मुंबई स्थित उपभोक्ता उपकरण ब्रांड Atomberg ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपने परिचालन राजस्व में 31% से अधिक की वृद्धि दर्ज की है, साथ ही कंपनी ने अपने घाटे को भी 31.7% तक कम किया है। यह जानकारी कंपनी द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है। इस शानदार प्रदर्शन का मुख्य कारण कंपनी के फैन सेगमेंट में मजबूत वृद्धि रही है, जिसने कुल 841 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
परिचालन राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि
वित्तीय वर्ष 2024 में Atomberg का परिचालन राजस्व 31.5% बढ़कर 848 करोड़ रुपये हो गया, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष में 645 करोड़ रुपये था। कंपनी के इस राजस्व का बड़ा हिस्सा उनके ऊर्जा दक्ष ब्रशलेस डायरेक्ट करंट (BLDC) और स्मार्ट फैंस से आया है। Atomberg के फैंस भारतीय उपभोक्ताओं में अपने कम ऊर्जा खपत और स्मार्ट फीचर्स के लिए लोकप्रिय हो गए हैं। कंपनी का दावा है कि उसने अब तक 80 लाख से अधिक यूनिट्स बेची हैं।
हालांकि, नॉन-फैन सेगमेंट से कंपनी को केवल 7 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। Atomberg को उम्मीद है कि इस सेगमेंट में अगले वित्तीय वर्ष में तेजी से वृद्धि देखने को मिलेगी, खासकर उसके किचन और लॉक प्रोडक्ट्स की बिक्री में सकारात्मक रुझानों के कारण।
परिचालन परिणामों में सुधार और EBITDA में वृद्धि
Atomberg ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपने परिचालन EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और ऋण) में भी सुधार दर्ज किया है। कंपनी का परिचालन EBITDA घाटा पिछले साल के 49 करोड़ रुपये से घटकर इस साल 22 करोड़ रुपये रह गया, जिससे EBITDA मार्जिन -8% से घटकर -3% हो गया है।
कंपनी के वित्तीय सुधार में A91 Ventures का समर्थन महत्वपूर्ण रहा है। उनके सहयोग से कंपनी ने अपने घाटे को कम करने में सफलता पाई है। Atomberg ने अपने घाटे को 202 करोड़ रुपये (FY23) से घटाकर 138 करोड़ रुपये (FY24) कर दिया है।
ESOP और अन्य नॉन-ऑपरेशनल खर्चों का प्रभाव
कंपनी के रिपोर्टेड घाटे और परिचालन EBITDA के बीच का अंतर गैर-परिचालन खर्चों से संबंधित है, जिनमें ESOP ग्रांट्स, प्रबंधन बोनस और फंडरेजिंग गतिविधियों के खर्च शामिल हैं। कंपनी के अनुसार, ये खर्च उनके वित्तीय प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं, लेकिन उनके व्यवसाय के मूल परिचालन में इनका सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है।
भविष्य की योजनाएं और विकास की संभावनाएं
Atomberg का उद्देश्य न केवल अपनी मौजूदा उत्पाद श्रेणियों में मजबूती बनाए रखना है, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार करना है। कंपनी ने संकेत दिया है कि वह अगले वित्तीय वर्ष में अपने नॉन-फैन प्रोडक्ट्स, जैसे मिक्सर ग्राइंडर और स्मार्ट लॉक्स के बाजार में भी अच्छी वृद्धि की संभावना देख रही है। कंपनी का मानना है कि स्मार्ट उपकरणों की बढ़ती मांग और ऊर्जा दक्ष उत्पादों की लोकप्रियता उनके लिए आगे के विकास के दरवाजे खोल सकती है।
Atomberg का यह प्रदर्शन भारतीय उपभोक्ता बाजार में स्मार्ट और ऊर्जा दक्ष उपकरणों की बढ़ती मांग को दर्शाता है। कंपनी ने अपने उत्पादों को इस तरह से डिज़ाइन किया है कि वे उपभोक्ताओं की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ बिजली की खपत में भी कमी लाते हैं। इससे न केवल उपभोक्ताओं को फायदा होता है, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
भारतीय उपभोक्ता बाजार में Atomberg का स्थान
भारतीय उपभोक्ता उपकरण बाजार में Atomberg का स्थान महत्वपूर्ण है। उनके उत्पाद जैसे कि BLDC फैंस, न केवल अपने कम बिजली खर्च के कारण खासे लोकप्रिय हुए हैं, बल्कि वे स्मार्ट फीचर्स से भी लैस हैं जो उपभोक्ताओं को अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करते हैं। मिक्सर ग्राइंडर और स्मार्ट लॉक जैसे उत्पादों के माध्यम से Atomberg का लक्ष्य है कि वह भारतीय बाजार में अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करे और अधिक उपभोक्ताओं तक पहुंचे।
घरेलू उपकरणों के क्षेत्र में भविष्य की दिशा
भारतीय घरेलू उपकरण बाजार में स्मार्ट होम उपकरणों की मांग बढ़ रही है। Atomberg जैसी कंपनियां जो स्मार्ट और ऊर्जा दक्ष उत्पाद पेश कर रही हैं, वे इस बढ़ती मांग का लाभ उठा सकती हैं। कंपनी की योजना है कि वह न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपने उपकरणों को लेकर आए, जिससे उनका वैश्विक विस्तार संभव हो सके।
निष्कर्ष
Atomberg के वित्तीय प्रदर्शन में आई यह सकारात्मकता भारतीय उपभोक्ता बाजार में कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाती है। परिचालन राजस्व में वृद्धि और घाटे में कमी दर्शाते हैं कि कंपनी अपने उद्देश्यों की ओर सही दिशा में आगे बढ़ रही है। कंपनी का उद्देश्य है कि वह ऊर्जा दक्ष और स्मार्ट उपकरणों के माध्यम से भारतीय उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को पूरा करे।
आने वाले समय में, Atomberg के प्रदर्शन को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि कंपनी घरेलू उपकरण बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बन सकती है, और अपने स्मार्ट प्रोडक्ट्स के साथ उपभोक्ताओं को बेहतर विकल्प प्रदान कर सकती है।
Read More :B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Udaan ने जुटाए 300 करोड़ रुपये
- Fundingraised
- October 28, 2024
- 9:37 am
भारतीय बी2बी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Udaan ने लगभग 300 करोड़ रुपये (35 मिलियन डॉलर से अधिक) का डेट फंडिंग हासिल किया है। इस फंडिंग राउंड में प्रमुख निवेशक Lighthouse Canton, Stride Ventures, InnoVen Capital, और Trifecta Capital शामिल हैं। यह बेंगलुरु स्थित इस कंपनी का पिछले एक साल का पहला डेट राउंड है। नए फंड का उपयोग कंपनी की बैलेंस शीट को सशक्त बनाने और पूरे भारत में छोटे व्यवसायों को सशक्त करने के लिए किया जाएगा।
Udaan की दिसंबर 2023 में सीरीज़ E फंडिंग राउंड और मूल्यांकन में गिरावट
दिसंबर 2023 में Udaan ने 340 मिलियन डॉलर की सीरीज़ E फंडिंग जुटाई थी। इस राउंड का नेतृत्व M&G Plc ने किया था, जिसमें Lightspeed Venture Partners और DST Global जैसे मौजूदा निवेशक भी शामिल थे। हालांकि इस राउंड ने Udaan को एक वित्तीय बढ़ावा दिया, लेकिन कंपनी का मूल्यांकन 59.3% गिरकर 1.3 बिलियन डॉलर पर आ गया, जो पहले 3.2 बिलियन डॉलर के उच्चतम स्तर पर था।
लाभ की ओर बढ़ता Udaan और 2024 में राजस्व में वृद्धि
Udaan का कहना है कि कंपनी लाभ की दिशा में बढ़ रही है। 2024 में कंपनी ने राजस्व में 60% की वृद्धि दर्ज की है, और कंपनी के रोज़ाना ट्रांजैक्शन करने वाले ग्राहकों की संख्या में भी 50% से अधिक की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही, Udaan ने अपने EBITDA में बर्न रेट को 30% तक कम करने का दावा किया है, जिससे कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
Udaan का विभिन्न श्रेणियों में व्यवसाय और विस्तृत नेटवर्क
2016 में स्थापित Udaan कई श्रेणियों में एक विशाल मार्केटप्लेस संचालित करता है। इनमें लाइफस्टाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, होम एंड किचन, स्टेपल्स, फल-सब्जियाँ, FMCG, फार्मा, खिलौने, और जनरल मर्चेंडाइज शामिल हैं। कंपनी का दावा है कि उसका नेटवर्क 900 से अधिक शहरों में फैला हुआ है, जिसमें 3 मिलियन से अधिक रिटेलर जुड़े हुए हैं।
लागत में कटौती और कर्मचारियों में कमी
Udaan ने पिछले एक साल में अपनी लागत को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस दिशा में किए गए प्रयासों में कर्मचारियों की छंटनी भी शामिल है। दिसंबर 2023 में, कंपनी ने 100 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से मुक्त किया, जिससे लागत को नियंत्रित करने में मदद मिली है।
भारतीय बाजार में Udaan का भविष्य और छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने की योजना
भारतीय बी2बी ई-कॉमर्स क्षेत्र में Udaan ने छोटे व्यवसायों और खुदरा विक्रेताओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में खुद को स्थापित किया है। कंपनी का उद्देश्य न केवल छोटे व्यवसायों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि उन्हें एक संगठित और प्रौद्योगिकी-सक्षम प्लेटफॉर्म भी प्रदान करना है।
छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने की दिशा में Udaan की रणनीति
Udaan ने छोटे व्यवसायों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने और उन्हें देशभर के विभिन्न बाज़ारों से जोड़ने में बड़ी सफलता पाई है। इसके माध्यम से कंपनी का उद्देश्य है कि छोटे और मध्यम स्तर के व्यापारी, जो परंपरागत रूप से बड़े ब्रांड्स से मुकाबला नहीं कर पाते थे, वे अब उभरते हुए डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन सकें। इस प्रयास में Udaan ने न केवल उन्हें एक टेक-ड्रिवन प्लेटफॉर्म प्रदान किया है, बल्कि उनके परिचालन को सरल बनाने के लिए कई सुविधाएं भी दी हैं।
फंडिंग का महत्व और भविष्य की योजनाएं
नए फंडिंग राउंड से प्राप्त 300 करोड़ रुपये का उपयोग Udaan अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के साथ-साथ कंपनी के विस्तार में करेगा। Udaan की योजना है कि वह अपनी सेवाओं में और सुधार कर सके, जिससे छोटे व्यवसायों के लिए तकनीकी आधार पर खरीदी-बिक्री की प्रक्रिया और सरल हो सके। नए फंड्स का एक हिस्सा इनवेंटरी मैनेजमेंट और सप्लाई चेन ऑप्टिमाइजेशन के लिए खर्च किया जाएगा, ताकि व्यवसायियों को एक अधिक भरोसेमंद और तेज़ डिलीवरी का अनुभव मिल सके।
Udaan के इस फंडिंग राउंड में निवेशक Lighthouse Canton, Stride Ventures, InnoVen Capital, और Trifecta Capital जैसे दिग्गज शामिल हैं। ये निवेशक मानते हैं कि Udaan का बिजनेस मॉडल भारतीय बाजार में अद्वितीय है और यह भारतीय खुदरा क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। उनका विश्वास है कि कंपनी द्वारा किए गए यह निवेश न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी लाभकारी साबित होगा।
कठिन आर्थिक परिस्थिति में सकारात्मक वृद्धि
2023 में वैश्विक मंदी के बावजूद Udaan ने सकारात्मक वृद्धि दिखाई है। कंपनी के राजस्व में 60% की वृद्धि और EBITDA बर्न रेट में 30% की कमी इस बात का प्रमाण है कि कंपनी ने अपने संचालन को अत्यधिक कुशल बनाया है। Udaan का लक्ष्य है कि कंपनी 2024 के अंत तक लाभ में आ जाए और आर्थिक संकट के बावजूद यह एक मजबूत वित्तीय स्थिति बनाए रखे।
लागत में कटौती के लिए अपनाई गई रणनीति
लागत में कमी के लिए Udaan ने कई कदम उठाए हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण कदम कर्मचारियों की संख्या में कमी करना था। दिसंबर 2023 में, कंपनी ने 100 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त किया था। इस निर्णय से कंपनी की संचालन लागत में कमी आई है और इसे वित्तीय रूप से स्थिरता बनाए रखने में मदद मिली है। हालांकि, कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि सेवा गुणवत्ता में कोई कमी न आए और ग्राहकों को पहले जैसी ही उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्राप्त हों।
भारतीय ई-कॉमर्स उद्योग में Udaan की स्थिति
भारतीय ई-कॉमर्स उद्योग में Udaan ने खुद को एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर लिया है। जहां Amazon और Flipkart जैसी कंपनियां B2C मॉडल पर आधारित हैं, वहीं Udaan का B2B मॉडल इसे बाकी कंपनियों से अलग बनाता है। यह मॉडल छोटे खुदरा विक्रेताओं को सीधे निर्माताओं और थोक विक्रेताओं से जोड़ता है, जिससे उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद उचित मूल्य पर प्राप्त हो सकते हैं।
Udaan का नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है और यह कंपनी को भारतीय बाजार की गहरी समझ प्रदान करता है। इस मजबूत नेटवर्क के माध्यम से Udaan ने न केवल खुदरा विक्रेताओं को बल्कि निर्माताओं और थोक विक्रेताओं को भी लाभ पहुंचाया है। इसने आपूर्ति श्रृंखला में समय और लागत दोनों को कम किया है, जो कि छोटे व्यवसायों के लिए अत्यंत लाभकारी है।
भारतीय ई-कॉमर्स का भविष्य और Udaan की भूमिका
भारतीय ई-कॉमर्स उद्योग लगातार विकासशील है और आने वाले वर्षों में इस उद्योग में कई और नवाचार देखने को मिलेंगे। Udaan का मानना है कि वह इस उद्योग के भविष्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, विशेषकर छोटे और मध्यम व्यवसायों को डिजिटल माध्यम से जोड़ने में। भारतीय बाजार में B2B ई-कॉमर्स का भविष्य उज्ज्वल है और Udaan जैसी कंपनियां इसमें सबसे आगे हैं।
कंपनी की यह पहल छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाएगी, जिससे भारतीय खुदरा क्षेत्र को नया आयाम मिलेगा। इसके साथ ही, Udaan का फोकस छोटे व्यापारियों के लिए आसानी से उपलब्ध वित्तीय सेवाओं को पेश करने पर भी है। कंपनी वित्तीय सेवाओं की पेशकश कर छोटे व्यवसायों के लिए वित्तपोषण में सुधार लाने की योजना बना रही है।
निष्कर्ष
Udaan का यह नया फंडिंग राउंड कंपनी के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है। कंपनी ने छोटे व्यवसायों के सशक्तिकरण की दिशा में जो प्रयास किए हैं, वे भारतीय ई-कॉमर्स उद्योग को सकारात्मक दिशा में ले जाने में सहायक सिद्ध होंगे।
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