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Ecom Express

भारत की लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में एक बड़ा मोड़ तब आया जब Delhivery ने हाल ही में Ecom Express को ₹1,407 करोड़ में अधिग्रहित कर लिया। हालांकि यह डील एक सामान्य अधिग्रहण की तरह लग सकती है, लेकिन आंकड़ों की गहराई से जांच करने पर यह एक डिस्ट्रेस सेल (Distress Sale) जैसी प्रतीत होती है। Ecom Express की गिरती हुई आमदनी, बढ़ते हुए नुकसान, और ग्रोथ में तीन वर्षों से ठहराव ने इसकी वैल्यूएशन पर सीधा असर डाला।


📉 Ecom Express गिरती आमदनी और बढ़ता घाटा: FY25 के शुरुआती 9 महीनों का हाल

Ecom Express ने FY25 की पहली तीन तिमाहियों (मार्च से दिसंबर 2024) में ₹1,912 करोड़ का ऑपरेशनल रेवेन्यू दर्ज किया। तुलना करें तो पूरे FY24 में कंपनी का रेवेन्यू ₹2,653 करोड़ था। इस ट्रेंड को देखते हुए FY25 के अंत तक कंपनी का टर्नओवर ₹2,500 करोड़ या उससे भी कम रह सकता है, खासकर डील के समय में लगने वाली ऊर्जा और संसाधनों को देखते हुए।

इस गिरती आमदनी के साथ-साथ कंपनी के नुकसान में तेज़ उछाल देखने को मिला। FY24 में जहां कंपनी का नेट लॉस ₹249 करोड़ था, वहीं FY25 के शुरुआती 9 महीनों में यह बढ़कर ₹398 करोड़ हो गया। हालांकि, एडजस्टेड EBITDA घाटा ₹104 करोड़ रहा, जो कि लागत नियंत्रण की कोशिशों का संकेत देता है।


📦 ऑपरेशंस का विस्तार, लेकिन ऑर्डर में गिरावट

Ecom Express ने अपने नेटवर्क का बड़ा विस्तार किया है — कंपनी भारत के 2,700 से ज्यादा शहरों और 27,000 पिन कोड्स में लॉजिस्टिक्स सेवाएं देती है। इसके पास 50,000 से अधिक कर्मचारी और 3,000 से ज्यादा सुविधाएं हैं। फिर भी, ग्रोथ की रफ्तार कम होती दिखी।

  • FY25 की पहली तीन तिमाहियों में 40.5 मिलियन डिलीवरी ऑर्डर पूरे किए गए,
  • जबकि पूरे FY24 में यह आंकड़ा 51.4 मिलियन था।

कूरियर सेवाओं से FY25 के पहले 9 महीनों में कंपनी ने ₹2,349 करोड़ और वेयरहाउसिंग से ₹260 करोड़ की कमाई की।


🧾 फंडिंग और शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर

Ecom Express ने अपने सफर में अब तक $290 मिलियन (₹2,400+ करोड़) से अधिक की फंडिंग जुटाई है। DRHP (Draft Red Herring Prospectus) के अनुसार:

  • Partners Group सबसे बड़ा शेयरहोल्डर था (49.76%)
  • इसके बाद Warburg Pincus (27.13%) और
  • British International Investment (BII) (10.03%) प्रमुख निवेशक थे।

फिर भी, इन बड़े निवेशकों के बावजूद कंपनी सतत लाभप्रदता नहीं बना सकी, जो अंततः डिस्ट्रेस वैल्यू पर बिक्री की एक वजह बनी।


🏗️ लॉजिस्टिक्स बिज़नेस की चुनौतियाँ

लॉजिस्टिक्स सेक्टर अपने आप में एक मैन-पॉवर इंटेंसिव बिज़नेस है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां:

  • स्थिरता और कर्मचारी स्थायित्व जरूरी होता है,
  • जबकि फूड डिलीवरी जैसी कंपनियाँ उच्च कर्मचारी ट्रांज़िशन के साथ भी काम कर सकती हैं।

Ecom Express की कहानी भी कुछ ऐसी ही रही — जब तक मजबूत सेकेंड-टियर लीडरशिप टीम नहीं बनी थी, तब तक संस्थापक ही हर रोज़ के ऑपरेशनों में उलझे रहते थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में कंपनी ने एक सशक्त नेतृत्व टीम बनाई, जो कंपनी को ऑपरेशनल रूप से संभाल रही थी।


👥 संस्थापकों की भूमिका और परिपक्वता का असर

Ecom Express की स्थापना 2012 में चार पूर्व Blue Dart अधिकारियों द्वारा की गई थी। हालांकि इनमें से दो संस्थापकों का निधन हो चुका है, जबकि बचे हुए दो — मंजू धवन और के. सत्यनारायण — अब 35+ वर्षों के अनुभव के साथ परिपक्व हो चुके हैं।

संभव है कि:

  • संस्थापकों के लिए यह एक संतोषजनक निष्कर्ष रहा हो,
  • और एक साहसी उद्यमशील यात्रा का सफल अंत हो।

13 वर्षों में कंपनी ने भारत की सबसे चर्चित लॉजिस्टिक्स कंपनियों में जगह बनाई — यह एक उपलब्धि है जिसे नकारा नहीं जा सकता।


🏁 क्या Delhivery Ecom Express को नई दिशा दे पाएगी?

अब जब Ecom Express, Delhivery का हिस्सा बन चुकी है, तो सबसे बड़ा सवाल है — क्या Delhivery इसे नए मुकाम तक पहुंचा पाएगी?

Delhivery के पास पहले से ही:

  • मजबूत टेक्नोलॉजी बैकबोन है
  • बेहतर फंडिंग और निवेशकों का समर्थन है
  • और तेज़ी से विस्तार करने की क्षमता है

Ecom Express के इन्फ्रास्ट्रक्चर, ग्राहक नेटवर्क और मैनपावर के साथ मिलकर यह डील एक बड़ा लॉजिस्टिक्स पावरहाउस बना सकती है — बशर्ते दोनों कंपनियाँ मिलकर सिंक्रोनाइज़ेशन में काम करें।


🔍 निष्कर्ष: एक युग का अंत, दूसरे की शुरुआत

Ecom Express की यह डील लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री के बदलते समीकरणों की ओर इशारा करती है। जहां एक ओर स्टार्टअप्स को तेज़ ग्रोथ और स्केलेबिलिटी की ज़रूरत होती है, वहीं दूसरी ओर स्थिरता और लागत नियंत्रण लंबे समय तक टिकने के लिए जरूरी हैं।

Ecom Express की यात्रा भले ही स्वतंत्र रूप से खत्म हुई हो, लेकिन इसके 13 वर्षों की मेहनत, नेटवर्क, और ब्रांड वैल्यू अब Delhivery के पास है — जो इसे नई ऊँचाइयों तक ले जा सकती है।


📌 क्या आप मानते हैं कि Delhivery के साथ Ecom Express और बेहतर प्रदर्शन कर पाएगी? अपने विचार नीचे कमेंट करें।

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