डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) ज्वेलरी ब्रांड Bluestone Jewellery का ₹1,500 करोड़ का IPO 11 से 13 अगस्त तक खुला रहा। हालांकि कंपनी को उम्मीद थी कि यह इश्यू निवेशकों के बीच ज़बरदस्त चर्चा बटोर लेगा, लेकिन सब्सक्रिप्शन आंकड़े बताते हैं कि बाजार की प्रतिक्रिया बेहद ठंडी रही।
📊 Bluestone सब्सक्रिप्शन का हाल
स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, IPO को कुल मिलाकर 2.57 गुना (X) सब्सक्रिप्शन मिला।
- QIB (Qualified Institutional Buyers): 4.09X
- NII (Non-Institutional Investors): केवल 0.53X
- RII (Retail Individual Investors): 1.22X
कंपनी ने शेयर का प्राइस बैंड ₹492–₹517 रखा था।
इसका मतलब यह हुआ कि जहां बड़ी संस्थागत संस्थाओं ने दिलचस्पी दिखाई, वहीं रिटेल और HNI निवेशकों ने लगभग किनारा कर लिया।
📉 पिछली स्टार्टअप IPO से तुलना
अगर इस IPO को पुराने हाई-प्रोफाइल स्टार्टअप लिस्टिंग से तुलना करें, तो तस्वीर और भी निराशाजनक दिखती है।
- Nykaa: 80X से अधिक सब्सक्रिप्शन
- Zomato: 38X
- Mamaearth: 7.6X
यहां तक कि छोटे डिजिटल-फर्स्ट ब्रांड्स को भी रिटेल निवेशकों और HNIs से मजबूत रिस्पॉन्स मिला। लेकिन Bluestone के मामले में उत्साह बेहद फीका रहा।
🕵️♂️ ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) भी ठंडा
IPO से पहले ग्रे-मार्केट में प्रीमियम को निवेशकों की भावनाओं का बैरोमीटर माना जाता है। Bluestone का GMP पहले करीब 2% था, जो घटकर 1% से भी नीचे आ गया, यह साफ इशारा है कि निवेशक लिस्टिंग गेन की बड़ी उम्मीद नहीं कर रहे हैं।
💰 ऊँची वैल्यूएशन पर सवाल
Bluestone इस IPO से खुद को करीब ₹7,800–₹8,100 करोड़ के वैल्यूएशन पर ला रहा है। यह उसे Titan की CaratLane जैसी कंपनियों की कैटेगरी में खड़ा करता है। लेकिन विश्लेषक मानते हैं कि Bluestone की प्रॉफिटेबिलिटी उतनी मजबूत नहीं है, जिससे इतनी ऊंची वैल्यूएशन पर निवेशकों की झिझक बढ़ गई है।
📈 कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 में Bluestone ने ₹1,770 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया। हालांकि कंपनी को अभी भी ₹222 करोड़ का नेट लॉस हुआ।
कंपनी का EBITDA मार्जिन सिंगल-डिजिट में रहा, यानी मुनाफे की क्षमता अभी सीमित है।
Bluestone का मॉडल ऑम्निचैनल (ऑनलाइन + ऑफलाइन) है। कंपनी के पास ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के अलावा 250 से अधिक फिजिकल स्टोर्स हैं। यह स्ट्रेटेजी ग्राहकों तक पहुँच बढ़ाने में मददगार रही, लेकिन साथ ही ऑपरेटिंग कॉस्ट भी बढ़ा दिया।
📉 निवेशकों की सावधानी
IPO से जुड़े विश्लेषकों का कहना है कि यह कमजोर रिस्पॉन्स इस बात का संकेत है कि निवेशक अब नई-उम्र की कंज्यूमर ब्रांड कंपनियों पर सावधानी बरत रहे हैं। पहले जहाँ D2C और इंटरनेट-आधारित कंपनियों के लिए निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखा जाता था, वहीं अब वैल्यूएशन और प्रॉफिटेबिलिटी को लेकर निवेशक ज्यादा सतर्क हैं।
📅 लिस्टिंग कब और क्या उम्मीदें?
Bluestone के शेयर 19 अगस्त को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे।
बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि कम सब्सक्रिप्शन और कमजोर GMP की वजह से लिस्टिंग डे पर प्रदर्शन भी निराशाजनक रह सकता है।
🔮 D2C सेक्टर के लिए संकेत
यह IPO पूरे D2C और कंज्यूमर इंटरनेट सेक्टर के लिए एक टेस्ट केस बन गया है।
- अगर Bluestone की लिस्टिंग कमजोर रहती है, तो आने वाले समय में अन्य स्टार्टअप IPO पर भी असर पड़ सकता है।
- अगर किसी तरह निवेशकों की दिलचस्पी लिस्टिंग के दिन बढ़ती है, तो यह सेक्टर के लिए पॉजिटिव सेंटीमेंट का काम करेगा।
📌 निष्कर्ष
Bluestone Jewellery का IPO भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक मिश्रित संकेत लेकर आया है। एक ओर संस्थागत निवेशकों का भरोसा दिखता है, तो दूसरी ओर रिटेल और HNI निवेशकों की ठंडी प्रतिक्रिया इस बात की ओर इशारा करती है कि बाजार अब केवल ग्रोथ स्टोरी पर दांव लगाने के बजाय असली प्रॉफिटेबिलिटी और टिकाऊ बिज़नेस मॉडल देख रहा है।
अब सबकी नजरें 19 अगस्त की लिस्टिंग पर टिकी हैं—यहीं से तय होगा कि Bluestone निवेशकों का दिल जीत पाता है या नहीं।
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