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Navi Finserv

भारत की अग्रणी फिनटेक कंपनी Navi Technologies ने अपने नेतृत्व में बड़े बदलाव की घोषणा की है। कंपनी के सह-संस्थापक सचिन बंसल, जो अब तक Navi Technologies Limited और Navi Finserv Limited के CEO थे, अब Navi Group के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका निभाएंगे। उनकी जगह, राजीव नरेश को Navi Technologies का नया CEO और अभिषेक द्विवेदी को Navi Finserv का नया CEO नियुक्त किया गया है।

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब Navi Group अपनी व्यवसाय रणनीति को पुनर्गठित कर रहा है और नए अवसरों की तलाश में है।

Navi में वर्षों का अनुभव रखते हैं नए CEO

राजीव नरेश और अभिषेक द्विवेदी, दोनों ही Navi की शुरुआती टीम का हिस्सा रहे हैं और पिछले छह वर्षों में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभा चुके हैं। कंपनी के अनुसार, इन दोनों अधिकारियों ने Navi को एक मजबूत वित्तीय संस्थान के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

इस नेतृत्व परिवर्तन की घोषणा करते हुए सचिन बंसल ने कहा:

“यह बदलाव हमारी दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। राजीव और अभिषेक ने कंपनी की वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है। मुझे विश्वास है कि वे अपनी नई भूमिकाओं में Navi को और ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।”

सचिन बंसल की नई भूमिका

अब सचिन बंसल Navi Group के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के रूप में कार्य करेंगे। उनकी नई जिम्मेदारी कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति, विस्तार, फंडिंग, अधिग्रहण (M&A), जोखिम प्रबंधन और टेक्नोलॉजी इनोवेशन पर केंद्रित होगी।

इसके अलावा, वे Navi में डिजिटल टेक्नोलॉजी और डेटा साइंस को और बेहतर बनाने पर काम करेंगे।

CEO के नए कार्यक्षेत्र

इस नेतृत्व परिवर्तन के बाद,

  • अभिषेक द्विवेदी Navi Finserv की लेंडिंग बिजनेस को संभालेंगे।
  • राजीव नरेश Navi Technologies के नॉन-लेंडिंग बिजनेस का संचालन करेंगे।

इससे कंपनी को अपने विभिन्न व्यवसाय क्षेत्रों में अधिक स्पष्टता और दक्षता लाने में मदद मिलेगी।

RBI की पाबंदियों के बाद आया यह बदलाव

इस नेतृत्व परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण पहलू भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में Navi Finserv पर लगाए गए प्रतिबंधों का हटाया जाना है।

अक्टूबर 2024 में, RBI ने Navi Finserv और तीन अन्य NBFCs (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों) को लोन देने से रोक दिया था। इसका कारण था नियामक दिशानिर्देशों का सही ढंग से पालन न करना। लेकिन अब RBI ने यह प्रतिबंध हटा दिया है, जिससे Navi Finserv दोबारा लोन वितरण शुरू कर सकती है।

क्या है Navi Group की भविष्य की रणनीति?

Navi Technologies इस बदलाव के साथ एक मजबूत और टिकाऊ विकास की ओर बढ़ना चाहती है।

आने वाले समय में, कंपनी की रणनीति निम्नलिखित मुख्य क्षेत्रों पर केंद्रित रहेगी:
नए फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लॉन्च करना – खासकर डिजिटल लेंडिंग और बीमा क्षेत्र में।
कस्टमर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाना – टेक्नोलॉजी और डेटा साइंस के माध्यम से।
बड़े पैमाने पर निवेश जुटाना – जिससे कंपनी के विस्तार को बढ़ावा मिलेगा।
नए अधिग्रहण (M&A) और साझेदारियाँ करना – जिससे Navi अपनी सेवाओं को और विस्तृत कर सके।

भारतीय फिनटेक सेक्टर में Navi की स्थिति होगी मजबूत

Navi Group का यह पुनर्गठन भारतीय फिनटेक और डिजिटल बैंकिंग इंडस्ट्री में कंपनी की स्थिति को और मज़बूत करेगा।

इस बदलाव से:
📌 Navi Finserv अपने लोन बिजनेस को नए स्तर पर ले जा सकेगी।
📌 Navi Technologies अपने अन्य वित्तीय उत्पादों पर अधिक ध्यान दे सकेगी।
📌 सचिन बंसल कंपनी के दीर्घकालिक विज़न पर फोकस कर पाएंगे।

निष्कर्ष

Navi Technologies द्वारा किया गया यह नेतृत्व परिवर्तन कंपनी की विकास रणनीति का हिस्सा है, जो इसे भारत के तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजार में और मजबूत बनाएगा।

अब देखने वाली बात यह होगी कि नए CEO के नेतृत्व में कंपनी कितना आगे बढ़ती है और किस तरह भारतीय फिनटेक क्षेत्र में अपने लिए एक नई पहचान बनाती है।

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