🤝 Accel ने प्रमोट किए दो नए पार्टनर

Accel

भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया के स्टार्टअप इकोसिस्टम में सक्रिय वेंचर कैपिटल फर्म Accel ने अपने दो अनुभवी निवेशक—प्रतीक अग्रवाल और रचित पारेख को पार्टनर पद पर प्रमोट करने की घोषणा की है। यह कदम फर्म की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें वह अनुभवी टैलेंट को नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपकर अपनी ग्रोथ को मजबूत बनाना चाहती है।


🧑‍💼 छह सालों से Accel का हिस्सा हैं दोनों

प्रतीक अग्रवाल और रचित पारेख पिछले छह वर्षों से Accel के साथ जुड़े हुए हैं। इस दौरान उन्होंने न केवल निवेश रणनीति (Investment Strategy) को दिशा दी, बल्कि शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स के साथ काम करके फाउंडर एंगेजमेंट और पोर्टफोलियो निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई।

Accel के मुताबिक, यह प्रमोशन उनकी लगातार मेहनत और गहरी समझ का नतीजा है, जिससे फर्म को कई मोर्चों पर फायदा हुआ है।


💼 निवेश रणनीति और फाउंडर्स से मजबूत रिश्ते

प्रतीक और रचित, दोनों ने Accel के लिए स्टार्टअप्स को समझने, फाउंडर्स को गाइड करने और सही समय पर रणनीतिक निवेश करने में अहम भूमिका निभाई है।

इनकी विशेषज्ञता खासकर एर्ली-स्टेज स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट में रही है। यही वो समय होता है जब स्टार्टअप को सबसे ज़्यादा मेंटरशिप और फाइनेंशियल गाइडेंस की जरूरत होती है।


📢 Accel का आधिकारिक ऐलान

Accel ने इस प्रमोशन की जानकारी अपने X (पूर्व में Twitter) अकाउंट के जरिए साझा की। उन्होंने कहा:

“यह प्रमोशन हमारी उस दीर्घकालिक रणनीति के अनुरूप है, जिसमें हम ऐसे अनुभवी निवेशकों के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं जो फर्म के मूल्यों और दृष्टिकोण को गहराई से समझते हैं।”

Accel ने यह भी साफ किया कि दोनों नए पार्टनर मौजूदा टीम के साथ मिलकर काम करते रहेंगे और भविष्य के इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटीज को खोजने में सक्रिय रहेंगे।


🇮🇳 भारत में Accel की मजबूत पकड़

Accel का भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में काफी पुराना और गहरा योगदान रहा है। कंपनी ने अब तक Flipkart, Swiggy, Freshworks जैसी दर्जनों यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स को शुरुआती चरण में फंडिंग दी है।

इनमें से कई कंपनियां आज ना केवल भारत बल्कि ग्लोबल स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं। Accel का मानना है कि शुरुआती दौर में सही स्टार्टअप्स को पहचानना और उन्हें सपोर्ट करना, लॉन्ग टर्म सक्सेस की कुंजी है।


📈 पहले भी कई पार्टनर प्रमोशन कर चुका है Accel

यह पहली बार नहीं है जब Accel ने अपनी टीम में प्रमोशन किया हो। इससे पहले 2019 में, फर्म ने भारत में तीन प्रिंसिपल्स को पार्टनर बनाया था:

  • अभिनव चतुर्वेदी
  • प्रयंक स्वरूप
  • बरथ शंकर

इन प्रमोशन्स से यह साफ होता है कि Accel हमेशा अपनी इन-हाउस टैलेंट ग्रोथ पॉलिसी पर भरोसा करता है। फर्म में प्रतिभा और परफॉर्मेंस को पहचानने और उन्हें आगे बढ़ाने की एक मजबूत संस्कृति है।


💰 2024 में लॉन्च हुआ Accel का आठवां फंड

Accel ने इसी साल जनवरी 2024 में अपना आठवां फंड (Accel Fund VIII) लॉन्च किया, जिसकी वैल्यू $650 मिलियन (लगभग ₹5,400 करोड़) है।

यह फंड खासतौर पर भारत और साउथईस्ट एशिया के शुरुआती स्टेज स्टार्टअप्स में निवेश के लिए रखा गया है। फर्म की योजना है कि वह इस पूंजी का इस्तेमाल नए, इनोवेटिव और स्केलेबल बिजनेस मॉडलों को सपोर्ट करने में करेगी।


🚀 फाउंडर्स को मिलेगा और मज़बूत सपोर्ट

प्रतीक और रचित की प्रमोशन से उन स्टार्टअप फाउंडर्स को काफी फायदा मिलने वाला है जो Accel के साथ जुड़े हुए हैं या भविष्य में जुड़ना चाहते हैं।

दोनों पार्टनर्स ने पहले भी फाउंडर्स को स्ट्रैटेजी, स्केलिंग, प्रोडक्ट डेवेलपमेंट और ग्रोथ में मदद की है। अब पार्टनर की भूमिका में, उनकी भागीदारी और भी निर्णायक होगी।


📝 निष्कर्ष: नेतृत्व की नई परत के साथ Accel तैयार भविष्य के लिए

Accel का यह निर्णय एक बार फिर यह साबित करता है कि फर्म ना केवल बाहर के स्टार्टअप्स में निवेश करती है, बल्कि अपनी टीम में भी निवेश करने में यकीन रखती है

प्रतीक अग्रवाल और रचित पारेख जैसे पेशेवरों को लीडरशिप में लाकर, Accel ने यह सुनिश्चित किया है कि आने वाले सालों में वह और अधिक स्टार्टअप्स को स्मार्ट फंडिंग और सही मार्गदर्शन देने में सक्षम हो सकेगी।

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Accel ने लॉन्च किया 8वां फंड, भारतीय और साउथईस्ट एशियाई स्टार्टअप्स को मिलेगा $650 मिलियन का समर्थन

Accel

वेंचर कैपिटल फर्म Accel ने अपने आठवें फंड की घोषणा की है, जिसमें $650 मिलियन का निवेश शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स के लिए आवंटित किया जाएगा। यह पहल भारत और साउथईस्ट एशिया में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए फर्म की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह फंड एंटरप्राइज AI, कंज्यूमर सर्विसेज, फिनटेक, और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप्स को सहयोग देगा।


Accel की पिछली फंडिंग पहल

मार्च 2022 में, Accel ने भारत-केंद्रित अपने सातवें फंड की घोषणा की थी, जिसका आकार भी $650 मिलियन था। यह फंड शुरुआती, सीड, और प्री-सीड स्टेज स्टार्टअप्स पर केंद्रित था।

फर्म के अनुसार, नए फंड में 131 अज्ञात निवेशकों की भागीदारी रही, जो इस क्षेत्र के उद्यमशीलता के वातावरण में मजबूत रुचि को दर्शाता है।


निवेश रणनीति और प्राथमिकता क्षेत्र

Accel की निवेश रणनीति कुछ खास क्षेत्रों पर केंद्रित है:

  1. एंटरप्राइज AI समाधान:
    • फर्म ऐसे संस्थापकों को सहयोग देना चाहती है जो भारत की IT सेवाओं की विशेषज्ञता का उपयोग कर ऑटोमेशन प्रोडक्ट्स विकसित कर रहे हैं।
  2. कंज्यूमर-ओरिएंटेड कंपनियां:
    • कंज्यूमर सर्विसेज और वेल्थ मैनेजमेंट स्टार्टअप्स को प्राथमिकता दी जाएगी।
  3. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर:
    • मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप्स में निवेश के जरिए फर्म इस क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा दे रही है।

16 वर्षों का अनुभव और सफलता की कहानियां

भारत और साउथईस्ट एशिया में 16 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली Accel ने कई स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी की है, जिन्होंने अपने-अपने उद्योगों को नई परिभाषा दी है। Accel के पोर्टफोलियो में शामिल कुछ प्रमुख कंपनियां हैं:

  • ई-कॉमर्स: Flipkart, Urban Company
  • SaaS: Freshworks, BrowserStack
  • फिनटेक: Acko
  • फूड टेक: Swiggy
  • मैन्युफैक्चरिंग: Zetwerk
  • अन्य: Amagi, BlackBuck, BlueStone, Cult.fit

Accel का दावा है कि उसके पोर्टफोलियो में शामिल 80% कंपनियों में वह पहला संस्थागत निवेशक रहा है।


क्यों है यह फंड महत्वपूर्ण?

1. भारतीय और साउथईस्ट एशिया में स्टार्टअप्स का समर्थन

भारत और साउथईस्ट एशिया के स्टार्टअप इकोसिस्टम में तेजी से वृद्धि हो रही है। Accel का यह फंड नई पीढ़ी के उद्यमियों को अपने विचारों को वास्तविकता में बदलने में मदद करेगा।

2. एंटरप्राइज AI में बढ़ती रुचि

AI और ऑटोमेशन का उपयोग हर क्षेत्र में बढ़ रहा है। यह फंड एंटरप्राइज AI स्टार्टअप्स को विशेष रूप से सहयोग देगा, जो भारत की IT विशेषज्ञता का लाभ उठाकर वैश्विक समाधान प्रदान कर सकते हैं।

3. विविध पोर्टफोलियो रणनीति

Accel की निवेश रणनीति विभिन्न क्षेत्रों को कवर करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि इनोवेशन हर उद्योग में हो सके।

4. शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन

प्री-सीड और सीड स्टेज स्टार्टअप्स को निवेश मिलने से उन्हें अपनी नींव मजबूत करने का अवसर मिलेगा।


निवेशकों की भागीदारी और क्षेत्रीय रुचि

Accel के अनुसार, इस फंड में 131 अज्ञात निवेशकों ने भाग लिया है। यह न केवल भारतीय और साउथईस्ट एशियाई बाजारों की संभावनाओं को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वैश्विक निवेशक इन क्षेत्रों के स्टार्टअप्स में निवेश करने के इच्छुक हैं।


पिछले निवेशों की सफलता

Accel ने पहले भी कई स्टार्टअप्स में निवेश किया है, जिन्होंने अपने उद्योग में क्रांति ला दी:

  • Flipkart: भारत का सबसे बड़ा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म।
  • Freshworks: ग्लोबल SaaS इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी।
  • Swiggy: भारत की अग्रणी फूड डिलीवरी सर्विस।
  • Urban Company: होम सर्विसेस में अग्रणी।
  • Zetwerk: मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में प्रमुख नाम।

भारत और साउथईस्ट एशिया के लिए अवसर

यह फंड न केवल स्टार्टअप्स को फाइनेंशियल सहायता प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें मार्गदर्शन और नेटवर्किंग के अवसर भी देगा। इससे भारत और साउथईस्ट एशिया के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।


निष्कर्ष

Accel का $650 मिलियन का यह आठवां फंड भारतीय और साउथईस्ट एशियाई स्टार्टअप्स के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है। यह फंड उन उद्यमियों के लिए मददगार साबित होगा जो नए विचारों और तकनीकों के माध्यम से उद्योगों को बदलने का सपना देखते हैं।

इस पहल से न केवल इन क्षेत्रों में स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि भारतीय और साउथईस्ट एशियाई स्टार्टअप्स वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकें।

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