pet care रिटेल ब्रांड JUST DOGS ने वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) में अपने राजस्व में जोरदार बढ़त दर्ज की है, लेकिन मुनाफे के मोर्चे पर कंपनी को झटका लगा है। अहमदाबाद स्थित इस स्टार्टअप ने जहां एक ओर ₹94 करोड़ का कुल रेवेन्यू कमाया, वहीं इसका घाटा बढ़कर ₹11 करोड़ तक पहुंच गया।
📊 JUSTDOGS रेवेन्यू ग्रोथ रही दमदार, 32% की बढ़त
FY24 में JUSTDOGS ने ₹94 करोड़ का ऑपरेशनल रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले वर्ष (FY23) के ₹71 करोड़ के मुकाबले 32% अधिक है।
कंपनी की शुरुआत 2011 में हुई थी, और आज यह भारत में पेट फूड, सप्लीमेंट्स, एक्सेसरीज़ और ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स का बड़ा ब्रांड बन चुका है। Just Dogs न केवल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सक्रिय है, बल्कि इसका ऑफलाइन स्टोर नेटवर्क भी तेजी से बढ़ रहा है।
🍖 पेट फूड बना रेवेन्यू का प्रमुख स्रोत
Just Dogs की कुल आमदनी में सबसे बड़ा योगदान डॉग फूड कैटेगरी का रहा, जिससे FY24 में ₹66 करोड़ की कमाई हुई — यह FY23 की तुलना में 47% की ग्रोथ है।
🔸 पेट ट्रीट्स से ₹10 करोड़
🔸 ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स से ₹2 करोड़
🔸 वहीं, सर्विसेज से रेवेन्यू गिरकर ₹16 करोड़ रह गया, जो पिछले वर्ष ₹17.5 करोड़ था।
💸 खर्चों में तेज़ी से इजाफा
FY24 में Just Dogs के कुल खर्च ₹106 करोड़ तक पहुंच गए, जो FY23 के ₹72 करोड़ से 47% अधिक हैं।
🔻 मैटेरियल कॉस्ट (कच्चा माल) सबसे बड़ा खर्च रहा — ₹67 करोड़, जो कुल खर्च का लगभग दो-तिहाई है।
🔻 कर्मचारी लाभ खर्च ₹13 करोड़ — 62.5% की बढ़ोतरी
🔻 मार्केटिंग खर्च ₹6 करोड़ और
🔻 रेंट खर्च ₹10 करोड़ — दोनों दोगुने हो गए
🔻 अन्य ऑपरेशनल खर्च भी ₹10 करोड़ रहे
कंपनी ने ग्रोथ के लिए आक्रामक रणनीति अपनाई, लेकिन खर्च ने रेवेन्यू ग्रोथ से आगे निकलकर घाटा बढ़ा दिया।
📉 घाटे में बड़ा उछाल: ₹6 लाख से ₹11 करोड़
जहां FY23 में कंपनी का घाटा मात्र ₹6 लाख था, वहीं FY24 में यह आंकड़ा बढ़कर ₹11 करोड़ तक पहुंच गया।
📉 ROCE (Return on Capital Employed): -25.12%
📉 EBITDA मार्जिन: -10.21%
यूनिट लेवल पर, कंपनी ने हर ₹1 कमाई के लिए ₹1.13 खर्च किए, जो FY23 में ₹1.01 था।
यह संकेत देता है कि ऑपरेशनल कुशलता पर अभी भी काम करने की ज़रूरत है।
🏦 बैलेंस शीट की स्थिति
Just Dogs के पास FY24 के अंत तक कुल ₹43 करोड़ मूल्य की करंट एसेट्स थीं। इनमें से ₹8 करोड़ कैश और बैंक बैलेंस के रूप में हैं।
इससे यह साफ होता है कि कंपनी के पास अल्पकालिक फाइनेंशियल स्थिरता बनाए रखने के लिए पर्याप्त बैकअप है, लेकिन घाटे को कम करने की दिशा में ठोस रणनीति की जरूरत है।
🧠 क्या बना नुकसान का कारण?
- आक्रामक विस्तार नीति: नए स्टोर्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर निवेश
- मार्केटिंग और किराए में भारी इजाफा
- सर्विस रेवेन्यू में गिरावट
- कर्मचारियों पर खर्च में भारी बढ़ोतरी
इन सब ने मिलकर कंपनी के खर्चों को रेवेन्यू ग्रोथ से आगे कर दिया।
🐾 ब्रांड की दिशा: ‘फुल स्टैक पेटकेयर एक्सपीरियंस’
Just Dogs केवल प्रोडक्ट्स बेचने तक सीमित नहीं है। कंपनी का उद्देश्य है कि वह पेट पैरंट्स को फुल स्टैक एक्सपीरियंस दे सके — जिसमें फूड, ग्रूमिंग, हेल्थ सपोर्ट, ट्रेनिंग और सर्विसेस सब शामिल हों।
इस उद्देश्य से कंपनी अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म को और इंटिग्रेटेड और सहज बना रही है।
🔮 आगे की राह
कंपनी को अब इन बिंदुओं पर ध्यान देना होगा:
- सर्विस सेगमेंट को फिर से मजबूती देना
- खर्चों में कटौती और कुशलता लाना
- यूनिट इकनॉमिक्स में सुधार करना
- मार्जिन बढ़ाने के लिए प्रीमियम प्रोडक्ट्स और सब्सक्रिप्शन मॉडल पर विचार
📌 निष्कर्ष
Just Dogs ने FY24 में रेवेन्यू के मोर्चे पर तो शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन भारी खर्चों ने मुनाफे की राह में ब्रेक लगा दिया।
अगर कंपनी अपने खर्चों को कंट्रोल कर, सर्विस सेगमेंट को पुनः सक्रिय करती है — तो वह आने वाले वर्षों में भारत का अग्रणी पेट केयर ब्रांड बन सकती है।
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