👓📈 Lenskart Q2 FY26 Results: Revenue में 21% की Growth,

Lenskart

भारत की अग्रणी eyewear कंपनी Lenskart ने अपने Q2 FY26 के ताज़ा वित्तीय परिणाम जारी कर दिए हैं। हाल ही में भारतीय शेयर बाज़ार में लिस्ट होने के बाद कंपनी के नतीजों पर सभी की नज़रें थीं — और Lenskart ने इस तिमाही में मजबूत प्रदर्शन करते हुए Revenue और Profit दोनों में डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज की है।


💰📊 Revenue में 21% की दमदार बढ़ोतरी

कंपनी के अनुसार, Q2 FY26 में Lenskart का Revenue बढ़कर ₹2,096 करोड़ हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही के ₹1,736 करोड़ से 21% अधिक है।

इसके अलावा, अन्य आय (Other Income) से ₹33 करोड़ की अतिरिक्त कमाई हुई, जिससे कंपनी की कुल आय ₹2,129 करोड़ पर पहुँच गई।

अगर छह महीने (H1 FY26) के आंकड़े देखें, तो कंपनी ने फिर शानदार प्रदर्शन किया:

  • H1 FY26 Revenue: ₹3,991 करोड़
  • H1 FY25 Revenue: ₹3,256 करोड़
    ➡️ यानी 23% Year-on-Year Growth

📦⚙️ खर्चे भी बढ़े, लेकिन नियंत्रण में

जैसा कि तेजी से बढ़ती उपभोक्ता कंपनियों में होता है, Lenskart के खर्चों में भी बढ़ोतरी देखी गई:

🔹 1. Cost of Material — सबसे बड़ा खर्चा

  • Q2 FY26: ₹650 करोड़
  • Q2 FY25: ₹546 करोड़
    ➡️ 19% वृद्धि

यह खर्च कुल लागत का लगभग 33% हिस्सा है, यानी कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग और रॉ मटीरियल कॉस्ट अभी भी बिज़नेस मॉडल का भारी हिस्सा बने हुए हैं।

🔹 2. Employee Benefit Expense — 55% की बड़ी Jump

  • Q2 FY26: ₹502.5 करोड़
  • Q2 FY25: ₹325 करोड़

यह बढ़ोतरी संकेत है कि Lenskart अपने टेक, रिटेल और सप्लाई चेन नेटवर्क में भारी निवेश कर रहा है।

🔹 3. अन्य खर्चे

Finance cost, depreciation, और अन्य overheads को मिलाकर कुल खर्च बढ़कर ₹1,980 करोड़ हो गया — यानी 18.5% की वृद्धि


🟢📈 Profit में 20% की बढ़त, H1 में 120% Jump

खर्चों में बढ़ोतरी के बावजूद Lenskart ने लाभ में मजबूत उछाल दिखाया है:

Q2 FY26 Profit

  • Q2 FY26: ₹103 करोड़
  • Q2 FY25: ₹86 करोड़
    ➡️ 20% वृद्धि

H1 FY26 Profit

  • H1 FY26: ₹165 करोड़
  • H1 FY25: ₹75 करोड़
    ➡️ पूरे 120% की Jump!

यह बढ़ोतरी कंपनी के स्केलेबल मॉडल, बेहतर यूनिट इकॉनमी और बढ़ते प्रीमियम प्रोडक्ट इकोसिस्टम की वजह से हुई।


📉📝 शेयर बाज़ार में Lenskart की साधारण शुरुआत

Lenskart ने भारतीय शेयर बाज़ार में ऐसी धमाकेदार लिस्टिंग नहीं की जैसा कि निवेशक उम्मीद कर रहे थे।

  • Issue Price: ₹402
  • Listing Price (NSE): ₹395
    ➡️ 1.7% नीचे

हालांकि लिस्टिंग शांत रही, लेकिन Lenskart का लंबे समय का बिज़नेस मॉडल निवेशकों को अभी भी आकर्षित कर रहा है।


💵🏦 IPO ने जुटाए ₹7,178 करोड़ — भारत का बड़ा उपभोक्ता IPO

Lenskart ने अपने IPO में:

  • Fresh issue: ₹2,150 करोड़
  • Offer for Sale (OFS): ₹5,028 करोड़
    ➡️ Total: ₹7,178 करोड़

कंपनी का कुल मूल्यांकन (Valuation) करीब ₹70,000 करोड़ ($8 billion) तय हुआ।

🟣 IPO Subscription Breakdown

  • Retail Investors: 7.53x
  • QIBs (ex-anchors): 40.35x
  • NIIs: 18.2x
  • Employee quota: 4.96x
    ➡️ Overall: 28.26x Oversubscribed

📌📉 वर्तमान शेयर प्राइस और मार्केट कैप

नवीनतम ट्रेडिंग सत्र में:

  • शेयर प्राइस: ₹411.80
  • Market Cap: ₹71,441 करोड़ ($7.9 billion)

लिस्टिंग के कुछ दिनों के भीतर प्राइस में सुधार दिखना यह दर्शाता है कि निवेशकों का भरोसा दीर्घकालिक ग्रोथ पर टिका हुआ है।


🏢🌐 Lenskart: भारत का सबसे बड़ा Omnichannel Eyewear Player

Lenskart की ग्रोथ कई कारणों से मजबूत बनी हुई है:

🔸 विशाल Omnichannel नेटवर्क

  • 2,100+ स्टोर
  • तेज़ी से बढ़ती ऑनलाइन बिक्री

🔸 अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट

कंपनी अपने चश्मे खुद बनाती है, जिससे लागत नियंत्रित रहती है।

🔸 टेक-ड्रिवन मॉडल

AI-based eye checkup
3D try-on
Digital inventory

🔸 अंतरराष्ट्रीय विस्तार

सिंगापुर, UAE, सऊदी, दक्षिण-पूर्व एशिया में तेजी से कदम


🚀📌 FundingRaised की राय: Lenskart की अगली तिमाही और भी दिलचस्प हो सकती है

कंपनी की रणनीति स्पष्ट है —
✔ विस्तार
✔ प्रीमियम प्रोडक्ट लाइंस
✔ ग्लोबल रिटेल इकोसिस्टम
✔ टेक और सप्लाई चेन पर गहरा निवेश

Q2 के नतीजे दिखाते हैं कि Lenskart न सिर्फ मुनाफा कमा रहा है, बल्कि भविष्य की ग्रोथ के लिए अपनी नींव भी मजबूत कर रहा है।

Read more : SEBI का बड़ा एक्शन! Droneacharya Aerial Innovations पर 2 साल का मार्केट बैन

👓📉 Lenskart IPO ज़बर्दस्त सब्सक्रिप्शन के बाद भी ठंडी लिस्टिंग

Lenskart

चश्मों और आईवियर रिटेलिंग की दिग्गज कंपनी Lenskart ने आज शेयर बाजार में अपनी बहुप्रतीक्षित लिस्टिंग की, लेकिन नतीजा उम्मीदों से काफी फीका रहा।
जहाँ कंपनी का IPO लगभग 28 गुना सब्सक्राइब हुआ था, वहीं लिस्टिंग 1.7% डिस्काउंट पर हुई।


🟦 📉 डिस्काउंट पर शुरुआत — निवेशकों की उम्मीद टूटी

आज NSE पर Lenskart के शेयर ₹395 प्रति शेयर पर खुले, जो ₹402 के IPO प्राइस से लगभग 1.7% नीचे था।
BSE पर शुरुआत और भी कमजोर रही, जहाँ शेयर ₹390 पर सूचीबद्ध हुआ—लगभग 3% का डिस्काउंट

लिस्टिंग के कुछ मिनट बाद, स्टॉक 10% से ज्यादा गिरकर और नीचे गया, हालांकि दिन के बाद के हिस्से में कुछ रिकवरी दर्ज हुई।


📊 IPO को मिली थी जबरदस्त मांग — फिर लिस्टिंग कमजोर क्यों?

Lenskart का ₹7,278 करोड़ का IPO भारत के सबसे बड़े उपभोक्ता-टेक इश्यूज़ में से एक था। सब्सक्रिप्शन के आँकड़े बेहद मजबूत थे:

कुल सब्सक्रिप्शन — 28.26X
✅ रिटेल इनवेस्टर्स — 7.53X
✅ QIBs (ex-anchors) — 40.35X
✅ NIIs — 18.2X
✅ कर्मचारी कोटा — 4.96X

IPO की मजबूत मांग, ब्रांड की भारी पहचान और पिछले वर्षों की ग्रोथ के बावजूद, लिस्टिंग ने वैसी बढ़त नहीं दिखाई जिसकी बाजार को उम्मीद थी।

मुख्य कारण विश्लेषकों के अनुसार यह हो सकता है कि:

  • कंपनी की वैल्यूएशन काफी ऊँची थी
  • 10x FY25 Sales और लगभग 69x EBITDA पर लिस्टिंग
  • हाल ही में मार्केट की वोलैटिलिटी
  • प्रॉफिटेबिलिटी की स्टेबिलिटी पर निवेशकों की सतर्कता

🏦 🪙 एंकर निवेशकों से जुटाए ₹3,268 करोड़

IPO से ठीक पहले, Lenskart ने 147 एंकर निवेशकों से ₹3,268 करोड़ जुटाए थे। इनमें शामिल थे:

  • GIC
  • Fidelity
  • Goldman Sachs
  • SBI MF
  • HDFC MF
  • Kotak MF
  • और कई अन्य वैश्विक और घरेलू दिग्गज

ऐसा माना जा रहा था कि एंकर राउंड की मजबूती लिस्टिंग डे पर बेहतरीन प्रदर्शन की नींव रखेगी, लेकिन रिटेल और HNI माँग के मुकाबले संस्थागत सेलिंग प्रेशर ज्यादा दिखा।


📅 IPO की प्रमुख जानकारी

  • ओपनिंग: 31 अक्टूबर 2025
  • क्लोज़िंग: 4 नवंबर 2025
  • प्राइस बैंड: ₹382–₹402
  • लॉट साइज: 37 शेयर
  • न्यूनतम निवेश: ₹14,874

🧾 📈 वित्तीय प्रदर्शन: Lenskart की ग्रोथ मजबूत बनी हुई

लिस्टिंग भले कमजोर रही, लेकिन कंपनी के बिजनेस नंबर बेहद मजबूत दिख रहे हैं।

FY25 प्रदर्शन

  • राजस्व (Revenue): ₹6,653 करोड़
    (FY24 के ₹5,428 करोड़ से 22.6% YoY ग्रोथ)
  • नेट प्रॉफिट: ₹297 करोड़
    (FY24 में ₹10 करोड़ का नुकसान → एक साल में मजबूत टर्नअराउंड)

Q1 FY26 प्रदर्शन

  • नेट प्रॉफिट: ₹61 करोड़
    (Q1 FY25 में ₹10.9 करोड़ का नुकसान)
  • ऑपरेटिंग रेवेन्यू: ₹1,894.4 करोड़
    (25% YoY वृद्धि)

SoftBank-backed Lenskart मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ और अंतरराष्ट्रीय विस्तार पर आक्रामक तरीके से काम कर रही है। कंपनी भारत, मध्य-पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया में तेजी से स्टोर्स और सप्लाई चेन बढ़ा रही है।


🌍 बाजार की प्रतिक्रिया: निवेशकों में मिश्रित भावनाएँ

लिस्टिंग के बाद बाजार में दो तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली:

✅ सकारात्मक संकेत

  • लंबी अवधि में बिजनेस का स्केल, ब्रांड इक्विटी और अंतरराष्ट्रीय विस्तार
  • मजबूत यूनिट इकोनॉमिक्स
  • पिछले दो वर्षों में प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार

❌ नकारात्मक संकेत

  • हाई वैल्यूएशन पर इश्यू प्राइस
  • हालिया IPOs का कमजोर रिटर्न
  • प्रॉफिटेबिलिटी की निरंतरता को लेकर निवेशकों की चिंता

🔍 क्या Lenskart आगे रिकवर करेगा?

विशेषज्ञों का मानना है कि:

  • लंबी अवधि में स्टॉक को कंपनी के तेज़ विस्तार, हाई रिटेंशन और ब्रांड लीडरशिप से फायदा मिलेगा
  • लेकिन शॉर्ट टर्म में वोलैटिलिटी जारी रह सकती है, क्योंकि वैल्यूएशन ऊँची है और बाजार की भावना दबाव में है

कंपनी की ओम्नी-चैनल रणनीति, सप्लाई चेन इन-हाउस कंट्रोल और तेजी से ग्लोबल एक्पैंशन इसे अगले 3–5 वर्षों में प्रीमियम कंज्यूमर टेक प्ले बना सकते हैं।


निष्कर्ष

Lenskart का IPO अपनी सब्सक्रिप्शन सफलता के विपरीत एक ठंडी, उम्मीद से कमजोर लिस्टिंग के साथ शुरू हुआ।
हालांकि, कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स, प्रॉफिट टर्नअराउंड और ग्रोथ फोकस इसे लंबी अवधि के निवेशकों के लिए आकर्षक बना सकते हैं।

IPO भले फीका रहा हो—
लेकिन Lenskart का बिजनेस मॉडल उतना ही मजबूत खड़ा है जितना उसकी ब्रांड पहचान।

Read more : इस हफ्ते भारतीय स्टार्टअप्स ने जुटाए $242.88 मिलियन

🕶️ Lenskart IPO से पहले बड़ा धमाका! ₹3,268 करोड़ जुटाए 147 Anchor Investors

Lenskart

भारत की सबसे बड़ी omni-channel eyewear retailer कंपनी Lenskart Solutions Limited ने अपने initial public offering (IPO) से पहले ही निवेशकों का दिल जीत लिया है। कंपनी ने ₹3,268.36 करोड़ की भारीभरकम रकम 147 anchor investors से जुटाई है। इस फंडिंग के जरिए Lenskart ने अपने IPO को लेकर बाजार में जबरदस्त उत्साह पैदा कर दिया है।


💰 IPO से पहले की फंडिंग डिटेल्स

Lenskart ने 8.13 करोड़ इक्विटी शेयर ₹402 प्रति शेयर की ऊपरी प्राइस बैंड पर anchor investors को आवंटित किए। यह allotment कंपनी के कुल IPO के तहत हुआ है, जो 31 अक्टूबर से खुलकर 4 नवंबर तक निवेशकों के लिए उपलब्ध रहेगा।
IPO का price band ₹382 से ₹402 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है, जिसमें प्रत्येक शेयर का फेस वैल्यू ₹2 है।

निवेशक न्यूनतम 37 शेयरों के लॉट में आवेदन कर सकते हैं, यानी न्यूनतम निवेश राशि ₹14,874 रहेगी। इसके बाद निवेशक multiples में आवेदन कर सकते हैं।


📊 Anchor Investors की शानदार भागीदारी

Lenskart के anchor book में देश और विदेश के कई बड़े संस्थागत निवेशकों ने भाग लिया है।
कुल allotment में से 2.87 करोड़ शेयर (35.34%) केवल घरेलू म्यूचुअल फंड्स को दिए गए हैं, जिनमें कुल 21 domestic mutual funds के 59 schemes शामिल हैं।

घरेलू निवेशकों में जिन नामों ने हिस्सा लिया उनमें शामिल हैं:

  • SBI Mutual Fund
  • HDFC Mutual Fund
  • ICICI Prudential
  • Kotak Mutual Fund
  • Axis Mutual Fund
  • Aditya Birla Sun Life Mutual Fund

इसके अलावा बीमा क्षेत्र के दिग्गज जैसे SBI Life Insurance, HDFC Life Insurance, और ICICI Prudential Life Insurance ने भी बड़ी हिस्सेदारी ली है।

विदेशी निवेशकों में शामिल रहे:

  • GIC (Singapore)
  • Monetary Authority of Singapore (MAS)
  • Government Pension Fund Global (GPFG)
  • Fidelity International
  • Goldman Sachs
  • Nomura
  • Amundi, JP Morgan, और Wellington Management जैसी वैश्विक वित्तीय संस्थाएं।

🏦 SBI Mutual Fund का अलग Secondary Deal

IPO से पहले बुधवार को ही SBI Mutual Fund ने Lenskart में ₹100 करोड़ का निवेश किया।
यह निवेश SBI Optimal Equity Fund (AIF) और SBI Emergent Fund (AIF) के जरिए किया गया, जिसमें कंपनी के को-फाउंडर Neha Bansal से ₹402 प्रति शेयर की दर से 0.15% की हिस्सेदारी खरीदी गई।

यह secondary transaction Lenskart के बढ़ते वैल्यूएशन और IPO को लेकर निवेशकों के भरोसे को और मजबूत करता है।


📈 Lenskart IPO से भारी मुनाफे की उम्मीद

Lenskart का यह IPO न सिर्फ कंपनी के लिए बल्कि उसके शुरुआती निवेशकों और प्रमोटर्स के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होने वाला है।
जानकारों के अनुसार, इस ऑफर से कंपनी के founders को करीब ₹1,100 करोड़ (लगभग $125 मिलियन) का exit proceeds मिलने की उम्मीद है।

वहीं शुरुआती निवेशकों — जैसे Premji Invest, Schroders Capital, Temasek, SoftBank, और अन्य** — को अपने निवेश पर 4x से लेकर 17x तक का रिटर्न मिल सकता है।
बताया जा रहा है कि Premji Invest और Schroders Capital को इस IPO में सबसे ऊँचा multiple हासिल होगा।


🧿 कंपनी की मजबूती और भविष्य की रणनीति

Gurugram स्थित Lenskart, जो अब एक household name बन चुकी है, ने पिछले कुछ वर्षों में अपने omni-channel मॉडल के जरिए भारत और विदेशों में तेजी से विस्तार किया है।
कंपनी न केवल ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से बल्कि अपने रिटेल स्टोर्स के जरिए भी लाखों ग्राहकों तक पहुँच चुकी है।

Lenskart की रणनीति है कि आने वाले वर्षों में वह AI-संचालित कस्टमर एक्सपीरियंस, 3D ट्रायल टेक्नोलॉजी, और ग्लोबल एक्सपैंशन पर फोकस करेगी।
वर्तमान में कंपनी का उद्देश्य है कि भारत के साथ-साथ Southeast Asia, Middle East और US मार्केट्स में भी अपनी मौजूदगी को मजबूत करे।


🪙 IPO Structure: Fresh Issue + OFS

Lenskart के IPO में लगभग ₹2,150 करोड़ का fresh issue शामिल है, जिससे कंपनी अपने विस्तार और टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन के लिए पूंजी जुटाएगी।
साथ ही लगभग ₹5,028 करोड़ का Offer for Sale (OFS) भी शामिल है, जिसमें मौजूदा निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।


📢 FundingRaised की राय

Lenskart का यह IPO भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में सबसे चर्चित पब्लिक इश्यूज में से एक बनने जा रहा है।
जहां एक तरफ घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने इसमें जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई है, वहीं अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की बड़ी मौजूदगी कंपनी की ग्लोबल ब्रांड पावर को दर्शाती है।

यह IPO न केवल भारत के eyewear मार्केट को नई दिशा देगा बल्कि भारतीय स्टार्टअप्स को भी लिस्टिंग के लिए नया विश्वास प्रदान करेगा।


📅 IPO Timeline

  • Opening Date: 31 अक्टूबर 2025
  • Closing Date: 4 नवंबर 2025
  • Price Band: ₹382 – ₹402 प्रति शेयर
  • Minimum Lot Size: 37 शेयर (₹14,874 न्यूनतम निवेश)

📍निष्कर्ष:
Lenskart का IPO भारतीय पूंजी बाजार के लिए एक और बड़ा माइलस्टोन बनने जा रहा है।
₹3,268 करोड़ की anchor round success यह संकेत देती है कि निवेशक कंपनी के भविष्य को लेकर बेहद आशावादी हैं।
अब देखना दिलचस्प होगा कि लिस्टिंग के बाद Lenskart निवेशकों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है।

Read more : IntrCity SmartBus को मिला ₹250 करोड़ का नया निवेश

👓 Lenskart IPO से पहले SBI Mutual Fund ने लगाया ₹100 करोड़ का दांव

Lenskart

भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में इस समय Lenskart IPO सबसे चर्चित ऑफर में से एक बन गया है। IPO खुलने से ठीक पहले देश की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक, SBI Mutual Fund ने Lenskart में बड़ा निवेश किया है।


💰 IPO से पहले SBI Mutual Fund का ₹100 करोड़ का निवेश

SBI Mutual Fund ने अपने दो फंड्स — SBI Optimal Equity Fund (AIF) और SBI Emergent Fund (AIF) — के ज़रिए Lenskart में ₹100 करोड़ का सेकेंडरी निवेश किया है।

यह निवेश 28 अक्टूबर 2025 को किया गया, जब फंड ने कंपनी की को-फाउंडर नेहा बंसल से ₹402 प्रति शेयर की दर पर 24.87 लाख शेयर (2,487,561 shares) खरीदे।

यह डील Lenskart में लगभग 0.15% की हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करती है (fully diluted basis पर)।


👩‍💼 को-फाउंडर नेहा बंसल ने बेचे शेयर

IPO से पहले, नेहा बंसल ने अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच दी है। उन्होंने कुल मिलाकर 2.24 मिलियन (22.38 लाख) शेयर ₹402 प्रति शेयर की दर से Shrikanta R. Damani (DMart के फाउंडर राधाकिशन दामानी की पत्नी) को बेचे।

यह ट्रांजेक्शन करीब ₹90 करोड़ का था, जो Lenskart के RHP फाइलिंग (25 अक्टूबर) से ठीक पहले हुआ।

इन लेनदेन के बाद नेहा बंसल की हिस्सेदारी 0.15% घटकर अब 7.46% रह गई है।


📈 Lenskart IPO की डिटेल — ₹7,178 करोड़ का इश्यू

Lenskart ने SEBI के पास दाखिल किए गए RHP (Red Herring Prospectus) में बताया है कि कंपनी कुल ₹7,178 करोड़ का IPO ला रही है।

  • ₹2,150 करोड़ का हिस्सा Fresh Issue के रूप में जुटाया जाएगा।
  • जबकि ₹5,128 करोड़ का हिस्सा Offer For Sale (OFS) के ज़रिए मौजूदा शेयरहोल्डर्स बेचेंगे।

हालांकि, SBI Mutual Fund और अन्य हालिया ट्रांजेक्शन्स के बाद OFS का साइज घटाकर ₹5,028 करोड़ कर दिया गया है।


🧠 Lenskart में कौन-कौन से बड़े निवेशक हैं?

Lenskart की शेयरहोल्डिंग में कई नामचीन ग्लोबल और इंडियन निवेशक शामिल हैं। इनमें प्रमुख हैं:

  • Premji Invest
  • Schroders Capital
  • Temasek Holdings
  • SoftBank Vision Fund
  • Kedaara Capital
  • Chiratae Ventures

इन निवेशकों ने शुरुआती दौर में Lenskart में निवेश किया था, और अब IPO के ज़रिए इन्हें अपने निवेश पर 4x से लेकर 17x तक के रिटर्न मिलने की उम्मीद है।


🕶️ Lenskart: भारत का आईवियर यूनिकॉर्न

2010 में Peyush Bansal, Amit Chaudhary और Neha Bansal द्वारा स्थापित Lenskart ने भारतीय रिटेल और ई-कॉमर्स सेक्टर में क्रांति ला दी है।

यह कंपनी आज भारत का सबसे बड़ा eyewear ब्रांड बन चुकी है, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों चैनल्स के ज़रिए चश्मे, लेंस और सनग्लासेस बेचती है।

Lenskart के पास —

  • 2,500 से अधिक स्टोर्स,
  • भारत के 175 से ज़्यादा शहरों में उपस्थिति,
  • और अंतरराष्ट्रीय बाजारों जैसे सिंगापुर, UAE, और सऊदी अरब में भी मजबूत उपस्थिति है।

📊 IPO से पहले कंपनी का प्रदर्शन और ग्रोथ

Lenskart ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विस्तार किया है —

  • FY25 में कंपनी का Revenue ₹2,400 करोड़ से अधिक तक पहुंच गया।
  • कंपनी ने EBITDA प्रोफिटेबल स्थिति हासिल की है।
  • ऑनलाइन सेल्स के साथ-साथ, फ्रेंचाइज़ मॉडल ने भी कंपनी की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाई है।

इसके अलावा, Lenskart ने पिछले दो वर्षों में Owndays (जापान) जैसी विदेशी कंपनियों का अधिग्रहण कर अपने ग्लोबल एक्सपैंशन की शुरुआत की है।


📍 SBI Mutual Fund की एंट्री का महत्व

IPO से ठीक पहले किसी बड़े संस्थागत निवेशक का निवेश हमेशा मार्केट को सकारात्मक संकेत देता है।

SBI Mutual Fund का ₹100 करोड़ का निवेश इस बात का प्रमाण है कि

  • Lenskart का बिज़नेस मॉडल मज़बूत है,
  • इसका वैल्यूएशन निवेशकों को आकर्षक लग रहा है,
  • और कंपनी की ग्रोथ स्टोरी पर संस्थागत भरोसा कायम है।

यह निवेश आने वाले IPO में खुदरा निवेशकों का भी उत्साह बढ़ा सकता है।


💸 IPO से होने वाले लाभ और संभावित रिटर्न्स

Lenskart के IPO से इसके प्रमोटर्स और शुरुआती निवेशकों को बड़ा फायदा होगा —

  • Promoters (Peyush & Neha Bansal) को करीब ₹1,000 करोड़ तक की राशि प्राप्त होने की उम्मीद है।
  • वहीं, Premji Invest, Temasek, और SoftBank जैसे निवेशकों को उनके शुरुआती निवेश पर 4x–17x तक का मल्टीपल रिटर्न मिलने की संभावना है।

यह IPO भारतीय यूनिकॉर्न्स के लिए एक माइलस्टोन साबित हो सकता है, जैसा कि पहले Zomato, Nykaa, और Mamaearth के साथ देखा गया था।


🏁 निष्कर्ष — SBI के निवेश से Lenskart के IPO को नई गति

SBI Mutual Fund का Lenskart में ₹100 करोड़ का निवेश IPO से पहले कंपनी में भरोसे का एक मजबूत संकेत है।
अब जबकि Lenskart का IPO 31 अक्टूबर 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है, मार्केट एक्सपर्ट्स इसे “most awaited IPOs of 2025” में से एक मान रहे हैं।

अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो यह IPO भारतीय पूंजी बाजार में एक और सफल स्टार्टअप लिस्टिंग की कहानी लिख सकता है।

Read more :🎧 boAt IPO Update ₹1,500 करोड़ के IPO के साथ बाजार में उतरेगा boAt, घटाई

😎 Lenskart IPO 7,278 करोड़ रुपये का मेगा ऑफर, निवेशकों को मिलेगा 17X तक रिटर्न! 💰

Lenskart

भारत की जानी-मानी omnichannel eyewear retailer कंपनी Lenskart अब IPO के ज़रिए शेयर बाज़ार में कदम रखने जा रही है। कंपनी का ₹7,278 करोड़ का IPO 31 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। यह इश्यू निवेशकों और प्रमोटर्स दोनों के लिए एक bumper payday लेकर आ रहा है — क्योंकि कुछ शुरुआती निवेशक यहां से 4X से लेकर 17X तक के शानदार रिटर्न कमाने जा रहे हैं! 🚀


💼 IPO का Structure: Fresh Issue + OFS का कॉम्बो

Lenskart ने अपने Red Herring Prospectus (RHP) में बताया है कि कंपनी ₹2,150 करोड़ जुटाएगी fresh issue के ज़रिए। वहीं, मौजूदा शेयरधारक (existing shareholders) ₹5,128 करोड़ के शेयर offer-for-sale (OFS) के ज़रिए बेचेंगे।

कुल मिलाकर, कंपनी की वैल्यूएशन करीब ₹70,000 करोड़ (लगभग $8 बिलियन) तक पहुंच जाएगी। इस IPO का upper price band ₹402 प्रति शेयर तय किया गया है।


🧑‍💼 प्रमोटर्स की बड़ी कमाई: Peyush Bansal होंगे मुख्य आकर्षण

इस IPO से Lenskart के promoters और early founders को बड़ी रकम मिलने वाली है।

  • Co-founder और CEO Peyush Bansal करीब ₹824 करोड़ के शेयर बेचेंगे।
  • Co-founder Neha Bansal ₹41 करोड़ के शेयर बेचेंगी।
  • इसके अलावा उन्होंने IPO से पहले ही DMart के फाउंडर राधाकिशन दमानी की पत्नी, श्रीकांता आर. दमानी को ₹90 करोड़ के शेयर (22.38 लाख शेयर @₹402 प्रति शेयर) बेचे थे।

👥 शुरुआती टीम भी करेगी कैश-आउट

कंपनी के Co-founder Amit Chaudhary और founding team member Sumeet Kapahi भी IPO के ज़रिए अपने कुछ शेयर बेचेंगे। दोनों ही ₹115 करोड़-₹115 करोड़ के शेयरों का OFS करेंगे।


💸 विदेशी निवेशकों का Jackpot — SoftBank, Schroders, Premji Invest बने सबसे बड़े विजेता

इस IPO में Lenskart के शुरुआती निवेशकों को multi-bagger returns मिलने वाले हैं 👇

  • SoftBank Vision Fund: लगभग ₹1,026 करोड़ के शेयर बेचेगा।
    • Average cost: ₹74.26 प्रति शेयर
    • Return: 5.4X 📈
  • Schroders Capital: ₹766 करोड़ के शेयर बेचेगा।
    • Average cost: ₹40.9 प्रति शेयर
    • Return: लगभग 10X 🔥
  • Premji Invest: ₹350 करोड़ के शेयर बेचेगा।
    • Average cost: ₹24.14 प्रति शेयर
    • Return: 17X तक का record-breaking profit! 💥
  • Temasek: ₹316 करोड़ के शेयर बेचेगा।
    • Return: 4.1X
  • Kedaara Capital: ₹296 करोड़, return around 5.4X
  • Alpha Wave Ventures: ₹268 करोड़, return around 3.8X

इन सबके लिए Lenskart IPO एक golden exit opportunity साबित होने जा रहा है। 🪙


🏢 Lenskart की वैल्यूएशन और Growth Journey

Gurugram स्थित यह eyewear unicorn पिछले कुछ वर्षों में भारत की सबसे सफल consumer tech कंपनियों में से एक बन गई है।
कंपनी ने online और offline दोनों channels पर मजबूत उपस्थिति बनाई है — जिससे यह एक सच्चा “omnichannel success story” बन गया है।

Lenskart भारत के अलावा सिंगापुर, यूएई और सऊदी अरब जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी तेजी से विस्तार कर रही है।
कंपनी के पास अब 2,500+ स्टोर्स हैं और यह AI-based lens recommendation technology और 3D face scanning जैसे इनोवेशन से ग्राहकों को बेहतर अनुभव दे रही है। 🕶️✨


💹 IPO से क्या होगा?

Lenskart इस IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग निम्न उद्देश्यों के लिए करेगी —

  • अपने manufacturing और supply chain इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए
  • technology investments और नए प्रोडक्ट लॉन्च के लिए
  • अंतरराष्ट्रीय विस्तार को गति देने के लिए

इससे कंपनी की भारत और विदेश दोनों जगह ब्रांड वैल्यू और revenue base बढ़ने की उम्मीद है। 🌍📈


🧾 क्यों है यह IPO खास?

  1. High returns for investors – Early backers को multiple returns मिल रहे हैं।
  2. Strong growth fundamentals – Revenue और profitability दोनों में सुधार।
  3. Brand recall – Eyewear category में Lenskart का customer base 2 करोड़ से ज़्यादा।
  4. Tech-led business model – AI और AR-based fitting solutions से बेहतर experience।

📊 निष्कर्ष: क्या निवेशकों के लिए सही मौका है?

Lenskart IPO न सिर्फ भारत की consumer tech space में एक milestone है, बल्कि यह इस बात का भी उदाहरण है कि Indian startups अब sustainable, profitable और globally scalable बन रहे हैं।

₹7,278 करोड़ का यह मेगा IPO निवेशकों के लिए eye-catching opportunity है। 😄
जिन्होंने शुरुआती दौर में कंपनी पर भरोसा किया, अब वे 4X से 17X तक का शानदार रिटर्न हासिल करने जा रहे हैं।

📅 IPO Date: 31 अक्टूबर 2025 से खुलेगा सब्सक्रिप्शन
📍 Price Band: ₹402 प्रति शेयर
💰 Total Issue Size: ₹7,278 करोड़


👓 Bottom Line:
Lenskart ने जिस तरह tech और retail का perfect blend बनाया है, वह इसे भारत की सबसे मजबूत D2C success stories में शामिल करता है। अब IPO के ज़रिए इसकी कहानी एक नए chapter में प्रवेश करने जा रही है — और निवेशकों के लिए ये मौका “देखने लायक” है! 😉✨

Read more :💰 Thyrocare में बड़ा बदलाव! Docon Technologies ने बेचे ₹667.7 करोड़ के शेयर, हिस्सेदारी 71% से घटकर 61% 📉

📈 IPO की राह पर Lenskart ₹2,150 करोड़ जुटाने को मिली मंज़ूरी,

Lenskart

📌 कंपनी ने AGM में लिया बड़ा फैसला

भारत की प्रमुख आईवियर रिटेलर Lenskart ने अपने आगामी Initial Public Offering (IPO) की दिशा में एक और अहम कदम उठाया है। 26 जुलाई 2025 को आयोजित 17वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में कंपनी ने ₹2,150 करोड़ के फ्रेश इश्यू को मंज़ूरी दी है। यह प्रस्ताव कंपनी के शेयरधारकों द्वारा पास किया गया।


💼 मौजूदा निवेशकों के लिए भी OFS का विकल्प

कंपनी इस IPO के ज़रिए न सिर्फ फ्रेश फंड जुटाएगी, बल्कि Offer-for-Sale (OFS) के ज़रिए मौजूदा निवेशकों को भी हिस्सेदारी बेचने का मौका मिलेगा। हालांकि अभी OFS के आकार की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।


💰 IPO के ज़रिए $1 बिलियन जुटाने की योजना

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Lenskart इस IPO से लगभग $1 बिलियन (₹8,300 करोड़) जुटाने की योजना बना रही है। इसका लक्ष्य है लगभग ₹83,000 करोड़ ($10 बिलियन) की वैल्यूएशन हासिल करना, जो इसे भारत की सबसे मूल्यवान स्टार्टअप IPO में से एक बना सकता है।


🏢 प्राइवेट से पब्लिक बनी कंपनी

IPO से पहले, कंपनी ने खुद को प्राइवेट लिमिटेड से पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल लिया है। इस रणनीतिक बदलाव की जानकारी सबसे पहले Entrackr ने रिपोर्ट की थी।


📈 पिछली वैल्यूएशन और निवेशक अपडेट

पिछले साल जून 2024 में Lenskart की वैल्यूएशन $5 बिलियन थी जब कंपनी ने $200 मिलियन का सेकेंडरी डील किया था। हाल ही में Fidelity ने इस वैल्यूएशन को बढ़ाकर $6.1 बिलियन कर दिया है।


🎯 ESOP 2025: कर्मचारियों के लिए नई योजना

कंपनी ने अपने कर्मचारियों को जोड़ने और प्रोत्साहित करने के लिए ESOP 2025 योजना शुरू की है। इसके तहत कुल 72.8 लाख स्टॉक ऑप्शन्स आवंटित किए गए हैं, जो कंपनी के 0.43% पूरी डायल्यूटेड इक्विटी के बराबर हैं।

👤 कौन होंगे लाभार्थी?

इसमें से 21.84 लाख ऑप्शन्स को जनरल मैनेजर और उससे ऊपर के स्तर के कर्मचारियों के लिए रिज़र्व किया गया है।


🧑‍💼 लीडरशिप की सैलरी भी उजागर

AGM में कंपनी के शीर्ष नेतृत्व की सालाना सैलरी भी सामने आई:

  • Peyush Bansal (CEO): ₹6 करोड़ प्रति वर्ष
  • Neha Bansal (डायरेक्टर): ₹3 करोड़ प्रति वर्ष
  • Amit Chaudhary (को-फाउंडर): ₹3 करोड़ प्रति वर्ष

👥 नए इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स की नियुक्ति

IPO से पहले बोर्ड को और मजबूत करते हुए कंपनी ने दो नए इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स नियुक्त किए हैं:

  • Sayali Karanjkar (PaySense की को-फाउंडर)
  • Ashish Kashyap (IndWealth के फाउंडर और Goibibo के पूर्व सीईओ)

📊 FY25 का वित्तीय प्रदर्शन

Moneycontrol की रिपोर्ट के अनुसार, Lenskart ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में कुल ₹6,415 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष ₹5,427 करोड़ से 18% की वृद्धि है। इसके साथ ही कंपनी के पास $200 मिलियन से अधिक की नकद राशि मौजूद है।


🏦 बड़े निवेशकों का समर्थन

Lenskart को जिन प्रमुख निवेशकों का समर्थन प्राप्त है, उनमें शामिल हैं:

  • SoftBank
  • Fidelity
  • Temasek
  • Alpha Wave
  • Kedaara Capital

इन निवेशकों की मौजूदगी कंपनी के IPO को और अधिक आकर्षक बनाती है।


📌 निष्कर्ष: IPO की राह पर बड़ा कदम

Lenskart का आगामी IPO भारतीय स्टार्टअप जगत के लिए एक और बड़ा माइलस्टोन बनने जा रहा है। ₹2,150 करोड़ का फ्रेश इश्यू, ESOP योजना, अनुभवी बोर्ड, और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन—ये सभी संकेत करते हैं कि कंपनी निवेशकों के भरोसे पर खरी उतर सकती है।

अब नजरें इस बात पर टिकी हैं कि Lenskart IPO की डेट क्या होगी और यह सार्वजनिक बाज़ार में किस तरह का रिस्पॉन्स हासिल करता है।ते हैं। इससे न सिर्फ इसके मौजूदा निवेशकों को फायदा होगा, बल्कि यह भारत के स्टार्टअप IPO स्पेस में एक नई ऊर्जा भी भर सकता है।


📍 और पढ़ें: FundingRaised.in पर स्टार्टअप IPO, फंडिंग और फाइनेंशियल अपडेट्स की लेटेस्ट कवरेज।

Read more : भारतीय स्टार्टअप्स फंडिंग अपडेट (22-26 जुलाई): दोगुना हुआ निवेश, $202.79 मिलियन की कुल फंडिंग 

👓 Lenskart करेगा GeoIQ का अधिग्रहण,

Lenskart

भारत की अग्रणी ओम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart अब अपनी तकनीकी क्षमताओं को और मज़बूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है। खबरों के अनुसार, Lenskart जल्द ही लोकेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप GeoIQ का अधिग्रहण करने जा रही है।

यह डील भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक और महत्वपूर्ण M&A (Merger & Acquisition) मूव है, जहां एक सफल रिटेल ब्रांड, डेटा-इंटेलिजेंस स्टार्टअप को अपनी रणनीतिक ज़रूरतों के तहत शामिल कर रहा है।


📍 GeoIQ क्या करता है?

GeoIQ, जिसकी स्थापना देवाशीष फुलोरिया, तुषनीत श्रीवास्तव और अंकिता ठाकुर ने की थी, एक लोकेशन डेटा इंटेलिजेंस स्टार्टअप है जो जियोस्पेशियल एनालिटिक्स में विशेषज्ञता रखता है।

GeoIQ का प्रमुख काम है:

  • सरकारी और सार्वजनिक डेटा को सैटेलाइट इमेजरी के साथ मर्ज करके
  • 100 मीटर x 100 मीटर के जियो-स्पेशियल ग्रिड्स बनाना
  • जिससे कंपनियों को ऑफलाइन कंज़्यूमर डिमांड और बिज़नेस लोकेशन एक्सपैंशन को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है।

इसकी क्लाइंट लिस्ट में शामिल हैं:
Lenskart, Zepto, Swiggy, Navi, GIVA, CultFit, CaratLane, और Licious


💸 डील का आकार और हिस्सेदारी

सूत्रों के अनुसार, Lenskart GeoIQ में अधिकांश हिस्सेदारी (majority stake) खरीद रहा है। यह सौदा लगभग $15–20 मिलियन (₹125–₹165 करोड़) के मूल्यांकन पर तय हुआ है।

  • Lenskart पहले से GeoIQ का सबसे बड़ा शेयरधारक है, जिसकी हिस्सेदारी 17.11% है।
  • तीनों को-फाउंडर्स की हिस्सेदारी 16.57%-16.57% के बीच है।
  • डील के बाद, अधिकांश मौजूदा निवेशक कंपनी से बाहर हो जाएंगे।

यह अधिग्रहण अब पूरा होने के करीब है और जल्द ही इसका आधिकारिक ऐलान हो सकता है।


🏗️ फंडिंग इतिहास और विकास

GeoIQ ने अब तक कई प्रतिष्ठित इन्वेस्टर्स से फंडिंग प्राप्त की है:

  • मई 2022: $2.25 मिलियन की फंडिंग जिसमें Lenskart, 9Unicorns (अब 100Unicorns) और Ecosystem Ventures शामिल थे।
  • नवंबर 2020: ₹2.5 करोड़ की प्रारंभिक फंडिंग जिसमें शामिल थे:
    Inflection Point Ventures (IPV), Kayenne, LetsVenture

वित्त वर्ष 2024 (FY24) में GeoIQ का प्रदर्शन:

  • ऑपरेटिंग रेवेन्यू: ₹6.7 करोड़
  • FY23 में था: ₹7.1 करोड़
  • नेट लॉस: ₹6.1 करोड़ (FY23 में ₹4.2 करोड़)

हालांकि कंपनी घाटे में है, लेकिन उसका IP और बिज़नेस वैल्यूएशन भारतीय टेक इंडस्ट्री में काफी आकर्षक माना जा रहा है।


🤝 क्यों कर रहा है Lenskart यह अधिग्रहण?

Lenskart का लक्ष्य है अपनी डाटा-संचालित विस्तार रणनीति को और मज़बूत बनाना। GeoIQ के अधिग्रहण से Lenskart को निम्नलिखित लाभ मिलेंगे:

  • बेहतर लोकेशन सिलेक्शन: नई दुकानों के लिए आदर्श लोकेशन चुनना
  • कस्टमर बिहेवियर का एनालिसिस
  • ऑफलाइन डिमांड की समझ
  • AI व डेटा इंटेलिजेंस को इन-हाउस एकीकृत करना

यह अधिग्रहण Lenskart को न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय विस्तार के लिए भी तैयार करेगा।


🧠 Lenskart की पिछली टेक डील्स

यह GeoIQ के साथ Lenskart की दूसरी बड़ी टेक्नोलॉजी डील है। इससे पहले:

  • अक्टूबर 2023: Lenskart ने TangoEye का अधिग्रहण किया था – एक AI-आधारित कंप्यूटर विज़न स्टार्टअप, जिसमें यह पहले से निवेशक था।
  • जून 2022: जापान की Eyewear कंपनी Owndays में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी।
  • सितंबर 2022: इसकी सब्सिडियरी Neso Brands ने पेरिस की कंपनी Le Petit Lunetier में माइनॉरिटी स्टेक लिया।

💹 IPO की तैयारी और Public Company का रूप

Lenskart फिलहाल अपनी IPO (Initial Public Offering) की तैयारी में भी जुटा हुआ है। कंपनी का लक्ष्य है:

  • $1 बिलियन जुटाना
  • $10 बिलियन का मूल्यांकन प्राप्त करना

इसी दिशा में हाल ही में Lenskart ने अपनी होल्डिंग कंपनी को प्राइवेट लिमिटेड से पब्लिक लिमिटेड में बदल दिया है। यह बदलाव Entrackr की रिपोर्ट के अनुसार हुआ है।


📊 निष्कर्ष

GeoIQ के अधिग्रहण के ज़रिए Peyush Bansal की अगुवाई वाली Lenskart सिर्फ एक आईवियर कंपनी नहीं, बल्कि एक डेटा-ड्रिवन ग्लोबल रिटेल ब्रांड बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

इस अधिग्रहण से न सिर्फ GeoIQ के फाउंडर्स और निवेशकों को एग्ज़िट मिलेगा, बल्कि Lenskart को डेटा आधारित निर्णयों में बढ़त मिलेगी — खासकर जब कंपनी अपने IPO और वैश्विक विस्तार की राह पर है।


👉 ऐसी और स्टार्टअप, M&A और IPO से जुड़ी लेटेस्ट खबरें पढ़ते रहिए [www.FundingRaised.in] पर।

Read more :🛏️ Wakefit बनेगी Public Company! ₹2000 करोड़ IPO की तैयारी में जुटी,

ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart ने FY24 में धीमी लेकिन स्थिर ग्रोथ बनाए रखी

Lenskart

ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart (Lenskart) ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी ग्रोथ को बरकरार रखा है, हालांकि FY23 की तुलना में इस वर्ष ग्रोथ की रफ्तार थोड़ी धीमी रही। FY23 में 2.5 गुना वृद्धि के मुकाबले इस बार लेंसकार्ट की ग्रोथ 43% रही, जिससे कंपनी का कुल ऑपरेटिंग राजस्व 5,427.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

उत्पाद और सेवाओं से आय में बढ़ोतरी

Lenskart का प्रमुख राजस्व स्रोत चश्मों के फ्रेम, लेंस, गॉगल्स और अन्य संबंधित सेवाएं जैसे आई चेकअप हैं। वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, FY24 में लेंसकार्ट का उत्पादों से प्राप्त राजस्व 43.1% बढ़कर 5,166.2 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 3,609.8 करोड़ रुपये था। यह कंपनी के कुल संग्रह का 95.18% हिस्सा है। वहीं, सेवाओं से प्राप्त आय 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। अन्य ऑपरेटिंग स्रोतों से प्राप्त आय 157 करोड़ रुपये रही।

दिल्ली स्थित इस कंपनी ने गैर-ऑपरेटिंग गतिविधियों से भी 182.17 करोड़ रुपये कमाए, जिससे FY24 में कुल राजस्व बढ़कर 5,609.87 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का 58% यानी 3,154.5 करोड़ रुपये का राजस्व भारत से आया।

भारत और विदेश में मजबूत उपस्थिति

लेंसकार्ट का दावा है कि उसके 2,500 से अधिक स्टोर्स हैं, जिनमें से लगभग 2,000 भारत में हैं। कंपनी वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख भारतीय कंज्यूमर इंटरनेट कंपनी के रूप में उभर रही है, क्योंकि उसका 42% राजस्व (2,273 करोड़ रुपये) विदेशी बाजारों से आया है। कंपनी ने जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड जैसे बाजारों में अपना खासा दबदबा बनाया है।

बढ़ते बाजार और भविष्य की योजनाएँ

लेंसकार्ट का यह प्रदर्शन इस बात को दर्शाता है कि कंपनी न केवल भारतीय बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और मजबूत कर रही है।

आय के विभिन्न स्रोत और वृद्धि का योगदान

लेंसकार्ट की आय में सबसे अधिक योगदान उत्पादों की बिक्री से रहा। FY24 में उत्पादों से प्राप्त आय में 43.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे यह आंकड़ा 5,166.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसके अलावा, सेवाओं से भी अच्छी आय हुई, जो 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। लेंसकार्ट अपनी सेवाओं में आई चेकअप जैसे मूल्य वर्धित सेवाएं भी प्रदान करता है, जो ग्राहकों के अनुभव को और भी बेहतर बनाती हैं।

वहीं, कंपनी के गैर-ऑपरेटिंग स्रोतों जैसे निवेश और अन्य गतिविधियों से 182.17 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई। इन स्रोतों से प्राप्त आय से कंपनी की कुल कमाई 5,609.87 करोड़ रुपये हो गई।

घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में वृद्धि

लेंसकार्ट की राजस्व का बड़ा हिस्सा भारत से आता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कंपनी की पकड़ मजबूत होती जा रही है। FY24 में कुल आय का 42% (2,273 करोड़ रुपये) विदेशों से आया, जिसमें प्रमुख बाजार जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड रहे। इन बाजारों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति से संकेत मिलता है कि लेंसकार्ट ने वैश्विक स्तर पर भी अपने लिए एक बड़ा बाजार तैयार किया है।

कंपनी का भारतीय बाजार में भी दबदबा बना हुआ है, जहां उसके 2,000 से अधिक स्टोर्स हैं। भारत में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए लेंसकार्ट न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि छोटे शहरों और कस्बों में भी तेजी से विस्तार कर रही है।

लेंसकार्ट का विस्तार और भविष्य की रणनीति

लेंसकार्ट आने वाले समय में न केवल अपने स्टोर नेटवर्क का विस्तार करना चाहती है बल्कि तकनीकी नवाचारों पर भी जोर दे रही है। कंपनी का फोकस ओम्नीचैनल अनुभव को और भी बेहतर बनाने पर है, ताकि ग्राहक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आसानी से खरीदारी कर सकें। इसके साथ ही, लेंसकार्ट ग्राहकों की जरूरतों को समझने के लिए AI और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों का भी उपयोग कर रही है, जिससे उन्हें व्यक्तिगत सेवाएं प्रदान की जा सकें।

बाजार की चुनौतियां और लेंसकार्ट का प्रभाव

हालांकि लेंसकार्ट का प्रदर्शन सराहनीय है, लेकिन प्रतिस्पर्धा के इस दौर में चुनौतियां भी कम नहीं हैं। बाजार में कई अन्य आईवियर ब्रांड्स हैं जो नए-नए नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य निर्धारण के साथ ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। इसके बावजूद लेंसकार्ट की ग्रोथ इस बात को दर्शाती है कि कंपनी ने ग्राहकों की आवश्यकताओं को सही से समझा और अपनी रणनीतियों में उस हिसाब से बदलाव किए।

लेंसकार्ट का भविष्य और संभावनाएं

आगे बढ़ते हुए, लेंसकार्ट ने अपने विस्तार और नवाचार की योजनाओं के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी की योजनाओं में नए स्टोर्स खोलने के साथ-साथ नए उत्पाद श्रेणियों में भी विस्तार करने की संभावनाएं हैं।

इसके अलावा, लेंसकार्ट का फोकस ग्राहकों के अनुभव को और बेहतर बनाने पर भी है। कंपनी का उद्देश्य है कि ग्राहकों को एक बेहतरीन खरीदारी अनुभव मिले, चाहे वे ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हों या किसी स्टोर में जाकर खरीदारी कर रहे हों। इसके लिए, लेंसकार्ट नई तकनीकों और डिजिटल नवाचारों का भी उपयोग कर रही है।

निष्कर्ष

लेंसकार्ट का FY24 में राजस्व में 43% की वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि कंपनी सही दिशा में आगे बढ़ रही है। मजबूत घरेलू बाजार और तेजी से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पकड़ के चलते लेंसकार्ट का भविष्य उज्जवल नजर आ रहा है। कंपनी ने नवाचार, ग्राहकों की जरूरतों पर फोकस और वैश्विक विस्तार की रणनीति अपनाई है, जो उसे प्रतिस्पर्धा में मजबूती से टिकाए रखेगी।

Read More : स्पेस टेक स्टार्टअप GalaxEye को $10 मिलियन की फंडिंग मिली

Lenskart ने CFO पद पर अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति की

Lenskart

Lenskart ने हाल ही में अपने नए मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के रूप में अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति की है। अभिषेक गुप्ता इससे पहले OYO में नौ वर्षों तक CFO के पद पर कार्यरत थे। Lenskart में उन्होंने मुक्ति हरिहरन की जगह ली है, जिन्होंने सितंबर में Lenskart से इस्तीफा देकर Coca-Cola में शामिल हो गए थे।

अभिषेक गुप्ता ने अपने LinkedIn पोस्ट में बताया कि उन्होंने मार्च में OYO से विदा ली और उसके बाद Lenskart में CFO के रूप में अपनी नई भूमिका निभानी शुरू की। Lenskart में अपने नए पद पर गुप्ता कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतिक योजना और वित्तीय दिशा को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके साथ ही, वे वित्तीय रणनीति को सही दिशा देने और कंपनी की कॉर्पोरेट गवर्नेंस को और अधिक सुदृढ़ करने की जिम्मेदारी भी निभाएंगे।

Lenskart की ताज़ा फंडिंग

हाल ही में, Lenskart ने अपने सह-संस्थापकों से लगभग $20 मिलियन की फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग में कंपनी के सह-संस्थापक – पीयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कापाही का प्रमुख योगदान रहा है। यह फंडिंग Lenskart की भविष्य की योजनाओं और अंतर्राष्ट्रीय विस्तार को और मजबूती प्रदान करेगी।

Lenskart का व्यवसायिक विस्तार

Lenskart ने अब तक 2,500 से अधिक स्टोर स्थापित कर लिए हैं, जिनमें से लगभग 2,000 स्टोर केवल भारत में स्थित हैं। भारत Lenskart के कुल राजस्व का लगभग 60% हिस्सा प्रदान करता है, जबकि शेष 40% राजस्व अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से आता है। कंपनी सिंगापुर, दुबई, अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे देशों में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर रही है। इन अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए कंपनी तेजी से काम कर रही है और वहाँ के उपभोक्ताओं को भी गुणवत्ता युक्त आईवियर और लेंस प्रदान कर रही है।

वित्तीय वर्ष 2023 की उपलब्धियां

मार्च 2023 में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में Lenskart की ऑपरेशनल आय में शानदार वृद्धि देखने को मिली है। कंपनी की आय ₹3,788 करोड़ तक पहुंच गई, जो वित्तीय वर्ष 2022 के ₹1,502 करोड़ से 2.5 गुना अधिक है। इस तेज वृद्धि के पीछे कंपनी की बिक्री में बढ़ोतरी और व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं में सुधार का मुख्य योगदान रहा है।

इसके साथ ही, Lenskart ने अपने खर्चों को नियंत्रित करने में भी सफलता हासिल की, जिससे कंपनी के घाटे में 37.3% की कमी आई है। FY22 में कंपनी का घाटा ₹102 करोड़ था, जो घटकर FY23 में ₹64 करोड़ पर आ गया। यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने ऑपरेशनों को प्रभावी ढंग से चलाया और खर्चों पर नियंत्रण रखा, जिससे कंपनी की लाभप्रदता में सुधार हुआ।

अभिषेक गुप्ता की भूमिका

Lenskart में CFO के रूप में अभिषेक गुप्ता की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी। वे कंपनी की वित्तीय योजनाओं को सही दिशा देने के साथ-साथ दीर्घकालिक विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे। गुप्ता का लक्ष्य कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को और बेहतर बनाना होगा, ताकि Lenskart अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान और भी मजबूती से बना सके।

OYO में CFO के रूप में अपने लंबे अनुभव के चलते गुप्ता के पास वित्तीय रणनीतियों को लागू करने की गहरी समझ है। उनके नेतृत्व में, Lenskart को अपने आगामी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी, और कंपनी की ग्रोथ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम होगा।

Lenskart का भविष्य

Lenskart का दीर्घकालिक लक्ष्य सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और विस्तार देना है। कंपनी आईवियर उद्योग में नवाचार और डिजिटलीकरण को और आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। इसके साथ ही, कंपनी अपने उत्पादों की गुणवत्ता और ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

Lenskart का ध्यान अपनी मौजूदा उपस्थिति को और मजबूत करने के साथ-साथ नए बाजारों में प्रवेश करने पर है। कंपनी की भविष्य की योजना में और अधिक स्टोर्स खोलना, ऑनलाइन बिक्री को बढ़ावा देना, और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को बड़े पैमाने पर ग्राहकों तक पहुंचाना शामिल है।

निष्कर्ष

अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति और ताजा फंडिंग के बाद, Lenskart का वित्तीय भविष्य उज्जवल दिख रहा है। कंपनी का उद्देश्य अपनी वित्तीय स्थिरता को और बेहतर बनाना और नए बाजारों में प्रवेश करके अपने व्यवसाय का विस्तार करना है। Lenskart का विकास और इसकी बढ़ती लोकप्रियता यह साबित करती है कि कंपनी सही दिशा में बढ़ रही है।

Read More : Paytm ने Q2 में 1,660 करोड़ रुपये की income दर्ज की