Ambience Mall गुरुग्राम ने Zomato CEO दीपिंदर गोयल को एंट्री देने से इनकार करने के बाद क्या किया

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Gurugram mall responds after Zomato CEO Deepinder Goyal was denied entry while posing as delivery agent
गुरुग्राम के एंबीएंस मॉल ने Zomato के सीईओ दीपिंदर गोयल को एंट्री देने से इनकार करने के बाद तत्काल कार्रवाई की है। गोयल ने खुद को एक डिलीवरी एजेंट के रूप में पेश कर एंबीएंस मॉल में प्रवेश किया था, लेकिन सुरक्षा गार्ड ने उन्हें मुख्य प्रवेश द्वार से प्रवेश करने से रोक दिया था।

इस घटना के बाद एंबीएंस मॉल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक सुविधाजनक ऑनलाइन फूड डिलीवरी पिकअप प्वाइंट बनाया है। मॉल के मालिक अर्जुन ने गोयल के पोस्ट पर ध्यान दिया और तुरंत कार्रवाई की।

गोयल ने ट्वीट करते हुए कहा, “अर्जुन (एंबीएंस के मालिक) को मेरे पोस्ट का ध्यान आ गया और उन्होंने त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने डिलीवरी पार्टनरों के लिए एक आरामदायक ऑनलाइन फूड डिलीवरी पिकअप प्वाइंट बना दिया है।”

गोयल ने आगे कहा, “वह हमें मॉल के अंदर कुछ वॉकर्स भी तैनात करने के लिए सहमत हुए हैं, ताकि वे जल्दी से रेस्तरां से खाना लेकर इन पिकअप प्वाइंट्स तक पहुंचा सकें और डिलीवरी पार्टनरों को सौंप सकें। मैं अन्य मॉल मालिकों से भी अनुरोध करता हूं कि वे भी इसी तरह के इनोवेटिव समाधान तैयार करें, जिससे हमारे ग्राहक, डिलीवरी पार्टनर, रेस्तरां, डिलीवरी एग्रीगेटर्स और स्वयं मॉल का भी लाभ हो।”

अन्य मॉल भी करें डिलीवरी पार्टनरों के लिए उपाय

मॉल में डिलीवरी पार्टनरों के लिए सुविधाएं बढ़ाना जरूरी
डिलीवरी पार्टनरों के साथ होने वाले व्यवहार को लेकर मॉल प्रबंधन को अधिक संवेदनशील होना चाहिए। उन्हें डिलीवरी पार्टनरों की समस्याओं को समझने और उनके लिए उचित प्रबंधन करने की आवश्यकता है।

मॉल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि डिलीवरी पार्टनरों को मॉल में आने, ऑर्डर लेने और उन्हें निकालने के लिए सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्हें मुख्य प्रवेश द्वार से प्रवेश करने दिया जाना चाहिए और उन्हें लिफ्ट का उपयोग करने की अनुमति देनी चाहिए।

डिलीवरी पार्टनरों के लिए विशेष प्रवेश और पार्किंग सुविधाएं
मॉल प्रशासन को डिलीवरी पार्टनरों के लिए अलग से प्रवेश और पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्हें मुख्य प्रवेश द्वार से प्रवेश करने की अनुमति देनी चाहिए और उन्हें पार्किंग में विशेष स्थान देना चाहिए।

यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि डिलीवरी पार्टनर अपने काम को सरलता से और तेजी से कर सकें। उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान नहीं होना पड़ना चाहिए। मॉल प्रबंधन को उनकी जरूरतों और समस्याओं को समझने और उन पर ध्यान देने की जरूरत है।

डिलीवरी पार्टनरों के लिए विशेष क्षेत्र और सीटिंग व्यवस्था
मॉल प्रशासन को डिलीवरी पार्टनरों के लिए विशेष क्षेत्र और सीटिंग व्यवस्था करनी चाहिए। उन्हें अलग से इंतजार करने और आराम करने की जगह मिलनी चाहिए।

इससे न केवल डिलीवरी पार्टनरों को आराम मिलेगा, बल्कि मॉल के ग्राहकों को भी परेशानी नहीं होगी। डिलीवरी पार्टनर अलग से बैठकर अपने काम को पूरा कर सकेंगे और ग्राहकों की आवाजाही में बाधा नहीं होगी।

डिलीवरी एग्रीगेटर्स और रेस्तरां भी हों सहयोगी

डिलीवरी एग्रीगेटर्स और रेस्तरां के साथ समन्वय जरूरी
मॉल प्रबंधन को न केवल डिलीवरी पार्टनरों, बल्कि डिलीवरी एग्रीगेटर्स और रेस्तरां के साथ भी समन्वय करना चाहिए। उन्हें इस मामले में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

डिलीवरी एग्रीगेटर्स और रेस्तरां भी डिलीवरी पार्टनरों की समस्याओं को हल करने में मदद कर सकते हैं। वे मॉल प्रबंधन के साथ मिलकर कार्रवाई कर सकते हैं और उनकी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।

मॉल, रेस्तरां और डिलीवरी एग्रीगेटर्स का एक साथ काम करना जरूरी
मॉल, रेस्तरां और डिलीवरी एग्रीगेटर्स को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। इससे न केवल डिलीवरी पार्टनरों को लाभ होगा, बल्कि सभी पक्षों को भी।

ग्राहकों को भी इससे लाभ होगा, क्योंकि उन्हें बेहतर और तेज सेवा मिलेगी। रेस्तरां और डिलीवरी एग्रीगेटर्स को भी इससे लाभ होगा, क्योंकि उनके ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिलेगा।

विनिर्माण और रचनात्मक समाधान की जरूरत

डिलीवरी पार्टनरों के लिए निर्माण और रचनात्मक समाधान की जरूरत
मॉल प्रबंधन को डिलीवरी पार्टनरों के लिए रचनात्मक और निर्माण-आधारित समाधान तैयार करने की जरूरत है। वे सिर्फ सुविधाएं प्रदान करने से ही काम नहीं चलेगा, बल्कि उन्हें इस दिशा में कुछ निर्माण और सुधार करने की जरूरत है।

उदाहरण के लिए, वे डिलीवरी पार्टनरों के लिए विशेष प्रवेश और पार्किंग सुविधाएं बना सकते हैं। वे उनके लिए अलग से क्षेत्र और सीटिंग व्यवस्था भी कर सकते हैं। इससे न केवल डिलीवरी पार्टनरों को लाभ होगा, बल्कि मॉल के ग्राहकों को भी सुविधा मिलेगी।

डिलीवरी पार्टनरों के लिए रचनात्मक और नवीन समाधानों की जरूरत
मॉल प्रबंधन को सिर्फ सुविधाएं प्रदान करने से ही काम नहीं चलेगा, बल्कि उन्हें रचनात्मक और नवीन समाधान तैयार करने की जरूरत है। वे डिलीवरी पार्टनरों की समस्याओं को समझने और उन पर ध्यान देने की कोशिश करें।

उदाहरण के लिए, वे डिलीवरी पार्टनरों के लिए विशेष प्रवेश और पार्किंग सुविधाएं बना सकते हैं। वे उनके लिए अलग से क्षेत्र और सीटिंग व्यवस्था भी कर सकते हैं। इससे न केवल डिलीवरी पार्टनरों को लाभ होगा, बल्कि मॉल के ग्राहकों को भी सुविधा मिलेगी।

निष्कर्ष
एंबीएंस मॉल गुरुग्राम का तुरंत कदम उठाना सराहनीय है। उन्होंने Zomato सीईओ दीपिंदर गोयल के आने पर तुरंत कार्रवाई की और डिलीवरी पार्टनरों के लिए एक आरामदायक ऑनलाइन फूड डिलीवरी पिकअप प्वाइंट बना दिया।

यह एक अच्छा उदाहरण है कि कैसे मॉल प्रबंधन डिलीवरी पार्टनरों के साथ रचनात्मक और सहयोगी रुख अपना सकते हैं। उन्हें इस दिशा में और कदम बढ़ाने की जरूरत है और अन्य मॉल प्रबंधनों को भी इस तरह के समाधान तैयार करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

D2C Insider ने लॉन्च किया Super Angels Fund: नई पीढ़ी के उपभोक्ता स्टार्टअप्स को मिलेगा वित्तीय और रणनीतिक समर्थन

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भारत में तेजी से बढ़ रहे Direct-to-Consumer (D2C) स्टार्टअप्स को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के उद्देश्य से D2C Insider ने Super Angels Fund लॉन्च किया है। D2C Insider, जोकि एक व्यापक D2C समुदाय है और इसमें 10,000 से अधिक संस्थापक सदस्य हैं, ने इस ऑपरेटर फंड को विशेष रूप से नई पीढ़ी के उपभोक्ता क्षेत्र के लिए तैयार किया है। इस फंड का मुख्य उद्देश्य प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता, उद्योग के विशेषज्ञों की सलाह, और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करना है।

Super Angels Fund: उद्देश्य और विशेषताएँ

Super Angels Fund का कोष Rs 25 करोड़ का है, जोकि लगभग 20-25 शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स में निवेश करने की योजना बना रहा है। फंड का ध्यान pre-seed और seed स्टेज के D2C स्टार्टअप्स पर केंद्रित है, जिन्हें यह फंड न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करेगा बल्कि अनुभवी ऑपरेटर्स और निवेशकों से मार्गदर्शन भी देगा।

इस फंड की खास बात यह है कि इसके पीछे 50 से अधिक D2C संस्थापक हैं, जिनमें Aneesh Seth (Dr. Seth’s), Vedang Patel (Souled Store), Soumya Kant (Clovia), Kunal Bahl (Snapdeal), और Vivek Biyani (Broadway) जैसे उद्योग के दिग्गज शामिल हैं। इन अनुभवी संस्थापकों का समर्थन और उनकी विशेषज्ञता स्टार्टअप्स को रणनीतिक विकास में मदद करेगी।

Elevate Program: एक मजबूत प्रशिक्षण प्लेटफ़ॉर्म

D2C Insider ने अपने फ्लैगशिप Elevate Program का तीसरा कोहॉर्ट भी लॉन्च किया है। यह एक संरचित 12-सप्ताह का हाइब्रिड बूट कैंप है, जिसमें 25 से अधिक उद्योग विशेषज्ञों की देखरेख में D2C स्टार्टअप्स को प्रशिक्षण दिया जाता है। इनमें Aditya Sharma (The Souled Store), Karthik Reddy (Blume Ventures), और Gaurav Khatri (Noise) जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं, जो उद्यमियों को अपने अनुभव और मार्गदर्शन से लाभान्वित करते हैं।

यह प्रोग्राम स्टार्टअप्स को न केवल एक मजबूत बुनियादी ढांचा प्रदान करता है बल्कि उन्हें बाजार में अपने उत्पादों और सेवाओं को प्रभावी ढंग से स्थापित करने में भी मदद करता है।

फंड का निवेश दृष्टिकोण और रणनीति

Super Angels Fund का उद्देश्य pre-seed और seed स्टार्टअप्स में Rs 1 करोड़ के औसत चेक के साथ निवेश करना है। फंड के माध्यम से इन स्टार्टअप्स को पूंजी के साथ-साथ मार्गदर्शन और विशेषज्ञता प्रदान की जाएगी, ताकि वे तेजी से अपने उत्पाद और व्यवसाय को स्केल कर सकें। यह फंड अपने निवेशकों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से अन्य प्रमुख फंडों के साथ साझेदारी और सह-निवेश करने की योजना बना रहा है, जिससे स्टार्टअप्स को बहुआयामी समर्थन प्राप्त हो सके।

प्रारंभिक निवेश और पहले क्लोज की जानकारी

Super Angels Fund ने पहले ही Rs 10 करोड़ का पहला क्लोज कर लिया है और इसमें नौ स्टार्टअप्स में निवेश किया गया है। इन स्टार्टअप्स में Basil, PiknDel, Samosa Party, Crest, Assembly, Futwork, The Solved Skin, Business On Bot, और Snackibl जैसे स्टार्टअप्स शामिल हैं।

इन निवेशों के माध्यम से D2C Insider ने यह स्पष्ट किया है कि वे न केवल फंडिंग बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी स्टार्टअप्स का समर्थन करेंगे। यह सभी कंपनियाँ उपभोक्ता क्षेत्र में नवाचार कर रही हैं और उनके पास अपनी श्रेणियों में अग्रणी बनने की संभावनाएं हैं।

D2C Insider: कंपनी का परिचय

D2C Insider एक D2C संस्थापकों की बड़ी और सक्रिय समुदाय है, जो सीधे उपभोक्ताओं को सेवाएं और उत्पाद प्रदान करने वाले स्टार्टअप्स को समर्थन देती है। यह प्लेटफ़ॉर्म D2C संस्थापकों के बीच विचारों के आदान-प्रदान, नेटवर्किंग, और व्यवसाय विकास में मदद करने के लिए बनाया गया है।

इसका मुख्य लक्ष्य D2C उद्यमियों को उनके व्यवसाय के विभिन्न चरणों में समर्थन देना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करना है। समुदाय के माध्यम से संस्थापकों को विशेषज्ञ सलाह, नेटवर्किंग के अवसर, और फंडिंग तक पहुंच प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने स्टार्टअप्स को तेजी से बढ़ा सकें।

संस्थापक और उनकी दृष्टि

D2C Insider की स्थापना आशुतोष लवणिया और गौरव गुलाटी ने की थी। दोनों संस्थापकों का उद्देश्य भारत में D2C इकोसिस्टम को मजबूत बनाना और नए उद्यमियों को आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करना है। उनकी दृष्टि है कि D2C स्टार्टअप्स के लिए एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया जाए, जहाँ उन्हें व्यवसाय शुरू करने से लेकर उसे बड़ा करने तक सभी चरणों में मदद मिले।

Super Angels Fund के माध्यम से ये संस्थापक नई पीढ़ी के D2C स्टार्टअप्स को उनके शुरुआती चरण में आवश्यक वित्तीय और रणनीतिक सहायता प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।

वित्तीय जानकारी

Super Angels Fund के पास Rs 25 करोड़ का कोष है, जिसे वे प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप्स में निवेश करेंगे। पहले ही Rs 10 करोड़ का क्लोज हो चुका है, और शेष राशि को भी आगामी स्टार्टअप्स में निवेश करने की योजना बनाई गई है।

फंड का फोकस D2C स्टार्टअप्स को शुरुआती चरण में महत्वपूर्ण पूंजी और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करना है, ताकि वे तेजी से विकास कर सकें। फंड का दृष्टिकोण अन्य फंडों और निवेशकों के साथ साझेदारी करके स्टार्टअप्स को सर्वांगीण समर्थन देना है।

निष्कर्ष

D2C Insider का Super Angels Fund नई पीढ़ी के D2C स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। फंड का उद्देश्य न केवल शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, बल्कि उन्हें उद्योग के विशेषज्ञों से मार्गदर्शन और नेटवर्किंग के अवसर भी देना है।

इसके अलावा, Elevate Program जैसे संरचित कार्यक्रम D2C संस्थापकों को अपने व्यवसाय को सही दिशा में ले जाने में मदद करेंगे। Super Angels Fund और D2C Insider के माध्यम से, भारत में D2C इकोसिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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Unacademy ने किए उच्चस्तरीय नियुक्तियां, आरोशी सिंह बनीं Chief People Officer

भारत की प्रमुख एडटेक कंपनी unacademy में हाल ही में कई उच्चस्तरीय नियुक्तियां की गई हैं। नवीनतम घटनाक्रम में, आरोशी सिंह को Chief People Officer के रूप में प्रमोट किया गया है। इससे पहले वह Unacademy में Director of People Experience and Culture के पद पर कार्यरत थीं।

Unacademy के CEO और सह-संस्थापक गौरव मुंजाल ने सोमवार को एक Slack संदेश में कंपनी के कर्मचारियों को इस बदलाव की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आरोशी सिंह, जिन्होंने हमारे साथ पिछले सात वर्षों में अविश्वसनीय योगदान दिया है, अब Head of HR के रूप में नियुक्त की जा रही हैं।” आरोशी अब संध्यादीप पुरी की जगह लेंगी, जिन्हें नवंबर 2023 में Chief People Officer के रूप में नियुक्त किया गया था।

आरोशी सिंह का करियर और योगदान

आरोशी सिंह का Unacademy में सफर एक जूनियर स्टाफ के रूप में शुरू हुआ था, जहां वह कर्मचारी वेलनेस (Employee Wellness) की देखरेख करती थीं। उन्होंने अपने सात वर्षों के कार्यकाल में कई अलग-अलग मानव संसाधन (HR) विभागों का नेतृत्व किया और कंपनी के कर्मचारियों के अनुभव को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रमोशन के साथ, वह अब कंपनी के प्रमुख मानव संसाधन अधिकारी के रूप में कार्य करेंगी और Unacademy के 5000 से अधिक कर्मचारियों के वेलनेस और संसाधन प्रबंधन का संचालन करेंगी।

Unacademy: कंपनी का परिचय

Unacademy एक प्रमुख भारतीय एडटेक (Edtech) कंपनी है, जो छात्रों को विभिन्न शैक्षिक सामग्री और कोर्सेस ऑनलाइन उपलब्ध कराती है। कंपनी की शुरुआत 2015 में गौरव मुंजाल, रोमन सैनी, और हेमेश सिंह ने की थी। Unacademy का मुख्यालय बेंगलुरु, कर्नाटक में स्थित है। यह कंपनी उन छात्रों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, जैसे कि UPSC, NEET, JEE, CAT, और अन्य सरकारी नौकरियों की परीक्षाएं।

Unacademy का उद्देश्य शिक्षा को सुलभ और किफायती बनाना है। ऑनलाइन क्लासेस, मॉक टेस्ट, और लाइव इंटरैक्टिव सेशन्स के जरिए कंपनी छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करती है। Unacademy ने अपनी एडटेक सर्विसेज को समय के साथ विस्तार दिया है और देश के कोने-कोने से छात्रों को अपनी ओर आकर्षित किया है।

Unacademy के संस्थापक

Unacademy के सह-संस्थापक गौरव मुंजाल, रोमन सैनी, और हेमेश सिंह हैं। गौरव मुंजाल ने Unacademy को एक यूट्यूब चैनल के रूप में शुरू किया था, और बाद में इसे एक फुल-फ्लेज्ड एडटेक प्लेटफॉर्म में बदल दिया। रोमन सैनी, जो पहले एक IAS अधिकारी थे, ने भी Unacademy में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर UPSC उम्मीदवारों को मार्गदर्शन प्रदान करने में। हेमेश सिंह Unacademy के टेक्नोलॉजी और प्लेटफार्म ऑपरेशंस का नेतृत्व करते हैं।

तीनों संस्थापकों ने मिलकर Unacademy को भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स में से एक बनाया है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं।

कंपनी के वित्तीय आंकड़े

Unacademy ने अपने शुरुआती वर्षों में तेजी से वृद्धि की है। यह SoftBank, Sequoia Capital, Tiger Global, General Atlantic, और अन्य प्रमुख निवेशकों से निवेश प्राप्त कर चुकी है। कंपनी का कुल मूल्यांकन 2021 में लगभग $3.4 बिलियन तक पहुंच गया था, और यह भारतीय एडटेक सेक्टर में एक प्रमुख खिलाड़ी बन चुकी है।

हालांकि, हाल के वर्षों में एडटेक सेक्टर को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, विशेष रूप से महामारी के बाद छात्रों के फिजिकल क्लासेस में लौटने के कारण। इसके बावजूद, Unacademy ने अपने डिजिटल लर्निंग मॉडल को मजबूती से बनाए रखा है और नए मार्केट सेगमेंट में विस्तार कर रही है, जैसे कि स्किल डेवलपमेंट और प्रोफेशनल लर्निंग।

Unacademy की रणनीति

Unacademy की रणनीति शिक्षा को सुलभ बनाने पर केंद्रित है। कंपनी ने शिक्षा के क्षेत्र में ऑनलाइन लर्निंग को और अधिक प्रभावी और इंटरैक्टिव बनाने के लिए नए तकनीकी उपकरणों का उपयोग किया है। इसके अलावा, Unacademy नियमित रूप से लाइव क्लासेस, टेस्ट सीरीज, और इंटरैक्टिव सेशन्स के माध्यम से छात्रों को उनके लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करता है।

हालांकि कंपनी ने अपने कुछ विभागों में छंटनी का सामना किया है, फिर भी इसका उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना है। कंपनी का लक्ष्य भारत में शिक्षा को डिजिटल रूप से उपलब्ध कराना और इसे छात्रों के लिए और अधिक सुलभ बनाना है।

भविष्य की योजनाएं

Unacademy अपने विस्तार की योजनाओं पर काम कर रही है, जिसमें नए पाठ्यक्रमों और प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन प्रोग्राम्स को जोड़ने की योजना है। कंपनी ने हाल ही में अपनी स्किल डेवलपमेंट और इंटरप्रेन्योरशिप शिक्षा पर भी जोर देना शुरू किया है।

आरोशी सिंह की Chief People Officer के रूप में नियुक्ति से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी अपने कर्मचारियों के अनुभव और वेलनेस पर भी बड़ा ध्यान दे रही है। इससे कंपनी का आंतरिक वातावरण और भी बेहतर होने की संभावना है, जिससे इसके शिक्षकों और कर्मचारियों का प्रदर्शन सुधर सकता है।

निष्कर्ष

Unacademy की यह नई नियुक्ति और उच्चस्तरीय बदलाव कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। आरोशी सिंह की पदोन्नति से यह स्पष्ट है कि Unacademy अपने कर्मचारियों के वेलनेस और उनकी पेशेवर विकास पर ध्यान दे रहा है। इसके साथ ही, Unacademy अपने छात्रों और कर्मचारियों दोनों के लिए नए अवसर पैदा करने के लिए काम कर रहा है, जिससे कंपनी की दीर्घकालिक स्थिरता और सफलता की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।

D2C फैशन ब्रांड Zouk फंडिंग राउंड की तैयारी में

Funding Raised

मुंबई स्थित डायरेक्ट-टू-कॉमर्स (D2C) फैशन ब्रांड Zouk अपने नए फंडिंग राउंड के लिए उन्नत बातचीत कर रहा है। यह जानकारी उन सूत्रों से मिली है जो इस विकास से अवगत हैं। पिछले 18 महीनों से अधिक समय से फंडिंग की उम्मीद कर रहे इस स्टार्टअप को जल्द ही एक नई फंडिंग राउंड में निवेश मिलने की संभावना है, जिसमें प्रमुख निवेशक Aavishkaar Capital और मौजूदा निवेशक Stellaris Venture शामिल होंगे।

$10 मिलियन के निवेश की संभावना

सूत्रों के मुताबिक, Aavishkaar Capital ने Zouk के साथ टर्म शीट जारी कर दी है और ड्यू डिलिजेंस की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। Aavishkaar Capital, एक प्रभाव निवेशक फंड, Zouk में मौजूदा निवेशक Stellaris Venture के साथ मिलकर $10 मिलियन (लगभग 82 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश करने की योजना बना रहा है। यह निवेश Zouk के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जिससे कंपनी को अपने ब्रांड का विस्तार करने और नए उत्पाद लॉन्च करने में मदद मिलेगी।

Aavishkaar Capital की निवेश नीति

Aavishkaar Capital ने पहले भी कई स्टार्टअप्स में निवेश किया है, जिनमें AgroStar, Altum Credo, Ergos, GoDesi, Milk Mantra, और Newtrace शामिल हैं। यह फंड मुख्य रूप से उन कंपनियों में निवेश करता है, जिनका ध्यान सामाजिक प्रभाव और स्थिरता पर होता है। Zouk, जो कि एक 100% शाकाहारी और क्रूरता-मुक्त उत्पाद बनाने वाला ब्रांड है, इस निवेशक की नीति के साथ मेल खाता है। इस निवेश से Aavishkaar Capital को Zouk के व्यवसाय को स्थिरता और नैतिकता की ओर और मजबूती से ले जाने का मौका मिलेगा।

Zouk का परिचय और उत्पाद

Zouk की स्थापना 2015 में दिशा सिंह और प्रदीप कृष्णकुमार ने की थी। यह ब्रांड मुख्य रूप से लैपटॉप बैग, टोट हैंडबैग्स, स्लिंग बैग्स और चेन वॉलेट्स जैसे उत्पादों का निर्माण और बिक्री करता है। Zouk के सभी उत्पाद शुद्ध रूप से भारत में निर्मित होते हैं और इनमें इस्तेमाल किया जाने वाला चमड़ा 100% शाकाहारी होता है। इसके सभी उत्पाद हैंडमेड होते हैं और इन्हें कंपनी के आंतरिक शिल्पकारों द्वारा तैयार किया जाता है। Zouk का प्रमुख फोकस पर्यावरण-संवेदनशीलता और नैतिकता पर है, जिससे यह ब्रांड लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

संस्थापकों का दृष्टिकोण

दिशा सिंह और प्रदीप कृष्णकुमार, जो IIT और IIM जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं, Zouk के संस्थापक हैं। दिश और प्रदीप का उद्देश्य एक ऐसा ब्रांड तैयार करना था जो न केवल फैशनेबल हो, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता की ओर भी ध्यान दे। Zouk का शाकाहारी चमड़ा और हैंडमेड उत्पाद उनकी इसी सोच का परिणाम हैं। उन्होंने एक ऐसी कंपनी की नींव रखी है जो उपभोक्ताओं को नैतिक रूप से उत्पादित और पर्यावरण-संवेदनशील फैशन की ओर आकर्षित करती है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

हालांकि Zouk के ताजा वित्तीय आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि कंपनी ने बीते कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। Stellaris Venture ने पहले भी Zouk में निवेश किया था, जो कि कंपनी के विकास और विस्तार का संकेत है। नए फंडिंग राउंड से Zouk को अधिक पूंजी और संसाधन मिलेंगे, जिससे वह अपने उत्पाद रेंज का विस्तार कर सकेगा और भारतीय और वैश्विक बाजारों में अपनी पकड़ को और मजबूत कर सकेगा।

भारतीय फैशन उद्योग में Zouk का स्थान

Zouk ने भारत के तेजी से बढ़ते D2C फैशन क्षेत्र में अपनी एक अनूठी पहचान बनाई है। शाकाहारी और क्रूरता-मुक्त उत्पादों के निर्माण के प्रति इसकी प्रतिबद्धता ने इसे एक विशेष स्थान दिलाया है। पर्यावरण के प्रति जागरूक उपभोक्ताओं के बीच Zouk की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, और यह ब्रांड नैतिक और टिकाऊ फैशन की मांग को पूरा करने में सफल हो रहा है।

फंडिंग के बाद की योजनाएं

Zouk इस नए फंडिंग से प्राप्त पूंजी का उपयोग अपने ब्रांड को और अधिक विकसित करने के लिए करेगा। यह निवेश Zouk को भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने संचालन का विस्तार करने और अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा। इसके अलावा, Zouk अपने ब्रांड की मार्केटिंग और विज्ञापन पर भी ध्यान केंद्रित करेगा ताकि अधिक से अधिक उपभोक्ताओं तक अपनी पहुंच बना सके।

निष्कर्ष

Zouk का यह नया फंडिंग राउंड न केवल कंपनी के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि भारतीय D2C फैशन इंडस्ट्री के लिए भी एक प्रमुख मील का पत्थर है। शाकाहारी और क्रूरता-मुक्त उत्पादों के प्रति Zouk की प्रतिबद्धता इसे एक स्थायी और नैतिक ब्रांड के रूप में स्थापित करती है। आने वाले समय में, Zouk की यह नई फंडिंग कंपनी को और भी ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करेगी, जिससे यह भारतीय और वैश्विक बाजारों में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सकेगा।

Marple: बेल्जियम आधारित B2B SaaS स्टार्टअप ने फंडिंग जुटाई, Marple SaaS startup funding

Marple: बेल्जियम आधारित B2B SaaS स्टार्टअप ने फंडिंग जुटाई, ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस इंडस्ट्री में विस्तार की योजना

1. परिचय:
बेल्जियम स्थित B2B SaaS स्टार्टअप Marple ने हाल ही में एक अज्ञात राशि में फंडिंग जुटाई है। यह स्टार्टअप इंजीनियरिंग सेक्टर पर केंद्रित है और इसका उद्देश्य अपनी सेवाओं का विस्तार करना है। फंडिंग राउंड का नेतृत्व Network Venture Partners ने किया, जिसमें Birdhouse Ventures और imec.istart जैसे निवेशकों ने भी भाग लिया।

2. कंपनी का उद्देश्य:
Marple इंजीनियरिंग उद्योगों के लिए SaaS समाधान प्रदान करता है, जो विशेष रूप से ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस क्षेत्रों पर केंद्रित है। इसका सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग डिज़ाइन, निर्माण प्रक्रियाओं और उत्पादकता को बेहतर बनाने में कंपनियों की मदद करता है। इस फंडिंग के माध्यम से Marple अपनी सेवाओं का विस्तार करके इन उद्योगों में अपनी पकड़ को और मजबूत करेगा।

3. फंडिंग का उपयोग:
Marple इस नए फंडिंग का उपयोग अपने ऑपरेशंस का विस्तार करने और ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज़ में अपनी व्यापारिक पहुँच को बढ़ाने के लिए करेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि वह और अधिक ग्राहकों को अपने SaaS प्लेटफ़ॉर्म का हिस्सा बनाए और अपने समाधान को और भी बेहतर बनाए।

4. प्रमुख निवेशक और सहयोगी:
इस फंडिंग राउंड में प्रमुख निवेशकों में Network Venture Partners सबसे आगे रहा, जबकि Birdhouse Ventures और imec.istart जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों ने भी इस निवेश में भाग लिया। इन निवेशकों के समर्थन से Marple को न केवल वित्तीय सहयोग मिला है, बल्कि विशेषज्ञता और नेटवर्किंग के अवसर भी प्राप्त हुए हैं, जो कंपनी के विकास में मदद करेंगे।

5. संस्थापक और नेतृत्व टीम:
Marple की संस्थापक टीम के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह माना जा रहा है कि इसके पीछे अनुभवी इंजीनियर और उद्यमी हैं, जिनका उद्देश्य उद्योग को अधिक प्रभावी SaaS समाधान प्रदान करना है। Marple की टीम इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में गहरा अनुभव रखती है, जो इसे उद्योग में प्रतिस्पर्धी बनाए रखने में मदद करेगा।

6. कंपनी की सेवाएँ और समाधान:
Marple का SaaS प्लेटफ़ॉर्म ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस उद्योगों की जटिल आवश्यकताओं को पूरा करता है। इसका सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप में परिवर्तित करता है, जिससे डिज़ाइन, उत्पादन, और कार्यक्षमता में सुधार होता है। कंपनियाँ इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपने संचालन को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकती हैं।

7. विस्तार की योजना:
Marple की योजना है कि वह अपने समाधान को अन्य बाजारों में भी विस्तारित करे। ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस सेक्टर्स में सफलता हासिल करने के बाद, कंपनी अन्य इंजीनियरिंग-संबंधित उद्योगों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की योजना बना रही है।

8. फाइनेंशियल्स और ग्रोथ:
हालाँकि Marple की फंडिंग राशि को सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन कंपनी की योजनाओं और निवेशकों के सहयोग से यह स्पष्ट है कि इसका लक्ष्य उच्च विकास दर प्राप्त करना है। नई फंडिंग कंपनी के वित्तीय विकास में मददगार साबित होगी और उसे नए बाजारों में विस्तार करने का अवसर देगी।

9. निवेशकों की रुचि:
Network Venture Partners, Birdhouse Ventures और imec.istart जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों ने Marple की तकनीक और उसके संभावित विकास पर विश्वास जताया है। यह फंडिंग Marple को अपने लक्ष्यों को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

10. निष्कर्ष:
Marple की यह फंडिंग उसे इंजीनियरिंग उद्योग में एक मजबूत खिलाड़ी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस सेक्टर में अपनी सेवाओं के विस्तार के साथ, यह स्टार्टअप उद्योग की जटिल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक SaaS समाधान प्रदान करने के लिए तैयार है।

Infinite Giving ने नॉनप्रॉफिट्स के लिए फिनटेक प्लेटफॉर्म के विकास हेतु $2 मिलियन सीड फंडिंग जुटाई

1. परिचय:
अटलांटा, जॉर्जिया स्थित फिनटेक प्लेटफॉर्म Infinite Giving ने $2 मिलियन की सीड फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Cubit Capital, Morgan Stanley, और Atlanta Ventures ने किया है। इस निवेश के माध्यम से कंपनी अपने संचालन का विस्तार करने और अपने विकास कार्यों को तेज़ी से आगे बढ़ाने का इरादा रखती है।

2. कंपनी का उद्देश्य:
Infinite Giving का मुख्य उद्देश्य नॉनप्रॉफिट संगठनों के लिए एक खास फिनटेक प्लेटफॉर्म प्रदान करना है। यह प्लेटफॉर्म नॉनप्रॉफिट्स को उनके फंड्स को मैनेज और इन्वेस्ट करने की सुविधा देता है। इसके साथ ही, यह डोनेशन पेज गिविंग और कैश मैनेजमेंट को एकीकृत करता है, जिससे नॉनप्रॉफिट्स अपने वित्तीय संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं।

3. सीईओ और नेतृत्व टीम:
कंपनी का नेतृत्व Karen Houghton कर रही हैं, जो Infinite Giving की CEO हैं। Karen Houghton के नेतृत्व में कंपनी नॉनप्रॉफिट सेक्टर के लिए टेक्नोलॉजी-आधारित समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। Karen का विजन है कि नॉनप्रॉफिट्स के पास एक ऐसा प्लेटफॉर्म हो, जो उन्हें उनकी वित्तीय योजनाओं और निवेश को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करे।

4. फंडिंग का उद्देश्य:
$2 मिलियन की इस सीड फंडिंग से Infinite Giving अपने संचालन और विकास को विस्तार देगा। इसका मतलब है कि कंपनी अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक उन्नत बनाएगी, जिसमें नए फीचर्स और तकनीकी सुधार शामिल होंगे। इसके अलावा, कंपनी अधिक से अधिक नॉनप्रॉफिट्स को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ने का प्रयास करेगी, जिससे वे वित्तीय प्रबंधन को सरल और प्रभावी बना सकें।

5. निवेशकों का योगदान:
इस फंडिंग राउंड में प्रमुख निवेशक Cubit Capital, Morgan Stanley, और Atlanta Ventures रहे हैं। इन निवेशकों के जुड़ने से कंपनी को न केवल वित्तीय सहायता मिली है, बल्कि इनकी विशेषज्ञता और नेटवर्किंग से भी Infinite Giving को बहुत लाभ होगा। यह निवेश नॉनप्रॉफिट्स के लिए फिनटेक प्लेटफॉर्म के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।

6. Infinite Giving की सेवाएँ:
Infinite Giving एक विशेष फिनटेक प्लेटफॉर्म है, जो नॉनप्रॉफिट्स के लिए डोनेशन मैनेजमेंट, कैश फ्लो प्रबंधन, और फंड इन्वेस्टमेंट जैसी सेवाएं प्रदान करता है। यह नॉनप्रॉफिट्स को अपने वित्तीय संसाधनों को अधिक प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे वे अपने मिशन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

7. कंपनी की रणनीति और विस्तार योजनाएँ:
Infinite Giving का लक्ष्य अपने प्लेटफॉर्म का विस्तार करना और अधिक नॉनप्रॉफिट संगठनों को अपनी सेवाओं से जोड़ना है। इसके लिए कंपनी अपने तकनीकी बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी और नए फीचर्स को जोड़ेगी, जो नॉनप्रॉफिट्स के लिए और भी उपयोगी साबित होंगे।

8. नॉनप्रॉफिट सेक्टर में तकनीकी विकास का महत्व:
नॉनप्रॉफिट्स के लिए फिनटेक समाधान आवश्यक हो गए हैं, क्योंकि ये संगठन अक्सर सीमित संसाधनों के साथ काम करते हैं। Infinite Giving जैसे प्लेटफॉर्म नॉनप्रॉफिट्स को उनके वित्तीय प्रबंधन को आसान और स्वचालित बनाने में मदद करते हैं, जिससे वे अपने प्राथमिक उद्देश्यों पर अधिक ध्यान दे सकते हैं।

9. भविष्य की संभावनाएँ:
Infinite Giving के लिए भविष्य की संभावनाएँ बहुत उज्जवल हैं। कंपनी अपने निवेशकों के सहयोग से तेजी से आगे बढ़ रही है और नॉनप्रॉफिट्स के लिए एक अनिवार्य फिनटेक समाधान बन रही है। आने वाले वर्षों में कंपनी और भी नॉनप्रॉफिट्स को अपनी सेवाओं से जोड़ने की योजना बना रही है।

10. निष्कर्ष:
Infinite Giving का $2 मिलियन की सीड फंडिंग प्राप्त करना कंपनी के लिए एक बड़ा कदम है, जो इसे तेजी से विकास और विस्तार की ओर ले जाएगा। नॉनप्रॉफिट सेक्टर में तकनीकी समाधान की बढ़ती मांग को देखते हुए, Infinite Giving एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरने के लिए तैयार है।

Mstack ने 40 मिलियन डॉलर जुटाए, वैश्विक विस्तार की योजना

1. परिचय:
विशेष रसायन (स्पेशलिटी केमिकल) निर्माण प्लेटफॉर्म Mstack ने हाल ही में अपनी सीरीज A फंडिंग राउंड में 40 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Lightspeed और Alphawave ने किया, साथ ही HSBC Innovation Banking से कर्ज के रूप में धन प्राप्त हुआ। कंपनी का उद्देश्य इस फंड का उपयोग वैश्विक विस्तार और अपनी मौजूदा बाजारों में मजबूत उपस्थिति के लिए करना है।

2. फंडिंग का उपयोग:
Mstack द्वारा प्राप्त इस फंड का मुख्य उपयोग मध्य पूर्व, लैटिन अमेरिका, और एशिया में विस्तार के लिए किया जाएगा। साथ ही, कंपनी संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की भी योजना बना रही है। इस फंडिंग के माध्यम से Mstack का लक्ष्य वैश्विक बाजार में अपनी पकड़ को बढ़ाना और अपनी सेवाओं को नई जगहों तक पहुँचाना है।

3. कंपनी का परिचय:
Mstack एक क्रॉस-बॉर्डर स्पेशलिटी केमिकल मैन्युफैक्चरिंग प्लेटफॉर्म है, जो वैश्विक स्तर पर रसायनों का उत्पादन और वितरण करता है। कंपनी का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले विशेष रसायनों का उत्पादन करके विभिन्न उद्योगों की मांगों को पूरा करना है। Mstack ने अपने अभिनव समाधान और कुशल वितरण नेटवर्क के कारण तेजी से अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बनाई है।

4. संस्थापक और नेतृत्व:
Mstack की स्थापना रमण अय्यर और नीलिमा मेहता ने की थी। दोनों संस्थापक विशेष रसायनों और अंतरराष्ट्रीय व्यापार के अनुभवी विशेषज्ञ हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता और उद्योग की गहरी समझ ने कंपनी को एक मजबूत वैश्विक खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में मदद की है।

5. कंपनी का व्यवसाय मॉडल:
Mstack का व्यवसाय मॉडल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष रसायनों का निर्माण और वितरण करना है। यह विभिन्न उद्योगों, जैसे फार्मास्युटिकल्स, एग्रीकल्चर, और इलेक्ट्रॉनिक्स, की आवश्यकताओं को पूरा करता है। Mstack की तकनीकी विशेषज्ञता और मजबूत आपूर्ति श्रृंखला इसे अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग बनाती है।

6. वित्तीय स्थिति:
Mstack ने अपने शुरुआती दिनों से ही तेज़ी से विकास किया है। 40 मिलियन डॉलर की सीरीज A फंडिंग इसके लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कंपनी की फंडिंग के पिछले दौर में भी प्रमुख निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई थी, और इस ताजा फंडिंग से यह और भी मजबूत हो गई है। वित्तीय रूप से, Mstack का फोकस न केवल अपने बाजार का विस्तार करने पर है, बल्कि अपनी उत्पादन क्षमता और नवाचार को भी बढ़ावा देने पर है।

7. वैश्विक विस्तार की योजना:
Mstack का ध्यान अब प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर है। कंपनी मध्य पूर्व, लैटिन अमेरिका, और एशिया के नए बाजारों में प्रवेश करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही, संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने पर भी जोर दे रही है। यह वैश्विक विस्तार Mstack को विशेष रसायनों की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेगा।

8. प्रतिस्पर्धा और चुनौतियाँ:
स्पेशलिटी केमिकल्स के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तेज है, लेकिन Mstack अपनी गुणवत्ता, नवाचार, और ग्राहकों के लिए तेज़ सेवाओं के कारण एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरा है। वैश्विक स्तर पर बढ़ती मांग के बावजूद, Mstack को स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति इसे प्रतिस्पर्धा में आगे बनाए रखने में मदद करेगी।

9. भविष्य की योजनाएँ:
Mstack की दीर्घकालिक योजना अपने उत्पादों की विविधता को बढ़ाने और अधिक उद्योगों की सेवा करने की है। इसके साथ ही, कंपनी अपने उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला में तकनीकी नवाचार लाने की दिशा में काम कर रही है। आने वाले वर्षों में, Mstack का लक्ष्य अपने बाजार हिस्से को बढ़ाना और वैश्विक स्तर पर अग्रणी विशेष रसायन निर्माता के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करना है।

10. निष्कर्ष:
Mstack का 40 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाना कंपनी की सफलता और अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजनाओं को एक नई दिशा देता है। इसके संस्थापकों की नेतृत्व क्षमता और कंपनी की मजबूत व्यावसायिक रणनीति इसे वैश्विक बाजार में और भी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है।

Sportstech प्लेटफार्म Str8bat ने सीरीज A फंडिंग राउंड में $3.5 मिलियन जुटाए

1. परिचय:
बेंगलुरु स्थित स्पोर्ट्सटेक प्लेटफार्म Str8bat ने अपने सीरीज A फंडिंग राउंड में $3.5 मिलियन (लगभग ₹29.4 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Exfinity Venture Partners ने किया, जिसमें TRTL, Eternal Capital, और VCats Group जैसे निवेशकों ने भी भाग लिया। इसके अलावा, मौजूदा निवेशकों Techstars और SucSEED Indovation Fund ने भी कंपनी में फिर से निवेश किया है।

2. Str8bat का परिचय और उद्देश्य:
Str8bat एक स्पोर्ट्सटेक प्लेटफार्म है जो खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग करता है। कंपनी की खासियत इसका IoT आधारित बैट सेंसर है, जो क्रिकेट खिलाड़ियों के बैटिंग प्रदर्शन का डेटा एकत्र करता है। यह डेटा खिलाड़ियों को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करने में मदद करता है, जिससे उन्हें खेल में अधिक सटीकता और तकनीकी समझ हासिल होती है।

3. फंडिंग का उपयोग:
Str8bat इस नई फंडिंग का उपयोग अपने उत्पादों को और बेहतर बनाने और अपनी तकनीक को और उन्नत करने के लिए करेगा। कंपनी का लक्ष्य अधिक से अधिक क्रिकेट खिलाड़ियों और कोचों तक पहुँच बनाना है, जिससे वे अपने खेल को वैज्ञानिक रूप से सुधार सकें। इसके साथ ही, कंपनी का ध्यान वैश्विक बाजार में विस्तार पर भी है, खासकर क्रिकेट प्रेमी देशों में।

4. निवेशकों की भागीदारी:
इस फंडिंग राउंड में प्रमुख निवेशक Exfinity Venture Partners ने मुख्य भूमिका निभाई। इसके अलावा, TRTL, Eternal Capital, और VCats Group ने भी इसमें भाग लिया। इन निवेशकों का स्पोर्ट्सटेक और टेक्नोलॉजी आधारित स्टार्टअप्स में गहरा अनुभव है, जिससे Str8bat को उनके मार्गदर्शन और नेटवर्क का लाभ मिलेगा। मौजूदा निवेशक Techstars और SucSEED Indovation Fund का फिर से निवेश करना भी कंपनी की बढ़ती साख को दर्शाता है।

5. संस्थापक और नेतृत्व टीम:
Str8bat की स्थापना बेंगलुरु में की गई थी, और इसके संस्थापक खेल और तकनीक के क्षेत्र में अनुभव रखने वाले पेशेवर हैं। कंपनी का नेतृत्व उन उद्यमियों द्वारा किया जा रहा है, जो खेल की तकनीकी समझ को खिलाड़ियों के विकास में कैसे उपयोग किया जा सकता है, इस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। Str8bat के संस्थापकों का उद्देश्य खिलाड़ियों को तकनीकी और डेटा-संचालित दृष्टिकोण से सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने प्रदर्शन का अधिक सटीक विश्लेषण कर सकें।

6. कंपनी का व्यापार मॉडल:
Str8bat का मुख्य उत्पाद इसका IoT आधारित बैट सेंसर है, जो क्रिकेट खिलाड़ियों के हर शॉट का विश्लेषण करता है। यह सेंसर खिलाड़ी के बैटिंग एंगल, स्विंग, स्पीड, और अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों का डेटा एकत्र करता है। यह डेटा खिलाड़ियों और कोचों को वास्तविक समय में दिया जाता है, जिससे उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार करने में मदद मिलती है। कंपनी इस तकनीक को और अधिक सुलभ बनाने के लिए काम कर रही है, ताकि युवा और पेशेवर दोनों स्तर के खिलाड़ी इसका उपयोग कर सकें।

7. वित्तीय स्थिति और विकास दर:
Str8bat ने इससे पहले अपने मौजूदा निवेशकों से $517K जुटाए थे। यह नया $3.5 मिलियन का निवेश कंपनी के विकास को और तेज़ करेगा। वित्तीय दृष्टिकोण से, Str8bat ने अपने उत्पाद के कारण बाजार में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है, और इस फंडिंग के साथ, कंपनी के राजस्व और मुनाफे में वृद्धि की संभावना है।

8. स्पोर्ट्सटेक इंडस्ट्री में Str8bat की भूमिका:
स्पोर्ट्सटेक इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है, और Str8bat इस क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनता जा रहा है। क्रिकेट जैसे खेलों में तकनीक का उपयोग खिलाड़ियों और कोचों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रशिक्षण देने में मदद करता है। Str8bat का IoT बैट सेंसर इस दिशा में एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित हो रहा है।

9. भविष्य की योजनाएँ:
Str8bat का लक्ष्य फंडिंग के साथ अपनी तकनीक को और भी उन्नत बनाना और इसे अधिक व्यापक रूप से अपनाने के लिए काम करना है। कंपनी का ध्यान वैश्विक स्तर पर क्रिकेट खेलने वाले देशों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने पर है, जिससे वे अपनी तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग कर सकें।

10. निष्कर्ष:
Str8bat का $3.5 मिलियन की फंडिंग जुटाना और उसके मौजूदा उत्पाद का तेजी से विस्तार इसे स्पोर्ट्सटेक इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है। कंपनी के संस्थापक खेल और तकनीक के संगम से खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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ZEVO ने प्री-सीरीज़ A राउंड में $2 मिलियन की फंडिंग जुटाई, 5,000 इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती की योजना

1. परिचय:
टेक-सक्षम ईवी मोबिलिटी प्लेटफॉर्म ZEVO ने हाल ही में अपने प्री-सीरीज़ A फंडिंग राउंड में $2 मिलियन (लगभग ₹16 करोड़) जुटाए हैं। यह निवेश Pegasus India Fund, BizDateUp, JIIF, और एक फैमिली ऑफिस द्वारा किया गया है। कंपनी इस फंड का उपयोग 5,000 इलेक्ट्रिक वाहनों को तैनात करने और प्रमुख स्थानों पर पूर्ति केंद्र (फुलफिलमेंट सेंटर्स) विकसित करने के लिए करेगी।

2. ZEVO की स्थापना और मिशन:
ZEVO की स्थापना आदित्य सिंह रत्नू और ध्रुव भाटिया द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का उपयोग करके मोबिलिटी समाधान प्रदान करना है। कंपनी विभिन्न प्रकार की डिलीवरी आवश्यकताओं को पूरा करती है, और इसके संचालन में उच्च दक्षता और स्थिरता पर जोर दिया गया है। ZEVO ने अपने व्यवसाय मॉडल को एक टेक-सक्षम प्लेटफार्म के रूप में स्थापित किया है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के बेड़े (फ्लीट) का कुशल संचालन करता है।

3. फंडिंग का उपयोग:
ZEVO अपने हालिया फंडिंग राउंड से प्राप्त धनराशि का उपयोग 5,000 इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती के लिए करेगी, जिससे कंपनी की मोबिलिटी क्षमताएँ और बढ़ेंगी। इसके साथ ही, कंपनी देश के प्रमुख शहरों में नए फुलफिलमेंट सेंटर्स का विकास भी करेगी, जो इसे बेहतर डिलीवरी सेवाएँ प्रदान करने में मदद करेगा।

4. बाजार में बढ़ती माँग और विस्तार योजनाएँ:
ईवी मोबिलिटी बाजार तेजी से बढ़ रहा है, और ZEVO इस अवसर का लाभ उठाकर अपने बेड़े और सेवाओं को तेजी से बढ़ाने की योजना बना रहा है। कंपनी अपनी सेवाओं का विस्तार भारत के प्रमुख महानगरों और महत्वपूर्ण डिलीवरी हब्स में कर रही है। ZEVO का ध्यान पर्यावरण के अनुकूल समाधानों पर है, और यह हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) के उपयोग के साथ अपनी सेवाओं को और अधिक टिकाऊ बनाना चाहता है।

5. संस्थापक टीम का परिचय:
ZEVO के सह-संस्थापक आदित्य सिंह रत्नू और ध्रुव भाटिया हैं। दोनों संस्थापक तकनीकी और लॉजिस्टिक्स उद्योग में गहरा अनुभव रखते हैं। आदित्य सिंह रत्नू, एक मजबूत बिजनेस बैकग्राउंड के साथ, कंपनी के रणनीतिक विकास का नेतृत्व करते हैं, जबकि ध्रुव भाटिया कंपनी की तकनीकी और ऑपरेशनल दक्षताओं को संभालते हैं। उनके नेतृत्व में ZEVO ने एक स्थिर और नवाचारी व्यवसाय मॉडल विकसित किया है।

6. ZEVO का व्यापार मॉडल और सेवाएँ:
ZEVO एक टेक-सक्षम प्लेटफार्म के रूप में कार्य करता है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से डिलीवरी सेवाओं को कुशलता से संचालित करता है। कंपनी का बेड़ा विभिन्न प्रकार की डिलीवरी आवश्यकताओं को पूरा करता है, जैसे कि ई-कॉमर्स, खाद्य और फार्मास्यूटिकल्स। इसके अलावा, ZEVO का ध्यान परिचालन दक्षता बढ़ाने और स्थिरता बनाए रखने पर केंद्रित है, जो इसे प्रतिस्पर्धी बाजार में अग्रणी बनाता है।

7. वित्तीय स्थिति और विकास दर:
हालाँकि ZEVO की वित्तीय जानकारी अभी तक सार्वजनिक रूप से विस्तृत नहीं है, कंपनी का तेजी से बढ़ता फंडिंग समर्थन बताता है कि निवेशक इसके व्यवसाय मॉडल पर विश्वास कर रहे हैं। ZEVO के विस्तार की योजना और बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती माँग इसके भविष्य के राजस्व और मुनाफे में वृद्धि का संकेत देती है।

8. ईवी मोबिलिटी में स्थिरता और नवाचार का योगदान:
ZEVO का ध्यान ईवी मोबिलिटी को सशक्त बनाने और स्थिरता को बढ़ावा देने पर है। कंपनी ने अपने बेड़े में केवल इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल किया है, जिससे पर्यावरण पर कार्बन फुटप्रिंट कम हो। इसके साथ ही, कंपनी टेक्नोलॉजी का उपयोग करके डिलीवरी ऑपरेशंस को अधिक कुशल और लागत प्रभावी बना रही है।

9. भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग में ZEVO की भूमिका:
ZEVO भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग में ईवी मोबिलिटी का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनता जा रहा है। बढ़ती ई-कॉमर्स गतिविधियों और डिलीवरी की माँग के बीच, ZEVO का इलेक्ट्रिक वाहनों पर ध्यान इस क्षेत्र में एक प्रमुख बदलाव लाने की क्षमता रखता है। इसके द्वारा स्थापित किया गया हरित मोबिलिटी समाधान न केवल पर्यावरण को लाभ पहुँचाएगा, बल्कि लागत में कमी और संचालन में तेजी भी लाएगा।

10. निष्कर्ष:
ZEVO का $2 मिलियन की फंडिंग जुटाना और 5,000 इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती की योजना इसे ईवी मोबिलिटी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है। संस्थापक आदित्य सिंह रत्नू और ध्रुव भाटिया के नेतृत्व में, ZEVO ने खुद को न केवल एक टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल समाधान के रूप में स्थापित किया है, बल्कि यह कंपनी भविष्य में ईवी मोबिलिटी और लॉजिस्टिक्स में और अधिक नवाचार लाने के लिए तैयार है।

Groww Invest-Tech ने FY24 में राजस्व में 2.4X वृद्धि दर्ज की, मुनाफे में 4X उछाल

1. परिचय:
Groww Invest-Tech Private Limited, जो कि Groww का स्टॉकब्रोकरिंग यूनिट है, ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) में अपने ऑपरेटिंग राजस्व में 2.4 गुना वृद्धि दर्ज की है। इसके साथ ही, Tiger Global समर्थित इस फर्म का मुनाफा भी इसी अवधि में 4 गुना बढ़ गया है। यह वृद्धि कंपनी के स्थिर विकास और निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।

2. वित्तीय प्रदर्शन का विवरण:
Groww Invest-Tech के ऑडिटेड वित्तीय दस्तावेजों के अनुसार, जो ICRA से प्राप्त किए गए हैं, कंपनी का ऑपरेशनल राजस्व FY24 में बढ़कर ₹2,900 करोड़ हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष (FY23) में ₹1,295 करोड़ था। इस महत्वपूर्ण वृद्धि से पता चलता है कि Groww अपनी सेवाओं के माध्यम से निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

3. मुनाफे में जबरदस्त वृद्धि:
कंपनी के मुनाफे में FY24 में 4X वृद्धि देखी गई है। इस वित्तीय वर्ष में Groww ने अपने मुनाफे को कई गुना बढ़ाया, जो इसे बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है। मुनाफे में इस उछाल के पीछे कंपनी की रणनीतिक निवेश योजनाएँ और प्रभावी व्यावसायिक मॉडल शामिल हैं।

4. Groww का परिचय:
Groww एक भारतीय ऑनलाइन निवेश प्लेटफार्म है, जो म्यूचुअल फंड, शेयर, और अन्य वित्तीय उत्पादों में निवेश की सुविधा प्रदान करता है। कंपनी की स्थापना 2016 में की गई थी, और यह भारत में निवेशकों के लिए एक सरल और यूजर-फ्रेंडली अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है। इसके जरिए लोग अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर से आसानी से निवेश कर सकते हैं।

5. संस्थापक और टीम:
Groww के संस्थापकों में चार पूर्व Flipkart कर्मचारी शामिल हैं: ललित केशरे, नीरज सिंह, हर्ष जैन, और आईआईटी दिल्ली के स्नातक इशान बंसल। ये सभी तकनीकी पृष्ठभूमि से हैं और भारत में खुदरा निवेश को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता ने Groww को एक प्रमुख फिनटेक कंपनी बना दिया है।

6. Tiger Global का समर्थन:
Groww को Tiger Global जैसे प्रमुख निवेशकों का समर्थन प्राप्त है, जो दुनिया की सबसे बड़ी वेंचर कैपिटल फर्मों में से एक है। Tiger Global का निवेश Groww की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण रहा है और यह कंपनी की फाइनेंशियल ग्रोथ को और अधिक बढ़ावा देने में सहायक रहा है।

7. वित्तीय विस्तार और भविष्य की योजनाएँ:
FY24 में ऑपरेशनल राजस्व और मुनाफे में वृद्धि के बाद, Groww का फोकस अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को और विस्तारित करने पर होगा। कंपनी म्यूचुअल फंड और शेयर ट्रेडिंग के अलावा अन्य वित्तीय सेवाओं को जोड़ने की योजना बना रही है। इसके साथ ही, कंपनी अधिक ग्राहकों तक पहुँचने के लिए अपनी तकनीकी क्षमताओं को भी बढ़ाने पर ध्यान देगी।

8. बाजार में प्रतिस्पर्धा:
Groww का भारतीय स्टॉकब्रोकरिंग और फिनटेक बाजार में मजबूत स्थान है। Zerodha, Upstox जैसे अन्य प्रमुख खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए, Groww ने अपने यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस, मजबूत ग्राहक समर्थन, और विविध निवेश विकल्पों के कारण तेजी से बाजार में अपनी पहचान बनाई है।

9. वित्तीय पारदर्शिता और रिपोर्टिंग:
Groww की वित्तीय रिपोर्टिंग से पता चलता है कि कंपनी अपने निवेशकों और ग्राहकों के साथ पारदर्शिता बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्ध है। ICRA द्वारा प्राप्त ऑडिटेड वित्तीय डेटा यह दिखाता है कि कंपनी का व्यवसाय मॉडल स्थिर और लाभदायक है।

10. निष्कर्ष:
Groww Invest-Tech Private Limited की FY24 की वित्तीय वृद्धि कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। 2.4X राजस्व वृद्धि और 4X मुनाफे के साथ, Groww ने खुद को भारत के तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है। संस्थापकों की दूरदर्शिता और प्रमुख निवेशकों के समर्थन से, Groww की भविष्य की योजनाएँ और भी महत्वाकांक्षी नजर आ रही हैं, जिससे कंपनी और ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद है।

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