💰 Decentro ने जुटाए ₹30 करोड़,

Decentro

API बैंकिंग स्टार्टअप भारत में शिफ्ट करेगा अपनी होल्डिंग कंपनी, एंटरप्राइज ग्रोथ पर रहेगा फोकस 🚀

Y-Combinator समर्थित फिनटेक स्टार्टअप Decentro ने अपनी Series B फंडिंग में ₹30 करोड़ ($3.6 मिलियन लगभग) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व किया InfoEdge Ventures ने, जबकि Stargazer Growth और मौजूदा निवेशक Uncorrelated Ventures ने भी भागीदारी निभाई।

Decentro इस फंडिंग का उपयोग बड़े संस्थानों में अपने प्रोडक्ट की स्वीकृति बढ़ाने, नए फीचर्स जोड़ने, और बैंकिंग व वित्तीय संस्थानों के बीच मार्केट विस्तार के लिए करेगा।


🧑‍💼 कौन हैं Decentro के संस्थापक?

Decentro की स्थापना रोहित तनेजा और प्रतिक्ष दाउदखाने ने मिलकर की थी। इन दोनों ने API आधारित बैंकिंग को आसान और तेज़ बनाने के उद्देश्य से इस स्टार्टअप की शुरुआत की थी।

आज, Decentro एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो वित्तीय सेवाओं के लिए आवश्यक वेरिफिकेशन, पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर, और AI-आधारित कलेक्शन सिस्टम्स की सुविधा देता है।


📈 Decentro का कारोबार और क्लाइंट बेस

Decentro का प्लेटफॉर्म सालाना ₹50,000 करोड़ से अधिक की पेमेंट वॉल्यूम को प्रोसेस करता है। कंपनी का दावा है कि वह 1,300 से अधिक व्यवसायों को सेवा देती है, जिनमें शामिल हैं:

  • 🏦 बैंक और NBFCs
  • 💳 डिजिटल लेंडर्स
  • 💼 फिनटेक स्टार्टअप्स
  • 📱 ऐप-आधारित वित्तीय सेवा कंपनियाँ

इसका लक्ष्य है एंटरप्राइज ग्रोथ को और मज़बूती देना और भारत में API बैंकिंग को बड़े पैमाने पर अपनाना।


🧠 नए इनोवेशन: Scanner और Neobot

Decentro ने हाल ही में दो इनोवेटिव उत्पाद लॉन्च किए हैं:

🔍 Scanner

यह एक रीयल-टाइम रिस्क असेसमेंट इंजन है, जो कस्टमर या ट्रांजैक्शन से जुड़े जोखिम को तत्काल जांचने में मदद करता है।

🗣️ Neobot

यह एक मल्टीलिंगुअल AI वॉयस एजेंट है जो डेब्ट कलेक्शन में काम आता है। इसका उपयोग कर कंपनियाँ कस्टमर से संवाद को स्वचालित और प्रभावी बना सकती हैं।


🌍 Decentro भारत में शिफ्ट करेगा होल्डिंग कंपनी

फिलहाल, Decentro की मूल होल्डिंग कंपनी सिंगापुर में पंजीकृत है। लेकिन कंपनी ने घोषणा की है कि वह अगले 12 से 18 महीनों में इसे भारत में स्थानांतरित करेगी।

इस कदम से कंपनी को:

  • 🇮🇳 भारत में मजबूत वित्तीय पहचान मिलेगी
  • 📊 भारतीय निवेशकों को अधिक आकर्षित कर पाएगी
  • 🧾 नियामकीय (Regulatory) प्रक्रिया को सरल बनाएगी

💹 वित्तीय प्रदर्शन: FY24 में 47% ग्रोथ, लेकिन घाटा

TheKredible के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में Decentro की ऑपरेटिंग रेवेन्यू में 47% की सालाना वृद्धि हुई है:

  • 📈 FY23: ₹12 करोड़
  • 📈 FY24: ₹17.7 करोड़

हालांकि, कंपनी FY23 में मुनाफा कमाने के बाद FY24 में ₹2.46 करोड़ का घाटा दर्ज करने के लिए मजबूर हुई। इसका मुख्य कारण हो सकता है कि कंपनी ने R&D, टेक्नोलॉजी और एंटरप्राइज ग्रोथ में भारी निवेश किया है।


🏢 InfoEdge Ventures का क्या है नजरिया?

InfoEdge Ventures, जो Naukri, 99acres, और Zomato जैसे ब्रांड्स के लिए प्रसिद्ध है, अब फिनटेक में तेजी से निवेश कर रही है। Decentro में निवेश से यह स्पष्ट है कि InfoEdge को भारत में API-बेस्ड बैंकिंग और AI फिनटेक समाधानों के उज्जवल भविष्य पर भरोसा है।


🏁 निष्कर्ष: Decentro बना रहा है फिनटेक का मजबूत इकोसिस्टम

Decentro एक ऐसा भारतीय स्टार्टअप बन गया है जो सिर्फ डिजिटल भुगतान में नहीं, बल्कि पूरे वित्तीय सिस्टम को API के माध्यम से सुलभ और आधुनिक बनाने में अग्रणी है।

Scanner और Neobot जैसे प्रोडक्ट्स से लेकर भारत में कंपनी की वापसी तक, Decentro की रणनीति भविष्य के लिए बेहद ठोस दिखाई देती है।


📢 क्या आगे यूनिकॉर्न बनने की तैयारी है?

जिस तरह Decentro:

  • लगातार नए उत्पाद लॉन्च कर रहा है,
  • बड़े-बड़े संस्थानों से जुड़ रहा है, और
  • भारत में ऑपरेशंस को केंद्रित कर रहा है,

उससे ये संकेत मिलते हैं कि कंपनी आने वाले 2-3 वर्षों में यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हो सकती है।


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