तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स स्टार्टअप Zepto ने FY25 में ₹11,110 करोड़ का टर्नओवर दर्ज किया
📦 Elcid Investment से मिला नया निवेश
भारत के तेजी से उभरते क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Zepto को ₹7.5 करोड़ की नई फंडिंग प्राप्त हुई है। यह निवेश Elcid Investment के जरिए किया गया है, जिसकी जानकारी Zepto ने अपनी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से दी है।
इस डील के तहत, Elcid Investment ने 22,55,639 इक्विटी शेयर Zepto में खरीदे हैं, जिसकी प्रति शेयर कीमत ₹33.23 रखी गई है। यह निवेश कंपनी में 0.039% इक्विटी हिस्सेदारी को दर्शाता है।
💸 $500 मिलियन फंडिंग राउंड की तैयारी
इस छोटे निवेश के साथ ही, Zepto अब एक बड़े $500 मिलियन फंडिंग राउंड की तैयारी में भी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह राउंड General Catalyst, Avenir और अन्य मौजूदा निवेशकों की अगुवाई में किया जाएगा।
इस राउंड के बाद Zepto की संभावित वैल्यूएशन $7 बिलियन (लगभग ₹58,000 करोड़) तक पहुंच सकती है। हालांकि यह सब अभी शुरुआती बातचीत के चरण में है।
📉 वैल्यूएशन में 50% की गिरावट
हालिया निवेश के समय Zepto की वैल्यूएशन ₹19,231 करोड़ (लगभग $2.26 बिलियन) आंकी गई है। यह पिछले साल अगस्त 2023 में हुए $340 मिलियन फंडरेज़ के समय की $5 बिलियन वैल्यूएशन से लगभग 50% कम है।
इस गिरावट का कारण बदलते मार्केट ट्रेंड्स, घाटे में चल रही यूनिट इकॉनॉमिक्स और IPO की देरी को माना जा रहा है।
📈 FY25 में 2.5X रेवेन्यू ग्रोथ
बावजूद इसके, Zepto ने अपने टर्नओवर में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है।
वित्तीय वर्ष | टर्नओवर (₹ करोड़ में) |
---|---|
FY23 | ₹2,024.4 करोड़ |
FY24 | ₹4,454.5 करोड़ |
FY25 | ₹11,110 करोड़ |
FY25 में Zepto का कुल कारोबार 2.5 गुना बढ़ा, जो FY24 के ₹4,454.5 करोड़ के मुकाबले एक बड़ी छलांग है। लगातार तीन वर्षों से कंपनी की आय लगभग दोगुनी होती जा रही है, जो इसके मजबूत ग्राहक आधार और वितरण नेटवर्क को दर्शाता है।
🏠 अब भारत में रजिस्टर, IPO टला FY26 तक
Zepto ने हाल ही में अपना डोमिसाइल (मुख्यालय) सिंगापुर से भारत शिफ्ट कर लिया है। यह कदम संभावित IPO (Initial Public Offering) की तैयारी के तहत उठाया गया था।
हालांकि, ताज़ा जानकारी के अनुसार अब कंपनी ने अपना IPO FY26 तक टाल दिया है। मार्केट कंडीशन और वैल्यूएशन में गिरावट इसके पीछे की वजह मानी जा रही है।
🆚 बढ़ती प्रतिस्पर्धा: Blinkit और Swiggy Instamart
Zepto को भारत के क्विक कॉमर्स मार्केट में दो बड़े प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी चुनौती मिल रही है:
🔶 Blinkit
- मालिक: Zomato की पेरेंट कंपनी Eternal
- प्रदर्शन: FY26 की पहली तिमाही (Q1) में ₹2,400 करोड़ का रेवेन्यू
- दिलचस्प बात: Blinkit का यह रेवेन्यू Eternal की फूड डिलीवरी सेगमेंट से भी ज्यादा था
🔷 Swiggy Instamart
- अब तक अपने Q1 FY26 के वित्तीय परिणाम साझा नहीं किए हैं
- लेकिन Zepto और Blinkit से सीधे टक्कर में है
Zepto, Blinkit और Swiggy के बीच चल रही इस रेस में, रेवेन्यू ग्रोथ तो Zepto के पक्ष में है, लेकिन मार्केट हिस्सेदारी और ब्रांड स्थायित्व में अभी काफी मेहनत बाकी है।
📦 क्या है Zepto का बिज़नेस मॉडल?
Zepto एक 10 मिनट डिलीवरी आधारित क्विक कॉमर्स स्टार्टअप है, जो ग्रॉसरी, डेली एसेंशियल्स, और FMCG प्रोडक्ट्स को यूज़र्स के दरवाजे तक तेजी से पहुंचाता है।
इसका संचालन भारत के कई बड़े शहरों में डार्क स्टोर मॉडल के जरिए होता है। इसका लक्ष्य तेजी से ग्रोथ करते कंज्यूमर ऑन-डिमांड सेगमेंट में लीडर बनना है।
🔮 आगे की राह
- ₹11,000+ करोड़ के टर्नओवर के साथ Zepto ने मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत की है
- IPO के टलने और वैल्यूएशन में गिरावट कंपनी के लिए शॉर्ट टर्म में चुनौती है
- लेकिन $500 मिलियन की संभावित फंडिंग और मौजूदा ऑपरेशनल ग्रोथ भविष्य में नए अवसर खोल सकती है
📌 निष्कर्ष
Zepto का सफर निवेश, विकास और प्रतिस्पर्धा से भरा रहा है। जहां एक ओर इसका रेवेन्यू तीन वर्षों में लगातार दोगुना हो रहा है, वहीं दूसरी ओर वैल्यूएशन में गिरावट और IPO में देरी जैसे सवाल भी खड़े हो रहे हैं। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या Zepto अपने नए फंडिंग राउंड और ऑपरेशनल स्केलिंग के ज़रिए अपने मार्केट पोजीशन को और मजबूत कर पाता है।
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