Casa2 Stays, जो FabHotels की पैरेंट कंपनी है, ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में 34% की ग्रॉस रेवेन्यू वृद्धि दर्ज की है। हालांकि, इस दौरान कंपनी का घाटा 23% बढ़कर ₹114 करोड़ हो गया। इसका मुख्य कारण कर्मचारियों के लाभों से जुड़े खर्चों में दोगुनी वृद्धि को बताया गया है।
FabHotels रेवेन्यू में वृद्धि, लेकिन लागत भी बढ़ी
FabHotels ने FY24 में अपनी ग्रॉस रेवेन्यू को ₹552 करोड़ तक पहुंचा दिया, जो पिछले वित्तीय वर्ष FY23 के ₹412 करोड़ की तुलना में 34% अधिक है।
- ग्रॉस रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा
FabHotels ने अपने “FabHotel” और “TravelPlus” ब्रांड्स के अंतर्गत बुकिंग्स से 99.4% रेवेन्यू अर्जित किया, जो ₹549 करोड़ तक पहुंचा। - अन्य स्रोतों से आय
अन्य स्रोतों से ₹3.3 करोड़ का योगदान रहा।
अतिरिक्त आय का योगदान
इसके अलावा, कंपनी ने ब्याज आय और देनदारियों के राइट-ऑफ के माध्यम से ₹11 करोड़ की अतिरिक्त आय दर्ज की।
इससे कंपनी की कुल आय ₹563.6 करोड़ हो गई।
खर्चों का विश्लेषण
FabHotels के खर्चों में सबसे बड़ा हिस्सा आवास से संबंधित खर्चों का था, जो कुल खर्च का 74% रहा।
- FY24 में आवास खर्च 32% बढ़कर ₹435 करोड़ हो गया।
- कर्मचारियों के लाभों पर खर्च दोगुना होकर ₹92 करोड़ पर पहुंच गया। इसमें से ₹15 करोड़ ईएसओपी (ESOP) के गैर-नकद खर्च के रूप में शामिल हैं।
- कमीशन खर्च में मामूली वृद्धि हुई और यह ₹27 करोड़ रहा।
- अन्य खर्च ₹34 करोड़ तक पहुंच गए।
कुल मिलाकर, FabHotels के कुल खर्च FY24 में 38.5% बढ़कर ₹588 करोड़ हो गए, जो FY23 में ₹424.7 करोड़ थे।
कर्मचारियों पर बढ़ा खर्च और घाटे में वृद्धि
कर्मचारियों से जुड़े खर्चों में हुई दोगुनी वृद्धि ने FabHotels के घाटे को FY24 में 23% बढ़ाकर ₹114 करोड़ कर दिया। FY23 में यह घाटा ₹93 करोड़ था।
ईएसओपी (ESOP) खर्च का प्रभाव
- कर्मचारियों को दिए गए स्टॉक ऑप्शन (ESOP) के कारण ₹15 करोड़ का गैर-नकद खर्च दर्ज किया गया।
- इसके अलावा, उच्च वेतन और अन्य लाभों ने कुल कर्मचारी लागत को बढ़ाया।
रेटर्न ऑन कैपिटल और EBITDA मार्जिन
FY24 में FabHotels का रेटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) और EBITDA मार्जिन क्रमशः -84.09% और -19.52% रहा।
FabHotels का विस्तार और परिचालन
FabHotels, एक बजट होटल चेन के रूप में, भारत के 50 से अधिक शहरों में 600 से अधिक प्रॉपर्टीज के साथ परिचालन करता है।
मुख्य सेवाएं
- यह प्लेटफ़ॉर्म यात्रियों को किफायती और गुणवत्तापूर्ण होटल बुकिंग सेवाएं प्रदान करता है।
- इसके “TravelPlus” ब्रांड के तहत कॉर्पोरेट क्लाइंट्स को भी सेवाएं उपलब्ध हैं।
नई रणनीतियां और बदलाव
FabHotels ने FY23 में Indian Accounting Standards (Ind AS) को अपनाया, जिससे इसके वित्तीय डेटा को नई मानकों के अनुसार संशोधित किया गया।
भविष्य की रणनीति
FabHotels ने अपने बढ़ते खर्चों के बावजूद, बाज़ार में अपनी स्थिति को मजबूत करने की योजना बनाई है।
संभावित कदम
- रेवेन्यू मॉडल का अनुकूलन
- बुकिंग के अलावा अन्य स्रोतों से आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना।
- कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाना
- कर्मचारियों से जुड़े खर्चों को नियंत्रित करना और उत्पादकता में सुधार करना।
- कॉर्पोरेट और बिजनेस क्लाइंट्स पर फोकस
- “TravelPlus” ब्रांड के माध्यम से अधिक कॉर्पोरेट क्लाइंट्स को जोड़ना।
- डिजिटल मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी पर निवेश
- डिजिटल चैनलों के माध्यम से कम लागत पर अधिक ग्राहकों तक पहुंचना।
भारतीय बजट होटल बाजार में FabHotels का स्थान
प्रतिस्पर्धा में बढ़त
FabHotels ने बजट होटल बाजार में अपनी जगह मजबूत की है और डिमांड फर्स्ट ट्रांजैक्शन मॉडल को अपनाकर अन्य कंपनियों से आगे निकलने में सफलता पाई है।
निवेशकों का भरोसा
कंपनी के निवेशकों में टाइगर ग्लोबल, एलेवेशन कैपिटल, और अन्य प्रमुख फंड शामिल हैं, जो कंपनी की दीर्घकालिक क्षमता पर भरोसा करते हैं।
निष्कर्ष
हालांकि FabHotels ने FY24 में 34% ग्रॉस रेवेन्यू वृद्धि हासिल की है, लेकिन कर्मचारियों से जुड़े बढ़ते खर्चों के कारण इसका घाटा भी बढ़ा है। कंपनी के लिए अगले कुछ वर्षों में मुख्य चुनौती अपने खर्चों को नियंत्रित करते हुए रेवेन्यू को और अधिक बढ़ाना होगा।
भारतीय बजट होटल बाजार में FabHotels का विस्तार और उसकी रणनीतिक पहलों से यह स्पष्ट है कि कंपनी लंबे समय तक बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखने की दिशा में काम कर रही है।
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