💳 Infibeam Avenues ने Q2 FY26 में रेवेन्यू को किया डबल, मुनाफा 45% उछला 🚀

Infibeam Avenues

डिजिटल पेमेंट्स कंपनी Infibeam Avenues ने सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। अहमदाबाद-स्थित इस कंपनी ने अपनी राजस्व (Revenue) में 93% की जबरदस्त साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की, जबकि मुनाफा भी 45% तक बढ़ गया। कंपनी अब ₹2,000 करोड़ के राजस्व क्लब में प्रवेश करने के कगार पर है। 💥


📊 रिकॉर्ड-ब्रेकिंग ग्रोथ: रेवेन्यू ₹1,965 करोड़ तक पहुंचा

Infibeam के कंसोलिडेटेड वित्तीय परिणामों के अनुसार, कंपनी की ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹1,017 करोड़ (Q2 FY25) से बढ़कर ₹1,965 करोड़ (Q2 FY26) हो गई। यह लगभग 93% की वृद्धि को दर्शाता है — यानी रेवेन्यू में लगभग डबल ग्रोथ

अगर कुल आय की बात करें तो कंपनी ने ₹21 करोड़ की “Other Income” भी दर्ज की, जिससे कुल रेवेन्यू ₹1,986 करोड़ तक पहुंच गया।


💸 पेमेंट बिजनेस बना ग्रोथ का इंजन ⚙️

Infibeam का पेमेंट बिजनेस इसकी कमाई का सबसे बड़ा स्रोत बना रहा, जिसने कंपनी की कुल आमदनी का 97% योगदान दिया।

  • पेमेंट प्रोसेसिंग रेवेन्यू में 95% की बढ़त, जो ₹1,900 करोड़ तक पहुंच गया।
  • वहीं, इसका ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बिजनेस भी 48% बढ़कर ₹65 करोड़ पर पहुंच गया।

इन दोनों सेगमेंट्स ने मिलकर Infibeam को भारत की सबसे तेजी से बढ़ती फिनटेक कंपनियों में से एक बना दिया है।


🧾 खर्चों में भी तेज़ उछाल, पर मुनाफा बरकरार 💰

तेज़ ग्रोथ के साथ कंपनी के खर्चे भी बढ़े — कुल खर्च 98% बढ़कर ₹1,891 करोड़ हो गए, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹957 करोड़ थे।

  • 💳 Payment Processing Cost: सबसे बड़ा खर्च, जो 105% बढ़कर ₹1,812 करोड़ हो गया।
  • 👨‍💻 Employee Benefits: लगभग स्थिर रहे ₹34 करोड़ पर।
  • 🏢 Depreciation: 12% बढ़कर ₹19 करोड़ पर पहुंचा।

इन बढ़ते खर्चों के बावजूद, कंपनी ने मजबूत ऑपरेशनल एफिशिएंसी बनाए रखी और मुनाफे में 45% की बढ़त दर्ज की।


📈 मुनाफा 45% बढ़कर ₹68 करोड़ पहुंचा

Infibeam का नेट प्रॉफिट (PAT) Q2 FY25 के ₹47 करोड़ से बढ़कर ₹68 करोड़ (Q2 FY26) हो गया।
छह महीने (H1 FY26) के दौरान कंपनी का कुल मुनाफा भी 17% बढ़कर ₹126 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल यह ₹108 करोड़ था।

यह संकेत देता है कि Infibeam लगातार प्रॉफिटेबल ग्रोथ की दिशा में आगे बढ़ रही है।


🏦 RBI से मिली बड़ी मंज़ूरी 🔐

अक्टूबर 2025 में, Infibeam Avenues को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से एक अहम स्वीकृति मिली — कंपनी को अब Prepaid Payment Instruments (PPI) जारी करने की in-principle approval मिल गई है।

इस लाइसेंस के तहत कंपनी अब डिजिटल वॉलेट्स, प्रीपेड कार्ड्स और पेमेंट सर्विसेज़ ऑफर कर सकेगी, जिससे यह भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम में और मजबूत खिलाड़ी बन जाएगी।


🌐 Infibeam का बिजनेस मॉडल: पेमेंट्स + ई-कॉमर्स 💡

Infibeam का डिजिटल इकोसिस्टम दो मुख्य क्षेत्रों पर आधारित है —

  1. Digital Payments: जिसमें पेमेंट गेटवे, पेमेंट प्रोसेसिंग और मर्चेंट सेटलमेंट शामिल हैं।
  2. E-commerce Solutions: जहां यह सरकारी और प्राइवेट दोनों संस्थानों को ऑनलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करती है।

कंपनी ने वर्षों में भारत, मिडिल ईस्ट और एशिया पैसिफिक में अपने ग्राहक नेटवर्क को मजबूत किया है।


📊 मार्केट में स्थिर प्रदर्शन: शेयर प्राइस ₹19.29

आज के ट्रेडिंग सेशन के अंत में, Infibeam Avenues का शेयर ₹19.29 प्रति शेयर पर बंद हुआ, जिससे कंपनी का मार्केट कैप ₹5,379 करोड़ ($606 मिलियन) हो गया।

पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने निवेशकों को स्थिर रिटर्न दिया है और अब RBI की मंज़ूरी के बाद इसमें और तेजी देखने की उम्मीद है। 📈


💬 कंपनी की रणनीति: “डिजिटल इंडिया” मिशन के साथ कदमताल 🇮🇳

Infibeam लगातार भारत के डिजिटल भुगतान मिशन के अनुरूप खुद को तैयार कर रही है।
कंपनी अब फोकस कर रही है —

  • ऑनलाइन-ऑफलाइन पेमेंट इंटीग्रेशन पर,
  • क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजेक्शन को आसान बनाने पर,
  • और मर्चेंट नेटवर्क एक्सपैंशन पर।

इसके साथ, Infibeam अब भारत के उन क्षेत्रों में भी पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर पहुंचा रही है जहाँ डिजिटल पेमेंट्स का उपयोग अभी शुरुआती चरण में है।


📍 FY26 में क्या है Infibeam का रोडमैप? 🧭

कंपनी का लक्ष्य है कि अगले दो वर्षों में —

  • अपना ट्रांजेक्शन वॉल्यूम 3x बढ़ाना,
  • छोटे व्यापारियों के लिए लो-कॉस्ट डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन लॉन्च करना,
  • और भारत के साथ-साथ ग्लोबल मार्केट्स में भी एंट्री को गहरा करना।

Infibeam Avenues अब सिर्फ एक पेमेंट कंपनी नहीं, बल्कि एक फुल-स्टैक डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेज़ प्लेटफॉर्म के रूप में उभर रही है।


💬 निष्कर्ष: Infibeam ने दिखाई “डिजिटल स्पीड”, मुनाफे की रफ़्तार बरकरार ⚡

FY26 की दूसरी तिमाही Infibeam के लिए बेहद मजबूत रही —
✅ रेवेन्यू में 93% की छलांग
✅ मुनाफा 45% ऊपर
✅ RBI से लाइसेंस अप्रूवल
✅ शेयर प्राइस स्थिर

डिजिटल पेमेंट्स सेक्टर में जब अधिकांश कंपनियां कॉस्ट और रेगुलेशन से जूझ रही हैं, Infibeam Avenues ने दिखाया है कि टेक्नोलॉजी और फोकस्ड ग्रोथ से भारत में भी सस्टेनेबल प्रॉफिटेबिलिटी हासिल की जा सकती है।

💡 अगर यह रफ़्तार जारी रही, तो Infibeam आने वाले सालों में भारत का अगला पेमेंट्स पावरहाउस बन सकता है। 🚀💳

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🔄 Infibeam Avenues ने ₹800 करोड़ में Rediff को बेचा

Infibeam Avenues

डिजिटल पेमेंट और AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए, Infibeam Avenues ने अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर बिज़नेस को Rediff.com India Ltd को ₹800.39 करोड़ में बेचने का निर्णय लिया है। यह ट्रांजैक्शन कैश और इक्विटी के मिश्रण में किया गया है, जिससे दोनों कंपनियों को ऑपरेशनल फोकस और ग्रोथ के नए अवसर मिलेंगे।


💼 डील का स्ट्रक्चर: ₹400 करोड़ कैश और बाकी इक्विटी

यह डील “स्लंप सेल” के रूप में की गई है जिसमें:

  • ₹400 करोड़ कैश के रूप में दिए जाएंगे
  • ₹400.39 करोड़ इक्विटी के रूप में, जिससे Rediff में Infibeam की हिस्सेदारी बढ़कर 82% हो जाएगी (पहले 54% थी)

इस ट्रांजैक्शन के बाद, Infibeam और Rediff दोनों को अपने-अपने फोकस एरिया में तेज़ी से विस्तार करने की आज़ादी मिलेगी।


📊 ई-कॉमर्स यूनिट का प्रदर्शन FY25 में

Infibeam का यह ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में:

  • ₹180 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया
  • ₹137 करोड़ का EBITDA दर्ज किया
  • यह कंपनी की टॉपलाइन का 4.8% और नेटवर्थ का 18.6% रहा

हालांकि यह बिजनेस कंपनी के टोटल रेवेन्यू में छोटा था, लेकिन मुनाफे में इसका योगदान महत्वपूर्ण था।


🚀 Rediff के लिए ग्रोथ का नया मौका

Rediff इस अधिग्रहित ई-कॉमर्स यूनिट को दो तरह से उपयोग करेगा:

  1. स्टैंडअलोन प्रोडक्ट के रूप में
  2. RediffOne सुइट के हिस्से के रूप में

इसके ज़रिए Rediff अब SMEs और मिड-मार्केट सेगमेंट में अपनी पकड़ और मज़बूत करेगा, खासकर Rediffmail, RediffPay और कंटेंट प्लेटफॉर्म के इंटीग्रेशन से।


🧠 Infibeam का नया फोकस: डिजिटल पेमेंट और AI इंफ्रास्ट्रक्चर

इस डील के बाद Infibeam अब दो प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा:

  • CCAvenue के माध्यम से डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशंस
  • Phronetic.ai के तहत AI इंफ्रास्ट्रक्चर और एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर

Infibeam की रणनीति स्पष्ट है—कम-कोर बिज़नेस से बाहर निकलकर हाई-ग्रोथ क्षेत्रों में आक्रामक विस्तार।


📈 Rediff के IPO की तैयारी शुरू!

स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना के अनुसार, Rediff आने वाले महीनों में अपनी ग्रोथ को फंड करने के लिए:

  • फंडरेज़िंग के विकल्पों की तलाश कर रही है
  • IPO लाने की संभावना पर भी विचार कर रही है
  • इसका लक्ष्य है SME SaaS और डिजिटल कॉमर्स मार्केट में अपनी मौजूदगी को और मज़बूत बनाना

💬 लीडरशिप की टिप्पणी

Infibeam Avenues के CMD विशाल मेहता ने इस रणनीतिक डील को लेकर कहा:

“यह डील Infibeam और Rediff दोनों के लिए ग्रोथ का नया रनवे तैयार करती है। हमारे लिए यह फोकस और एगिलिटी को बढ़ाने का अवसर है जिससे लॉन्ग टर्म वैल्यू अनलॉक हो सके।”


🧩 RediffOne Suite: SaaS + Payments + Content का कॉम्बो

Rediff इस ई-कॉमर्स इंफ्रास्ट्रक्चर को RediffOne सुइट में इंटीग्रेट कर रहा है, जिससे यह एक कम्पलीट SaaS प्लेटफॉर्म बन सके जो प्रदान करता है:

  • वेबसाइट बिल्डिंग और होस्टिंग
  • ई-कॉमर्स सेटअप
  • इनबिल्ट पेमेंट सॉल्यूशंस (RediffPay के साथ)
  • Rediffmail पर बेस्ड कम्युनिकेशन टूल्स
  • कंटेंट पब्लिशिंग और न्यूज़ प्लेटफॉर्म

इस सुइट का लक्ष्य है छोटे और मध्यम व्यापारों को एक वन-स्टॉप डिजिटल समाधान देना।


🔍 डील के पीछे रणनीति क्या है?

Infibeam ने पिछले साल ही Rediff.com में मेजोरिटी हिस्सेदारी खरीदी थी। अब इस लेन-देन के ज़रिए:

  • Infibeam अपनी मूल क्षमताओं—पेमेंट्स और AI पर ध्यान देगा
  • Rediff डिजिटल SaaS और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में अपना विस्तार करेगा
  • दोनों कंपनियों का यूनिक वैल्यू प्रपोजिशन और मजबूत होगा

🧾 निष्कर्ष: Win-Win डील!

यह डील भारतीय SaaS और डिजिटल कॉमर्स इकोसिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। Infibeam जहां हाई-मार्जिन और स्केलेबल बिज़नेस की ओर बढ़ रहा है, वहीं Rediff अब एक ऑल-इन-वन SME सॉल्यूशन प्लेयर बनने की ओर अग्रसर है।

डील का असर आने वाले क्वार्टर्स में रेवेन्यू और मार्केट कैप के आंकड़ों में साफ़ दिखाई देगा। दोनों कंपनियां अब अपने-अपने क्षेत्रों में ज्यादा स्पष्टता और गति के साथ आगे बढ़ने को तैयार हैं।

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🚀 डिजिटल पेमेंट कंपनी Infibeam Avenues धमाका Q1 FY26 में 72% रेवेन्यू ग्रोथ,

Infibeam Avenues

📊 राजस्व में जबरदस्त बढ़ोतरी, लेकिन मुनाफे में गिअहमदाबाद स्थित डिजिटल पेमेंट और ई-कॉमर्स कंपनी Infibeam Avenues ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में शानदार रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम ₹1,280 करोड़ तक पहुंच गई है, लेकिन बढ़ती लागतों के चलते नेट प्रॉफिट में 16% की गिरावट आई है।


💰 रेवेन्यू में 72% की जबरदस्त छलांग

Infibeam ने Q1 FY26 (अप्रैल-जून 2025) के लिए ₹1,280 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही (Q1 FY25) के ₹745 करोड़ से 72% अधिक है। कंपनी की कुल इनकम ₹1,306.5 करोड़ रही, जिसमें ₹26.3 करोड़ की अन्य आय शामिल है।

कंपनी का पेमेंट बिजनेस कुल रेवेन्यू का 96% हिस्सा रहा, जो ₹1,226.4 करोड़ तक पहुंच गया। वहीं, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बिजनेस से ₹53.7 करोड़ की कमाई हुई, जो कि साल-दर-साल आधार पर 38.5% अधिक है।


📉 मुनाफे में गिरावट, कुल खर्चों में भारी उछाल

हालांकि रेवेन्यू में शानदार वृद्धि हुई, लेकिन कंपनी की कुल लागतें भी तेज़ी से बढ़ीं। Q1 FY25 में कुल खर्च ₹693.7 करोड़ थे, जो इस तिमाही में बढ़कर ₹1,229.3 करोड़ हो गए – यानी 77% की वृद्धि।

  • पेमेंट प्रोसेसिंग की लागत ₹1,128 करोड़ रही, जो 79.5% की सालाना वृद्धि है।
  • कर्मचारियों को मिलने वाले लाभों की लागत 14% बढ़कर ₹39 करोड़ हुई।
  • डिप्रिसिएशन खर्च ₹17.67 करोड़ रहा, जो 8% अधिक है।

लागतों में तेज़ उछाल के कारण कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹69.4 करोड़ से घटकर ₹58.4 करोड़ हो गया – यानी 16% की गिरावट।


🔁 बड़ी रणनीतिक पहलें: Rediff.com को मिला नया बिजनेस

Infibeam ने एक बड़ी कॉर्पोरेट कार्रवाई के तहत ₹800 करोड़ के मूल्य पर अपनी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर यूनिट को Rediff.com को ट्रांसफर करने की मंज़ूरी दी है। यह ट्रांसफर एक स्लंप सेल के रूप में किया गया है।

यह कदम कंपनी के ऑपरेशनल मॉडल को मजबूत करने और नई डिजिटल रणनीतियों पर फोकस बढ़ाने के लिए उठाया गया है।


🤖 AI और डिजिटल इनोवेशन में बड़ा दांव

Q1 FY26 में Infibeam Avenues ने कई महत्वपूर्ण इनिशिएटिव्स का ऐलान किया:

  • मुंबई में Agentic AI Marketplace लॉन्च करने की योजना।
  • देश के छोटे शहरों में 12 AI डेटा सेंटर स्थापित करने का रोडमैप।
  • ₹700 करोड़ का राइट्स इश्यू पास किया गया ताकि AI और बिजनेस विस्तार को फंड किया जा सके।
  • कंपनी अब UPI एप्लिकेशन स्पेस में RediffPay के माध्यम से एंट्री की तैयारी में है।
  • Rediff TV नाम से AI आधारित मीडिया प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया गया है।
  • Phronetic.ai के तहत Fintech-केंद्रित AI सॉल्यूशन विकसित किए जा रहे हैं।

📊 शेयर बाजार प्रदर्शन और वैल्यूएशन

7 अगस्त 2025 को कारोबारी दिन के अंत में Infibeam का शेयर ₹15.19 प्रति शेयर पर बंद हुआ। कंपनी का कुल मार्केट कैपिटलाइज़ेशन ₹4,247.78 करोड़ ($500 मिलियन) पर पहुंच गया।


📌 निष्कर्ष: ग्रोथ और इनोवेशन का संगम

हालांकि कंपनी को इस तिमाही में मुनाफे में गिरावट का सामना करना पड़ा, लेकिन रेवेन्यू ग्रोथ, मार्केट इनिशिएटिव्स और रणनीतिक विस्तार से यह स्पष्ट है कि Infibeam एक मजबूत डिजिटल पेमेंट और AI-इनोवेशन कंपनी के रूप में उभर रही है।

RediffPay, Rediff TV, और AI डेटा सेंटर्स जैसे नए प्रोजेक्ट्स भारत के डिजिटल इकोसिस्टम में Infibeam की भूमिका को और मज़बूत करेंगे।

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Infibeam Avenues की UAE सब्सिडियरी ने IPO से पहले किया शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर में बदलाव

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फिनटेक कंपनी Infibeam Avenues Ltd की UAE सब्सिडियरी ने अपनी शेयरहोल्डिंग संरचना (Shareholding Structure) में बदलाव किया है। यह रणनीतिक बदलाव डिजिटल पेमेंट रणनीति को मजबूत करने और आगामी IPO (अबू धाबी स्टॉक एक्सचेंज – ADX) के लिए अनुकूलन के तहत किया गया है। कंपनी ने इस बदलाव की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी।


📌 Infibeam Avenues नई शेयरहोल्डिंग संरचना: क्या बदला?

Infibeam Avenues ने Avenues World FZ-LLC की शेयरहोल्डिंग को अपनी नई अबू धाबी-आधारित इकाई Infibeam Avenues ME SPV Ltd को ट्रांसफर कर दिया है।

➡️ Infibeam Avenues की UAE सब्सिडियरी Vavian International Ltd अब 80% हिस्सेदारी Infibeam Avenues ME SPV Ltd में रखेगी।
➡️ Infibeam Avenues ME SPV Ltd, Avenues World FZ-LLC की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी होगी।
➡️ Avenues World FZ-LLC वही कंपनी है जो UAE में CCAvenue.ae पेमेंट गेटवे का संचालन करती है


🚀 MENA रीजन में डिजिटल पेमेंट सेक्टर पर Infibeam Avenues की आक्रामक रणनीति

Infibeam Avenues का यह संरचनात्मक पुनर्गठन (Strategic Reshuffling) उसके मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका (MENA) में बढ़ते डिजिटल पेमेंट सेक्टर को देखते हुए किया गया है।

📌 इस कदम से Infibeam Avenues को अबू धाबी में मुख्यालय स्थापित करने में मदद मिलेगी, जो कि ADX IPO के लिए एक अनिवार्य शर्त है।
📌 इससे कंपनी को आर्थिक रूप से संगठित तरीके से अपने कारोबार का विस्तार करने का मौका मिलेगा।
📌 यह कंपनी के डिजिटल भुगतान समाधानों (Digital Payment Solutions) को और अधिक मजबूती देगा।


💰 Pre-IPO फंडिंग और कंपनी की वैल्यूएशन

Infibeam Avenues ने पहले खुलासा किया था कि उसकी UAE स्थित स्टेप-डाउन सब्सिडियरी Avenues World FZ-LLC ने Pre-IPO इक्विटी प्लेसमेंट के जरिए $20 मिलियन (लगभग ₹166 करोड़) जुटाए थे

📌 इस 20% हिस्सेदारी की बिक्री के बाद कंपनी की पोस्ट-मनी वैल्यूएशन $100 मिलियन (₹830 करोड़) आंकी गई।


📊 Infibeam Avenues की UAE में ग्रोथ स्टोरी

📌 अगस्त 2023 में, Infibeam Avenues ने एक महीने में AED 1 बिलियन (₹22,500 करोड़) से अधिक के ट्रांजैक्शन्स प्रोसेस किए
📌 अक्टूबर 2023 तक, CCAvenue.ae पेमेंट गेटवे ने AED 24.5 बिलियन (₹5,50,000 करोड़) के ट्रांजैक्शन्स प्रोसेस किए
📌 कंपनी 5,000+ व्यापारियों (Merchants) को सर्विस देती है, जिनमें कुछ हाई-प्रोफाइल क्लाइंट शामिल हैं:
Burj Khalifa
Emaar
Damac
Nakheel
Trump Golf Dubai


📱 Infibeam Avenues का QR Code पेमेंट सॉल्यूशन और ऑफलाइन मार्केट में एंट्री

Infibeam Avenues ने UAE में मोबाइल-बेस्ड QR कोड पेमेंट सॉल्यूशन भी लॉन्च किया था।

📌 यह पहल ऑफलाइन पेमेंट सेक्टर को टारगेट करने के लिए की गई थी।
📌 इस लॉन्च से Infibeam Avenues ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी विस्तार रणनीति को मजबूत किया।
📌 UAE के बाद कंपनी अन्य MENA देशों में भी इस मॉडल को अपनाने की योजना बना रही है।


🇸🇦 सऊदी अरब में Infibeam Avenues की उपलब्धियां

Infibeam Avenues की सऊदी अरब स्थित सब्सिडियरी ने हाल ही में सऊदी अरब की मौद्रिक प्राधिकरण (Saudi Arabian Monetary Authority – SAMA) से “Payment Tokenization Service Provider (PTSP)” सर्टिफिकेशन प्राप्त किया

📌 यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय फिनटेक कंपनियों में से एक बनी।
📌 इससे कंपनी को सऊदी अरब में डिजिटल पेमेंट सेवाओं को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी

📌 कंपनी की साल-दर-साल (YoY) ग्रोथ भी प्रभावशाली रही


💡 डिजिटल पेमेंट्स में इनोवेशन: नई सेवाएं और विस्तार

Infibeam Avenues ने MENA क्षेत्र में डिजिटल भुगतान नवाचारों (Digital Payment Innovations) पर ध्यान केंद्रित किया है।

📌 Express Settlement for Merchants – व्यापारी अब भुगतान तेजी से प्राप्त कर सकते हैं।
📌 CCAvenue TapPay – टचलेस डिजिटल भुगतान समाधान।
📌 मिडिल ईस्ट में आक्रामक विस्तार रणनीति – कंपनी अधिक व्यापारियों को जोड़ने और डिजिटल भुगतान इकोसिस्टम को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है।


📢 निष्कर्ष: Infibeam Avenues का ADX IPO और भविष्य की रणनीति

Infibeam Avenues की UAE सब्सिडियरी का यह शेयरहोल्डिंग पुनर्गठन उसके Abu Dhabi Stock Exchange (ADX) पर IPO लाने की तैयारियों का हिस्सा है

📌 कंपनी ने Pre-IPO फंडिंग में $20 मिलियन जुटाए, जिससे इसकी वैल्यू $100 मिलियन हो गई।
📌 MENA क्षेत्र में डिजिटल भुगतान क्षेत्र के विस्तार को देखते हुए, Infibeam Avenues अपनी सेवाओं का तेजी से विस्तार कर रही है।
📌 सऊदी अरब में “PTSP” सर्टिफिकेशन हासिल कर, Infibeam Avenues ने मिडिल ईस्ट में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है

📌 भविष्य में, यह IPO Infibeam Avenues को वैश्विक स्तर पर डिजिटल भुगतान क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी बना सकता है।


💬 आपकी राय? क्या Infibeam Avenues का ADX IPO मिडिल ईस्ट में डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को और मजबूत करेगा? हमें कमेंट में बताएं! ⬇️

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