर और सऊदी अरब (KSA) में भी काम करती है। FY25 में:
- भारत से आय: ₹997 करोड़
- अंतरराष्ट्रीय आय: ₹147 करोड़
कंपनी ने इसके अतिरिक्त म्यूचुअल फंड से मुनाफा व ब्याज से ₹117 करोड़ भी कमाए, जिससे कुल वार्षिक आय ₹1,261 करोड़ हो गई — FY24 में यह ₹928 करोड़ थी।
💼 खर्चों पर सख्त नियंत्रण
- कर्मचारी लाभ: FY25 में कंपनी का सबसे बड़ा खर्च बना, जो ₹350 करोड़ (28.6% खर्च) रहा। इसमें ₹72.5 करोड़ का ESOP (स्टॉक विकल्प) खर्च शामिल है।
- विज्ञापन व प्रचार खर्च: FY24 की तुलना में स्थिर रहा — ₹207 करोड़।
बाकी खर्चों में मटेरियल, प्रोफेशनल इंसेंटिव, लॉजिस्टिक्स, पेमेंट गेटवे शुल्क, आउटसोर्सिंग आदि शामिल रहे, जिनसे कुल खर्च FY25 में बढ़कर ₹1,223 करोड़ हो गया — FY24 में यह ₹1,021 करोड़ था।
📈 लाभ और हानि: कौनसा सेगमेंट कितना मजबूत?
- India Consumer Services: ₹113 करोड़ का मुनाफा
- वॉटर प्यूरिफायर बिजनेस: ₹38.7 करोड़ का घाटा
- अंतरराष्ट्रीय परिचालन: ₹33.7 करोड़ का घाटा
इस तरह कंपनी की कुल मुनाफा स्थिति सकारात्मक बनी, खासतौर पर भारतीय बाजार की मजबूत स्थिति की बदौलत।
🔍 वित्तीय संकेतक (FY25):
संकेतक | आंकड़ा |
---|---|
कुल राजस्व | ₹1,261 करोड़ |
प्री-टैक्स लाभ | ₹28.5 करोड़ |
ROCE (रेटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड) | 2.46% |
EBITDA मार्जिन | 6.68% |
🔮 आगे की राह
Urban Company का यह ट्रांसफॉर्मेशन — घाटे से मुनाफे की ओर — स्टार्टअप इकॉनॉमी के लिए प्रेरणादायक है। कंपनी ने न केवल अपने राजस्व स्रोतों में विविधता लाई, बल्कि खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए निरंतर वृद्धि भी दिखाई।
भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार, नए प्रोडक्ट इनोवेशन और टेक्नोलॉजी ड्रिवन होम सर्विस मॉडल के चलते Urban Company आने वाले वर्षों में भी घरेलू सेवा क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बना रह सकता है।
📌 निष्कर्ष:
Urban Company ने FY25 में जो फाइनेंशियल बेंचमार्क सेट किए हैं, वे यह दर्शाते हैं कि प्रॉडक्ट इनोवेशन, सेवा की गुणवत्ता और खर्च प्रबंधन के दम पर किसी भी होम सर्विस स्टार्टअप को लाभदायक और स्केलेबल बनाया जा सकता है। अब सभी की निगाहें कंपनी के अगले वित्तीय वर्ष और संभवतः IPO की दिशा में बढ़ते कदमों पर रहेंगी।
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