भारतीय लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप Shadowfax ने Series F फंडिंग राउंड में ₹34.2 करोड़ ($4 मिलियन) की नई पूंजी जुटाई है। यह निवेश ऐसे समय में आया है जब कंपनी ने 11 महीने पहले $100 मिलियन की फंडिंग हासिल की थी।
Shadowfax के निदेशक मंडल ने 5773 Series F अनिवार्य क्यूम्यूलेटिव प्रेफरेंस शेयर (CCPS) जारी करने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया। इन शेयरों की कीमत ₹59,320 प्रति शेयर रखी गई है, जिससे कंपनी ने यह फंड जुटाया।
🔹 Shadowfax प्रमुख निवेशक और फंडिंग डिटेल्स
📌 Mirae Asset ने इस दौर में ₹17.4 करोड़ का निवेश किया।
📌 Nokia Growth Partners ने ₹16.79 करोड़ का योगदान दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, Shadowfax कुल $50 मिलियन (₹415 करोड़) जुटाने की योजना बना रहा है और यह निवेश उसी बड़े फंडिंग राउंड का हिस्सा है।
🔹 Shadowfax की नई वैल्यूएशन
📊 Entrackr के अनुमानों के मुताबिक, Flipkart-समर्थित Shadowfax की वैल्यूएशन अब ₹5,981 करोड़ ($712 मिलियन) हो गई है।
💡 हालांकि, यह आंकड़ा आगे मिलने वाली फंडिंग के अनुसार बदल सकता है।
🔹 Shadowfax का बिजनेस मॉडल और ग्रोथ
📍 Shadowfax भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी से उभरता हुआ स्टार्टअप है, जो कम लागत पर तेजी से डिलीवरी (Turnaround Time – TAT) सेवाएं देने के लिए जाना जाता है।
📍 कंपनी की खासियत इसका क्राउडसोर्सिंग नेटवर्क है, जिसमें:
✅ 1.25 लाख (125,000) मंथली एक्टिव डिलीवरी पार्टनर्स शामिल हैं।
✅ 35 लाख (3.5 मिलियन) रजिस्टर्ड यूजर्स हैं।
📍 Shadowfax फ्लिपकार्ट, ई-कॉमर्स, रेस्टोरेंट्स, फार्मा और रिटेल कंपनियों को लॉजिस्टिक्स सेवाएं प्रदान करता है।
📍 बेंगलुरु-स्थित इस स्टार्टअप ने अब तक $200 मिलियन (₹1,660 करोड़) से अधिक फंडिंग जुटाई है।
🔹 Shadowfax के प्रमुख निवेशक
📢 TheKredible के आंकड़ों के मुताबिक, Shadowfax में सबसे बड़े बाहरी निवेशक हैं:
✅ Eight Road Ventures (सबसे बड़ा स्टेकहोल्डर)
✅ Flipkart
✅ NewQuest Asia
✅ Nokia Growth Partners
📍 Flipkart की भागीदारी इसे भारतीय ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स सेक्टर में मजबूत बनाती है।
🔹 IPO की तैयारी में Shadowfax
📢 रिपोर्ट्स के मुताबिक, Shadowfax ₹2,500-3,000 करोड़ ($300-$360 मिलियन) का IPO लाने की योजना बना रहा है।
📌 कंपनी ने JM Financial, Morgan Stanley और ICICI Securities को अपने लीड बैंकर के रूप में चुना है।
📌 IPO 2025 की दूसरी छमाही (जुलाई-दिसंबर) में लाने की योजना है।
💡 यदि Shadowfax का IPO सफल होता है, तो यह भारतीय लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में सबसे बड़े सार्वजनिक ऑफरिंग्स में से एक होगा।
🔹 Shadowfax के लिए आगे की संभावनाएं
Shadowfax के बढ़ते बिजनेस और IPO योजना को देखते हुए, यह भारतीय लॉजिस्टिक्स मार्केट में एक मजबूत खिलाड़ी बन सकता है।
✅ बढ़ती ई-कॉमर्स डिमांड: भारत में ऑनलाइन शॉपिंग और फूड डिलीवरी में तेजी आ रही है, जिससे लॉजिस्टिक्स कंपनियों की डिमांड बढ़ेगी।
✅ IPO से ग्रोथ को मिलेगा बूस्ट: फंडिंग और IPO से Shadowfax को नए बाजारों में विस्तार और टेक्नोलॉजी अपग्रेड करने में मदद मिलेगी।
✅ प्रतिस्पर्धा में आगे रहने की चुनौती: Shadowfax को Delhivery, XpressBees और Ecom Express जैसी कंपनियों से मुकाबला करना होगा।
🔹 निष्कर्ष
🚀 Shadowfax का ₹34.2 करोड़ की नई फंडिंग जुटाना और $50 मिलियन तक फंडिंग बढ़ाने की योजना यह दिखाती है कि लॉजिस्टिक्स सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है।
📈 कंपनी के लिए IPO लाना एक बड़ा कदम होगा, जिससे Shadowfax को लॉन्ग-टर्म ग्रोथ मिलेगी और यह भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर में मजबूत स्थिति बना सकेगा।
👉 क्या Shadowfax का IPO भारतीय निवेशकों के लिए अच्छा मौका होगा?
👉 क्या कंपनी Delhivery जैसी बड़ी लॉजिस्टिक्स कंपनियों से मुकाबला कर पाएगी?
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