फूडटेक और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Zomato ने चालू वित्तीय वर्ष (FY25) की तीसरी तिमाही (Q3) के वित्तीय नतीजे सोमवार को जारी किए। इस अवधि में कंपनी ने राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की, हालांकि साल-दर-साल (YoY) लाभ में 57% की गिरावट आई।
Zomato राजस्व में जोरदार वृद्धि
Zomato का संचालन से राजस्व Q3 FY25 में ₹5,405 करोड़ तक पहुंच गया, जो Q3 FY24 के ₹3,288 करोड़ की तुलना में 64.4% अधिक है।
- पिछली तिमाही (Q2 FY25) की तुलना में भी कंपनी का राजस्व 12.6% बढ़कर ₹4,799 करोड़ हो गया।
जोमैटो की सेवाएं और राजस्व का वितरण
जोमैटो की सेवाओं का विस्तार कई वर्टिकल्स में है, जो इसके संचालन को व्यापक बनाते हैं।
- फूड मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म:
- जोमैटो का मुख्य व्यवसाय उपयोगकर्ताओं, रेस्तरां, और डिलीवरी कर्मियों को जोड़ने वाला फूड ऑर्डरिंग प्लेटफॉर्म है।
- इस वर्टिकल ने Q3 FY25 में ₹2,072 करोड़ (38.3%) का योगदान दिया।
- हाइपरप्योर (B2B बिजनेस):
- यह रेस्तरां और व्यवसायों को फार्म-टू-फोर्क आपूर्ति प्रदान करता है।
- इस वर्टिकल ने ₹1,671 करोड़ का राजस्व अर्जित किया, जो पिछले साल की तुलना में 13.4% अधिक है।
- ब्लिंकिट (क्विक कॉमर्स):
- ब्लिंकिट के माध्यम से किराना, एफएमसीजी, और अन्य आवश्यक वस्तुएं 10 मिनट के भीतर डिलीवर की जाती हैं।
- इस तिमाही में ब्लिंकिट ने ₹1,399 करोड़ का राजस्व अर्जित किया।
- गोइंग-आउट और अन्य सेवाएं:
- डाइनिंग आउट और जोमैटो लाइव जैसी सेवाएं उपयोगकर्ताओं को रेस्तरां खोजने, टेबल बुक करने, और मनोरंजन इवेंट्स के टिकट बुक करने की सुविधा देती हैं।
- शेष राजस्व इस सेगमेंट और अन्य परिचालन गतिविधियों से आया।
मुख्य वित्तीय संकेतक
- लाभ में गिरावट:
- कंपनी के लाभ में साल-दर-साल 57% की गिरावट आई है।
- बढ़ती लागत और अन्य परिचालन चुनौतियों ने लाभप्रदता को प्रभावित किया।
- तिमाही दर तिमाही सुधार:
- पिछले क्वार्टर की तुलना में, Q3 FY25 में संचालन से राजस्व में सुधार ने कंपनी की स्थिरता को दिखाया।
- व्यापार खंडों का योगदान:
- फूड डिलीवरी व्यवसाय का सबसे बड़ा योगदान रहा, लेकिन हाइपरप्योर और ब्लिंकिट जैसी नई सेवाओं ने भी महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की।
जोमैटो की विकास रणनीतियां
जोमैटो ने अपने संचालन को मजबूत करने और राजस्व बढ़ाने के लिए कई रणनीतियों को अपनाया है:
- सेवा विस्तार:
- ब्लिंकिट और हाइपरप्योर जैसे नए वर्टिकल्स ने जोमैटो की ग्राहक आधार को व्यापक बनाया है।
- जोमैटो लाइव और डाइनिंग आउट जैसी सेवाएं ग्राहकों को अनोखे अनुभव प्रदान कर रही हैं।
- डिजिटल इनोवेशन:
- जोमैटो ने अपनी डिजिटल क्षमताओं को उन्नत कर फास्ट और इफेक्टिव डिलीवरी सुनिश्चित की है।
- क्विक कॉमर्स में फोकस:
- ब्लिंकिट के माध्यम से जोमैटो ने क्विक डिलीवरी मार्केट में मजबूत पकड़ बनाई है।
- ग्लोबल और लोकल विस्तार:
- कंपनी ने अपने व्यवसाय को अधिक क्षेत्रों में विस्तारित करने का लक्ष्य रखा है, जिससे बाजार में उसकी पकड़ मजबूत हो सके।
चुनौतियां और अवसर
चुनौतियां:
- बढ़ती प्रतिस्पर्धा और परिचालन लागत।
- लाभप्रदता बनाए रखने में कठिनाई।
अवसर:
- फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स जैसे वर्टिकल्स में बढ़ती मांग।
- नए बाजारों और सेवाओं के विस्तार से राजस्व में वृद्धि की संभावना।
भविष्य की संभावनाएं
जोमैटो ने तिमाही दर तिमाही राजस्व में सुधार दिखाया है, जो इसके दीर्घकालिक विकास की ओर सकारात्मक संकेत है।
- कंपनी के क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी सेगमेंट में निवेश उसके व्यवसाय को स्थिरता प्रदान कर सकता है।
- जोमैटो की नई सेवाएं जैसे हाइपरप्योर और जोमैटो लाइव, ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने में सहायक साबित हो सकती हैं।
निष्कर्ष
जोमैटो ने Q3 FY25 में राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है, लेकिन लाभ में गिरावट कंपनी के लिए एक चुनौती बनी हुई है।
- कंपनी का ध्यान नए वर्टिकल्स के विस्तार और ग्राहक अनुभव सुधारने पर है।
- जोमैटो की रणनीति और डिजिटल इनोवेशन इसे भारतीय फूडटेक और कॉमर्स सेक्टर में आगे बढ़ने के लिए सक्षम बनाते हैं।
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