डिजिटल पेमेंट्स कंपनी Infibeam Avenues ने सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। अहमदाबाद-स्थित इस कंपनी ने अपनी राजस्व (Revenue) में 93% की जबरदस्त साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की, जबकि मुनाफा भी 45% तक बढ़ गया। कंपनी अब ₹2,000 करोड़ के राजस्व क्लब में प्रवेश करने के कगार पर है। 💥
📊 रिकॉर्ड-ब्रेकिंग ग्रोथ: रेवेन्यू ₹1,965 करोड़ तक पहुंचा
Infibeam के कंसोलिडेटेड वित्तीय परिणामों के अनुसार, कंपनी की ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹1,017 करोड़ (Q2 FY25) से बढ़कर ₹1,965 करोड़ (Q2 FY26) हो गई। यह लगभग 93% की वृद्धि को दर्शाता है — यानी रेवेन्यू में लगभग डबल ग्रोथ।
अगर कुल आय की बात करें तो कंपनी ने ₹21 करोड़ की “Other Income” भी दर्ज की, जिससे कुल रेवेन्यू ₹1,986 करोड़ तक पहुंच गया।
💸 पेमेंट बिजनेस बना ग्रोथ का इंजन ⚙️
Infibeam का पेमेंट बिजनेस इसकी कमाई का सबसे बड़ा स्रोत बना रहा, जिसने कंपनी की कुल आमदनी का 97% योगदान दिया।
- पेमेंट प्रोसेसिंग रेवेन्यू में 95% की बढ़त, जो ₹1,900 करोड़ तक पहुंच गया।
- वहीं, इसका ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बिजनेस भी 48% बढ़कर ₹65 करोड़ पर पहुंच गया।
इन दोनों सेगमेंट्स ने मिलकर Infibeam को भारत की सबसे तेजी से बढ़ती फिनटेक कंपनियों में से एक बना दिया है।
🧾 खर्चों में भी तेज़ उछाल, पर मुनाफा बरकरार 💰
तेज़ ग्रोथ के साथ कंपनी के खर्चे भी बढ़े — कुल खर्च 98% बढ़कर ₹1,891 करोड़ हो गए, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹957 करोड़ थे।
- 💳 Payment Processing Cost: सबसे बड़ा खर्च, जो 105% बढ़कर ₹1,812 करोड़ हो गया।
- 👨💻 Employee Benefits: लगभग स्थिर रहे ₹34 करोड़ पर।
- 🏢 Depreciation: 12% बढ़कर ₹19 करोड़ पर पहुंचा।
इन बढ़ते खर्चों के बावजूद, कंपनी ने मजबूत ऑपरेशनल एफिशिएंसी बनाए रखी और मुनाफे में 45% की बढ़त दर्ज की।
📈 मुनाफा 45% बढ़कर ₹68 करोड़ पहुंचा
Infibeam का नेट प्रॉफिट (PAT) Q2 FY25 के ₹47 करोड़ से बढ़कर ₹68 करोड़ (Q2 FY26) हो गया।
छह महीने (H1 FY26) के दौरान कंपनी का कुल मुनाफा भी 17% बढ़कर ₹126 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल यह ₹108 करोड़ था।
यह संकेत देता है कि Infibeam लगातार प्रॉफिटेबल ग्रोथ की दिशा में आगे बढ़ रही है।
🏦 RBI से मिली बड़ी मंज़ूरी 🔐
अक्टूबर 2025 में, Infibeam Avenues को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से एक अहम स्वीकृति मिली — कंपनी को अब Prepaid Payment Instruments (PPI) जारी करने की in-principle approval मिल गई है।
इस लाइसेंस के तहत कंपनी अब डिजिटल वॉलेट्स, प्रीपेड कार्ड्स और पेमेंट सर्विसेज़ ऑफर कर सकेगी, जिससे यह भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम में और मजबूत खिलाड़ी बन जाएगी।
🌐 Infibeam का बिजनेस मॉडल: पेमेंट्स + ई-कॉमर्स 💡
Infibeam का डिजिटल इकोसिस्टम दो मुख्य क्षेत्रों पर आधारित है —
- Digital Payments: जिसमें पेमेंट गेटवे, पेमेंट प्रोसेसिंग और मर्चेंट सेटलमेंट शामिल हैं।
- E-commerce Solutions: जहां यह सरकारी और प्राइवेट दोनों संस्थानों को ऑनलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करती है।
कंपनी ने वर्षों में भारत, मिडिल ईस्ट और एशिया पैसिफिक में अपने ग्राहक नेटवर्क को मजबूत किया है।
📊 मार्केट में स्थिर प्रदर्शन: शेयर प्राइस ₹19.29
आज के ट्रेडिंग सेशन के अंत में, Infibeam Avenues का शेयर ₹19.29 प्रति शेयर पर बंद हुआ, जिससे कंपनी का मार्केट कैप ₹5,379 करोड़ ($606 मिलियन) हो गया।
पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने निवेशकों को स्थिर रिटर्न दिया है और अब RBI की मंज़ूरी के बाद इसमें और तेजी देखने की उम्मीद है। 📈
💬 कंपनी की रणनीति: “डिजिटल इंडिया” मिशन के साथ कदमताल 🇮🇳
Infibeam लगातार भारत के डिजिटल भुगतान मिशन के अनुरूप खुद को तैयार कर रही है।
कंपनी अब फोकस कर रही है —
- ऑनलाइन-ऑफलाइन पेमेंट इंटीग्रेशन पर,
- क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजेक्शन को आसान बनाने पर,
- और मर्चेंट नेटवर्क एक्सपैंशन पर।
इसके साथ, Infibeam अब भारत के उन क्षेत्रों में भी पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर पहुंचा रही है जहाँ डिजिटल पेमेंट्स का उपयोग अभी शुरुआती चरण में है।
📍 FY26 में क्या है Infibeam का रोडमैप? 🧭
कंपनी का लक्ष्य है कि अगले दो वर्षों में —
- अपना ट्रांजेक्शन वॉल्यूम 3x बढ़ाना,
- छोटे व्यापारियों के लिए लो-कॉस्ट डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन लॉन्च करना,
- और भारत के साथ-साथ ग्लोबल मार्केट्स में भी एंट्री को गहरा करना।
Infibeam Avenues अब सिर्फ एक पेमेंट कंपनी नहीं, बल्कि एक फुल-स्टैक डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेज़ प्लेटफॉर्म के रूप में उभर रही है।
💬 निष्कर्ष: Infibeam ने दिखाई “डिजिटल स्पीड”, मुनाफे की रफ़्तार बरकरार ⚡
FY26 की दूसरी तिमाही Infibeam के लिए बेहद मजबूत रही —
✅ रेवेन्यू में 93% की छलांग
✅ मुनाफा 45% ऊपर
✅ RBI से लाइसेंस अप्रूवल
✅ शेयर प्राइस स्थिर
डिजिटल पेमेंट्स सेक्टर में जब अधिकांश कंपनियां कॉस्ट और रेगुलेशन से जूझ रही हैं, Infibeam Avenues ने दिखाया है कि टेक्नोलॉजी और फोकस्ड ग्रोथ से भारत में भी सस्टेनेबल प्रॉफिटेबिलिटी हासिल की जा सकती है।
💡 अगर यह रफ़्तार जारी रही, तो Infibeam आने वाले सालों में भारत का अगला पेमेंट्स पावरहाउस बन सकता है। 🚀💳
Read more : JetSynthesys ने FY25 में किया मुनाफे का चौका! लेकिन ऑपरेशनल घाटा अब भी बरकरार


