📰 13 साल बाद Hike का अंत: Kavin Mittal ने किया कंपनी बंद करने का ऐलान

Hike

भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। Hike, जिसने कभी Hike Messenger के रूप में लाखों यूज़र्स के बीच लोकप्रियता पाई थी और बाद में Rush Gaming Platform के रूप में पिवट किया था, अब पूरी तरह से बंद हो रही है। कंपनी के संस्थापक और सीईओ Kavin Mittal ने शनिवार को निवेशकों को भेजे गए ईमेल में इसकी पुष्टि की।


🚨 भारत में RMG बैन से टूटा सपना

Kavin Mittal ने कहा कि भारत सरकार द्वारा हाल ही में Real Money Gaming (RMG) पर लगाए गए प्रतिबंध के बाद Hike का रनवे 7 महीने से घटकर सिर्फ 4 महीने का रह गया। इसी कारण उन्होंने कंपनी को बंद करने का कठिन निर्णय लिया।
मित्तल ने लिखा:
“काफी सोच-विचार और आप सभी से बातचीत के बाद मैंने फैसला लिया है कि Hike को पूरी तरह बंद कर दिया जाए, जिसमें US ऑपरेशन्स भी शामिल होंगे।”


📱 Messenger से Gaming तक का सफर

Hike की शुरुआत 2012 में एक मैसेजिंग ऐप के रूप में हुई थी। उस समय इसे भारत का व्हाट्सएप-प्रतिस्पर्धी माना जाता था।

  • Hike Messenger ने एक समय 40 मिलियन मासिक सक्रिय यूज़र्स (MAUs) हासिल किए थे।
  • युवाओं के बीच स्टिकर-चैट और लोकल फीचर्स के कारण यह तेजी से पॉपुलर हुआ।

लेकिन व्हाट्सएप और अन्य ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स के दबदबे के चलते Hike को पिवट करना पड़ा। कंपनी ने 2020 में Rush Gaming लॉन्च किया, जो रियल-मनी गेमिंग और कैज़ुअल गेम्स पर केंद्रित था। Rush ने सिर्फ चार साल में 10 मिलियन यूज़र्स और $500 मिलियन ग्रॉस रेवेन्यू तक का सफर तय किया।


⚖️ कानूनी चुनौतियाँ और थकान

हालांकि, मित्तल के मुताबिक भारत में टैक्सेशन, रेगुलेशन और अब RMG बैन ने कंपनी को चलाना मुश्किल बना दिया।
उन्होंने कहा:
“RMG हमारा अंतिम लक्ष्य कभी नहीं था। यह केवल यूनिट इकोनॉमिक्स साबित करने और बड़े विज़न की ओर बढ़ने का एक जरिया था। लेकिन भारतीय बाजार में टैक्स और रेगुलेशन की लड़ाई ने हमें बांध दिया।”

टीम में भी लगातार थकान और अनिश्चितता बढ़ रही थी। कई बार पिवट और रेगुलेटरी दबाव ने मनोबल गिरा दिया था।


💰 बचे हुए फंड का इस्तेमाल

Hike के पास फिलहाल लगभग $4 मिलियन (करीब ₹33 करोड़) बचे हैं।

  • इसका इस्तेमाल कर्मचारियों को सेवरेंस पेमेंट और वेंडर कॉस्ट चुकाने में किया जाएगा।
  • यदि कुछ रकम बची तो उसे निवेशकों को वापस कर दिया जाएगा।

📉 गेमिंग विज़न अधूरा रह गया

मित्तल ने माना कि उनका “Gaming Nation बनाने” का सपना अभी अधूरा रह गया। उन्होंने कहा कि शायद वे इस विज़न के लिए बहुत जल्दी मैदान में उतर गए थे।

उन्होंने निवेशकों और कर्मचारियों से कहा:
“क्या यह जारी रखने लायक है? 13 साल में पहली बार मेरा जवाब है—नहीं।”


🌍 भविष्य की राह: AI और Energy सेक्टर

भविष्य की दिशा बताते हुए मित्तल ने कहा कि अब वे AI, Energy और Personal Growth जैसे नए फ्रंटियर्स पर ध्यान देंगे।
उन्होंने लिखा:
“यह अध्याय यहीं समाप्त होता है, लेकिन चढ़ाई जारी है।”


📊 Hike के सफर के बड़े माइलस्टोन्स

  1. 2012 – Hike Messenger लॉन्च हुआ
  2. 2016-17 – 40 मिलियन MAUs और भारत का पसंदीदा कंज्यूमर ब्रांड
  3. 2020 – Rush Gaming प्लेटफॉर्म लॉन्च
  4. 2021-24 – 10 मिलियन यूज़र्स और $500 मिलियन ग्रॉस रेवेन्यू
  5. 2025 – भारत में RMG बैन और अंततः कंपनी बंद

🔎 इंडस्ट्री पर असर

Hike का बंद होना भारतीय स्टार्टअप और खासकर गेमिंग सेक्टर के लिए बड़ा झटका है।

  • इससे यह साफ दिखता है कि रेगुलेटरी अनिश्चितता भारत में स्टार्टअप्स की ग्रोथ को प्रभावित कर सकती है।
  • वहीं, यह घटना AI और Frontier Tech पर बढ़ते फोकस को भी दर्शाती है।

📝 निष्कर्ष

13 साल के लंबे सफर के बाद Hike का यह अंत भारतीय टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम के लिए एक मिश्रित सीख लेकर आया है। एक तरफ यह नवाचार और पिवट्स का उदाहरण है, तो दूसरी तरफ यह इस बात की याद दिलाता है कि स्टार्टअप सफलता सिर्फ यूज़र्स और रेवेन्यू पर नहीं, बल्कि नीतिगत माहौल और रेगुलेशन पर भी निर्भर करती है।

👉 अब सबकी नजर इस पर होगी कि Kavin Mittal अगला कदम AI और Energy सेक्टर में कैसे उठाते हैं।

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