नई दिल्ली – उर्जा सेक्टर में नई क्रांति लाने वाली स्टार्टअप UrjaMobility ने अपने प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में 100 करोड़ रुपये (12 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं। इस राउंड में Mufin Green Finance और Hindon Mercantil ने मुख्य निवेशक की भूमिका निभाई। कंपनी इस फंडिंग से अपने बैटरी लीजिंग मॉडल का विस्तार करने और ई-मोबिलिटी क्षेत्र में अपनी सेवाओं को बढ़ाने की योजना बना रही है।
कंपनी की स्थापना और उद्देश्य
Urja Mobility की स्थापना 2022 में पंकज चोपड़ा द्वारा की गई थी, जिनका उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के लिए बैटरी लीजिंग सेवाएं प्रदान करना है। कंपनी विशेष रूप से L3, L5 वाहनों और लिथियम-आयन बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक L2 वाहनों के लिए बैटरी लीजिंग विकल्प देती है। इसके तहत कंपनी ने एक अनूठा पे-पर-यूज़ लीजिंग मॉडल विकसित किया है, जो ग्राहकों को उनके द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर बैटरी किराए पर लेने की सुविधा देता है। यह मॉडल पारंपरिक पूंजीगत खर्च (CapEx) को स्मार्ट संचालन खर्च (OpEx) में बदलकर ग्राहकों को आर्थिक और आसान समाधान प्रदान करता है।
उर्जा समाधान और विस्तार योजनाएं
UrjaMobility ने अपनी शुरुआत के पहले महीने में अपने Energy-as-a-Service (EaaS) मॉडल के तहत 150 kWh ऊर्जा की आपूर्ति की। वर्तमान में, कंपनी हर दिन 45 MWh ऊर्जा प्रदान कर रही है। नए जुटाए गए फंड का उपयोग कंपनी अपने ऊर्जा खपत और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन समाधानों को विस्तार देने, ई-मोबिलिटी क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करने और अपने संचालन को बढ़ाने के लिए करेगी।
फंडिंग का उपयोग और भविष्य की योजना
कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह नया फंड कंपनी को अपनी सेवाओं के विस्तार में मदद करेगा। UrjaMobility अपने पे-पर-यूज़ मॉडल को और भी व्यापक रूप से लागू करना चाहती है, जिससे अधिक से अधिक व्यवसाय और उपभोक्ता इसकी सेवाओं का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही, कंपनी ई-मोबिलिटी सेक्टर में अपने परिचालन का भी विस्तार करेगी, जिससे यह क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति को मजबूत बना सकेगी।
अनोखा लीजिंग मॉडल
UrjaMobility का पे-पर-यूज़ लीजिंग मॉडल इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। यह मॉडल उपयोगकर्ताओं को बैटरी की दूरी के आधार पर लीजिंग करने की सुविधा देता है, जिससे वे अपने परिचालन खर्चों को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं। पारंपरिक बैटरी लीजिंग मॉडल के मुकाबले, यह मॉडल उपभोक्ताओं को अधिक लचीलापन और लागत-प्रभावी समाधान प्रदान करता है।
कंपनी के संस्थापक: पंकज चोपड़ा
कंपनी के संस्थापक पंकज चोपड़ा का कहना है कि उनकी इस पहल का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी की अग्रिम लागत को कम करके इसे एक प्रबंधनीय मासिक लीज़ वैल्यू (Monthly Lease Value – MLV) में बदलना है। इससे न केवल EV अपनाने में आसानी होगी, बल्कि कंपनियों को अपनी परिचालन लागतों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने में भी मदद मिलेगी। चोपड़ा की नेतृत्व क्षमता और नवाचार के प्रति उनकी दृष्टि ने UrjaMobility को एक अग्रणी ई-मोबिलिटी समाधान प्रदाता के रूप में स्थापित किया है।
वित्तीय स्थिति और उपलब्धियाँ
UrjaMobility ने अपने पहले वर्ष में ही उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने 2022 में अपनी यात्रा की शुरुआत की और कुछ ही समय में 100 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाब रही। इस फंडिंग का मुख्य उद्देश्य कंपनी के लीजिंग मॉडल को और मजबूत करना और उसके विस्तार को बढ़ावा देना है। कंपनी ने अपने पहले महीने में 150 kWh ऊर्जा प्रतिदिन की आपूर्ति की थी, जो अब बढ़कर 45 MWh हो गई है, जिससे कंपनी की सफलता और बढ़ते ऑपरेशन्स का अंदाजा लगाया जा सकता है।
ई-मोबिलिटी सेक्टर में संभावनाएँ
UrjaMobility का लक्ष्य इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अपनी पकड़ को और मजबूत करना है। बैटरी लीजिंग के क्षेत्र में इसका अनोखा पे-पर-यूज़ मॉडल कंपनियों और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। इस मॉडल के ज़रिए उपभोक्ता अधिक फ्लेक्सिबल तरीके से बैटरी का उपयोग कर सकते हैं और इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ जुड़ी बड़ी शुरुआती लागत से बच सकते हैं।
निष्कर्ष
UrjaMobility ने अपने अनूठे बैटरी लीजिंग मॉडल के साथ ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। कंपनी का पे-पर-यूज़ लीजिंग मॉडल और ऊर्जा-सेवा समाधान इसे अन्य कंपनियों से अलग बनाते हैं। 100 करोड़ रुपये की इस ताजा फंडिंग से UrjaMobility को अपने व्यवसाय का विस्तार करने और ई-मोबिलिटी सेक्टर में अपनी पहचान को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।
Readmore : SPRY Therapeutics ने $15 मिलियन का फंड जुटाया, यूएस में विस्तार की योजना