इवेंट-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Probo ने बीते तीन वित्तीय वर्षों में तेजी से ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी का रेवेन्यू FY22 में 2.6 करोड़ रुपये से बढ़कर FY23 में 86 करोड़ रुपये हुआ, और FY24 में यह 450 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया—जो साल-दर-साल 5.3 गुना वृद्धि को दर्शाता है। खास बात यह है कि Peak XV समर्थित इस कंपनी का शुद्ध लाभ (Net Profit) भी 25 गुना बढ़कर लगभग 100 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
Probo की शानदार ग्रोथ: आंकड़ों पर एक नजर
वित्तीय वर्ष | राजस्व (Revenue) | शुद्ध लाभ (Net Profit) |
---|---|---|
FY22 | ₹2.6 करोड़ | – |
FY23 | ₹86 करोड़ | ₹3.7 करोड़ |
FY24 | ₹459 करोड़ | ₹92 करोड़ |
Probo की ऑपरेशनल इनकम FY24 में 459 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो पिछले वित्तीय वर्ष के 86 करोड़ रुपये की तुलना में 5.3 गुना अधिक है।
Probo क्या करता है?
2019 में सचिन गुप्ता और आशीष गर्ग द्वारा स्थापित, Probo एक इवेंट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर्स अपने विचारों को विभिन्न फ्यूचर इवेंट्स पर ट्रेड कर सकते हैं।
इसमें प्रमुख श्रेणियों में शामिल हैं:
✅ क्रिकेट और फुटबॉल
✅ फाइनेंस और स्टॉक्स
✅ एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री
✅ स्टार्टअप्स और बिजनेस
यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर अपने अनुमान के आधार पर ट्रेड करते हैं, जिससे कंपनी के लिए नया रेवेन्यू मॉडल बनता है।
कमाई का मुख्य स्रोत
Probo की आय का मुख्य स्रोत प्लेटफॉर्म फीस है, जो यूजर्स से प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए ली जाती है।
- FY24 में, प्लेटफॉर्म फीस के जरिए Probo की कमाई 5.4 गुना बढ़कर ₹449 करोड़ तक पहुंच गई।
- यह कुल आय का 97.8% हिस्सा है।
- अन्य स्रोतों से 25 करोड़ रुपये की आय हुई, जिसमें मौजूदा निवेशों पर ब्याज और अन्य सेवाएं शामिल थीं।
- FY24 की कुल आय ₹474 करोड़ रही।
खर्च में भारी इजाफा, लेकिन बैलेंस बना रहा
तेजी से बढ़ते प्लेटफॉर्म के साथ, Probo का कुल खर्च भी FY24 में 3.5 गुना बढ़कर ₹351 करोड़ हो गया।
प्रमुख खर्चों का ब्रेकडाउन:
1️⃣ विज्ञापन और प्रमोशन:
- Probo की लोकप्रियता में YouTube इन्फ्लुएंसर्स का अहम योगदान रहा है।
- FY24 में कंपनी ने अपने कुल खर्च का 77% यानी ₹271 करोड़ मार्केटिंग पर खर्च किया।
- यह FY23 के ₹52 करोड़ के मुकाबले 5.2 गुना ज्यादा है।
2️⃣ कर्मचारियों का वेतन:
- FY24 में कर्मचारी लाभ पर खर्च 27% बढ़कर ₹28 करोड़ हुआ।
3️⃣ अन्य परिचालन खर्च:
- इसमें IT इंफ्रास्ट्रक्चर, प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन, लीगल फीस, ट्रैवलिंग और अन्य खर्च शामिल हैं।
- FY24 में यह खर्च कुल ₹351 करोड़ तक पहुंच गया।
25X शुद्ध लाभ: खर्च कम, मुनाफा ज्यादा!
Probo ने FY24 में 92 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया, जो FY23 में मात्र 3.7 करोड़ रुपये था।
- 25X की वृद्धि Probo को भारतीय फिनटेक और इवेंट ट्रेडिंग स्पेस में एक सशक्त खिलाड़ी बना रही है।
- FY24 में कंपनी ने हर ₹1 कमाने के लिए सिर्फ ₹0.76 खर्च किए, जो इसकी मजबूत फाइनेंशियल पोजिशन को दर्शाता है।
भविष्य की योजनाएं
Probo की शानदार ग्रोथ यह संकेत देती है कि आने वाले वर्षों में कंपनी और भी बड़ा विस्तार कर सकती है। संभावित योजनाएं:
📌 AI और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग: भविष्यवाणी ट्रेडिंग को और बेहतर बनाने के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग।
📌 नई कैटेगरी का विस्तार: क्रिकेट, स्टॉक्स और एंटरटेनमेंट से आगे बढ़कर और अधिक इंडस्ट्रीज में विस्तार।
📌 इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग में बड़ा निवेश: सोशल मीडिया और वीडियो कंटेंट के जरिए नए यूजर्स को आकर्षित करना।
📌 नए रेवेन्यू मॉडल: प्लेटफॉर्म फीस के अलावा अन्य सेवाओं को मॉनेटाइज करने के नए तरीके ढूंढना।
निष्कर्ष
Probo ने पिछले तीन सालों में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है और FY24 में 459 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 92 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाकर भारतीय इवेंट-ट्रेडिंग मार्केट में अपनी अलग पहचान बना ली है।
✅ 5.3X रेवेन्यू ग्रोथ
✅ 25X शुद्ध लाभ में इजाफा
✅ 77% खर्च मार्केटिंग पर, जिससे प्लेटफॉर्म की पॉपुलैरिटी बढ़ी
Probo का बिजनेस मॉडल और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस दिखाता है कि यह आने वाले वर्षों में एक बड़ी गेम-चेंजर कंपनी बन सकती है! 🚀
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