Country Delight ने Temasek से ₹212.5 करोड़ की सीरीज E फंडिंग जुटाई

Country delight

गुरुग्राम स्थित डेयरी और डेली एसेंशियल ब्रांड Country Delight ने Temasek से ₹212.5 करोड़ (लगभग $25 मिलियन) की सीरीज E फंडिंग जुटाई है। यह कंपनी के लिए साल 2025 की पहली इक्विटी फंडिंग है।

Country Delight फंडिंग डिटेल्स: 1,00,974 सीरीज E शेयर जारी

Country Delight के बोर्ड ने एक स्पेशल रिज़ॉल्यूशन पास किया है, जिसके तहत Temasek (V-Sciences Investments Pte Ltd) को 1,00,974 सीरीज E कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रेफरेंस शेयर जारी किए गए हैं।

RoC (Registrar of Companies) की फाइलिंग के अनुसार, इस फंडिंग का उपयोग वर्किंग कैपिटल जरूरतों और अन्य बिजनेस ऑपरेशन्स को पूरा करने के लिए किया जाएगा।

Country Delight की वैल्यूएशन $820 मिलियन बनी हुई है, जो पिछले राउंड के समान है।


पिछले निवेश और वित्तीय स्थिति

  • 2024 में कंपनी ने प्री-सीरीज E राउंड में $20 मिलियन जुटाए थे, जिसकी वैल्यूएशन मौजूदा राउंड के समान थी।
  • अक्टूबर 2024 में, Country Delight ने Alteria Capital से ₹200 करोड़ का डेट फंडिंग भी प्राप्त किया था।
  • TheKredible के आंकड़ों के अनुसार, Country Delight अब तक कुल $220 मिलियन जुटा चुका है, जिसमें इक्विटी और डेट दोनों शामिल हैं।

Temasek, कंपनी का सबसे बड़ा बाहरी निवेशक बना हुआ है और इस निवेश के बाद इसकी हिस्सेदारी 13.63% हो गई है।


Country Delight: भारत का प्रमुख डेयरी और डेली एसेंशियल ब्रांड

Chakradhar Gade और Nitin Kaushal द्वारा स्थापित Country Delight अपने ग्राहकों को ताज़े डेयरी उत्पाद, बेकरी आइटम, पोल्ट्री और फार्म प्रोड्यूस उपलब्ध कराता है।

🔹 डायरेक्ट-फार्म-टू-कंज्यूमर मॉडल: कंपनी अपने उत्पाद सीधे डेयरी फार्म से मंगवाकर ग्राहकों तक पहुंचाती है।
🔹 1.5 मिलियन से अधिक ग्राहक: वर्तमान में यह दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, चंडीगढ़ सहित 25 से अधिक शहरों में अपनी सेवाएं दे रहा है।
🔹 मूल्यवर्धित डेयरी प्रोडक्ट्स: दूध के अलावा दही, पनीर, घी, ब्रेड, अंडे और ताज़ी सब्जियों की भी आपूर्ति करता है।


Country Delight की तगड़ी ग्रोथ: FY24 में 50% वृद्धि

कंपनी ने अभी तक FY24 के आधिकारिक वित्तीय आंकड़े जारी नहीं किए हैं, लेकिन The Arc की रिपोर्ट के अनुसार:

FY24 में Country Delight का राजस्व ₹1,380 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष (FY23) के ₹917 करोड़ की तुलना में 50% की वृद्धि है।
✅ FY23 में कंपनी को ₹260 करोड़ का नुकसान हुआ था, लेकिन FY24 में लाभ बढ़ने की संभावना है।


Quick Commerce में एंट्री: Blinkit और Zepto से मुकाबला

Country Delight ने हाल ही में Quick Commerce सेगमेंट में कदम रखा है और गुरुग्राम में 10-15 मिनट की डिलीवरी सर्विस का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है।

✅ यह Zepto, Blinkit, Swiggy Instamart, Flipkart Minutes और Amazon Now (पूर्व में Amazon Tez) जैसे दिग्गजों को सीधी टक्कर देगा।
✅ कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर “दूध से लेकर सब्जियों तक” हर जरूरी सामान की त्वरित डिलीवरी की सुविधा प्रदान कर रही है।


Country Delight के लिए आगे की रणनीति

1. रिटेल विस्तार और नए शहरों में लॉन्च

Country Delight अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और डिलीवरी नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बना रहा है।

📌 अगले 12 महीनों में 10 नए शहरों में विस्तार
📌 Quick Commerce सर्विस को अन्य मेट्रो और टियर-2 शहरों में लॉन्च करना

2. टेक्नोलॉजी और सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश

फंडिंग का उपयोग सप्लाई चेन ऑप्टिमाइजेशन और AI-बेस्ड डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।

📌 AI-पावर्ड इन्वेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम
📌 ऑटोमैटेड डिलीवरी अल्गोरिदम से ऑर्डर प्रोसेसिंग को तेज़ करना

3. प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ाने पर फोकस

देशभर में तेज़ी से विस्तार के बावजूद कंपनी की रणनीति जल्द से जल्द प्रॉफिटेबल बनने पर केंद्रित है।

📌 अगले 18-24 महीनों में EBITDA पॉजिटिव होने का लक्ष्य
📌 लो-कॉस्ट लॉजिस्टिक्स और ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार


क्या Country Delight भारत का अगला यूनिकॉर्न बन सकता है?

स्टेबल वैल्यूएशन: $820 मिलियन की वैल्यूएशन पर लगातार निवेश मिलना कंपनी में निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
ग्राहक आधार में वृद्धि: 1.5 मिलियन से अधिक ग्राहक और नए शहरों में विस्तार के साथ कंपनी की पहुंच बढ़ रही है।
तेज़ ग्रोथ: 50% राजस्व वृद्धि, Quick Commerce में एंट्री और बेहतर ऑपरेशनल एफिशिएंसी इसे एक मजबूत ब्रांड बना रहे हैं।

🚀 अगर कंपनी अपनी प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार और सप्लाई चेन को और मजबूत करने में सफल होती है, तो Country Delight आने वाले वर्षों में भारत का अगला यूनिकॉर्न स्टार्टअप बन सकता है।

निष्कर्ष

Country Delight की ₹212.5 करोड़ ($25 मिलियन) की नई फंडिंग और $820 मिलियन की वैल्यूएशन यह दर्शाती है कि डेयरी और डेली एसेंशियल सेक्टर में टेक्नोलॉजी-ड्रिवन कंपनियां कितनी तेजी से आगे बढ़ रही हैं।

इस ताजा फंडिंग के साथ, कंपनी नए बाजारों में प्रवेश, सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और Quick Commerce में मजबूती से पैर जमाने की दिशा में आगे बढ़ेगी।

🚀 क्या Country Delight अपनी रणनीति में सफल रहेगा और अगला यूनिकॉर्न बनेगा? यह देखना दिलचस्प होगा!

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Country Delight ने शुरू की इंस्टेंट डिलीवरी सेवा, ग्राहकों को 10-15 मिनट में मिलेगा सामान

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गुरुग्राम स्थित डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर (D2C) डेयरी और दैनिक आवश्यक वस्तुओं की ब्रांड Country Delight ने इंस्टेंट डिलीवरी स्पेस में कदम रखा है। इस नई सेवा के तहत, कंपनी ग्राहकों को 10-15 मिनट में डिलीवरी प्रदान करने की सुविधा दे रही है।


Country Delight गुरुग्राम में पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत

सूत्रों के अनुसार, Country Delight ने इस सेवा का पायलट प्रोजेक्ट गुरुग्राम में शुरू किया है।

  • डिलीवरी का समय: सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक।
  • उत्पाद की उपलब्धता: नियमित डिलीवरी सेवा के तहत मिलने वाले लगभग सभी उत्पाद इंस्टेंट डिलीवरी सेवा में भी उपलब्ध होंगे।

कंपनी का उद्देश्य आने वाले महीनों में इस सेवा को अन्य शहरों में विस्तारित करना है।


देशभर में कंट्री डिलाइट की उपस्थिति

कंट्री डिलाइट पहले से ही भारत के 25 से अधिक शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है, जिनमें शामिल हैं:

  • दिल्ली NCR
  • मुंबई
  • पुणे
  • बेंगलुरु
  • चेन्नई
  • हैदराबाद
  • कोलकाता
  • जयपुर
  • नासिक
  • चंडीगढ़

इस नई सेवा के माध्यम से कंपनी अपनी ग्राहक पहुंच को और अधिक प्रभावी बनाने की कोशिश कर रही है।


कंपनी का व्यवसाय मॉडल और उत्पाद

कंट्री डिलाइट, जिसे चक्रधर गाड़े और नितिन कौशल ने स्थापित किया, डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर मॉडल पर काम करती है।

  • उत्पाद रेंज:
    • डेयरी प्रोडक्ट्स: दूध, दही, घी, मक्खन।
    • बेकरी प्रोडक्ट्स: ब्रेड, केक।
    • पोल्ट्री: अंडे, चिकन।
    • फार्म उत्पाद: ताजे फल और सब्जियां।
  • स्रोत: कंट्री डिलाइट अपने उत्पाद सीधे डेयरी फार्म्स और अन्य स्रोतों से खरीदती है।
  • ग्राहक आधार: कंपनी वर्तमान में 1.5 मिलियन ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रही है।

इंस्टेंट डिलीवरी की आवश्यकता क्यों?

भारत में बदलती उपभोक्ता प्राथमिकताओं और तेजी से बढ़ते ग्रोसरी और फूड डिलीवरी सेगमेंट ने कंपनियों को तेजी से डिलीवरी सेवाओं में निवेश करने के लिए प्रेरित किया है।

  • प्रतिस्पर्धा: कंट्री डिलाइट का मुकाबला स्विगी इंस्टामार्ट, ब्लिंकिट, और जियोमार्ट जैसे खिलाड़ियों से है।
  • ग्राहकों की सुविधा: आज के उपभोक्ता अपनी आवश्यकताओं को तुरंत पूरा करना चाहते हैं, और यह सेवा उन्हें समय की बचत और सुविधा प्रदान करती है।
  • विस्तार की योजना: इंस्टेंट डिलीवरी मॉडल कंट्री डिलाइट को अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग पहचान दिलाने और अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद करेगा।

कंट्री डिलाइट की रणनीतियां

इस नई सेवा को सफल बनाने के लिए कंट्री डिलाइट ने निम्नलिखित रणनीतियां अपनाई हैं:

  1. स्थानीय वेयरहाउस:
    • शहर के विभिन्न हिस्सों में छोटे वेयरहाउस स्थापित किए जा रहे हैं ताकि उत्पाद जल्दी डिलीवर किए जा सकें।
  2. टेक्नोलॉजी का उपयोग:
    • ऐप और अन्य डिजिटल टूल्स के जरिए ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान किया जा रहा है।
  3. सप्लाई चेन ऑप्टिमाइजेशन:
    • सप्लाई चेन को अधिक प्रभावी और कुशल बनाया जा रहा है।
  4. सस्ती कीमतें:
    • प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर उत्पाद उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

ग्राहकों के लिए लाभ

इंस्टेंट डिलीवरी सेवा से ग्राहकों को कई फायदे होंगे:

  • तेज सेवा: आवश्यक सामान 10-15 मिनट में उनके दरवाजे पर।
  • प्रोडक्ट्स की ताजगी: डेयरी और अन्य उत्पाद सीधे स्रोत से ग्राहकों तक पहुंचते हैं।
  • सुविधा: रोजमर्रा के काम में समय की बचत।

विशेषज्ञों की राय

स्टार्टअप और रिटेल एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंट्री डिलाइट की यह पहल कंपनी के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है।

  • रिटेल सेक्टर: तेजी से डिलीवरी सेवाएं भारत में रिटेल और एफएमसीजी सेक्टर के भविष्य का हिस्सा हैं।
  • ग्राहक संतुष्टि: इस सेवा के जरिए कंट्री डिलाइट अपने मौजूदा ग्राहकों को और अधिक सुविधा दे पाएगी और नए ग्राहकों को आकर्षित करेगी।
  • मुनाफा बढ़ाने का अवसर: तेज डिलीवरी सेवाओं से कंपनी को अपनी बिक्री बढ़ाने में मदद मिलेगी।

चुनौतियां और संभावनाएं

हालांकि यह सेवा बहुत संभावनाएं रखती है, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियां भी हैं:

  1. लॉजिस्टिक्स: समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करना।
  2. कॉम्पिटिटर्स का दबाव: बड़े खिलाड़ियों से मुकाबला करना।
  3. लागत प्रबंधन: इंस्टेंट डिलीवरी मॉडल के लिए सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स पर अधिक खर्च।

कंट्री डिलाइट को इन चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी रणनीतियों को लगातार अपडेट करना होगा।


निष्कर्ष

कंट्री डिलाइट का इंस्टेंट डिलीवरी मॉडल ग्राहकों को उनकी रोजमर्रा की जरूरतों को तुरंत पूरा करने का एक बेहतरीन विकल्प प्रदान करेगा।

  • यह पहल न केवल कंपनी के व्यवसाय को मजबूत करेगी बल्कि इसे भारत के तेजी से बदलते कंज्यूमर मार्केट में एक अग्रणी स्थान दिलाएगी।
  • अगर यह मॉडल सफल होता है, तो यह अन्य कंपनियों के लिए भी एक उदाहरण बनेगा कि वे कैसे अपनी सेवाओं को और अधिक तेज और प्रभावी बना सकते हैं।

कंट्री डिलाइट का यह कदम भारतीय उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों और प्राथमिकताओं को समझने और पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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Country delight ने 200 करोड़ रुपये का वेंचर डेट फंडिंग जुटाई,

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गुरुग्राम स्थित डेयरी और डेली एसेंशियल ब्रांड Country Delight ने हाल ही में ऑल्टरिया कैपिटल से 200 करोड़ रुपये की वेंचर डेट फंडिंग जुटाई है। कंपनी ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि यह फंड उनके विस्तार, उत्पादन क्षमता बढ़ाने और ब्रांड मार्केटिंग के प्रयासों के लिए उपयोग किया जाएगा।

कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ चक्रधर गाडे ने कहा, “जैसे-जैसे हम अपने ऑपरेशन्स का विस्तार कर रहे हैं और आईपीओ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, हमारे लिए विभिन्न प्रकार की पूंजी का उपयोग करके वित्तीय दक्षता में सुधार करना और अगले चरण की वृद्धि के लिए खुद को तैयार करना महत्वपूर्ण है।”

गाडे और नितिन कौशल द्वारा स्थापित, कंट्री डिलाइट अपने ग्राहकों को डेयरी उत्पादों, बेकरी सामान, पोल्ट्री और ताजे फार्म उत्पादों की एक विस्तृत रेंज प्रदान करती है। कंपनी सीधे डेयरी फार्मों से उत्पादों की सोर्सिंग करती है और दिल्ली (एनसीआर), मुंबई, बेंगलुरु, जयपुर, चेन्नई और पुणे सहित 15 शहरों में 1.5 मिलियन ग्राहकों की सेवा करती है।

स्टार्टअप डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म ‘द क्रेडिबल’ के अनुसार, कंट्री डिलाइट यूनिकॉर्न बनने के करीब है, और पिछले इक्विटी राउंड में इसकी वैल्यूएशन लगभग 820 मिलियन डॉलर आंकी गई थी। अब तक कंपनी ने लगभग 200 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।

‘द आर्क’ की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष FY24 में कंट्री डिलाइट ने 1,380 करोड़ रुपये का राजस्व पोस्ट किया, जबकि FY23 में कंपनी का राजस्व लगभग 900 करोड़ रुपये था, जो FY22 के 542.6 करोड़ रुपये से काफी अधिक था। D2C फर्म ने मई और अगस्त में दो किस्तों में 140 करोड़ रुपये का डेट फंडिंग भी प्राप्त किया था।

Country Delight के तेजी से बढ़ते कारोबार और फंडिंग योजनाओं पर एक नजर

Country Delight की यह हालिया फंडिंग भारतीय डेयरी और उपभोक्ता वस्तुओं के बाजार में उसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। देश के बड़े शहरों में इसका विस्तार और उत्पादों की बढ़ती मांग ने कंपनी को एक मजबूत स्थिति में ला दिया है। इस वेंचर डेट फंडिंग के साथ, कंपनी न केवल अपनी आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करना चाहती है, बल्कि अपने उत्पादों की गुणवत्ता और वितरण नेटवर्क को भी विस्तार देने की योजना बना रही है।

Country Delight IPO की तैयारी और वित्तीय रणनीति

चक्रधर गाडे का मानना है कि Country Delight की IPO यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसके लिए वित्तीय प्रबंधन और पूंजी के विविध स्रोतों का उपयोग आवश्यक है। यह वेंचर डेट फंडिंग IPO के पहले का एक कदम है, जिससे कंपनी को वित्तीय स्थिरता मिलेगी और निवेशकों का भरोसा मजबूत होगा। इस रणनीति के तहत, कंट्री डिलाइट का उद्देश्य अपने ऑपरेशन्स को बढ़ाना और लागत प्रबंधन को प्रभावी ढंग से करना है।

गाडे ने आगे कहा कि कंपनी का लक्ष्य है कि आने वाले समय में विभिन्न शहरों और छोटे कस्बों में भी अपनी पहुंच को और व्यापक बनाए। उन्होंने कहा, “हम ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी अपने ब्रांड की पहचान को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं ताकि अधिकतम उपभोक्ताओं तक अपने ताजे और गुणवत्ता वाले उत्पाद पहुंचा सकें।”

डेयरी से लेकर अन्य आवश्यक उत्पादों की रेंज में विस्तार

कंट्री डिलाइट ने अपनी शुरुआत डेयरी उत्पादों से की थी, लेकिन समय के साथ कंपनी ने अन्य दैनिक आवश्यकताओं जैसे बेकरी, पोल्ट्री और फार्म उत्पादों को भी अपनी सूची में शामिल किया है। इस व्यापक उत्पाद रेंज ने ग्राहकों को एक भरोसेमंद विकल्प प्रदान किया है, जहाँ से वे अपनी दैनिक आवश्यकताओं को आसानी से पूरा कर सकते हैं।

कंपनी के अनुसार, उनके उत्पाद सीधे फार्मों से ग्राहकों तक पहुंचते हैं, जो उपभोक्ताओं को ताजे और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद सुनिश्चित करता है। यह सीधे फार्म-टू-कस्टमर मॉडल भी कंट्री डिलाइट की प्रमुख यूएसपी (यूनिक सेलिंग प्रोपोजिशन) में से एक है, जिससे वह अन्य प्रतिस्पर्धियों से आगे निकल रही है।

वित्तीय प्रदर्शन में निरंतर वृद्धि

कंट्री डिलाइट ने पिछले कुछ वर्षों में अपने वित्तीय प्रदर्शन में लगातार सुधार किया है। जहां FY22 में कंपनी का राजस्व 542.6 करोड़ रुपये था, वहीं FY23 में यह बढ़कर 900 करोड़ रुपये हो गया और FY24 में यह 1,380 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी के इस तेज़ी से बढ़ते राजस्व ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है और इसके यूनिकॉर्न बनने की संभावना को और भी मजबूत किया है।

स्टार्टअप डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफार्म ‘द क्रेडिबल’ की रिपोर्ट के अनुसार, कंट्री डिलाइट की वर्तमान वैल्यूएशन लगभग 820 मिलियन डॉलर है, जो यह संकेत देती है कि यह जल्द ही यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो सकती है। यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त करना कंपनी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर होगा और इससे उसकी बाजार की स्थिति और मजबूत होगी।

नवीनतम फंडिंग और आने वाले भविष्य की योजनाएं

ऑल्टरिया कैपिटल से प्राप्त 200 करोड़ रुपये की यह नवीनतम फंडिंग कंपनी की विस्तार योजनाओं और ब्रांड निर्माण में सहायता करेगी। कंट्री डिलाइट की योजना है कि इन फंड्स का उपयोग कर वह अपने वितरण नेटवर्क को और मजबूत करे, जिससे उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद समय पर और ताजे उपलब्ध हो सकें। कंपनी ने मई और अगस्त में भी 140 करोड़ रुपये का डेट फंड प्राप्त किया था, जो उसके वित्तीय बुनियादी ढांचे को और सुदृढ़ बनाने में मदद करेगा।

कंपनी के सह-संस्थापक नितिन कौशल का कहना है कि कंट्री डिलाइट का फोकस न केवल बड़े शहरों में बल्कि छोटे और मझोले शहरों में भी पहुंच बनाने पर है। “हमारा लक्ष्य है कि हम देश के हर कोने में गुणवत्तापूर्ण डेयरी और फार्म उत्पादों को उपलब्ध कराएं। इस नवीनतम फंडिंग से हमें और अधिक ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी,” कौशल ने कहा।

कंट्री डिलाइट की ब्रांड पहचान और उपभोक्ता विश्वास

कंट्री डिलाइट ने एक विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण ब्रांड के रूप में अपनी पहचान बनाई है। अपने फार्म-टू-टेबल मॉडल और उत्कृष्ट ग्राहक सेवा के कारण, यह ब्रांड उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हो गया है। कंपनी ने समय-समय पर अपने उत्पादों में नवाचार और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं, जिससे उसका ब्रांड लोयल्टी मजबूत हुआ है।

इस नई फंडिंग से कंट्री डिलाइट को अपने उत्पादों की गुणवत्ता और उपभोक्ता अनुभव को और भी बेहतर करने का अवसर मिलेगा। कंपनी का मानना है कि आने वाले वर्षों में यह वृद्धि और विस्तार न केवल उसे वित्तीय रूप से लाभान्वित करेगा, बल्कि भारतीय उपभोक्ताओं को भी लाभान्वित करेगा।

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