👓 Lenskart करेगा GeoIQ का अधिग्रहण,

Lenskart

भारत की अग्रणी ओम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart अब अपनी तकनीकी क्षमताओं को और मज़बूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है। खबरों के अनुसार, Lenskart जल्द ही लोकेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप GeoIQ का अधिग्रहण करने जा रही है।

यह डील भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक और महत्वपूर्ण M&A (Merger & Acquisition) मूव है, जहां एक सफल रिटेल ब्रांड, डेटा-इंटेलिजेंस स्टार्टअप को अपनी रणनीतिक ज़रूरतों के तहत शामिल कर रहा है।


📍 GeoIQ क्या करता है?

GeoIQ, जिसकी स्थापना देवाशीष फुलोरिया, तुषनीत श्रीवास्तव और अंकिता ठाकुर ने की थी, एक लोकेशन डेटा इंटेलिजेंस स्टार्टअप है जो जियोस्पेशियल एनालिटिक्स में विशेषज्ञता रखता है।

GeoIQ का प्रमुख काम है:

  • सरकारी और सार्वजनिक डेटा को सैटेलाइट इमेजरी के साथ मर्ज करके
  • 100 मीटर x 100 मीटर के जियो-स्पेशियल ग्रिड्स बनाना
  • जिससे कंपनियों को ऑफलाइन कंज़्यूमर डिमांड और बिज़नेस लोकेशन एक्सपैंशन को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है।

इसकी क्लाइंट लिस्ट में शामिल हैं:
Lenskart, Zepto, Swiggy, Navi, GIVA, CultFit, CaratLane, और Licious


💸 डील का आकार और हिस्सेदारी

सूत्रों के अनुसार, Lenskart GeoIQ में अधिकांश हिस्सेदारी (majority stake) खरीद रहा है। यह सौदा लगभग $15–20 मिलियन (₹125–₹165 करोड़) के मूल्यांकन पर तय हुआ है।

  • Lenskart पहले से GeoIQ का सबसे बड़ा शेयरधारक है, जिसकी हिस्सेदारी 17.11% है।
  • तीनों को-फाउंडर्स की हिस्सेदारी 16.57%-16.57% के बीच है।
  • डील के बाद, अधिकांश मौजूदा निवेशक कंपनी से बाहर हो जाएंगे।

यह अधिग्रहण अब पूरा होने के करीब है और जल्द ही इसका आधिकारिक ऐलान हो सकता है।


🏗️ फंडिंग इतिहास और विकास

GeoIQ ने अब तक कई प्रतिष्ठित इन्वेस्टर्स से फंडिंग प्राप्त की है:

  • मई 2022: $2.25 मिलियन की फंडिंग जिसमें Lenskart, 9Unicorns (अब 100Unicorns) और Ecosystem Ventures शामिल थे।
  • नवंबर 2020: ₹2.5 करोड़ की प्रारंभिक फंडिंग जिसमें शामिल थे:
    Inflection Point Ventures (IPV), Kayenne, LetsVenture

वित्त वर्ष 2024 (FY24) में GeoIQ का प्रदर्शन:

  • ऑपरेटिंग रेवेन्यू: ₹6.7 करोड़
  • FY23 में था: ₹7.1 करोड़
  • नेट लॉस: ₹6.1 करोड़ (FY23 में ₹4.2 करोड़)

हालांकि कंपनी घाटे में है, लेकिन उसका IP और बिज़नेस वैल्यूएशन भारतीय टेक इंडस्ट्री में काफी आकर्षक माना जा रहा है।


🤝 क्यों कर रहा है Lenskart यह अधिग्रहण?

Lenskart का लक्ष्य है अपनी डाटा-संचालित विस्तार रणनीति को और मज़बूत बनाना। GeoIQ के अधिग्रहण से Lenskart को निम्नलिखित लाभ मिलेंगे:

  • बेहतर लोकेशन सिलेक्शन: नई दुकानों के लिए आदर्श लोकेशन चुनना
  • कस्टमर बिहेवियर का एनालिसिस
  • ऑफलाइन डिमांड की समझ
  • AI व डेटा इंटेलिजेंस को इन-हाउस एकीकृत करना

यह अधिग्रहण Lenskart को न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय विस्तार के लिए भी तैयार करेगा।


🧠 Lenskart की पिछली टेक डील्स

यह GeoIQ के साथ Lenskart की दूसरी बड़ी टेक्नोलॉजी डील है। इससे पहले:

  • अक्टूबर 2023: Lenskart ने TangoEye का अधिग्रहण किया था – एक AI-आधारित कंप्यूटर विज़न स्टार्टअप, जिसमें यह पहले से निवेशक था।
  • जून 2022: जापान की Eyewear कंपनी Owndays में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी।
  • सितंबर 2022: इसकी सब्सिडियरी Neso Brands ने पेरिस की कंपनी Le Petit Lunetier में माइनॉरिटी स्टेक लिया।

💹 IPO की तैयारी और Public Company का रूप

Lenskart फिलहाल अपनी IPO (Initial Public Offering) की तैयारी में भी जुटा हुआ है। कंपनी का लक्ष्य है:

  • $1 बिलियन जुटाना
  • $10 बिलियन का मूल्यांकन प्राप्त करना

इसी दिशा में हाल ही में Lenskart ने अपनी होल्डिंग कंपनी को प्राइवेट लिमिटेड से पब्लिक लिमिटेड में बदल दिया है। यह बदलाव Entrackr की रिपोर्ट के अनुसार हुआ है।


📊 निष्कर्ष

GeoIQ के अधिग्रहण के ज़रिए Peyush Bansal की अगुवाई वाली Lenskart सिर्फ एक आईवियर कंपनी नहीं, बल्कि एक डेटा-ड्रिवन ग्लोबल रिटेल ब्रांड बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

इस अधिग्रहण से न सिर्फ GeoIQ के फाउंडर्स और निवेशकों को एग्ज़िट मिलेगा, बल्कि Lenskart को डेटा आधारित निर्णयों में बढ़त मिलेगी — खासकर जब कंपनी अपने IPO और वैश्विक विस्तार की राह पर है।


👉 ऐसी और स्टार्टअप, M&A और IPO से जुड़ी लेटेस्ट खबरें पढ़ते रहिए [www.FundingRaised.in] पर।

Read more :🛏️ Wakefit बनेगी Public Company! ₹2000 करोड़ IPO की तैयारी में जुटी,

ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart ने FY24 में धीमी लेकिन स्थिर ग्रोथ बनाए रखी

Lenskart

ऑम्नीचैनल आईवियर रिटेलर Lenskart (Lenskart) ने वित्तीय वर्ष 2024 में अपनी ग्रोथ को बरकरार रखा है, हालांकि FY23 की तुलना में इस वर्ष ग्रोथ की रफ्तार थोड़ी धीमी रही। FY23 में 2.5 गुना वृद्धि के मुकाबले इस बार लेंसकार्ट की ग्रोथ 43% रही, जिससे कंपनी का कुल ऑपरेटिंग राजस्व 5,427.7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

उत्पाद और सेवाओं से आय में बढ़ोतरी

Lenskart का प्रमुख राजस्व स्रोत चश्मों के फ्रेम, लेंस, गॉगल्स और अन्य संबंधित सेवाएं जैसे आई चेकअप हैं। वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, FY24 में लेंसकार्ट का उत्पादों से प्राप्त राजस्व 43.1% बढ़कर 5,166.2 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 3,609.8 करोड़ रुपये था। यह कंपनी के कुल संग्रह का 95.18% हिस्सा है। वहीं, सेवाओं से प्राप्त आय 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। अन्य ऑपरेटिंग स्रोतों से प्राप्त आय 157 करोड़ रुपये रही।

दिल्ली स्थित इस कंपनी ने गैर-ऑपरेटिंग गतिविधियों से भी 182.17 करोड़ रुपये कमाए, जिससे FY24 में कुल राजस्व बढ़कर 5,609.87 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का 58% यानी 3,154.5 करोड़ रुपये का राजस्व भारत से आया।

भारत और विदेश में मजबूत उपस्थिति

लेंसकार्ट का दावा है कि उसके 2,500 से अधिक स्टोर्स हैं, जिनमें से लगभग 2,000 भारत में हैं। कंपनी वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख भारतीय कंज्यूमर इंटरनेट कंपनी के रूप में उभर रही है, क्योंकि उसका 42% राजस्व (2,273 करोड़ रुपये) विदेशी बाजारों से आया है। कंपनी ने जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड जैसे बाजारों में अपना खासा दबदबा बनाया है।

बढ़ते बाजार और भविष्य की योजनाएँ

लेंसकार्ट का यह प्रदर्शन इस बात को दर्शाता है कि कंपनी न केवल भारतीय बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और मजबूत कर रही है।

आय के विभिन्न स्रोत और वृद्धि का योगदान

लेंसकार्ट की आय में सबसे अधिक योगदान उत्पादों की बिक्री से रहा। FY24 में उत्पादों से प्राप्त आय में 43.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे यह आंकड़ा 5,166.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसके अलावा, सेवाओं से भी अच्छी आय हुई, जो 26.4% बढ़कर 104.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। लेंसकार्ट अपनी सेवाओं में आई चेकअप जैसे मूल्य वर्धित सेवाएं भी प्रदान करता है, जो ग्राहकों के अनुभव को और भी बेहतर बनाती हैं।

वहीं, कंपनी के गैर-ऑपरेटिंग स्रोतों जैसे निवेश और अन्य गतिविधियों से 182.17 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई। इन स्रोतों से प्राप्त आय से कंपनी की कुल कमाई 5,609.87 करोड़ रुपये हो गई।

घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में वृद्धि

लेंसकार्ट की राजस्व का बड़ा हिस्सा भारत से आता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कंपनी की पकड़ मजबूत होती जा रही है। FY24 में कुल आय का 42% (2,273 करोड़ रुपये) विदेशों से आया, जिसमें प्रमुख बाजार जापान, सिंगापुर, ताइवान और थाईलैंड रहे। इन बाजारों में कंपनी की मजबूत उपस्थिति से संकेत मिलता है कि लेंसकार्ट ने वैश्विक स्तर पर भी अपने लिए एक बड़ा बाजार तैयार किया है।

कंपनी का भारतीय बाजार में भी दबदबा बना हुआ है, जहां उसके 2,000 से अधिक स्टोर्स हैं। भारत में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए लेंसकार्ट न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि छोटे शहरों और कस्बों में भी तेजी से विस्तार कर रही है।

लेंसकार्ट का विस्तार और भविष्य की रणनीति

लेंसकार्ट आने वाले समय में न केवल अपने स्टोर नेटवर्क का विस्तार करना चाहती है बल्कि तकनीकी नवाचारों पर भी जोर दे रही है। कंपनी का फोकस ओम्नीचैनल अनुभव को और भी बेहतर बनाने पर है, ताकि ग्राहक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आसानी से खरीदारी कर सकें। इसके साथ ही, लेंसकार्ट ग्राहकों की जरूरतों को समझने के लिए AI और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों का भी उपयोग कर रही है, जिससे उन्हें व्यक्तिगत सेवाएं प्रदान की जा सकें।

बाजार की चुनौतियां और लेंसकार्ट का प्रभाव

हालांकि लेंसकार्ट का प्रदर्शन सराहनीय है, लेकिन प्रतिस्पर्धा के इस दौर में चुनौतियां भी कम नहीं हैं। बाजार में कई अन्य आईवियर ब्रांड्स हैं जो नए-नए नवाचार और प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य निर्धारण के साथ ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। इसके बावजूद लेंसकार्ट की ग्रोथ इस बात को दर्शाती है कि कंपनी ने ग्राहकों की आवश्यकताओं को सही से समझा और अपनी रणनीतियों में उस हिसाब से बदलाव किए।

लेंसकार्ट का भविष्य और संभावनाएं

आगे बढ़ते हुए, लेंसकार्ट ने अपने विस्तार और नवाचार की योजनाओं के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी की योजनाओं में नए स्टोर्स खोलने के साथ-साथ नए उत्पाद श्रेणियों में भी विस्तार करने की संभावनाएं हैं।

इसके अलावा, लेंसकार्ट का फोकस ग्राहकों के अनुभव को और बेहतर बनाने पर भी है। कंपनी का उद्देश्य है कि ग्राहकों को एक बेहतरीन खरीदारी अनुभव मिले, चाहे वे ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हों या किसी स्टोर में जाकर खरीदारी कर रहे हों। इसके लिए, लेंसकार्ट नई तकनीकों और डिजिटल नवाचारों का भी उपयोग कर रही है।

निष्कर्ष

लेंसकार्ट का FY24 में राजस्व में 43% की वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि कंपनी सही दिशा में आगे बढ़ रही है। मजबूत घरेलू बाजार और तेजी से बढ़ते अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पकड़ के चलते लेंसकार्ट का भविष्य उज्जवल नजर आ रहा है। कंपनी ने नवाचार, ग्राहकों की जरूरतों पर फोकस और वैश्विक विस्तार की रणनीति अपनाई है, जो उसे प्रतिस्पर्धा में मजबूती से टिकाए रखेगी।

Read More : स्पेस टेक स्टार्टअप GalaxEye को $10 मिलियन की फंडिंग मिली

Lenskart ने CFO पद पर अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति की

Lenskart

Lenskart ने हाल ही में अपने नए मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के रूप में अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति की है। अभिषेक गुप्ता इससे पहले OYO में नौ वर्षों तक CFO के पद पर कार्यरत थे। Lenskart में उन्होंने मुक्ति हरिहरन की जगह ली है, जिन्होंने सितंबर में Lenskart से इस्तीफा देकर Coca-Cola में शामिल हो गए थे।

अभिषेक गुप्ता ने अपने LinkedIn पोस्ट में बताया कि उन्होंने मार्च में OYO से विदा ली और उसके बाद Lenskart में CFO के रूप में अपनी नई भूमिका निभानी शुरू की। Lenskart में अपने नए पद पर गुप्ता कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतिक योजना और वित्तीय दिशा को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके साथ ही, वे वित्तीय रणनीति को सही दिशा देने और कंपनी की कॉर्पोरेट गवर्नेंस को और अधिक सुदृढ़ करने की जिम्मेदारी भी निभाएंगे।

Lenskart की ताज़ा फंडिंग

हाल ही में, Lenskart ने अपने सह-संस्थापकों से लगभग $20 मिलियन की फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग में कंपनी के सह-संस्थापक – पीयूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी और सुमीत कापाही का प्रमुख योगदान रहा है। यह फंडिंग Lenskart की भविष्य की योजनाओं और अंतर्राष्ट्रीय विस्तार को और मजबूती प्रदान करेगी।

Lenskart का व्यवसायिक विस्तार

Lenskart ने अब तक 2,500 से अधिक स्टोर स्थापित कर लिए हैं, जिनमें से लगभग 2,000 स्टोर केवल भारत में स्थित हैं। भारत Lenskart के कुल राजस्व का लगभग 60% हिस्सा प्रदान करता है, जबकि शेष 40% राजस्व अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से आता है। कंपनी सिंगापुर, दुबई, अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे देशों में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर रही है। इन अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए कंपनी तेजी से काम कर रही है और वहाँ के उपभोक्ताओं को भी गुणवत्ता युक्त आईवियर और लेंस प्रदान कर रही है।

वित्तीय वर्ष 2023 की उपलब्धियां

मार्च 2023 में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में Lenskart की ऑपरेशनल आय में शानदार वृद्धि देखने को मिली है। कंपनी की आय ₹3,788 करोड़ तक पहुंच गई, जो वित्तीय वर्ष 2022 के ₹1,502 करोड़ से 2.5 गुना अधिक है। इस तेज वृद्धि के पीछे कंपनी की बिक्री में बढ़ोतरी और व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं में सुधार का मुख्य योगदान रहा है।

इसके साथ ही, Lenskart ने अपने खर्चों को नियंत्रित करने में भी सफलता हासिल की, जिससे कंपनी के घाटे में 37.3% की कमी आई है। FY22 में कंपनी का घाटा ₹102 करोड़ था, जो घटकर FY23 में ₹64 करोड़ पर आ गया। यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने ऑपरेशनों को प्रभावी ढंग से चलाया और खर्चों पर नियंत्रण रखा, जिससे कंपनी की लाभप्रदता में सुधार हुआ।

अभिषेक गुप्ता की भूमिका

Lenskart में CFO के रूप में अभिषेक गुप्ता की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी। वे कंपनी की वित्तीय योजनाओं को सही दिशा देने के साथ-साथ दीर्घकालिक विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे। गुप्ता का लक्ष्य कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को और बेहतर बनाना होगा, ताकि Lenskart अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान और भी मजबूती से बना सके।

OYO में CFO के रूप में अपने लंबे अनुभव के चलते गुप्ता के पास वित्तीय रणनीतियों को लागू करने की गहरी समझ है। उनके नेतृत्व में, Lenskart को अपने आगामी वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी, और कंपनी की ग्रोथ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम होगा।

Lenskart का भविष्य

Lenskart का दीर्घकालिक लक्ष्य सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और विस्तार देना है। कंपनी आईवियर उद्योग में नवाचार और डिजिटलीकरण को और आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। इसके साथ ही, कंपनी अपने उत्पादों की गुणवत्ता और ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

Lenskart का ध्यान अपनी मौजूदा उपस्थिति को और मजबूत करने के साथ-साथ नए बाजारों में प्रवेश करने पर है। कंपनी की भविष्य की योजना में और अधिक स्टोर्स खोलना, ऑनलाइन बिक्री को बढ़ावा देना, और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को बड़े पैमाने पर ग्राहकों तक पहुंचाना शामिल है।

निष्कर्ष

अभिषेक गुप्ता की नियुक्ति और ताजा फंडिंग के बाद, Lenskart का वित्तीय भविष्य उज्जवल दिख रहा है। कंपनी का उद्देश्य अपनी वित्तीय स्थिरता को और बेहतर बनाना और नए बाजारों में प्रवेश करके अपने व्यवसाय का विस्तार करना है। Lenskart का विकास और इसकी बढ़ती लोकप्रियता यह साबित करती है कि कंपनी सही दिशा में बढ़ रही है।

Read More : Paytm ने Q2 में 1,660 करोड़ रुपये की income दर्ज की