Skip to content
Pratilipi

बेंगलुरु स्थित स्टोरीटेलिंग प्लेटफॉर्म Pratilipi ने वित्त वर्ष 2023-24 में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया। कंपनी ने अपने राजस्व में 66% की वृद्धि दर्ज की, जबकि घाटे को 62% तक कम करने में सफलता पाई।


Pratilipi प्रमुख वित्तीय आंकड़े

  1. ऑपरेशनल राजस्व
    • FY24 में Pratilipi का ऑपरेशनल राजस्व ₹57.8 करोड़ तक पहुंच गया, जो FY23 में ₹35 करोड़ था।
  2. घाटे में कमी
    • FY24 के दौरान कंपनी ने अपने घाटे को पिछले साल की तुलना में 62% कम किया।

प्रतिलिपि का व्यवसाय मॉडल

प्रतिलिपि एक ऑनलाइन स्टोरीटेलिंग प्लेटफॉर्म है, जो भारतीय भाषाओं में टेक्स्ट और ऑडियो स्टोरीटेलिंग पर केंद्रित है।

  • यह हिंदी, गुजराती, बंगाली, मराठी, और मलयालम जैसी भाषाओं में ऑडियोबुक्स, पॉडकास्ट्स, कॉमिक्स, वेब सीरीज़, और फिल्मों जैसे विभिन्न फॉर्मेट में कंटेंट प्रदान करता है।
  • प्लेटफॉर्म का उद्देश्य क्षेत्रीय भाषाओं के साहित्य और कहानियों को डिजिटल युग में व्यापक पहुंच प्रदान करना है।

FY24 के राजस्व स्रोत

1. कंटेंट और प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सेवाएं

  • FY24 में इस श्रेणी से राजस्व दोगुना बढ़कर ₹34.97 करोड़ हो गया।
  • कुल ऑपरेशनल राजस्व में इसका योगदान 60.5% था।
  • ऑडियोबुक्स और पॉडकास्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता इस वृद्धि का मुख्य कारण है।

2. ब्रांड विज्ञापन सेवाएं

  • ब्रांड विज्ञापन से हुई आय 79% बढ़कर ₹7.53 करोड़ हो गई।
  • प्रतिलिपि ने विभिन्न ब्रांड्स के साथ साझेदारी की, जो इसकी कहानी कहने की पहुंच को और बढ़ाती है।

3. पुस्तकों की बिक्री

  • पुस्तकों की बिक्री से हुआ राजस्व 62% बढ़कर ₹10.62 करोड़ हो गया।
  • कंपनी ने प्रिंट और ई-बुक्स दोनों में अपनी पहुंच बढ़ाई है।

ग्राहकों के बीच बढ़ती लोकप्रियता

प्रतिलिपि के उपयोगकर्ता आधार में वृद्धि इसके वित्तीय प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण रही है।

  1. स्थानीय भाषाओं का प्रभाव
    • भारतीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट की बढ़ती मांग ने प्रतिलिपि को उपयोगकर्ताओं के बीच लोकप्रिय बनाया।
    • क्षेत्रीय कहानियों, साहित्य, और ऑडियोबुक्स ने विशेषकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के उपयोगकर्ताओं को आकर्षित किया।
  2. डिजिटल इनोवेशन
    • बेहतर यूजर इंटरफेस और एआई-संचालित अनुशंसा सिस्टम ने उपभोक्ताओं को लंबे समय तक प्लेटफॉर्म पर बनाए रखा।
  3. प्रीमियम कंटेंट की मांग
    • प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सेवाओं का बढ़ता उपयोग इस बात का प्रमाण है कि उपभोक्ता गुणवत्तापूर्ण कंटेंट के लिए भुगतान करने को तैयार हैं।

खर्च और परिचालन लागत

हालांकि राजस्व में वृद्धि हुई, प्रतिलिपि ने अपने परिचालन खर्चों को नियंत्रित रखते हुए लाभप्रदता की दिशा में कदम बढ़ाए।

  • तकनीकी विकास
    • कंपनी ने अपनी तकनीकी क्षमता को बढ़ाने के लिए निवेश किया।
    • इससे न केवल यूजर अनुभव बेहतर हुआ, बल्कि कंटेंट क्रिएशन और वितरण में भी सुधार हुआ।
  • कर्मचारी लाभ खर्च
    • प्लेटफॉर्म ने नए टैलेंट को जोड़कर अपनी टीम को और मजबूत किया।

भविष्य की योजनाएं

1. नए कंटेंट प्रारूपों पर ध्यान

  • प्रतिलिपि ने घोषणा की है कि वह आने वाले समय में वेब सीरीज़ और फिल्मों के लिए और अधिक सामग्री विकसित करेगी।
  • इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं के मनोरंजन विकल्पों को बढ़ाना है।

2. क्षेत्रीय भाषाओं में विस्तार

  • कंपनी नई भाषाओं को प्लेटफॉर्म में जोड़ने की योजना बना रही है।
  • यह कदम उपयोगकर्ताओं के और व्यापक समूह तक पहुंचने में मदद करेगा।

3. वैश्विक बाजार में प्रवेश

  • प्रतिलिपि का लक्ष्य भारतीय डायस्पोरा तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करना है।

प्रतिस्पर्धा में स्थान

प्रतिलिपि का मुकाबला स्टोरीटेल और आडिबल जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म्स से है।

  • जहां प्रतिलिपि स्थानीय भाषाओं और कहानियों पर ध्यान केंद्रित करता है, वहीं इसके प्रतिस्पर्धी मुख्य रूप से अंग्रेजी कंटेंट में विशेषज्ञता रखते हैं।
  • इस अनूठे बिजनेस मॉडल ने प्रतिलिपि को भारतीय उपयोगकर्ताओं के बीच एक मजबूत स्थान बनाने में मदद की है।

निष्कर्ष

प्रतिलिपि ने FY24 में राजस्व और उपयोगकर्ता आधार दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की।

  • प्रीमियम कंटेंट और क्षेत्रीय भाषाओं पर जोर ने इसे एक प्रमुख स्टोरीटेलिंग प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया है।
  • कंपनी का ध्यान तकनीकी उन्नयन, कंटेंट विस्तार, और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने पर है।

आने वाले समय में, प्रतिलिपि का उद्देश्य अपने वित्तीय प्रदर्शन को और बेहतर करना और भारतीय स्टोरीटेलिंग के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूना है।

read more : Google ने Flipkart में $350 मिलियन का निवेश किया, CCI से मिली मंजूरी

Latest News

Read More

भारतीय स्टार्टअप्स

भारतीय स्टार्टअप्स ने जुटाए $191.71 मिलियन, पिछले सप्ताह की तुलना में 75.65% की गिरावट

पिछले सप्ताह में, भारतीय स्टार्टअप्स ने कुल मिलाकर $191.71 मिलियन (करीब 1593 करोड़ रुपये) की फंडिंग जुटाई। इस
IntrCity

IntrCity ने FY24 में वृद्धि की गति धीमी की, लेकिन घाटे को कम किया

ट्रैवल-टेक प्लेटफॉर्म IntrCity, जो SmartBus और RailYatri का मालिक है, ने FY23 में हासिल की गई तेजी की
PhysicsWallah

Edtech unicorn PhysicsWallah 2025 में आईपीओ लॉन्च करने की तैयारी में

भारत की प्रमुख एडटेक कंपनी Physicswallah (PhysicsWallah) ने 2025 में प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए अपनी योजना